भारत, बांग्लादेश ने नई सीमा हॉटलाइन स्थापित की

भारत और बांग्लादेश ने सीमा सुरक्षा बल (BSF) और बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (BGB) के बीच द्विवार्षिक महानिदेशक-स्तरीय वार्ता सफलतापूर्वक संपन्न की। यह तीन दिवसीय बैठक 18 से 20 फरवरी 2025 तक आयोजित हुई, जिसमें सीमा सुरक्षा को मजबूत करने और नई संचार व्यवस्था स्थापित करने जैसे महत्वपूर्ण समझौते हुए।

बैठक के मुख्य बिंदु

नई संचार प्रणाली

  • बीएसएफ की पूर्वी कमान (कोलकाता) के अतिरिक्त महानिदेशक (ADG) और ढाका स्थित उनके BGB समकक्ष के बीच “हॉटलाइन” स्थापित होगी।
  • यह हॉटलाइन पहले से मौजूद BSF और BGB प्रमुखों व अन्य अधिकारियों के बीच संचार लिंक के अतिरिक्त होगी।

सीमा बाड़ और सुरक्षा उपाय

  • भारत और बांग्लादेश ने 99 नए स्थान (लगभग 70-72 किमी) को सीमा बाड़ निर्माण के लिए चिन्हित किया।
  • पहले से चल रहे 92 स्थानों (95.8 किमी) पर बाड़ निर्माण कार्य जारी है।
  • 4,096 किमी लंबी भारत-बांग्लादेश सीमा में से 864.48 किमी अब भी बिना बाड़ के है, जिसमें 174.51 किमी क्षेत्र को “असंभव” श्रेणी में रखा गया है।

सीमा पर अपराध रोकथाम

  • बीएसएफ ने बीजीबी से आग्रह किया कि सीमा पर अवैध गतिविधियों और अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
  • बीजीबी ने विशेष रूप से रात के समय संयुक्त गश्त को बढ़ाने पर सहमति जताई।

सीमा विवादों का समाधान

  • बीएसएफ ने स्पष्ट किया कि उसके जवानों और भारतीय नागरिकों पर किसी भी हमले को सख्ती से निपटाया जाएगा।
  • दोनों पक्षों ने खुफिया जानकारी साझा करने और रीयल-टाइम संचार को मजबूत करने पर सहमति जताई।

भविष्य की वार्ता

  • बीएसएफ-बीजीबी वार्ता का अगला (56वां) दौर जुलाई 2025 में बांग्लादेश में आयोजित किया जाएगा।
क्यों चर्चा में? भारत-बांग्लादेश ने नई सीमा हॉटलाइन स्थापित की
प्रतिभागी बीएसएफ (भारत) और बीजीबी (बांग्लादेश)
नई संचार प्रणाली बीएसएफ के एडीजी और बीजीबी के समकक्ष के बीच हॉटलाइन
सीमा बाड़बंदी 99 नए स्थान (70-72 किमी) चिन्हित
मौजूदा बाड़बंदी कार्य 92 स्थानों (95.8 किमी) पर निर्माण जारी
अभी तक बिना बाड़ की सीमा 864.48 किमी (जिसमें 174.51 किमी “असंभव” क्षेत्र)
सुरक्षा उपाय संयुक्त गश्त, अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई
अगली बैठक जुलाई 2025, बांग्लादेश में

इंडसइंड बैंक पीजीटीआई का आधिकारिक बैंकिंग भागीदार बना

इंडसइंड बैंक ने प्रोफेशनल गोल्फ टूर ऑफ इंडिया (PGTI) के साथ आधिकारिक बैंकिंग साझेदार के रूप में साझेदारी की घोषणा की है। यह सहयोग अल्ट्रा हाई नेट वर्थ इंडिविजुअल्स (UHNIs) और हाई नेट वर्थ इंडिविजुअल्स (HNIs) के लिए PIONEER बैंकिंग प्रोग्राम के तहत बैंकिंग अनुभव को बेहतर बनाने की दिशा में उठाया गया कदम है। यह साझेदारी इंडसइंड बैंक की खेल क्षेत्र में प्रीमियम बैंकिंग सेवाओं को जीवनशैली अनुभवों के साथ एकीकृत करने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।

साझेदारी के मुख्य बिंदु

  • PGTI का आधिकारिक बैंकिंग पार्टनर: इंडसइंड बैंक पूरे टूर्नामेंट के दौरान PGTI आयोजनों का समर्थन करेगा।
  • भारत के प्रोफेशनल गोल्फ परिदृश्य को मजबूत करना: बैंक की भागीदारी भारत में गोल्फ के विस्तार में सहायक होगी।
  • PGTI नेतृत्व: कपिल देव (अध्यक्ष) और अमनदीप जोहल (सीईओ) इस टूर का नेतृत्व कर रहे हैं, जिसमें सालाना 20+ टूर्नामेंट आयोजित किए जाते हैं।
  • PIONEER ग्राहकों के लिए विशेष आयोजन: प्रीमियम बैंकिंग ग्राहकों के लिए विशेष गतिविधियाँ और सहभागिता के अवसर।

PIONEER बैंकिंग सेवाएँ

  • वेल्थ मैनेजमेंट: म्यूचुअल फंड्स, वैकल्पिक निवेश उत्पाद, सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड्स, NPS और संपत्ति नियोजन।
  • व्यक्तिगत और व्यवसायिक बैंकिंग: HNIs और UHNIs के लिए व्यापक वित्तीय समाधान।
  • PIONEER क्रेडिट कार्डधारकों के लिए गोल्फ लाभ: प्रीमियम ग्राहकों को विशेष गोल्फ प्रशिक्षण सत्र प्रदान किए जाएंगे।

प्रमुख नेताओं के बयान

सुमंत कथपालिया (एमडी और सीईओ, इंडसइंड बैंक)

  • बैंकिंग सेवाओं को जीवनशैली अनुभवों के साथ जोड़ने की बैंक की प्रतिबद्धता पर जोर दिया।
  • कहा कि गोल्फ इंडसइंड बैंक के ग्राहकों को समृद्ध अनुभव प्रदान करने के दृष्टिकोण से मेल खाता है।

कपिल देव (अध्यक्ष, PGTI)

  • गोल्फ और क्रिकेट को अनुशासन आधारित खेल बताते हुए दोनों के बीच समानता पर प्रकाश डाला।
  • इंडसइंड बैंक को “लाइफस्टाइल बैंक” बताते हुए इसे PGTI के लिए आदर्श साझेदार कहा।

इंडसइंड बैंक की खेलों के प्रति प्रतिबद्धता

‘IndusInd for Sports’ पहल (2016 में लॉन्च)

  • भारत में विभिन्न खेलों को समर्थन प्रदान करता है।
  • ग्राहक सहभागिता, कर्मचारी भागीदारी और सामुदायिक विकास पर ध्यान केंद्रित करता है।
  • भारतीय खेलों पर प्रभाव: यह साझेदारी बैंक की गोल्फ से परे अन्य खेल पहलों को समर्थन देने की रणनीति का हिस्सा है।
सारांश/स्थिर जानकारी विवरण
क्यों चर्चा में? इंडसइंड बैंक बना PGTI का आधिकारिक बैंकिंग पार्टनर
उद्देश्य HNIs और UHNIs के लिए बैंकिंग सेवाओं को उन्नत करना और प्रोफेशनल गोल्फ को बढ़ावा देना
PGTI नेतृत्व कपिल देव (अध्यक्ष), अमनदीप जोहल (सीईओ)
PGTI टूर्नामेंट दायरा प्रति वर्ष 20 से अधिक प्रोफेशनल गोल्फ टूर्नामेंट
विशेष बैंकिंग सेवाएँ PIONEER बैंकिंग के तहत वेल्थ मैनेजमेंट, व्यक्तिगत व व्यावसायिक बैंकिंग, और NRI बैंकिंग
ग्राहकों के लिए गोल्फ लाभ PIONEER क्रेडिट कार्डधारकों के लिए विशेष गोल्फ प्रशिक्षण सत्र
नेताओं के बयान सुमंत कथपालिया ने लाइफस्टाइल बैंकिंग पर जोर दिया; कपिल देव ने क्रिकेट और गोल्फ के बीच समानता बताई
IndusInd for Sports 2016 में लॉन्च की गई पहल, जो भारतीय खेलों को समर्थन देती है

केंद्रीय उत्पाद शुल्क दिवस 2025: थीम और महत्व

केंद्रीय उत्पाद शुल्क दिवस प्रत्येक वर्ष 24 फरवरी को मनाया जाता है, जो 1944 के केंद्रीय उत्पाद एवं नमक अधिनियम की स्थापना को चिह्नित करता है। यह दिन केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड (CBIC) और उसके अधिकारियों के योगदान को स्वीकार करता है, जो प्रभावी कर प्रशासन, भ्रष्टाचार नियंत्रण और भारत की आर्थिक वृद्धि सुनिश्चित करने में सहायक होते हैं।

इतिहास और महत्व

  • केंद्रीय उत्पाद एवं नमक अधिनियम, 1944 को 24 फरवरी को लागू किया गया था, जिसने 11 अलग-अलग उत्पाद शुल्क अधिनियमों को एक कानून में समेकित किया।
  • इस अधिनियम ने भारत में आधुनिक उत्पाद कराधान की नींव रखी।
  • समय के साथ, केंद्रीय उत्पाद एवं सीमा शुल्क बोर्ड (CBEC) का नाम बदलकर केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड (CBIC) कर दिया गया, जिससे इसके विस्तारित कार्यों को दर्शाया गया, जैसे:
    • सीमा शुल्क (Customs Duties)
    • वस्तु एवं सेवा कर (GST)
    • तस्करी विरोधी अभियान (Anti-Smuggling Operations)

केंद्रीय उत्पाद शुल्क दिवस कर अधिकारियों के प्रयासों को सम्मानित करता है, जो कर अनुपालन सुनिश्चित करने, अवैध व्यापार रोकने और कर प्रशासन को सुगम बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

केंद्रीय उत्पाद शुल्क दिवस 2025 की थीम

आधिकारिक थीम अभी घोषित नहीं हुई है, लेकिन यह आमतौर पर निम्नलिखित विषयों के इर्द-गिर्द केंद्रित होती है:

  • कर अनुपालन को बढ़ावा देना
  • उत्पाद शुल्क के महत्व के प्रति जागरूकता बढ़ाना
  • कर अधिकारियों के योगदान को मान्यता देना
  • कर प्रशासन को सरल बनाकर आर्थिक विकास को बढ़ावा देना

समारोह और गतिविधियाँ

इस अवसर पर पूरे भारत में कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं:

  1. कार्यशालाएँ और संगोष्ठियाँ – उद्योगों और आम जनता को उत्पाद शुल्क कानूनों और सर्वोत्तम कर प्रथाओं के बारे में शिक्षित करने के लिए।
  2. पुरस्कार समारोह – उत्कृष्ट कर अनुपालन सुनिश्चित करने वाले और कानून प्रवर्तन में योगदान देने वाले अधिकारियों को सम्मानित किया जाता है।
  3. जागरूकता अभियानCBIC द्वारा व्यापारियों और निर्माताओं के बीच कर अनुपालन को प्रोत्साहित करने के लिए विशेष अभियान चलाए जाते हैं।

केंद्रीय उत्पाद शुल्क का प्रभाव

हालांकि GST लागू होने के बाद अधिकांश वस्तुओं पर उत्पाद शुल्क हटा दिया गया, फिर भी कुछ वस्तुओं पर यह लागू है, जैसे:

  • पेट्रोलियम उत्पाद
  • शराब
  • तंबाकू उत्पाद

ये कर सरकारी राजस्व का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, जो लोक निर्माण, स्वास्थ्य सेवाएँ, और शिक्षा कार्यक्रमों को वित्तीय सहायता प्रदान करता है।

केंद्रीय उत्पाद शुल्क दिवस इस बात की याद दिलाता है कि उत्पाद शुल्क कर प्रणाली आर्थिक स्थिरता बनाए रखने और राष्ट्रीय विकास में योगदान देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

मुख्य पहलू विवरण
क्यों चर्चा में? केंद्रीय उत्पाद शुल्क दिवस 2025: प्रमुख जानकारी, थीम और महत्व
स्थापना केंद्रीय उत्पाद एवं नमक अधिनियम, 1944
आयोजक संस्था केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड (CBIC)
महत्व कर प्रवर्तन और आर्थिक विकास में उत्पाद शुल्क अधिकारियों के योगदान को मान्यता देना
थीम (2025) अभी घोषित नहीं (मुख्य रूप से कर अनुपालन और आर्थिक विकास पर केंद्रित)
मुख्य गतिविधियाँ सेमिनार, पुरस्कार समारोह, जागरूकता अभियान
प्रभाव चुनिंदा वस्तुओं पर उत्पाद शुल्क संग्रह के माध्यम से सार्वजनिक कल्याण का समर्थन

मोहन बागान ने लगातार दो बार आईएसएल खिताब जीता

मोहन बागान सुपर जायंट ने भारतीय सुपर लीग (ISL) विनर्स शील्ड 2025 अपने नाम कर ली, जब उन्होंने 23 फरवरी 2025 को कोलकाता के सॉल्ट लेक स्टेडियम में खेले गए रोमांचक मुकाबले में ओडिशा एफसी को 1-0 से हराया। यह जीत बेहद नाटकीय अंदाज में आई, जब डिमिट्रियोस पेट्राटोस ने इंजरी टाइम (93वें मिनट) में गोल दागकर अपनी टीम को ऐतिहासिक जीत दिलाई। इस जीत के साथ मोहन बागान ISL इतिहास में लगातार दो बार विनर्स शील्ड जीतने वाली पहली टीम बन गई और उन्हें एएफसी चैंपियंस लीग 2 में सीधा प्रवेश मिल गया।

कैसे जीती मोहन बागान ने ISL विनर्स शील्ड?

मोहन बागान को शीर्ष स्थान हासिल करने के लिए इस मुकाबले में जीत जरूरी थी। मैच के अधिकांश समय तक दोनों टीमों के बीच कड़ा संघर्ष देखने को मिला और 90 मिनट तक कोई गोल नहीं हुआ। अंतिम क्षणों में, 93वें मिनट में डिमिट्रियोस पेट्राटोस ने बॉक्स के बाहर से जोरदार शॉट मारकर गेंद को नेट के निचले बाएँ कोने में डाल दिया। उनके इस निर्णायक गोल ने पूरे स्टेडियम में जश्न का माहौल बना दिया।

इस मुकाबले का एक महत्वपूर्ण मोड़ 82वें मिनट में आया, जब ओडिशा एफसी के मूरतादा फॉल को जेमी मैकलारेन पर फाउल करने के कारण रेड कार्ड मिला। 10 खिलाड़ियों के साथ खेल रही ओडिशा एफसी के लिए मोहन बागान के हमलों को रोकना मुश्किल हो गया और अंततः पेट्राटोस के गोल ने उन्हें हार के लिए मजबूर कर दिया।

2024-25 सीजन के दौरान मोहन बागान का प्रदर्शन शानदार रहा। उन्होंने 22 मैचों में 52 अंक अर्जित किए, जिसमें 16 जीत, 4 ड्रॉ और सिर्फ 2 हार शामिल थीं। उनकी निरंतरता और शानदार फॉर्म ने उन्हें सीजन की शुरुआत से ही शील्ड के प्रबल दावेदारों में शामिल कर दिया था।

मोहन बागान की इस ऐतिहासिक जीत का क्या महत्व है?

इस जीत के साथ, मोहन बागान ने अपना सातवां राष्ट्रीय लीग खिताब जीत लिया, जिससे उनकी पहचान भारत के सबसे सफल फुटबॉल क्लबों में से एक के रूप में और मजबूत हो गई।

यह उपलब्धि भारतीय फुटबॉल के बदलते परिदृश्य को भी दर्शाती है, जहां पारंपरिक क्लबों की मजबूत पकड़ फिर से स्थापित हो रही है। टीम की निरंतरता, गहरी स्क्वॉड स्ट्रेंथ, सटीक रणनीति और प्रभावी प्रबंधन ने मोहन बागान को भारतीय फुटबॉल में एक दबदबा कायम करने वाली टीम बना दिया है।

मोहन बागान के लिए आगे की राह क्या होगी?

इस जीत के साथ मोहन बागान को AFC चैंपियंस लीग 2 में सीधा प्रवेश मिल गया है, जिससे वे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी छाप छोड़ने का प्रयास करेंगे।

क्लब के मालिक संजीव गोयनका ने इस उपलब्धि पर खुशी जताते हुए कहा, “हमने राष्ट्रीय स्तर पर अच्छा प्रदर्शन किया है, अब हमारा अगला लक्ष्य अंतरराष्ट्रीय मंच पर आगे बढ़ना है।”

हालांकि, मोहन बागान की यात्रा अभी खत्म नहीं हुई है। टीम अब आगामी ISL प्लेऑफ पर ध्यान केंद्रित करेगी और ISL चैंपियनशिप जीतकर इस सीजन को और भी यादगार बनाने का प्रयास करेगी। अब उनकी सबसे बड़ी चुनौती इस शानदार फॉर्म को जारी रखते हुए खिताबी जीत हासिल करना होगी।

लगातार दो ISL विनर्स शील्ड जीतकर, मोहन बागान ने भारतीय फुटबॉल में अपना दबदबा साबित किया है और अब वे महाद्वीपीय फुटबॉल में नई ऊँचाइयाँ छूने के लिए तैयार हैं।

मुख्य पहलू विवरण
क्यों चर्चा में? मोहन बागान सुपर जायंट ने 23 फरवरी 2025 को ओडिशा एफसी को 1-0 से हराकर लगातार दूसरी बार आईएसएल विनर्स शील्ड जीती।
मैच परिणाम मोहन बागान 1-0 ओडिशा एफसी
विजयी गोल डिमिट्रियोस पेट्राटोस (93वें मिनट, इंजरी टाइम)
निर्णायक मोड़ ओडिशा एफसी के मूरतादा फॉल को 82वें मिनट में रेड कार्ड मिला।
सीजन प्रदर्शन 22 मैचों में 52 अंक (16 जीत, 4 ड्रॉ, 2 हार)
ऐतिहासिक उपलब्धि आईएसएल शील्ड का सफलतापूर्वक बचाव करने वाली पहली टीम, सातवीं राष्ट्रीय लीग खिताबी जीत।
महाद्वीपीय योग्यता एएफसी चैंपियंस लीग 2 में सीधी एंट्री।
अगला लक्ष्य आईएसएल प्लेऑफ पर ध्यान केंद्रित कर चैंपियनशिप खिताब जीतना।

भारत के सबसे स्वच्छ शहर: इंदौर ने सातवीं बार मारी बाजी

भारत ने शहरी स्वच्छता और कचरा प्रबंधन में महत्वपूर्ण प्रगति की है, जिससे स्वच्छता सर्वेक्षण (SS) पहल के माध्यम से स्वच्छता के नए मानक स्थापित किए जा रहे हैं। आवास और शहरी मामलों के केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर द्वारा लॉन्च किए गए स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 के 9वें संस्करण में निष्पक्ष मूल्यांकन सुनिश्चित करने के लिए एक नया प्रारूप पेश किया गया है।

इस वर्ष “सुपर स्वच्छ लीग” की अवधारणा शुरू की गई है, जो उन शहरों को मान्यता देती है जो पिछले तीन वर्षों में लगातार स्वच्छता में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर चुके हैं। यह श्रेणीकरण जनसंख्या के आधार पर किया गया है, जिससे स्वच्छता मानकों का समावेशी आकलन सुनिश्चित किया गया है।

स्वच्छ सर्वेक्षण क्या है?

स्वच्छ सर्वेक्षण दुनिया का सबसे बड़ा शहरी स्वच्छता सर्वेक्षण है, जिसे आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय (MoHUA) द्वारा प्रतिवर्ष आयोजित किया जाता है। यह सर्वेक्षण स्वच्छता और कचरा प्रबंधन के विभिन्न मानकों पर शहरी क्षेत्रों का मूल्यांकन करता है, जिनमें शामिल हैं:

  • कचरा प्रबंधन (संग्रह, पृथक्करण और निपटान)
  • जनता की प्रतिक्रिया (नागरिक भागीदारी और संतोष स्तर)
  • स्थल निरीक्षण (स्वच्छता स्तरों का वास्तविक समय में सत्यापन)
  • स्वच्छता बुनियादी ढांचा (शौचालयों, जल आपूर्ति और जल निकासी प्रणालियों की उपलब्धता और रखरखाव)
  • प्रमाणीकरण (तृतीय-पक्ष एजेंसियों द्वारा दी गई रेटिंग)

2024 में, उन शहरों को “सुपर स्वच्छ लीग” में शामिल किया गया है, जिन्होंने पिछले तीन वर्षों (2021-2023) में कम से कम दो बार शीर्ष तीन स्थान प्राप्त किए हैं।

सुपर स्वच्छ लीग 2024: भारत के सबसे स्वच्छ शहर

शहरों का निष्पक्ष मूल्यांकन सुनिश्चित करने के लिए उन्हें पाँच जनसंख्या-आधारित समूहों में विभाजित किया गया है। भारत के 2024 के शीर्ष 12 स्वच्छतम शहरों की सूची इस प्रकार है:

1. बहुत छोटे शहर (जनसंख्या: 20,000 से कम)

ये शहर उत्कृष्ट कचरा प्रबंधन और स्वच्छता प्रथाओं का उदाहरण प्रस्तुत करते हैं।

क्र. शहर राज्य
1 पंचगनी महाराष्ट्र
2 पाटण गुजरात

2. छोटे शहर (जनसंख्या: 20,000 – 50,000)

इन शहरों ने नवाचार और नागरिक सहभागिता के माध्यम से स्वच्छता में उत्कृष्टता हासिल की है।

क्र. शहर राज्य
3 विटा महाराष्ट्र
4 सासवड महाराष्ट्र

3. मध्यम शहर (जनसंख्या: 50,000 – 3,00,000)

तेजी से शहरीकरण के बावजूद, इन शहरों ने कचरा पृथक्करण और स्वच्छता जागरूकता में सुधार दिखाया है।

क्र. शहर राज्य
5 अंबिकापुर छत्तीसगढ़
6 तिरुपति आंध्र प्रदेश

4. बड़े शहर (जनसंख्या: 3,00,000 – 10,00,000)

ये शहर सार्वजनिक स्वच्छता, कुशल कचरा निपटान और पर्यावरण-अनुकूल पहलों में अग्रणी हैं।

क्र. शहर राज्य
7 नोएडा उत्तर प्रदेश
8 चंडीगढ़ चंडीगढ़

5. मिलियन-प्लस शहर (जनसंख्या: 10,00,000 से अधिक)

इस श्रेणी में वे महानगर शामिल हैं जिन्होंने ठोस स्वच्छता ढांचे और नागरिक भागीदारी मॉडल स्थापित किए हैं।

क्र. शहर राज्य
9 इंदौर मध्य प्रदेश
10 नवी मुंबई महाराष्ट्र
11 सूरत गुजरात
12 नई दिल्ली नगर परिषद (NDMC) दिल्ली

इंदौर: लगातार सातवीं बार भारत का सबसे स्वच्छ शहर

इंदौर को लगातार सातवीं बार भारत के सबसे स्वच्छ शहर का खिताब मिला है। शहर ने 100% कचरा पृथक्करण, उन्नत खाद निर्माण तकनीक और डिजिटल कचरा निगरानी प्रणाली लागू करके अन्य शहरी केंद्रों के लिए एक आदर्श प्रस्तुत किया है।

इंदौर की सफलता के प्रमुख कारक:

  • 100% डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण – प्रत्येक घर और व्यावसायिक प्रतिष्ठान कचरा पृथक्करण का पालन करता है।
  • बायो-CNG प्लांट – इंदौर में भारत का सबसे बड़ा बायो-CNG प्लांट है, जो जैविक कचरे को ईंधन में बदलता है।
  • नागरिक सहभागिता – नियमित स्वच्छता अभियान, जागरूकता कार्यक्रम और स्वच्छता बनाए रखने के लिए प्रोत्साहन।
  • स्मार्ट कचरा प्रबंधन – AI-आधारित कचरा निगरानी और GPS-सक्षम कचरा संग्रहण वाहन।

सुपर स्वच्छ लीग का महत्व

“सुपर स्वच्छ लीग” यह सुनिश्चित करती है कि शीर्ष रैंकिंग के लिए प्रतिस्पर्धा करने वाले शहरों का मूल्यांकन निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से किया जाए, जिससे जनसंख्या-आधारित भेदभाव रोका जा सके।

सुपर स्वच्छ लीग के प्रमुख लाभ:

  • शहरों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देना।
  • टिकाऊ कचरा प्रबंधन प्रथाओं को प्रोत्साहित करना।
  • स्वच्छता अभियानों में नागरिक भागीदारी को बढ़ाना।
  • स्वच्छता और कचरा निपटान तकनीकों में नवाचार को बढ़ावा देना।

स्वच्छ भारत मिशन के तहत यह पहल भारत को स्वच्छता के वैश्विक मानचित्र पर अग्रणी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।

51वां खजुराहो नृत्य महोत्सव 2025: शास्त्रीय कला और विरासत का उत्सव

प्रतिवर्ष आयोजित होने वाला खजुराहो नृत्य महोत्सव एक बार फिर 20 से 26 फरवरी 2025 तक कला प्रेमियों को मंत्रमुग्ध करने के लिए तैयार है। मध्य प्रदेश के संस्कृति विभाग और पर्यटन विभाग द्वारा आयोजित यह महोत्सव 1975 से भारतीय शास्त्रीय नृत्य की समृद्ध परंपरा को संजोते हुए नूतन प्रयोगों को भी प्रोत्साहित कर रहा है। यूनेस्को विश्व धरोहर सूची में शामिल खजुराहो के मंदिरों की पृष्ठभूमि में आयोजित यह उत्सव अपनी 51वीं वर्षगांठ पर रिकॉर्ड तोड़ नृत्य प्रस्तुतियों, विरासत पर्यटन, शिल्प मेले, पारंपरिक व्यंजन, रोमांचकारी गतिविधियों और कई अन्य कार्यक्रमों के साथ एक अविस्मरणीय अनुभव प्रदान करेगा।

51वें खजुराहो नृत्य महोत्सव 2025 के प्रमुख आकर्षण

1. शास्त्रीय नृत्य मैराथन (रिले) – गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड प्रयास

  • 100 प्रतिभागी 24 घंटे तक विभिन्न भारतीय शास्त्रीय नृत्य रूपों का प्रदर्शन करेंगे।
  • तिथि: 19-20 फरवरी 2025
  • स्थान: आदिवर्त जनजातीय संग्रहालय, खजुराहो

2. भव्य शास्त्रीय नृत्य प्रस्तुतियां

  • देश के प्रसिद्ध शास्त्रीय नर्तक मंच पर अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे।
  • प्रस्तुतियों में भरतनाट्यम, कथक, ओडिसी, कुचिपुड़ी, मणिपुरी, मोहिनीअट्टम, कथकली, यक्षगान और अन्य शास्त्रीय नृत्य रूप शामिल होंगे।

3. पारंपरिक व्यंजनों का स्वाद – फूड फेस्टिवल

  • मध्य प्रदेश की समृद्ध खानपान परंपरा का अनुभव करें और स्थानीय व्यंजनों का आनंद लें।

4. हुनर मेला – हस्तशिल्प एवं कला प्रदर्शनी

  • मध्य प्रदेश के पारंपरिक हस्तशिल्प, चित्रकला, आभूषण और कलाकृतियों की प्रदर्शनी।

5. विरासत और रोमांचक गतिविधियां

(क) जिन्ना और मडला गांवों का भ्रमण (पन्ना राष्ट्रीय उद्यान के पास)

  • ग्रामीण और जनजातीय जीवन की झलक के साथ कैंपिंग और इनडोर गतिविधियां।

(ख) नेचर वॉक – “परिधि के साथ भ्रमण”

  • पन्ना राष्ट्रीय उद्यान में जलप्रपातों, शैल चित्रों और सांस्कृतिक स्थलों का अन्वेषण।

(ग) ग्रामीण पर्यटन

  • मध्य प्रदेश की पारंपरिक जीवनशैली का अनुभव करें और जवारी मंदिर व ब्रह्मा मंदिर का भ्रमण करें।

(घ) ई-बाइक टूर

  • यूनेस्को द्वारा सूचीबद्ध खजुराहो समूह के मंदिर, गोल बाजार, चतुर्भुज मंदिर, वामन मंदिर और पुरातत्व संग्रहालय की यात्रा।

(ङ) कुटनी आइलैंड और केन नदी में जल क्रीड़ा

  • स्पीड बोटिंग, बनाना बोट राइड, शिकारा राइड और खूबसूरत नाव भ्रमण का आनंद।

(च) हॉट एयर बैलून शो

  • भारतीय सेना द्वारा 20-21 फरवरी 2025 को आयोजित, जिससे खजुराहो का हवाई दृश्य मिलेगा।

6. लाइव प्रदर्शनी

  • टेराकोटा कला, बुंदेली चित्रकला, मनकों के आभूषण और अन्य स्थानीय कलाओं की प्रदर्शनी।

7. खुली चर्चाएं एवं कला संगोष्ठी

  • कलाकारों, विद्वानों और कला प्रेमियों के लिए शास्त्रीय नृत्य, संगीत और भारतीय कला के बदलते परिदृश्य पर विचार-विमर्श का मंच।
सारांश/स्थिर विवरण
क्यों चर्चा में? 51वां खजुराहो नृत्य महोत्सव 2025: शास्त्रीय कला और विरासत का उत्सव
शास्त्रीय नृत्य मैराथन (रिले) 100 नर्तक 24 घंटे तक प्रस्तुति देंगे (गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड प्रयास), 19-20 फरवरी 2025, आदिवर्त जनजातीय संग्रहालय।
शास्त्रीय नृत्य प्रस्तुतियां प्रसिद्ध कलाकार 20-26 फरवरी 2025 तक खजुराहो के मंदिरों में विभिन्न भारतीय शास्त्रीय नृत्य रूप प्रस्तुत करेंगे।
फूड फेस्टिवल महोत्सव के दौरान मध्य प्रदेश के प्रामाणिक व्यंजनों का स्वाद।
हुनर मेला (शिल्प मेला) मध्य प्रदेश की पारंपरिक कला और हस्तशिल्प की प्रदर्शनी।
जिन्ना और मडला गांव भ्रमण 21-22 फरवरी 2025, पन्ना राष्ट्रीय उद्यान के पास शिविर और सांस्कृतिक गतिविधियां।
परिधि के साथ भ्रमण” – नेचर वॉक 21-25 फरवरी 2025, पन्ना राष्ट्रीय उद्यान में जलप्रपात, शैल चित्रों और प्राकृतिक स्थलों का अवलोकन।
ग्राम भ्रमण 21-25 फरवरी 2025, ग्रामीण जीवन का अनुभव और जवारी मंदिर व ब्रह्मा मंदिर का दौरा।
ई-बाइक टूर 22-25 फरवरी 2025, खजुराहो मंदिर समूह, गोल बाजार, चतुर्भुज मंदिर, वामन मंदिर और पुरातत्व संग्रहालय की साहसिक यात्रा।
जल क्रीड़ा कुटनी आइलैंड और केन नदी में स्पीड बोटिंग, बनाना बोट राइड और शिकारा राइड।
हॉट एयर बैलून शो 20-21 फरवरी 2025, भारतीय सेना द्वारा आयोजित, खजुराहो का हवाई दृश्य प्रदान करेगा।
लाइव प्रदर्शनी महोत्सव के दौरान बुंदेली कला, टेराकोटा, मनके आभूषण और क्षेत्रीय हस्तशिल्प का प्रदर्शन।

‘देश का प्रकृति परीक्षण अभियान’ ने 5 गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाए

भारत ने आयुर्वेद और समग्र स्वास्थ्य देखभाल के क्षेत्र में ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करते हुए ‘देश का प्रकृति परीक्षण अभियान’ के तहत पाँच गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं। राष्ट्रीय भारतीय चिकित्सा प्रणाली आयोग (NCISM) और आयुष मंत्रालय के सहयोग से इस अभियान का पहला चरण 20 फरवरी 2025 को मुंबई में संपन्न हुआ। इस पहल ने आयुर्वेद को सार्वजनिक स्वास्थ्य से जोड़ने और स्वास्थ्य देखभाल में डेटा-संचालित दृष्टिकोण को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

‘देश का प्रकृति परीक्षण अभियान’ की प्रमुख उपलब्धियाँ

गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स

एक सप्ताह में किसी स्वास्थ्य अभियान के लिए सबसे अधिक संकल्प प्राप्त करने का रिकॉर्ड
6,004,912 संकल्प (नया वैश्विक मानक, इससे पहले कोई रिकॉर्ड नहीं था)।

एक महीने में किसी स्वास्थ्य अभियान के लिए सबसे अधिक संकल्प प्राप्त करने का रिकॉर्ड
13,892,976 संकल्प (पूर्व रिकॉर्ड: 58,284, चीन की सिग्ना और सीएमबी लाइफ इंश्योरेंस कंपनी)।

अब तक किसी स्वास्थ्य अभियान के लिए सबसे अधिक संकल्प प्राप्त करने का रिकॉर्ड
13,892,976 संकल्प (पूर्व रिकॉर्ड: 569,057, ज़िफी एफडीसी लिमिटेड, भारत)।

सबसे बड़े ऑनलाइन फोटो एलबम का रिकॉर्ड (डिजिटल प्रमाणपत्र प्रदर्शित करते हुए लोगों की तस्वीरें)
62,525 तस्वीरें (पूर्व रिकॉर्ड: 29,068, एक्सेंचर सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड, भारत)।

सबसे बड़े ऑनलाइन वीडियो एलबम का रिकॉर्ड (एक ही वाक्य कहते हुए लोगों के वीडियो)
12,798 वीडियो (पूर्व रिकॉर्ड: 8,992 वीडियो, ‘घे भरारी’ अभियान, भारत)।

अभियान का महत्व

  • जनभागीदारी का व्यापक स्तर पर विस्तार – 1.29 करोड़ से अधिक लोगों ने प्रकृति परीक्षण (प्रकृति निर्धारण) में भाग लिया, जो 1 करोड़ के लक्ष्य से अधिक था।
  • स्वयंसेवी प्रयासों की अभूतपूर्व भागीदारी – कुल 1,81,667 स्वयंसेवक शामिल हुए, जिनमें 1,33,758 आयुर्वेद विद्यार्थी, 16,155 शिक्षक, और 31,754 चिकित्सक शामिल थे।
  • शीर्ष नेतृत्व का समर्थन – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस पर अभियान की शुरुआत की, और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पहली प्रतिभागी बनीं।
  • स्वास्थ्य सेवा में आयुर्वेद का सशक्तिकरण – इस पहल ने आयुर्वेद की भूमिका को रोग-निवारक चिकित्सा और जीवनशैली प्रबंधन में मजबूत किया।
  • वैश्विक मान्यता – इस अभियान ने आयुर्वेद को आधुनिक चिकित्सा के साथ जोड़ने और वैज्ञानिक प्रमाण-आधारित शोध को बढ़ावा देने में भारत की नेतृत्वकारी भूमिका को मजबूत किया।

समापन समारोह में उपस्थित प्रमुख गणमान्य व्यक्ति

  • श्री प्रतापराव जाधव – केंद्रीय आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार)
  • श्री प्रकाश आबिटकर – महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री
  • वैद्य राजेश कोटेचा – सचिव, आयुष मंत्रालय
  • वैद्य जयंत देवपुजार – अध्यक्ष, राष्ट्रीय भारतीय चिकित्सा प्रणाली आयोग (NCISM)
  • रिचर्ड विलियम्स स्टेनिंग – गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के निर्णायक अधिकारी, जिन्होंने आधिकारिक रूप से उपलब्धियों की पुष्टि की

भविष्य की संभावनाएँ

  • आयुर्वेद का सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं में एकीकरण और अधिक सशक्त होगा।
  • साक्ष्य-आधारित शोध को बढ़ावा मिलेगा, जिससे आयुर्वेद की वैश्विक स्वीकृति बढ़ेगी।
  • समग्र स्वास्थ्य संवर्धन के लिए भविष्य में इसी तरह के अभियानों को प्रोत्साहित किया जाएगा।
क्यों चर्चा में? देश का प्रकृति परीक्षण अभियान’ ने 5 गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाए
कार्यक्रम का नाम देश का प्रकृति परीक्षण अभियान (प्रथम चरण)
आयोजक संस्था राष्ट्रीय भारतीय चिकित्सा प्रणाली आयोग (NCISM) एवं आयुष मंत्रालय
गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स जनस्वास्थ्य जागरूकता हेतु 5 विश्व रिकॉर्ड
कुल संकल्प संख्या 1,38,92,976
कुल प्रतिभागी 1.29 करोड़
कुल स्वयंसेवक 1,81,667 (विद्यार्थी, शिक्षक, चिकित्सक)
प्रथम प्रतिभागी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू
शुभारंभ घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस पर
महत्व आयुर्वेद को निवारक और व्यक्तिगत स्वास्थ्य देखभाल में मजबूत करना
भविष्य पर प्रभाव आधुनिक चिकित्सा के साथ आयुर्वेद का एकीकरण, वैश्विक पहचान और शोध प्रगति

नमिता गोखले का मंगल ग्रह पर जीवन: कहानियों के माध्यम से साहित्यिक वापसी

नमिता गोखले की नई पुस्तक ‘लाइफ ऑन मार्स: कलेक्टेड स्टोरीज़’ में 15 कहानियों का संग्रह है, जो प्रेम, भाग्य और मानव अस्तित्व जैसे विषयों की पड़ताल करता है। जनवरी 2025 में प्रकाशित यह संकलन लेखिका की कथा कहने की गहरी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इसमें उनकी पूर्व प्रकाशित कहानियाँ और नई रचनाएँ शामिल हैं, जो उनके दृष्टिकोण के विकास को उजागर करती हैं। यह पुस्तक दो खंडों— ‘लव एंड अदर डिरेंजमेंट्स’ और ‘द मिरर ऑफ द महाभारत’— में विभाजित है, जो संबंधों, पौराणिक कथाओं और मानवीय भावनाओं को विभिन्न दृष्टिकोणों से प्रस्तुत करते हैं।

कैसे ‘लाइफ ऑन मार्स’ गोखले की साहित्यिक यात्रा को दर्शाती है?

गोखले के अनुसार, यह संग्रह उनके जीवन और लेखन यात्रा का प्रतिबिंब है। पुस्तक का पहला भाग प्रेम और रिश्तों की जटिलताओं को दर्शाता है, जबकि दूसरा भाग पौराणिक कथाओं की पुनर्कल्पना करता है। एक कहानी में कुंती और गांधारी को कुरुक्षेत्र युद्ध के बाद अपने व्यक्तिगत दुःख से जूझते हुए दिखाया गया है, जबकि एक अन्य कहानी में नल और दमयंती की प्रेम कथा को एक हंस के दृष्टिकोण से प्रस्तुत किया गया है। इन कहानियों में ऐतिहासिक गहराई, भावनात्मक तत्व और समकालीन कथा शैली का अनूठा संगम देखने को मिलता है।

गोखले ने अपने लेखन करियर की चुनौतियों को कैसे पार किया?

उनकी पहली पुस्तक ‘पारो: ड्रीम्स ऑफ पैशन’ (1984) को मिली सफलता के बावजूद, उन्हें एक दशक तक अस्वीकृति का सामना करना पड़ा। कई प्रकाशकों ने उन्हें “क्षणिक चमक” कहकर नकार दिया, जिससे उन्हें अपने साहित्यिक भविष्य पर संदेह हुआ। हालांकि, उन्होंने लघु कथाओं के माध्यम से वापसी की, और 1990 के दशक के मध्य में लिखी गई कहानी ‘ओमेन I’ उनके पुनरुत्थान की नींव बनी। ‘लाइफ ऑन मार्स’ में इस संघर्ष की झलक मिलती है, जहां वे पुरानी और नई कहानियों को जोड़ते हुए भारतीय साहित्य में अपनी सशक्त उपस्थिति को दोबारा स्थापित करती हैं।

क्या गोखले की कहानियाँ विभिन्न पीढ़ियों के लिए प्रासंगिक हैं?

चार दशकों में, नमिता गोखले ने ‘शकुंतला’, ‘थिंग्स टू लीव बिहाइंड’, ‘नेवर नेवर लैंड’ सहित 24 कथा और गैर-कथा पुस्तकें लिखी हैं। उनकी लेखनी हास्य, व्यंग्य और आत्मनिरीक्षण का अनूठा मिश्रण प्रस्तुत करती है। वे परंपरागत कथा शैलियों को चुनौती देती हैं और युवा, वृद्ध और उनके बीच की जिंदगियों के अनुभवों को अपने लेखन में समाहित करती हैं।

गोखले भारतीय साहित्य में एक प्रभावशाली आवाज़ क्यों हैं?

जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल की सह-संस्थापक के रूप में, नमिता गोखले ने भारत में साहित्यिक संवादों को नया आयाम दिया है। उनकी विविध विषयों की खोज और मजबूत कथानक शैली उनके लेखन को प्रासंगिक और रोचक बनाए रखती है। ‘लाइफ ऑन मार्स’ के साथ, वे न केवल अपनी पुरानी कहानियों को पुनः प्रस्तुत कर रही हैं, बल्कि यह भी साबित कर रही हैं कि वे समय के साथ विकसित होने वाली एक महत्वपूर्ण साहित्यकार हैं।

मुख्य पहलू विवरण
क्यों चर्चा में? नमिता गोखले की लाइफ ऑन मार्स’ जनवरी 2025 में प्रकाशित हुई
पुस्तक का शीर्षक लाइफ ऑन मार्स: कलेक्टेड स्टोरीज़’
कुल कहानियाँ 15
मुख्य विषय प्रेम, भाग्य, पौराणिक कथाएँ, मानव अस्तित्व
पुस्तक के खंड लव एंड अदर डिरेंजमेंट्स’, ‘द मिरर ऑफ द महाभारत’
प्रमुख कहानियाँ कुंती और गांधारी का शोक, हंस के दृष्टिकोण से नल-दमयंती की प्रेम गाथा
करियर संघर्ष पारो’ (1984) के बाद एक दशक तक अस्वीकृति का सामना किया
टर्निंग पॉइंट 1990 के दशक के मध्य में लघु कथा ओमेन I’ से करियर को नई दिशा मिली
कुल प्रकाशित पुस्तकें 24 (कथा एवं गैर-कथा)
अन्य प्रसिद्ध कृतियाँ शकुंतला’, ‘थिंग्स टू लीव बिहाइंड’, ‘नेवर नेवर लैंड’
साहित्य में प्रभाव जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल की सह-संस्थापक
लेखन शैली हास्य, व्यंग्य, पौराणिक कथाएँ और गहरी भावनाएँ का मिश्रण

एम्स के आधुनिकीकरण को आगे बढ़ाएगी नीति आयोग की समिति

नीति आयोग ने AIIMS, नई दिल्ली को वैश्विक स्तर पर अग्रणी चिकित्सा अनुसंधान और स्वास्थ्य सेवा संस्थान में बदलने के लिए एक समिति का गठन किया है। इस समिति का नेतृत्व नीति आयोग के सदस्य वी. के. पॉल कर रहे हैं। समिति वर्तमान प्रणाली का मूल्यांकन करेगी और सुधारों के लिए एक स्पष्ट कार्ययोजना तैयार करेगी। यह पहल भारत में स्वास्थ्य सेवाओं के बुनियादी ढांचे, प्रशासन और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने की व्यापक योजना का हिस्सा है।

इसके अलावा, नीति आयोग सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज (UHC) और दुर्लभ बीमारियों के उपचार की लागत को कम करने के लिए भी कार्य कर रहा है। इस दिशा में उसने CSEP रिसर्च फाउंडेशन के साथ मिलकर वैश्विक UHC मॉडलों का अध्ययन किया है और दुर्लभ बीमारियों की दवाओं के स्वदेशी उत्पादन को बढ़ावा देकर उपचार की लागत में भारी कमी की है।

AIIMS रूपांतरण समिति की मुख्य विशेषताएँ

समिति का गठन

  • अध्यक्ष: नीति आयोग के सदस्य वी. के. पॉल।
  • उद्देश्य: AIIMS नई दिल्ली को वैश्विक चिकित्सा अनुसंधान और स्वास्थ्य सेवा उत्कृष्टता केंद्र के रूप में विकसित करना।

प्रमुख उद्देश्य

  • मौजूदा प्रणाली का मूल्यांकन और स्पष्ट समय-सीमा के साथ सुधार प्रस्ताव तैयार करना।
  • रोगियों के प्रवाह प्रबंधन और अस्पताल प्रशासन में सुधार।
  • नैदानिक, शैक्षणिक और अनुसंधान उत्कृष्टता के लिए प्रमुख प्रदर्शन संकेतक (KPI) विकसित करना।
  • वित्तीय अनुशासन और AIIMS संचालन की स्थिरता सुनिश्चित करना।

मुख्य फोकस क्षेत्र

  • शासन प्रणाली और पारदर्शिता में सुधार।
  • चिकित्सा अनुसंधान में उत्कृष्टता।
  • क्लिनिकल और शैक्षणिक सुधार।
  • आत्मनिर्भरता और वित्तीय स्थिरता।

सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज (UHC) पर नीति आयोग की पहल

  • CSEP रिसर्च फाउंडेशन के साथ साझेदारी कर वैश्विक UHC मॉडल का अध्ययन।
  • स्वास्थ्य वित्तीय रणनीतियों पर एक ड्राफ्ट पेपर तैयार।
  • आपूर्ति और मांग पक्ष वित्तपोषण को संबोधित करने की योजना।
  • स्वास्थ्य सेवा की सुलभता, गुणवत्ता और वहनीयता में सुधार का लक्ष्य।
  • सरकार और अन्य हितधारकों के साथ व्यापक विचार-विमर्श के माध्यम से नीतियों को आकार देने की योजना।

दुर्लभ बीमारियों के लिए सस्ती दवा उपलब्धता पहल

  • स्वदेशी उपचार को बढ़ावा देने के लिए विशेष प्रयास।
  • अब तक 4 सस्ती दवाएँ विकसित, जिनकी कीमत आयातित दवाओं की तुलना में 1/60वें से 1/100वें हिस्से तक कम।
  • 4 और दवाएँ नियामक अनुमोदन प्रक्रिया में, वर्ष के अंत तक लॉन्च होने की उम्मीद।

नीति आयोग की ये पहल भारत में स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाने और AIIMS को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

क्यों चर्चा में है? नीति आयोग की समिति द्वारा AIIMS आधुनिकीकरण की पहल
AIIMS रूपांतरण समिति वी. के. पॉल के नेतृत्व में समिति, AIIMS की प्रणाली, प्रशासन और स्थिरता में सुधार करेगी।
मुख्य फोकस क्षेत्र रोगी प्रवाह प्रबंधन, प्रमुख प्रदर्शन संकेतक (KPI), प्रशासन, वित्तीय स्थिरता, पारदर्शिता।
सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज (UHC) अध्ययन नीति आयोग और CSEP रिसर्च फाउंडेशन वैश्विक UHC मॉडलों का अध्ययन कर रहे हैं।
स्वास्थ्य वित्तपोषण सुधार स्वास्थ्य सेवाओं की सुलभता और वहनीयता बढ़ाने के लिए आपूर्ति एवं मांग पक्ष वित्तपोषण पर कार्य।
सस्ती दुर्लभ बीमारी की दवाएँ 4 दवाएँ लॉन्च, जिनकी कीमत आयातित दवाओं की तुलना में 1/60वें से 1/100वें तक कम, 4 और पाइपलाइन में।

सुनील मित्तल को ब्रिटेन से मानद नाइटहुड की उपाधि मिली

भारती एंटरप्राइजेज के संस्थापक और अध्यक्ष सुनील भारती मित्तल को भारत-यूके व्यापार संबंधों को मजबूत करने में उनके योगदान के लिए मानद नाइटहुड (KBE) से सम्मानित किया गया है। उन्हें “नाइट कमांडर ऑफ द मोस्ट एक्सीलेंट ऑर्डर ऑफ द ब्रिटिश एम्पायर (KBE)” की उपाधि ब्रिटिश उच्चायुक्त के आवास पर आयोजित एक विशेष समारोह में प्रदान की गई। यह सम्मान किंग चार्ल्स III के शासनकाल के तहत दिया गया, जिससे मित्तल इस उपाधि को प्राप्त करने वाले पहले भारतीय नागरिक बन गए।

मुख्य विशेषताएँ

मानद नाइटहुड

  • सम्मान: नाइट कमांडर ऑफ द मोस्ट एक्सीलेंट ऑर्डर ऑफ द ब्रिटिश एम्पायर (KBE)
  • प्रस्तुति: ब्रिटिश उच्चायुक्त द्वारा नई दिल्ली में आयोजित एक विशेष निवेश समारोह में।

योगदान

  • भारत-यूके व्यापार संबंध: व्यापारिक साझेदारी को मजबूत करने और निवेश बढ़ाने के लिए सम्मानित।
  • Airtel Africa और OneWeb:
    • Airtel Africa लंदन स्टॉक एक्सचेंज (FTSE 100 इंडेक्स) में सूचीबद्ध।
    • Eutelsat OneWeb का ऑपरेशन्स सेंटर लंदन में स्थित है।

शैक्षणिक सम्मान

  • न्यूकैसल यूनिवर्सिटी से मानद सिविल लॉ डॉक्टरेट।
  • लीड्स यूनिवर्सिटी से मानद कानून डॉक्टरेट।

सलाहकार भूमिकाएँ

  • कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी के वाइस-चांसलर सलाहकार मंडल के सदस्य।
  • लंदन बिजनेस स्कूल (LBS) के गवर्निंग बॉडी में सेवा दी।
  • लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स (LSE) के इंडिया एडवाइजरी ग्रुप के सदस्य।

उपलब्धियाँ

  • पद्म भूषण पुरस्कार (2007) – भारतीय उद्योग में महत्वपूर्ण योगदान के लिए सम्मानित।
  • भारत-यूके सीईओ फोरम – भारत और ब्रिटेन के बीच व्यापार वार्ताओं में प्रमुख योगदान।
  • भारतीय व्यापार प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख – हाल ही में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात की।

KBE से सम्मानित अन्य भारतीय

  • जमशेद ईरानी (1997) – टाटा स्टील के पूर्व निदेशक।
  • पंडित रवि शंकर (2001) – प्रसिद्ध सितार वादक।
  • रतन टाटा (2009) – टाटा संस के पूर्व अध्यक्ष।

सुनील भारती मित्तल का यह सम्मान भारत और ब्रिटेन के व्यापारिक संबंधों को और अधिक सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।

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