मई 2025 में भारत के वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने एक ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए देश के जलीय कृषि (एक्वाकल्चर) क्षेत्र में कई चिकित्सकीय रूप से महत्वपूर्ण रोगाणुनाशकों (एंटीमाइक्रोबियल्स) के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया। यह कदम एंटीमाइक्रोबियल रेजिस्टेंस (AMR) को लेकर बढ़ती चिंताओं के मद्देनज़र उठाया गया है, जो खाद्य उत्पादन, विशेष रूप से मछली पालन में एंटीबायोटिक के दुरुपयोग से उत्पन्न होती है। इस प्रतिबंध में कई प्रकार के एंटीबायोटिक्स, एंटीवायरल्स और एंटीप्रोटोज़ोआल्स शामिल हैं, जिससे सार्वजनिक स्वास्थ्य की सुरक्षा और भारत के समुद्री खाद्य निर्यात को बढ़ावा देने का लक्ष्य है।
क्यों है यह खबरों में?
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एंटीमाइक्रोबियल रेजिस्टेंस (AMR) एक वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य संकट बन चुका है।
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जलीय कृषि में एंटीबायोटिक के अत्यधिक उपयोग के कारण AMR बढ़ रहा है।
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भारत विश्व के सबसे बड़े समुद्री खाद्य उत्पादक और निर्यातकों में से एक है, इसलिए यह आवश्यक है कि उसके उत्पाद अंतरराष्ट्रीय मानकों का पालन करें।
उद्देश्य और लक्ष्य
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AMR को रोकना: एंटीबायोटिक के अत्यधिक और गलत उपयोग को रोकना, जिससे संक्रमण का इलाज कठिन होता जा रहा है।
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खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करना: मछली, झींगा जैसे उत्पादों में एंटीबायोटिक अवशेष न हों।
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निर्यात को बढ़ावा देना: अमेरिका और चीन जैसे प्रमुख आयातकों के मानकों के अनुरूप जलीय कृषि को लाना।
प्रतिबंधित एंटीबायोटिक्स और एंटीमाइक्रोबियल्स
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प्रतिबंध में वे सभी एंटीबायोटिक्स शामिल हैं जिन्हें WHO ने मानव स्वास्थ्य के लिए अत्यंत आवश्यक माना है।
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प्रतिबंधित वर्ग: फ्लूरोक्विनोलोन्स, नाइट्रोफ्यूरान्स, ग्लाइकोपेप्टाइड्स आदि।
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इनका उपयोग हैचरी, चारा निर्माण इकाइयों, प्रसंस्करण इकाइयों में पूरी तरह से प्रतिबंधित किया गया है।
पृष्ठभूमि और प्रभाव
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वैश्विक उपयोग: 2017 में 10,259 टन एंटीमाइक्रोबियल्स का उपयोग हुआ था, जो 2030 तक 13,600 टन तक पहुंच सकता है।
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भारत की स्थिति: भारत विश्व में तीसरा सबसे बड़ा मछली उत्पादक और दूसरा सबसे बड़ा एक्वाकल्चर उत्पादक है। 2023-24 में भारत ने $7.38 बिलियन मूल्य का 1.78 मिलियन टन समुद्री उत्पाद निर्यात किया।
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पिछले प्रयास: 2002 में कुछ एंटीबायोटिक्स पर प्रतिबंध, और 2024 में FSSAI द्वारा पशु उत्पादों में अतिरिक्त प्रतिबंध।
मुख्य बिंदु
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भारत की एक्वाकल्चर इंडस्ट्री:
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विश्व में तीसरे स्थान पर
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प्रमुख निर्यात: फ्रोजन झींगा
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प्रतिबंधित वर्ग:
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12 एंटीबायोटिक वर्ग
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6 विशिष्ट एंटीबायोटिक्स
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वैश्विक संदर्भ:
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एशिया-प्रशांत क्षेत्र में एंटीबायोटिक्स का सबसे अधिक उपयोग
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सरकारी पहलें:
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WHO दिशानिर्देशों के अनुरूप
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FSSAI, स्वास्थ्य मंत्रालय और कोस्टल एक्वाकल्चर अथॉरिटी के प्रयासों के साथ तालमेल
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