शून्य विभाजन दिवस 2025: विषय और महत्व

शून्य भेदभाव दिवस हर साल 1 मार्च को मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य प्रत्येक व्यक्ति को गरिमा और समानता के साथ जीने का अधिकार देना है, भेदभाव से मुक्त वातावरण सुनिश्चित करना। UNAIDS द्वारा 2014 में शुरू किया गया यह दिवस समावेशन, करुणा और शांति को बढ़ावा देता है तथा विशेष रूप से हाशिए पर मौजूद समुदायों के खिलाफ भेदभाव को समाप्त करने पर जोर देता है।

2025 की थीम: “वी स्टैंड टुगेदर” (हम एक साथ खड़े हैं)
इस वर्ष की थीम समुदाय-नेतृत्व वाले प्रयासों के महत्व को रेखांकित करती है, जो HIV प्रतिक्रिया और वैश्विक स्वास्थ्य पहल को बनाए रखने में सहायक होते हैं। इस थीम का उद्देश्य HIV प्रभावित व्यक्तियों को सम्मान और गरिमा प्रदान करना है।

शून्य भेदभाव दिवस 2025 के प्रमुख बिंदु

उद्देश्य और महत्व

  • समान अधिकारों और समावेशी समाज की वकालत करना।
  • सभी प्रकार के भेदभाव और कलंक के खिलाफ जागरूकता बढ़ाना।
  • वैश्विक स्वास्थ्य में समुदाय-आधारित संगठनों की भूमिका को उजागर करना।

HIV प्रतिक्रिया और सामुदायिक भागीदारी

  • समुदाय कमजोर वर्गों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
  • वे कलंक, धन की कमी और कानूनी बाधाओं जैसी चुनौतियों का सामना करते हैं।
  • UNAIDS देशों, दाताओं और साझेदारों से HIV के खिलाफ सामुदायिक प्रयासों को समर्थन देने का आग्रह करता है।

UNAIDS की कार्रवाई हेतु अपील

  • समुदाय-नेतृत्व वाले संगठनों को कानूनी मान्यता और स्थायी वित्त पोषण।
  • भेदभाव और उत्पीड़न से सुरक्षा।
  • सरकारी स्वास्थ्य कार्यक्रमों में समुदाय प्रतिनिधियों की भागीदारी।
  • अपराधीकरण, कलंक और लैंगिक असमानताओं को समाप्त करना।
  • हाशिए पर मौजूद समुदायों की सुरक्षा के लिए मानवाधिकार निगरानी को मजबूत करना।

वैश्विक प्रयास और चुनौतियां

  • 41 देशों ने HIV से संबंधित भेदभाव समाप्त करने के लिए “ग्लोबल पार्टनरशिप फॉर एक्शन” का समर्थन किया है।
  • अमेरिका की नीति में बदलाव के कारण HIV कार्यक्रमों के लिए वित्त पोषण में कटौती की चुनौती।
  • 2030 तक HIV उन्मूलन लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए समुदाय-आधारित प्रयासों में सतत निवेश की आवश्यकता।

शून्य भेदभाव दिवस का इतिहास

  • UNAIDS के कार्यकारी निदेशक मिशेल सिडिबे द्वारा 27 फरवरी 2014 को बीजिंग में शुरू किया गया।
  • भेदभावपूर्ण कानूनों और प्रथाओं को चुनौती देने के लिए लोगों को प्रोत्साहित करता है।
  • संयुक्त राष्ट्र (UN) और इसके सदस्य देशों द्वारा मान्यता प्राप्त।

महत्वपूर्ण अभियान और पहल

  • भारत: भेदभावपूर्ण कानूनों के खिलाफ अभियान, जिसमें समलैंगिकता को अपराध की श्रेणी से बाहर करना (अनुच्छेद 377) शामिल है।
  • लाइबेरिया: HIV से संबंधित कलंक और भेदभाव को समाप्त करने के प्रयास।
  • कैलिफोर्निया, अमेरिका (2015): अर्मेनियाई अमेरिकियों ने अर्मेनियाई नरसंहार के पीड़ितों की याद में “डाई-इन” विरोध प्रदर्शन किया।
क्यों चर्चा में है? शून्य भेदभाव दिवस 2025, तिथि, थीम, महत्व
मनोयन तिथि 1 मार्च (प्रतिवर्ष)
2025 की थीम वी स्टैंड टुगेदर (हम एक साथ खड़े हैं)
शुरुआत वर्ष 2014
उद्देश्य समानता, समावेशन और सभी के लिए गरिमा को बढ़ावा देना
2025 का मुख्य फोकस HIV के खिलाफ सामुदायिक नेतृत्व वाली पहलों को मजबूत करना
मुख्य चुनौतियां कलंक, वित्तीय कटौती, कानूनी बाधाएं, अपराधीकरण
UNAIDS की सिफारिशें कानूनी मान्यता, वित्तीय सहायता, भेदभाव समाप्त करना
वैश्विक प्रयास 41 देश HIV से संबंधित कलंक को समाप्त करने के लिए प्रतिबद्ध
महत्वपूर्ण अभियान भारत (LGBTQ+ अधिकार), लाइबेरिया (HIV कलंक), अमेरिका (अर्मेनियाई नरसंहार स्मरण)

विश्व नागरिक सुरक्षा दिवस 2025: इतिहास, थीम और महत्व

विश्व नागरिक सुरक्षा दिवस हर साल 1 मार्च को मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य नागरिक सुरक्षा, आपदा तैयारी और आपातकालीन प्रतिक्रिया के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। इसे अंतर्राष्ट्रीय नागरिक सुरक्षा संगठन (ICDO) द्वारा स्थापित किया गया था, जो प्राकृतिक और मानव-निर्मित आपदाओं से समुदायों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में नागरिक सुरक्षा संगठनों की महत्वपूर्ण भूमिका को उजागर करता है।

थीम 2025: “नागरिक सुरक्षा, जनसंख्या की सुरक्षा की गारंटी” यह विषय आपदा प्रबंधन रणनीतियों को मजबूत करने, समुदाय की भागीदारी बढ़ाने और जीवन तथा संपत्ति की सुरक्षा के लिए सक्रिय तैयारी की आवश्यकता पर बल देता है। इस दिन सरकारें, संगठन और आपातकालीन प्रतिक्रिया एजेंसियां प्रशिक्षण कार्यक्रम, मॉक ड्रिल और जागरूकता अभियान आयोजित करती हैं, ताकि आम जनता को संकटों से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए शिक्षित किया जा सके।

मुख्य बिंदु

विश्व नागरिक सुरक्षा दिवस का महत्व

  • जागरूकता बढ़ाना – नागरिक सुरक्षा उपायों और जोखिम न्यूनीकरण रणनीतियों पर समुदायों को शिक्षित करना।
  • सार्वजनिक भागीदारी को प्रोत्साहित करना – नागरिक सुरक्षा गतिविधियों में स्वयंसेवकों और आम जनता की भागीदारी को बढ़ावा देना।
  • आपदा प्रतिक्रिया को मजबूत बनाना – बेहतर आपदा प्रबंधन के लिए नीतियों और रणनीतियों को सुदृढ़ करना।
  • अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देना – राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय आपातकालीन प्रतिक्रिया एजेंसियों के बीच समन्वय को मजबूत करना।

विश्व नागरिक सुरक्षा दिवस का इतिहास

  • 1931: अंतर्राष्ट्रीय नागरिक सुरक्षा संगठन (ICDO) की स्थापना वैश्विक सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए हुई।
  • 1972: ICDO ने अपनी संधि को अपनाया, जिससे अंतरराष्ट्रीय नागरिक सुरक्षा प्रयासों को औपचारिक रूप मिला।
  • 1990: ICDO द्वारा विश्व नागरिक सुरक्षा दिवस को आधिकारिक रूप से नामित किया गया और पहली बार इसे मनाया गया।
  • वर्तमान: तब से यह दिन आपदा तैयारी और सुरक्षा उपायों के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए दुनिया भर में मनाया जाता है।

कैसे मनाया जाता है विश्व नागरिक सुरक्षा दिवस?

  • सार्वजनिक जागरूकता अभियान – समुदायों को आपदा की तैयारियों के बारे में शिक्षित करना।
  • मॉक ड्रिल और आपातकालीन प्रशिक्षण – प्राकृतिक आपदाओं से निपटने की तत्परता बढ़ाना।
  • सेमिनार और कार्यशालाएँ – आपदा प्रबंधन में नवीनतम प्रगति पर चर्चा करना।
  • नागरिक सुरक्षा कर्मियों का सम्मान – जनता की सुरक्षा में उनके योगदान को मान्यता देना।
  • जीवनरक्षक तकनीकों का प्रदर्शन – प्राथमिक चिकित्सा, अग्नि सुरक्षा और निकासी प्रक्रियाओं का प्रशिक्षण देना।

आपदा प्रबंधन में नागरिक सुरक्षा की भूमिका

1. अर्ली वार्निंग सिस्टम (प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली)

  • भूकंप, बाढ़ या आतंकवादी गतिविधियों जैसी आपदाओं की पहचान करता है।
  • अधिकारियों और जनता को समय पर चेतावनी जारी करता है।

2. खोज और बचाव अभियान

  • प्रशिक्षित कर्मी आपदा प्रभावित क्षेत्रों में फंसे लोगों को बचाते हैं।
  • हताहतों की संख्या और क्षति को कम करने में मदद करता है।

3. चिकित्सा सहायता और प्राथमिक उपचार

  • घायलों को आपातकालीन चिकित्सा सहायता प्रदान करता है।
  • प्रभावित लोगों के लिए अस्थायी आश्रय और चिकित्सा शिविर स्थापित करता है।

4. सामुदायिक जागरूकता और तैयारी

  • लोगों को आपात स्थिति के दौरान प्रभावी ढंग से प्रतिक्रिया करने के लिए शिक्षित करता है।
  • अग्नि सुरक्षा, भूकंप ड्रिल और निकासी प्रशिक्षण आयोजित करता है।

5. आपदा प्रतिक्रिया एजेंसियों के साथ समन्वय

  • सरकार, पुलिस, अग्निशमन सेवाओं और चिकित्सकों के साथ मिलकर कार्य करता है।
  • आवश्यक आपूर्ति के वितरण और राहत प्रयासों के प्रबंधन में सहायता करता है।

विश्व नागरिक सुरक्षा दिवस न केवल आपदा प्रतिक्रिया प्रणाली को मजबूत करता है बल्कि समुदायों को अधिक सतर्क और जागरूक बनाकर जीवन रक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

श्रेणी विवरण
क्यों चर्चा में? विश्व नागरिक सुरक्षा दिवस 2025
तारीख 1 मार्च 2025
स्थापना द्वारा अंतर्राष्ट्रीय नागरिक सुरक्षा संगठन (ICDO)
प्रथम आयोजन 1990
2025 की थीम “नागरिक सुरक्षा, जनसंख्या की सुरक्षा की गारंटी”
उद्देश्य नागरिक सुरक्षा उपायों के प्रति जागरूकता बढ़ाना और आपदा तैयारी को प्रोत्साहित करना
महत्व आपातकालीन परिस्थितियों से नागरिकों की सुरक्षा में नागरिक सुरक्षा संगठनों की भूमिका को मान्यता देना
कहां मनाया जाता है? विश्व स्तर पर
मुख्य गतिविधियां प्रशिक्षण कार्यक्रम, आपातकालीन ड्रिल, जन जागरूकता अभियान, सामुदायिक सहभागिता गतिविधियां

SAG Awards 2025: टिमोथी बने बेस्ट एक्टर, डेमी मूर ने जीता बेस्ट एक्ट्रेस का अवॉर्ड

लॉस एंजेलिस में 31वें एनुअल स्क्रीन एक्टर्स गिल्ड अवॉर्ड्स 2025 (SAG) का आयोजन धूमधाम से हुआ। इस प्रतिष्ठित अवॉर्ड सेरेमनी में मनोरंजन जगत के कई बड़े सितारों को उनके शानदार कामों के लिए सम्मानित किया गया। टिमोथी चालमेट और डेमी मूर ने बेस्ट एक्टर-बेस्ट एक्ट्रेस का खिताब जीता। यह समारोह फिल्म और टेलीविजन में उत्कृष्ट अभिनय प्रदर्शन का जश्न मनाने के लिए आयोजित किया गया था। इस प्रतिष्ठित कार्यक्रम की मेजबानी क्रिस्टन बेल ने की, और इसे नेटफ्लिक्स पर लाइव स्ट्रीम किया गया। इस अवसर पर वर्ष भर के बेहतरीन कलाकारों और एन्सेम्बल को उनके शानदार कार्य के लिए सम्मानित किया गया।

SAG अवॉर्ड्स 2025 की प्रमुख झलकियां

मुख्य आकर्षण:
इस शाम का सबसे बड़ा आकर्षण प्रसिद्ध अभिनेत्री जेन फोंडा को उनके बेहतरीन करियर और मानवतावादी प्रयासों के लिए SAG लाइफ अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया जाना रहा। अपने प्रेरणादायक भाषण में, उन्होंने मनोरंजन उद्योग में सहानुभूति (एम्पैथी) और यूनियनों (संघों) के महत्व पर जोर दिया।

महत्व:
SAG अवॉर्ड्स की खासियत यह है कि इनका चयन साथी कलाकारों द्वारा किया जाता है। ये अवॉर्ड्स अकसर ऑस्कर विजेताओं के पूर्व संकेतक (precursor) माने जाते हैं, जिससे संभावित एकेडमी अवॉर्ड विजेताओं का अनुमान लगाया जा सकता है। 2025 के SAG अवॉर्ड्स में भावनात्मक क्षणों, अप्रत्याशित जीत और उल्लेखनीय प्रदर्शन की भरमार रही।

सर्वश्रेष्ठ फिल्म पुरस्कार विजेता:

  • सर्वश्रेष्ठ कास्ट इन ए मोशन पिक्चर: Conclave (चौंकाने वाली जीत)
  • सर्वश्रेष्ठ पुरुष अभिनेता (मुख्य भूमिका): टिमोथी चालमेट (A Complete Unknown, बॉब डिलन के रूप में)
  • सर्वश्रेष्ठ महिला अभिनेत्री (मुख्य भूमिका): डेमी मूर (The Substance, एलिसाबेथ के रूप में)
  • सर्वश्रेष्ठ पुरुष अभिनेता (सहायक भूमिका): कीरन कल्किन (A Real Pain, बेंजी कपलान के रूप में)
  • सर्वश्रेष्ठ महिला अभिनेत्री (सहायक भूमिका): ज़ो सलदाना (Emilia Pérez, रीटा के रूप में)
  • सर्वश्रेष्ठ स्टंट एन्सेम्बल (मोशन पिक्चर): The Fall Guy

सर्वश्रेष्ठ टेलीविजन पुरस्कार विजेता:

  • सर्वश्रेष्ठ ड्रामा सीरीज़ एन्सेम्बल: Shōgun
  • सर्वश्रेष्ठ कॉमेडी सीरीज़ एन्सेम्बल: Only Murders in the Building
  • सर्वश्रेष्ठ पुरुष अभिनेता (ड्रामा सीरीज़): हीरोयुकी सानादा (Shōgun, योशि तोरानागा के रूप में)
  • सर्वश्रेष्ठ महिला अभिनेत्री (ड्रामा सीरीज़): अन्ना सावाई (Shōgun, तोदा मारिको के रूप में)
  • सर्वश्रेष्ठ पुरुष अभिनेता (कॉमेडी सीरीज़): मार्टिन शॉर्ट (Only Murders in the Building, ओलिवर पुटनम के रूप में)
  • सर्वश्रेष्ठ महिला अभिनेत्री (कॉमेडी सीरीज़): जीन स्मार्ट (Hacks, डेबराह वांस के रूप में)
  • सर्वश्रेष्ठ पुरुष अभिनेता (टीवी मूवी/लिमिटेड सीरीज़): कॉलिन फैरेल (The Penguin, ओज़ कॉब के रूप में)
  • सर्वश्रेष्ठ महिला अभिनेत्री (टीवी मूवी/लिमिटेड सीरीज़): जेसिका गनिंग (Baby Reindeer, मार्था के रूप में)
  • सर्वश्रेष्ठ स्टंट एन्सेम्बल (टीवी सीरीज़): The Fall Guy

भारत ने नौसेना एंटी-शिप मिसाइल का सफल परीक्षण किया

भारत ने ओडिशा के तट से चांदीपुर में पहली स्वदेशी नेवल एंटी-शिप मिसाइल (NASM-SR) का सफल परीक्षण किया। यह मिसाइल भारतीय नौसेना के सी किंग हेलीकॉप्टर से दागी गई और अपने लक्ष्य पर सटीक प्रहार करने में सफल रही। यह परीक्षण भारत की नौसैनिक युद्ध क्षमता में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ।

चांदीपुर में सफल मिसाइल परीक्षण

यह परीक्षण रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) और भारतीय नौसेना के संयुक्त प्रयास से चांदीपुर स्थित इंटीग्रेटेड टेस्ट रेंज (ITR) में किया गया। रक्षा मंत्रालय के अनुसार, यह मिसाइल समुद्र की सतह के बेहद नजदीक सी-स्किमिंग मोड में उड़ान भरते हुए अधिकतम दूरी पर स्थित अपने लक्ष्य (एक छोटे जहाज) को भेदने में सफल रही। यह परीक्षण नौसैनिक मिसाइल तकनीक में भारत की प्रगति को दर्शाता है।

नेवल एंटी-शिप मिसाइल (NASM-SR) की मुख्य विशेषताएं

NASM-SR पूरी तरह से स्वदेशी रूप से विकसित मिसाइल प्रणाली है, जो दुश्मन के युद्धपोतों को निशाना बनाने के लिए बनाई गई है। इसकी प्रमुख विशेषताएं निम्नलिखित हैं:

  • मैन-इन-लूप फीचर: यह मिसाइल उड़ान के दौरान री-टारगेटिंग की क्षमता रखती है और पायलट को लाइव इमेज भेजती है।
  • सी-स्किमिंग मोड: यह समुद्र की सतह के बहुत करीब उड़ान भरती है, जिससे दुश्मन के रडार की पकड़ में आने से बचती है।
  • इमेजिंग इंफ्रारेड सीकर: यह तकनीक लक्ष्य को सटीक पहचानने और अंतिम चरण में दिशा निर्देशित करने में सहायक होती है।
  • हाई-बैंडविड्थ टू-वे डेटा लिंक: यह पायलट और मिसाइल के बीच रियल-टाइम संचार स्थापित करता है।

विकास एवं सहयोग

NASM-SR मिसाइल को DRDO की विभिन्न प्रयोगशालाओं द्वारा संयुक्त रूप से विकसित किया गया है:

  • रिसर्च सेंटर इमारत (RCI): मिसाइल के मार्गदर्शन और नियंत्रण प्रणाली पर कार्य किया।
  • डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट लेबोरेटरी (DRDL): मिसाइल के प्रणोदन और वायुगतिकी पर शोध किया।
  • हाई एनर्जी मैटेरियल्स रिसर्च लेबोरेटरी (HEMRL): वारहेड और विस्फोटक सामग्री विकसित की।
  • टर्मिनल बैलिस्टिक्स रिसर्च लेबोरेटरी (TBRL): प्रभाव विश्लेषण और लक्ष्य पर क्षति मूल्यांकन किया।

यह सहयोग स्वदेशी रक्षा प्रौद्योगिकी के विकास और विदेशी हथियारों पर निर्भरता कम करने की दिशा में भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

NASM-SR का रणनीतिक महत्व

इस मिसाइल के सफल परीक्षण से भारत की समुद्री रक्षा क्षमताओं को मजबूती मिलेगी। इसे भारतीय नौसेना के हेलीकॉप्टरों और युद्धपोतों पर तैनात किया जाएगा, जिससे दुश्मन के समुद्री ठिकानों को नष्ट करने की भारत की क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि होगी। इसकी सटीक प्रहार क्षमता भारतीय नौसेना की समुद्री युद्ध परिदृश्यों में आक्रामक शक्ति को और मजबूत बनाएगी।

श्रेणी विवरण
क्यों चर्चा में? भारत ने स्वदेशी रूप से विकसित नेवल एंटी-शिप मिसाइल (NASM-SR) का सफल परीक्षण किया, जिसे भारतीय नौसेना के सी किंग हेलीकॉप्टर से चांदीपुर, ओडिशा में दागा गया।
परीक्षण कहाँ किया गया? इंटीग्रेटेड टेस्ट रेंज (ITR), चांदीपुर, ओडिशा में DRDO और भारतीय नौसेना के सहयोग से परीक्षण किया गया।
लक्ष्य और प्रदर्शन मिसाइल ने समुद्र की सतह के नजदीक (सी-स्किमिंग मोड) में उड़ान भरते हुए अधिकतम दूरी पर स्थित एक छोटे जहाज को सटीक रूप से भेदा।
मुख्य विशेषताएँ मैन-इन-लूप फीचर: लाइव इमेज ट्रांसमिशन के माध्यम से उड़ान के दौरान पुनः लक्ष्य साधने की क्षमता।
सी-स्किमिंग मोड: कम ऊंचाई पर उड़ान भरकर रडार की पकड़ से बचने की रणनीति।
स्वदेशी इमेजिंग इंफ्रारेड सीकर: सटीक लक्ष्य निर्धारण की सुविधा।
हाई-बैंडविड्थ टू-वे डाटा लिंक: पायलट और मिसाइल के बीच वास्तविक समय में संचार सुनिश्चित करता है।
विकास एवं सहयोग इसे DRDO की विभिन्न प्रयोगशालाओं ने विकसित किया:
रिसर्च सेंटर इमारत (RCI): मार्गदर्शन और नियंत्रण प्रणाली।
डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट लेबोरेटरी (DRDL): प्रणोदन और वायुगतिकी।
हाई एनर्जी मैटेरियल्स रिसर्च लेबोरेटरी (HEMRL): वारहेड और विस्फोटक प्रणाली।
टर्मिनल बैलिस्टिक्स रिसर्च लेबोरेटरी (TBRL): प्रभाव विश्लेषण और क्षति मूल्यांकन।
रणनीतिक महत्व – भारत की समुद्री रक्षा क्षमताओं को मजबूत करता है।
– भारतीय नौसेना को दुश्मन के युद्धपोतों को नष्ट करने की अधिक शक्ति प्रदान करता है।
स्वदेशी रक्षा तकनीक को बढ़ावा देकर विदेशी हथियारों पर निर्भरता कम करता है।
भविष्य में तैनाती इसे भारतीय नौसेना के हेलीकॉप्टरों और युद्धपोतों पर तैनात किया जाएगा, जिससे समुद्री युद्ध रणनीति को और अधिक सशक्त बनाया जा सकेगा।

Bharat Calling Conference 2025: विकसित भारत 2047 के लिए एक दृष्टिकोण

भारत के आर्थिक भविष्य को आकार देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल ने मुंबई में आईएमसी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा आयोजित ‘भारत कॉलिंग कॉन्फ्रेंस 2025’ का उद्घाटन किया। ‘विकसित भारत 2047 की राह: सबके लिए समृद्धि का मार्ग’ थीम पर आधारित इस सम्मेलन का उद्देश्य भारत की वैश्विक आर्थिक विकास में प्रमुख भूमिका को रेखांकित करना और इसे एक प्रमुख निवेश गंतव्य के रूप में स्थापित करना है। मजबूत अर्थव्यवस्था, विशाल उपभोक्ता बाजार और व्यापार-अनुकूल सरकारी नीतियों के साथ, भारत विभिन्न क्षेत्रों में निवेश आकर्षित करने के लिए तैयार है।

वैश्विक आर्थिक विकास में भारत की स्थिति

अपने मुख्य भाषण के दौरान, श्री पीयूष गोयल ने निर्माण, कौशल विकास और नवाचार में भारत के अपार अवसरों पर जोर दिया। उन्होंने ‘मेक इन इंडिया, डिजिटल इंडिया, स्टार्टअप इंडिया, स्वच्छ भारत और आत्मनिर्भर भारत’ जैसी सरकारी पहलों को रेखांकित किया, जिन्होंने देश की आर्थिक नींव को मजबूत किया है। ये प्रयास भारत को आत्मनिर्भरता और वैश्विक व्यापार भागीदारी की दिशा में आगे बढ़ा रहे हैं, जिससे ‘अमृत काल’ के विजन को साकार किया जा सके।

विकसित भारत 2047 के लिए पांच प्रमुख कारक

गोयल ने भारत को 2047 तक एक पूर्ण विकसित राष्ट्र बनाने के लिए पांच प्रमुख कारकों पर जोर दिया:

  • गुणवत्ता प्रबंधन और छोटे व्यवसायों को सहायता
  • व्यापार और वाणिज्य में स्थिरता
  • समावेशी विकास
  • कौशल विकास
  • प्रतिस्पर्धात्मकता और दक्षता

ये पहलें आर्थिक समृद्धि, सामाजिक समानता और तकनीकी प्रगति को सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।

गुणवत्ता क्रांति: भारतीय उद्योगों के लिए एक गेम-चेंजर

गोयल ने गुणवत्ता क्रांति की आवश्यकता को रेखांकित किया और कहा कि गुणवत्ता की अनदेखी के कारण कई उद्योगों को नुकसान हुआ है। सरकार ने 700 से अधिक गुणवत्ता नियंत्रण आदेश लागू किए हैं, जिससे उच्च गुणवत्ता मानकों को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने उद्योग मंडलों से अपील की कि वे गुणवत्ता मानकों का पालन सुनिश्चित करने में सक्रिय भूमिका निभाएं। इसके अलावा, बड़े व्यवसायों को छोटे और मध्यम उद्यमों (SMEs) को बेहतर निर्माण प्रक्रियाओं और गुणवत्ता नियंत्रण उपायों को अपनाने में मार्गदर्शन करने के लिए प्रोत्साहित किया।

स्थिरता: भविष्य के विकास का अभिन्न अंग

भारत में स्थिरता हमेशा से सामाजिक संरचना का हिस्सा रही है, लेकिन इसे आधुनिक व्यापार और वाणिज्य में एक चुनौती के रूप में देखा जा रहा है। श्री गोयल ने कहा कि ऊर्जा दक्षता और पर्यावरण-अनुकूल उत्पादन प्रक्रियाओं को अपनाना आवश्यक है। सरकार की हरित (ग्रीन) पहलें इस दिशा में उद्योगों को सतत विकास को प्राथमिकता देने के लिए प्रोत्साहित कर रही हैं।

समावेशी विकास: आर्थिक समानता की ओर कदम

गोयल ने समावेशी विकास को भारत की समग्र प्रगति के लिए अनिवार्य बताया। उन्होंने कहा कि इंफ्रास्ट्रक्चर विकास और सामुदायिक उत्थान के माध्यम से सरकार नागरिकों के जीवन को आसान बनाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने उद्योगों से अपील की कि वे कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (CSR) पहलों के तहत सामाजिक कल्याण में योगदान दें, जिससे आर्थिक असमानताओं को दूर किया जा सके और एक मजबूत कार्यबल विकसित किया जा सके।

कौशल विकास: भारत की कार्यबल को सशक्त बनाना

रोजगार सृजन और आर्थिक विस्तार के लिए कौशल विकास को अत्यंत महत्वपूर्ण मानते हुए, श्री गोयल ने उत्तर मुंबई में दो नए अत्याधुनिक कौशल विकास केंद्रों की घोषणा की। ये केंद्र उभरते उद्योगों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए विशेष प्रशिक्षण प्रदान करेंगे, जिससे भारत की युवा पीढ़ी को प्रतिस्पर्धी बनाया जा सके।

प्रतिस्पर्धात्मकता और दक्षता: समय की मांग

गोयल ने कहा कि भारतीय उद्योगों को सरकारी प्रोत्साहनों पर निर्भर रहने के बजाय अपनी क्षमताओं को बढ़ाने और नवाचार, दक्षता और अनुसंधान एवं विकास पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है। भारतीय कंपनियों को वैश्विक बाजार में आत्मविश्वास और प्रतिस्पर्धात्मकता के साथ प्रवेश करने के लिए अपने निर्माण और व्यापार प्रक्रियाओं को आधुनिक बनाना होगा।

‘भारत कॉलिंग कॉन्फ्रेंस 2025’ इस दिशा में एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान करता है, जहां उद्योग जगत, नीति निर्माताओं और निवेशकों के बीच संवाद और सहयोग को बढ़ावा दिया जा सके।

पहलू विवरण
क्यों चर्चा में? केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल ने मुंबई में आईएमसी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा आयोजित ‘भारत कॉलिंग कॉन्फ्रेंस 2025’ का उद्घाटन किया।
थीम विकसित भारत 2047 की राह: सबके लिए समृद्धि का मार्ग
उद्देश्य वैश्विक आर्थिक विकास में भारत की प्रमुख भूमिका को उजागर करना और 2047 तक देश को शीर्ष निवेश गंतव्य के रूप में स्थापित करना।
विकसित भारत 2047 के प्रमुख कारक गुणवत्ता प्रबंधन और छोटे व्यवसायों को सहायता
व्यापार और वाणिज्य में स्थिरता
समावेशी विकास
कौशल विकास
प्रतिस्पर्धात्मकता और दक्षता
गुणवत्ता क्रांति – सरकार द्वारा 700 से अधिक गुणवत्ता नियंत्रण आदेश लागू
– लघु एवं मध्यम उद्यमों (SMEs) को उच्च गुणवत्ता मानकों को अपनाने के लिए मार्गदर्शन
स्थिरता – ऊर्जा दक्षता और पर्यावरण-अनुकूल प्रक्रियाओं पर जोर
– उद्योगों में हरित (ग्रीन) पहलों को बढ़ावा
समावेशी विकास – बुनियादी ढांचे के विकास और सामुदायिक उत्थान पर ध्यान केंद्रित
– उद्योगों को कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (CSR) गतिविधियों को बढ़ाने के लिए प्रेरित किया गया
कौशल विकास उत्तर मुंबई में दो नए अत्याधुनिक कौशल विकास केंद्र स्थापित होंगे
– उभरते उद्योगों की आवश्यकताओं के अनुरूप विशेष प्रशिक्षण
प्रतिस्पर्धात्मकता और दक्षता – नवाचार, निर्माण दक्षता और अनुसंधान एवं विकास (R&D) में सुधार पर बल
– सरकार पर निर्भरता कम करने और आत्मनिर्भरता बढ़ाने की अपील
विजन 2047 आर्थिक समृद्धि, सामाजिक समानता और तकनीकी प्रगति के साथ भारत को एक विकसित राष्ट्र (विकसित भारत) बनाना।

यस बैंक एसएंडपी ग्लोबल सस्टेनेबिलिटी रैंकिंग 2025 में शीर्ष पर

यस बैंक ने एसएंडपी ग्लोबल कॉर्पोरेट सस्टेनेबिलिटी असेसमेंट (CSA) 2024 और कार्बन डिस्क्लोजर प्रोजेक्ट (CDP) के अनुसार लगातार तीसरे वर्ष भारत के सबसे उच्च-रेटेड सतत विकास बैंक के रूप में अपनी पहचान बनाई है। बैंक ने 72/100 का CSA स्कोर प्राप्त किया है और यह एसएंडपी ग्लोबल सस्टेनेबिलिटी ईयरबुक 2025 में शामिल होने वाला एकमात्र भारतीय बैंक है, जो वैश्विक स्तर पर शीर्ष 15% बैंकिंग नेताओं को ESG प्रदर्शन के आधार पर मान्यता देता है। इसके अलावा, यस बैंक ने CDP से अपना A- (लीडरशिप बैंड) रेटिंग बरकरार रखी है, जो इसके मजबूत जलवायु जोखिम प्रबंधन और पारदर्शिता को दर्शाता है।

प्रमुख बिंदु

शीर्ष सतत विकास रैंकिंग – यस बैंक लगातार तीसरे वर्ष भारत का सबसे उच्च-रेटेड सतत विकास बैंक बना।

एसएंडपी ग्लोबल सस्टेनेबिलिटी ईयरबुक 2025 – 7,690 बैंकों के मूल्यांकन में से 780 वैश्विक कंपनियों में स्थान, भारत से एकमात्र बैंक।

ESG प्रदर्शन में मजबूती

CSA ने लगभग 1,000 ESG संकेतकों का मूल्यांकन किया, जिनमें शामिल हैं:

  • जलवायु रणनीति
  • वित्तीय समावेशन
  • मानव संसाधन विकास
  • कॉर्पोरेट गवर्नेंस

CDP लीडरशिप रेटिंग

  • A- रेटिंग (लीडरशिप बैंड) बरकरार
  • 17 प्रमुख ESG मापदंडों में से 11 में लीडरशिप स्तर पर रैंकिंग

गवर्नेंस और सतत विकास प्रयास

  • बोर्ड-स्तरीय CSR और ESG समिति द्वारा निगरानी
  • 2030 तक नेट-ज़ीरो उत्सर्जन (स्कोप 1 और स्कोप 2) का लक्ष्य
  • बिजली उत्पादन ऋण के लिए वित्तपोषित उत्सर्जन का खुलासा, वैश्विक डीकार्बोनाइज़ेशन मानकों के अनुरूप

यस बैंक की यह उपलब्धि भारत में स्थायी बैंकिंग और जलवायु-संवेदनशील वित्तीय प्रथाओं को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ‘सशक्त भारत’ हिंदी पत्रिका के पहले संस्करण का अनावरण किया

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आधिकारिक संचार में हिंदी के उपयोग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से रक्षा मंत्रालय (MoD) की द्वि-वार्षिक हिंदी पत्रिका ‘सशक्त भारत’ के प्रथम संस्करण का विमोचन किया। यह कार्यक्रम 27 फरवरी 2025 को नई दिल्ली स्थित साउथ ब्लॉक में आयोजित हुआ। यह पत्रिका रक्षा मंत्रालय के राजभाषा विभाग की पहल है, जिसका उद्देश्य सशस्त्र बलों के सैनिकों की देशभक्ति, शौर्य और बलिदान को उजागर करना तथा सरकारी नीतियों को हिंदी में प्रस्तुत करना है।

‘सशक्त भारत’ की महत्वपूर्ण भूमिका

हिंदी पत्रिका ‘सशक्त भारत’ का प्रकाशन सरकार की प्रशासनिक और आधिकारिक कार्यों में हिंदी को बढ़ावा देने की नीति के अनुरूप है। इस पत्रिका के माध्यम से रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को हिंदी में अपने विचार साझा करने का अवसर मिलेगा। इसके प्रमुख उद्देश्य निम्नलिखित हैं:

  • सशस्त्र बलों के शौर्य व देशभक्ति को कविता और लेखों के माध्यम से प्रदर्शित करना।
  • प्रशासनिक कार्यों में हिंदी के उपयोग को प्रोत्साहित कर इसे एकता की भाषा के रूप में स्थापित करना।
  • रक्षा मंत्रालय के सभी कर्मचारियों को, चाहे वे किसी भी पद पर हों, अपनी राय और अनुभव साझा करने हेतु एक समावेशी मंच प्रदान करना।

विमोचन कार्यक्रम में रक्षा मंत्री का संबोधन

श्री राजनाथ सिंह ने पत्रिका के विमोचन के दौरान रक्षा मंत्रालय के राजभाषा विभाग के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने हिंदी को केवल भाषा ही नहीं, बल्कि भारत की सांस्कृतिक एवं भावनात्मक एकता का प्रतीक बताया। उन्होंने सरकारी कार्यों में हिंदी के अधिकाधिक उपयोग पर बल देते हुए कहा कि भाषा राष्ट्रीय एकता और प्रशासनिक दक्षता को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

रक्षा मंत्री के संबोधन के प्रमुख बिंदु:

  • हिंदी का उपयोग बढ़ाने से प्रशासनिक कार्यों की सुगमता और संप्रेषणीयता में वृद्धि होगी।
  • यह पत्रिका रक्षा मंत्रालय में समावेशिता और भाषायी एकता को बढ़ावा देगी।
  • यह पहल रक्षा एवं प्रशासनिक संचार में हिंदी के उपयोग को प्रोत्साहित करने की सरकार की निरंतर प्रतिबद्धता को दर्शाती है।

‘सशक्त भारत’ के प्रमुख विषय और विशेषताएँ

पत्रिका के प्रथम संस्करण में रक्षा मंत्रालय के विभिन्न स्तरों के अधिकारियों द्वारा लिखित साहित्यिक और विश्लेषणात्मक लेख सम्मिलित किए गए हैं। इसमें निम्नलिखित विषय शामिल हैं:

  • कविताएँ एवं साहित्यिक रचनाएँ: भारतीय सशस्त्र बलों के शौर्य और बलिदान को समर्पित।
  • सरकारी नीतियों पर लेख: रक्षा नीतियों, कल्याणकारी योजनाओं और आधुनिकीकरण प्रयासों पर विस्तृत विश्लेषण।
  • रक्षा मंत्रालय के कर्मचारियों के विचार: राष्ट्रीय सुरक्षा, रक्षा सुधारों और रणनीतिक विषयों पर उनके विचार प्रस्तुत करने का विशेष मंच।

‘सशक्त भारत’ की डिजिटल उपलब्धता

इस पत्रिका को अधिकाधिक लोगों तक पहुँचाने के लिए इसका ई-संस्करण रक्षा मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइट (https://mod.gov.in/) पर उपलब्ध कराया जाएगा। यह पहल ‘डिजिटल इंडिया’ कार्यक्रम के अनुरूप है, जिससे सशस्त्र बलों के कर्मी एवं आम जनता हिंदी में समृद्ध सामग्री का डिजिटल रूप में लाभ उठा सकेंगे।

विमोचन कार्यक्रम में उपस्थित गणमान्य व्यक्ति

इस अवसर पर रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी और विशिष्ट अतिथि उपस्थित थे, जिनमें शामिल हैं:

  • रक्षा राज्य मंत्री श्री संजय सेठ
  • चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान
  • रक्षा सचिव श्री राजेश कुमार सिंह
  • सचिव (रक्षा उत्पादन) श्री संजीव कुमार
  • सचिव (पूर्व सैनिक कल्याण) डॉ. नितेन चंद्र
  • रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव एवं डीआरडीओ अध्यक्ष डॉ. समीर वी. कामत

इन अधिकारियों की उपस्थिति ने इस पहल के महत्व को रेखांकित किया और रक्षा मंत्रालय द्वारा भाषाई समावेशिता एवं सांस्कृतिक गौरव को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता को पुनः सशक्त किया।

श्रेणी विवरण
क्यों चर्चा में? रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 27 फरवरी 2025 को नई दिल्ली स्थित साउथ ब्लॉक में रक्षा मंत्रालय (MoD) की द्वि-वार्षिक हिंदी पत्रिका ‘सशक्त भारत’ के प्रथम संस्करण का विमोचन किया।
उद्देश्य आधिकारिक संचार में हिंदी के उपयोग को बढ़ावा देना, रक्षा मंत्रालय के कर्मचारियों की रचनात्मक अभिव्यक्ति को प्रोत्साहित करना और सशस्त्र बलों के शौर्य एवं देशभक्ति को उजागर करना।
मुख्य विशेषताएँ – पत्रिका में रक्षा मंत्रालय के कर्मियों द्वारा लिखित कविताएँ, लेख और विचार शामिल हैं।
– प्रशासनिक ढांचे में हिंदी को एकता की भाषा के रूप में प्रोत्साहित किया गया है।
– पत्रिका का ई-संस्करण रक्षा मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइट (https://mod.gov.in/) पर उपलब्ध है।
रक्षा मंत्री के विचार – हिंदी राष्ट्रीय एकता और प्रशासनिक दक्षता को मजबूत करती है।
– यह पत्रिका समावेशिता और भाषायी एकता का माध्यम बनेगी।
– सरकारी कार्यों में हिंदी के अधिक उपयोग से सुगमता और पहुंच में वृद्धि होगी।
उपस्थित गणमान्य व्यक्ति रक्षा राज्य मंत्री श्री संजय सेठ, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान, रक्षा सचिव श्री राजेश कुमार सिंह, सचिव (रक्षा उत्पादन) श्री संजीव कुमार, सचिव (पूर्व सैनिक कल्याण) डॉ. नितेन चंद्र, रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव एवं डीआरडीओ अध्यक्ष डॉ. समीर वी. कामत।
महत्व रक्षा मंत्रालय में भाषायी समावेशिता और सांस्कृतिक गौरव को सशक्त बनाना, जिससे अन्य सरकारी संस्थानों के लिए भी एक प्रेरणास्रोत स्थापित हो।

SBI Life ने दोराबाबू दपर्ती को डिप्टी सीईओ नियुक्त किया

एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस कंपनी ने दोराबाबू दपर्ती को अपना डिप्टी मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) नियुक्त किया है। यह नियुक्ति 24 फरवरी 2025 से प्रभावी होगी। नामांकन और पारिश्रमिक समिति की सिफारिश पर यह निर्णय लिया गया, जिससे कंपनी को एक अनुभवी नेतृत्वकर्ता मिलेगा। दपर्ती के पास वित्तीय क्षेत्र में 29 से अधिक वर्षों का अनुभव है और उन्होंने भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) में विभिन्न महत्वपूर्ण नेतृत्वकारी भूमिकाएँ निभाई हैं, जिनमें एसबीआई मालदीव्स के सीईओ का पद भी शामिल है।

प्रमुख बिंदु

नियुक्ति विवरण

  • नियुक्ति स्वीकृति: एसबीआई लाइफ बोर्ड द्वारा दोराबाबू दपर्ती की डिप्टी सीईओ के रूप में नियुक्ति को मंजूरी।
  • प्रभावी तिथि: 24 फरवरी 2025।
  • अनुभव: वित्तीय उद्योग में 29 वर्षों से अधिक का अनुभव।

शैक्षणिक योग्यता

  • विज्ञान में स्नातकोत्तर (M.Sc.)।
  • भारतीय बैंकिंग संस्थान के चार्टर्ड एसोसिएट (CAIIB)।

एसबीआई में करियर

  • 1995 में भारतीय स्टेट बैंक (SBI) में शामिल हुए।
  • विभिन्न प्रबंधकीय और कार्यकारी पदों पर कार्य किया।
  • एसबीआई मालदीव्स के कंट्री हेड और सीईओ (2021-2025)।
  • डिप्टी जनरल मैनेजर और हेड – ओवरसीज प्लानिंग एवं स्ट्रैटेजी, एसबीआई इंटरनेशनल बैंकिंग ग्रुप (कॉर्पोरेट सेंटर, मुंबई)।

एसबीआई लाइफ का व्यवसाय परिचय

  • व्यक्तिगत और समूह बीमा योजनाएँ प्रदान करता है।
  • पार्टिसिपेटिंग, नॉन-पार्टिसिपेटिंग, पेंशन, ग्रुप ग्रेच्युटी, एन्युटी, यूनिट लिंक्ड प्लान (ULIP), स्वास्थ्य और माइक्रोइंश्योरेंस योजनाएँ शामिल।
  • दुर्घटना और विकलांगता लाभ, लेवल टर्म और क्रिटिकल इलनेस कवरेज जैसे राइडर्स उपलब्ध।

वित्तीय प्रदर्शन (Q3 FY25)

  • शुद्ध लाभ में 71.19% की वृद्धि, ₹550.82 करोड़।
  • कुल आय में 52.21% की गिरावट, ₹18,542.16 करोड़।
सारांश/स्थिर जानकारी विवरण
क्यों चर्चा में? एसबीआई लाइफ ने डोराबाबू दपर्ति को डिप्टी सीईओ नियुक्त किया
नई नियुक्ति डोराबाबू दपर्ति, एसबीआई लाइफ के डिप्टी सीईओ
बोर्ड अनुमोदन नामांकन एवं पारिश्रमिक समिति की सिफारिश पर
अनुभव 29+ वर्षों का वित्तीय क्षेत्र में अनुभव
शिक्षा एम.एससी., सीएआईआईबी (भारतीय बैंकिंग संस्थान के चार्टर्ड एसोसिएट)
पिछली भूमिकाएँ सीईओ, एसबीआई मालदीव्स (2021-2025); डिप्टी जीएम, ओवरसीज प्लानिंग एवं स्ट्रैटेजी, एसबीआई
एसबीआई लाइफ व्यवसाय जीवन बीमा, समूह बीमा, एन्युटी, यूनिट लिंक्ड प्लान (ULIP), माइक्रोइंश्योरेंस
वित्तीय प्रदर्शन (Q3 FY25) शुद्ध लाभ 71.19% बढ़कर ₹550.82 करोड़, कुल आय 52.21% घटकर ₹18,542.16 करोड़

Oscar विजेता Gene Hackman का निधन

ऑस्कर विजेता अभिनेता जीन हैकमैन, जो अपनी बहुमुखी अभिनय शैली के लिए प्रसिद्ध थे, 95 वर्ष की आयु में अपनी पत्नी के साथ अपने घर में मृत पाए गए। हैकमैन हॉलीवुड के सबसे सम्मानित और प्रतिष्ठित अभिनेताओं में से एक थे, जिन्होंने अनिच्छुक नायकों से लेकर जटिल खलनायकों तक की भूमिकाएँ निभाईं। उनका करियर कई दशकों तक फैला, जिसमें उन्होंने द फ्रेंच कनेक्शन, अनफॉरगिवेन, सुपरमैन, बोनी एंड क्लाइड और द रॉयल टेनेनबॉम्स जैसी प्रतिष्ठित फिल्मों में काम किया। अपार सफलता के बावजूद, उन्होंने निजी जीवन को प्राथमिकता दी और हॉलीवुड की चकाचौंध से दूर रहे।

जीन हैकमैन के जीवन और करियर की मुख्य झलकियां

प्रारंभिक जीवन और पृष्ठभूमि

  • पूरा नाम: यूजीन एलन हैकमैन
  • जन्म: 30 जनवरी 1930, सैन बर्नार्डिनो, कैलिफोर्निया
  • परवरिश: डैनविल, इलिनॉय
  • पारिवारिक पृष्ठभूमि: उनके पिता एक प्रेसमैन थे, और उनके माता-पिता के संबंध तनावपूर्ण थे।
  • प्रेरणा: फिल्मों में रुचि रखते थे और एरोल फ्लिन तथा जेम्स कैग्नी को आदर्श मानते थे।

स्टारडम की ओर सफर

  • देर से सफलता: 1967 में बोनी एंड क्लाइड से प्रसिद्धि पाई।
  • पहला ऑस्कर: द फ्रेंच कनेक्शन (1971) के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार जीता।
  • दूसरा ऑस्कर: अनफॉरगिवेन (1992) में सहायक अभिनेता की भूमिका के लिए सम्मानित हुए।
  • अद्वितीय अभिनय शैली: जासूस से लेकर खलनायक तक की विविध भूमिकाएँ निभाईं।

प्रतिष्ठित फिल्मी भूमिकाएँ

  • द फ्रेंच कनेक्शन (1971) – NYPD जासूस जिमी “पोपाय” डॉयल की भूमिका निभाई।
  • अनफॉरगिवेन (1992) – भ्रष्ट शहर के शेरिफ लिटिल बिल डैगेट बने।
  • बोनी एंड क्लाइड (1967) – पहली बड़ी सफलता।
  • सुपरमैन (1978) – सुपरमैन के कट्टर दुश्मन लेक्स लूथर की भूमिका निभाई।
  • द कन्वर्सेशन (1974) – वाटरगेट-युग की थ्रिलर में निगरानी विशेषज्ञ बने।
  • हूज़ियर्स (1986) – एक कॉलेज कोच की भूमिका निभाई।
  • द रॉयल टेनेनबॉम्स (2001) – वेस एंडरसन की प्रसिद्ध फिल्म में मुख्य किरदार निभाया।

अभिनय शैली और विरासत

  • खासियत: गहन और बहुआयामी किरदारों को जीवंत करने की क्षमता।
  • शैली: यथार्थवादी अभिनय को प्राथमिकता दी, अतिनाटकीय प्रस्तुतियों से परहेज किया।
  • हॉलीवुड में स्थान: उन्हें “अभिनेताओं का अभिनेता” कहा जाता था, और स्पेंसर ट्रेसी के उत्तराधिकारी के रूप में देखा जाता था।
  • संन्यास: 2000 के दशक के मध्य में फिल्मों से संन्यास लेकर लेखन पर ध्यान केंद्रित किया।

प्रसिद्ध उद्धरण और श्रद्धांजलि

  • फ्रांसिस फोर्ड कोपोला: “एक महान अभिनेता, जिनका काम और जटिलता प्रेरणादायक थी।”
  • अभिनय पर विचार: “अभिनेता आमतौर पर संकोची होते हैं… हम खुद को व्यक्त करने के लिए इस माध्यम को चुनते हैं।”
  • अनफॉरगिवेन पर टिप्पणी: शुरुआत में इस भूमिका को ठुकरा दिया था, लेकिन क्लिंट ईस्टवुड ने उन्हें मनाया।

निजी जीवन और निधन

  • निजी जीवन: हॉलीवुड पार्टियों से दूरी बनाई और प्रचार से बचते रहे।
  • अंतिम वर्ष: फिल्म उद्योग से दूर एक शांत जीवन बिताया।
  • मृत्यु: 95 वर्ष की आयु में अपनी पत्नी के साथ अपने घर में मृत पाए गए।
सारांश/स्थिर विवरण विवरण
क्यों चर्चा में? हॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता जीन हैकमैन का 95 वर्ष की उम्र में निधन
पूरा नाम यूजीन एलन हैकमैन
करियर की शुरुआत 1960 के दशक में
प्रमुख सफलता बोनी एंड क्लाइड (1967)
प्रमुख पुरस्कार 2 अकादमी पुरस्कार (द फ्रेंच कनेक्शन, अनफॉरगिवेन)
प्रसिद्ध भूमिकाएँ द फ्रेंच कनेक्शन, सुपरमैन, अनफॉरगिवेन, द रॉयल टेनेनबॉम्स
अभिनय शैली यथार्थवादी, गहन, बहुमुखी
विरासत हॉलीवुड के सबसे सम्मानित अभिनेताओं में से एक

आधार सुशासन पोर्टल लॉन्च

भारत सरकार द्वारा डिजिटल शासन और सार्वजनिक सेवा की पहुंच को सुलभ बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) ने आधार गुड गवर्नेंस पोर्टल लॉन्च किया है। इस पहल का उद्देश्य आधार प्रमाणीकरण अनुरोधों की अनुमोदन प्रक्रिया को सरल बनाना और सार्वजनिक व निजी क्षेत्र की विभिन्न सेवाओं तक नागरिकों की पहुंच को आसान बनाना है। यह कदम सरकार की आधार को अधिक उपयोगकर्ता-मित्रतापूर्ण बनाने की दृष्टि के अनुरूप है, जिससे नागरिकों के लिए जीवन को सरल बनाने और आवश्यक सेवाओं की उपलब्धता को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।

आधार गुड गवर्नेंस पोर्टल का आधिकारिक शुभारंभ

इस पोर्टल को श्री एस. कृष्णन, सचिव, MeitY द्वारा यूआईडीएआई और एनआईसी के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में लॉन्च किया गया। इस अवसर पर उपस्थित प्रमुख गणमान्य व्यक्तियों में शामिल थे:

  • श्री भुवनेश कुमार, सीईओ, यूआईडीएआई
  • श्री इंदर पाल सिंह सेठी, महानिदेशक, एनआईसी
  • श्री मनीष भारद्वाज, उप महानिदेशक, यूआईडीएआई
  • श्री अमोद कुमार, उप महानिदेशक, यूआईडीएआई
  • MeitY, UIDAI और NIC के वरिष्ठ अधिकारी

यह ऑनलाइन पोर्टल http://swik.meity.gov.in पर उपलब्ध है और इसे आधार (लक्षित वितरण अधिनियम, 2016) के तहत आधार प्रमाणीकरण (गुड गवर्नेंस, सामाजिक कल्याण, नवाचार, ज्ञान) संशोधन नियम, 2025 की अधिसूचना के बाद लागू किया गया है। इस संशोधन का उद्देश्य पारदर्शिता, समावेशिता और निर्णय लेने की प्रक्रिया में दक्षता को बढ़ावा देना है।

डिजिटल शासन में आधार की भूमिका

पिछले एक दशक में, आधार विश्वसनीय डिजिटल आईडी के रूप में उभरा है, जिसे एक अरब से अधिक भारतीयों ने 100 अरब से अधिक बार प्रमाणीकरण के लिए उपयोग किया है। इस नए संशोधन के तहत आधार प्रमाणीकरण का विस्तार नागरिकों के लिए जीवन को आसान बनाएगा और उन्हें नई सेवाओं तक बाधारहित पहुंच प्रदान करेगा।

सार्वजनिक हित सेवाओं के लिए आधार प्रमाणीकरण

संशोधन के तहत सरकारी और निजी संस्थानों को आधार प्रमाणीकरण का उपयोग करने की अनुमति दी गई है ताकि सार्वजनिक हित की सेवाएं प्रभावी रूप से प्रदान की जा सकें। इन सेवाओं में शामिल हैं:

  • नवाचार को सक्षम बनाना
  • ज्ञान का प्रसार करना
  • जीवन को आसान बनाना
  • सेवाओं की निर्बाध पहुंच सुनिश्चित करना

यह पहल सेवा प्रदाताओं और सेवा प्राप्तकर्ताओं दोनों के लिए फायदेमंद होगी और सुरक्षित व विश्वसनीय डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देगी।

किन क्षेत्रों को मिलेगा आधार प्रमाणीकरण का लाभ?

इस संशोधन से नागरिक आधार नंबर के माध्यम से कई क्षेत्रों में सुविधाएं प्राप्त कर सकेंगे, जैसे:

  • पर्यटन और आतिथ्य – होटल में शीघ्र और सुरक्षित चेक-इन
  • स्वास्थ्य सेवा – मरीजों का आसान प्रमाणीकरण और मेडिकल रिकॉर्ड प्रबंधन
  • क्रेडिट रेटिंग ब्यूरो – वित्तीय रिकॉर्ड की सटीकता बढ़ाने में मदद
  • ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म – ग्राहक पहचान सत्यापन
  • शैक्षणिक संस्थान – छात्र नामांकन और परीक्षा पंजीकरण में सरलता
  • एग्रीगेटर सेवा प्रदाता – ग्राहकों के कुशल ऑनबोर्डिंग को सक्षम बनाना

इसके अतिरिक्त, आधार प्रमाणीकरण का उपयोग निम्नलिखित उद्देश्यों के लिए भी किया जा सकता है:

  • कर्मचारी उपस्थिति प्रबंधन
  • ग्राहकों की ई-केवाईसी और ऑनबोर्डिंग प्रक्रिया
  • सुरक्षित लेनदेन और डिजिटल अनुमोदन

आधार गुड गवर्नेंस पोर्टल की विशेषताएं

इस पोर्टल को एक व्यापक डिजिटल संसाधन के रूप में विकसित किया गया है, जिसमें आधार प्रमाणीकरण स्वीकृति प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी बनाने के लिए महत्वपूर्ण सुविधाएं शामिल हैं:
स्टेप-बाय-स्टेप प्रमाणीकरण गाइड – आधार प्रमाणीकरण के लिए आवेदन करने और सिस्टम पर ऑनबोर्डिंग की पूरी प्रक्रिया का विस्तृत एसओपी।
यूजर-फ्रेंडली इंटरफेस – संस्थान आसानी से आवेदन जमा कर सकते हैं और अनुमोदनों की वास्तविक समय में ट्रैकिंग कर सकते हैं।
सूचना भंडार (रिसोर्स रिपॉजिटरी) – इसमें महत्वपूर्ण दस्तावेज़, दिशानिर्देश और एफएक्यू शामिल हैं, जो संस्थाओं को आधार प्रमाणीकरण नियमों के अनुपालन में सहायता करेंगे।
फेस ऑथेंटिकेशन का एकीकरण – यह पोर्टल फेस ऑथेंटिकेशन को ग्राहक-समर्थित अनुप्रयोगों में एकीकृत करने का समर्थन करता है, जिससे कहीं भी, कभी भी प्रमाणीकरण संभव हो सकेगा।

जनसुझाव और नीति निर्माण प्रक्रिया

इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय ने नागरिकों को भागीदारीपूर्ण और पारदर्शी नीति निर्माण में शामिल करने के लिए सार्वजनिक परामर्श आमंत्रित किया था।

संशोधन प्रस्ताव अप्रैल-मई 2023 के दौरान मंत्रालय की वेबसाइट पर सार्वजनिक टिप्पणी के लिए उपलब्ध कराए गए थे।

यह प्रक्रिया नीति निर्माण को अधिक समावेशी और नागरिक-केंद्रित बनाती है।

यह पहल आधार को एक शक्तिशाली डिजिटल गवर्नेंस टूल के रूप में सशक्त करेगी और सार्वजनिक सेवाओं की दक्षता में सुधार लाएगी।

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