रिलायंस इंडस्ट्रीज की खुदरा इकाई रिलायंस रिटेल वेंचर्स की सहायक कंपनी रिलायंस ब्रांड्स लिमिटेड अभिनेत्री आलिया भट्ट के किड्सवियर ब्रांड एड-ए-मम्मा का 300-350 करोड़ रुपये में अधिग्रहण करने के करीब है।
यह समझौता अगले सात से दस दिनों में संपन्न होने की उम्मीद है, और यह बच्चों के कपड़े के बाजार को बदलने के लिए तैयार है।
रिलायंस ब्रांड्स द्वारा एड-ए-मम्मा के अधिग्रहण से न केवल रिटेल पावरहाउस के बच्चों के कपड़ों की पेशकश का विस्तार हुआ है, बल्कि एड-ए-मम्मा के लिए फिजिकल स्टोर्स में अपनी उपस्थिति को मजबूत करने की नई संभावनाएं भी खुली हैं।
रिलायंस ब्रांड्स के बारे में
रिलायंस ब्रांड्स लिमिटेड की स्थापना 2007 में हुई थी। इसका प्राथमिक जोर परिधान, जूते और जीवन शैली उत्पादों पर है। इसने 50 से अधिक अंतरराष्ट्रीय ब्रांडों के साथ गठबंधन किया है और पूरे भारत में 2,000 से अधिक स्टोरों के नेटवर्क का प्रबंधन करता है।
कंपनी ने विभिन्न प्रसिद्ध अंतरराष्ट्रीय ब्रांडों के साथ सफल साझेदारी की है, जो लक्जरी से लेकर अन्य क्षेत्रों में फैली हुई है, जिसमें अरमानी एक्सचेंज, बरबेरी, डीजल, जियोर्जियो अरमानी, केट स्पेड, मार्क्स और स्पेंसर शामिल हैं।
एड-ए-मम्मा
बच्चों के कपड़ों के ब्रांड एड-ए-मम्मा की स्थापना 2020 में हुई थी और बाद में किशोर और मातृत्व वस्त्र लाइनों को शामिल करने के लिए अपनी पेशकश का विस्तार किया।
मिंत्रा, अजियो, फर्स्टक्राई, अमेज़न और टाटा क्लिक जैसे विभिन्न ई-कॉमर्स प्लेटफार्मों पर उपलब्ध होने के अलावा, ब्रांड अपने समर्पित वेबस्टोर और लाइफस्टाइल और शॉपर्स स्टॉप जैसी प्रमुख खुदरा श्रृंखलाओं के माध्यम से भी अपने उत्पादों को बेचता है।
एड-ए-मम्मा एक जागरूक कपड़ों के ब्रांड के रूप में काम करता है, यह सुनिश्चित करता है कि इसके सभी उत्पाद पर्यावरण के अनुकूल हैं।
प्रतियोगी परीक्षाओं की मुख्य बातें
- रिलायंस ब्रांड्स लिमिटेड के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी: दर्शन मेहता