भारत ने 1995 बैच के अनुभवी भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) अधिकारी अनुराग भूषण को स्वीडन साम्राज्य में अगला राजदूत नियुक्त किया है। यह नियुक्ति स्वीडन के साथ कूटनीतिक और आर्थिक संबंधों को मजबूत करने के लिए भारत की रणनीतिक प्रतिबद्धता को दर्शाती है – जो स्वच्छ ऊर्जा, प्रौद्योगिकी और सतत विकास जैसे क्षेत्रों में एक प्रमुख भागीदार है।
समाचार में क्यों?
भारत सरकार के विदेश मंत्रालय (MEA) ने 15 मई 2025 को अनुराग भूषण को स्वीडन में भारत का अगला राजदूत नियुक्त करने की घोषणा की। यह नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब भारत-स्वीडन संबंधों में नवाचार, जलवायु कार्रवाई और व्यापार जैसे क्षेत्रों में उल्लेखनीय वृद्धि हो रही है।
पृष्ठभूमि: भारत-स्वीडन संबंध
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साझा लोकतांत्रिक मूल्यों और पारस्परिक हितों पर आधारित संबंध।
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द्विपक्षीय सहयोग के क्षेत्र: डिजिटल तकनीक, अनुसंधान एवं विकास (R&D), स्वच्छ ऊर्जा, जलवायु परिवर्तन, और सतत विकास।
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LeadIT 2.0: भारत-स्वीडन का संयुक्त मंच, COP28 (दुबई, 2023) में लॉन्च किया गया, जिसका उद्देश्य कम कार्बन औद्योगिक संक्रमण को बढ़ावा देना है।
कूटनीतिक समयरेखा
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2014 से अब तक 11 बार राष्ट्राध्यक्ष स्तर की द्विपक्षीय बैठकें।
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इनमें 8 प्रधानमंत्री स्तर की बातचीत शामिल (जैसे न्यूयॉर्क 2015, स्टॉकहोम 2018, ग्लासगो 2021, दुबई COP28 – 2023)।
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राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने 2015 में स्वीडन का दौरा किया।
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स्वीडन के राजा कार्ल सोलहवें गुस्ताफ ने 2019 में भारत की राजकीय यात्रा की।
अनुराग भूषण के बारे में
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भारतीय विदेश सेवा (IFS) अधिकारी, 1995 बैच।
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वर्तमान में विदेश मंत्रालय में अपर सचिव (Additional Secretary) के पद पर कार्यरत।
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राजनयिक औपचारिकताओं के पूरा होने के बाद वे स्टॉकहोम में अपना कार्यभार संभालेंगे।
रणनीतिक भूमिका और उद्देश्य
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उत्तरी यूरोप में भारत के हितों को बढ़ावा देना।
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व्यापार, नवाचार साझेदारियों, और जलवायु कूटनीति को मजबूत करना।
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स्वच्छ प्रौद्योगिकी और सतत विकास पर संस्थागत सहयोग को प्रोत्साहित करना।
सारांश / स्थैतिक तथ्य | विवरण |
समाचार में क्यों? | अनुराग भूषण स्वीडन में भारत के राजदूत नियुक्त |
नियुक्त व्यक्ति का नाम | अनुराग भूषण |
सेवा | भारतीय विदेश सेवा (IFS), 1995 बैच |
वर्तमान पद | अपर सचिव, विदेश मंत्रालय |
नई भूमिका | स्वीडन साम्राज्य में भारत के राजदूत |
द्विपक्षीय फोकस | व्यापार, नवाचार, जलवायु नेतृत्व, स्वच्छ ऊर्जा |
प्रमुख संयुक्त पहल | LeadIT 2.0 (निम्न-कार्बन औद्योगिक संक्रमण, COP28 2023) |
स्वीडन की राजधानी | स्टॉकहोम |
मुद्रा | स्वीडिश क्रोना (SEK) |
भारत–स्वीडन उच्च स्तरीय संवाद | 2014 से अब तक 11 उच्च स्तरीय बैठकें, जिनमें 8 प्रधानमंत्री स्तर पर |
पिछली प्रमुख यात्राएँ | प्रणब मुखर्जी (2015), राजा कार्ल सोलहवें गुस्ताफ (2019) |