भारत ने अपना 86वाँ शतरंज ग्रैंडमास्टर हासिल कर लिया है, चेन्नई के 19 वर्षीय श्रीहरि एलआर ने यूएई के अल-ऐन में आयोजित एशियाई व्यक्तिगत पुरुष शतरंज चैंपियनशिप में अपना तीसरा और अंतिम ग्रैंडमास्टर नॉर्म हासिल किया। इस उपलब्धि के साथ, भारत एक उभरती हुई शतरंज महाशक्ति के रूप में अपनी स्थिति को और मजबूत कर रहा है।
समाचार में क्यों?
चेन्नई के 19 वर्षीय श्रीहरी एल.आर. ने अल ऐन, यूएई में आयोजित एशियन इंडिविजुअल मेंस चेस चैंपियनशिप में अपना तीसरा और अंतिम ग्रैंडमास्टर नॉर्म पूरा किया। इस उपलब्धि के साथ भारत ने अपना 86वां ग्रैंडमास्टर प्राप्त किया, जो देश की बढ़ती शतरंज शक्ति को दर्शाता है।
पृष्ठभूमि और यात्रा:
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श्रीहरी एल.आर. चेन्नई, तमिलनाडु से हैं।
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वह चेस तुलिर अकादमी में प्रशिक्षित हैं, जहाँ उनके कोच ग्रैंडमास्टर श्यामसुंदर हैं।
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GM नॉर्म्स प्राप्ति का क्रम:
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पहला GM नॉर्म – कतर मास्टर्स 2023
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दूसरा GM नॉर्म – चेन्नई GM ओपन 2024
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तीसरा GM नॉर्म – एशियन इंडिविजुअल चैंपियनशिप 2025 (अल ऐन, यूएई)
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उन्होंने अगस्त 2024 में अनिवार्य 2500 एलो रेटिंग को पार किया।
अल ऐन चैंपियनशिप में प्रदर्शन:
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9 राउंड में 8 ग्रैंडमास्टर्स से मुकाबला किया।
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पहले 8 राउंड में अजेय रहे।
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अभिजीत गुप्ता और प्रणव वी. जैसे GMs को हराया।
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निम्नलिखित शीर्ष ग्रैंडमास्टर्स के खिलाफ ड्रॉ किया:
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एआर सालेह सालेम (यूएई)
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ज़ू ज़ियांगयू (चीन)
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अलेक्सी ग्रेबनेव (FIDE)
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कोचिंग और मार्गदर्शन:
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उनके कोच श्यामसुंदर ने विश्व जूनियर चैंपियन प्रणव वी. को भी प्रशिक्षित किया है।
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श्रीहरी चेस तुलिर अकादमी से ग्रैंडमास्टर बनने वाले दूसरे खिलाड़ी हैं।
महत्त्व:
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भारत में अब कुल 86 ग्रैंडमास्टर्स हैं।
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पहले ग्रैंडमास्टर विश्वनाथन आनंद (1988) से लेकर अब तक भारत ने लंबा सफर तय किया है:
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1988–2013: 25 वर्षों में 35 ग्रैंडमास्टर्स
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2013–2025: केवल 12 वर्षों में 51 ग्रैंडमास्टर्स
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यह वैश्विक शतरंज में भारत के बढ़ते वर्चस्व को दर्शाता है।