फीफा ने आधिकारिक तौर पर कांगो गणराज्य के फुटबॉल महासंघ (FECOFOOT) पर लगाया गया निलंबन हटा लिया है, जिससे तीसरे पक्ष के हस्तक्षेप के आरोपों के कारण तीन महीने से चल रहा गतिरोध समाप्त हो गया है। FECOFOOT और कांगो के खेल मंत्रालय के बीच लंबे समय से चल रहे विवाद के कारण लगाए गए इस प्रतिबंध ने राष्ट्रीय फुटबॉल संचालन को बाधित कर दिया था और महासंघ के मुख्यालय सहित प्रमुख खेल सुविधाओं को बंद कर दिया था।
समाचार में क्यों?
फ़ीफा ने कांगो गणराज्य के फ़ुटबॉल महासंघ (FECOFOOT) पर लगाए गए निलंबन को आधिकारिक रूप से हटा दिया है, जिससे तीसरे पक्ष के हस्तक्षेप के आरोपों के कारण उत्पन्न तीन महीने का गतिरोध समाप्त हो गया। यह निलंबन FECOFOOT और कांगो के खेल मंत्रालय के बीच लंबे समय से चल रहे विवाद के चलते लगाया गया था, जिससे राष्ट्रीय फ़ुटबॉल गतिविधियाँ बाधित हो गई थीं और महासंघ के मुख्यालय सहित कई खेल सुविधाएँ बंद कर दी गई थीं।
पृष्ठभूमि और निलंबन का कारण
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निलंबन तीसरे पक्ष के हस्तक्षेप के कारण लगाया गया था, जिसमें मुख्य रूप से कांगो के खेल मंत्रालय की भूमिका थी।
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इस संघर्ष के चलते राष्ट्रीय फ़ुटबॉल महासंघ के मुख्यालय और कई खेल सुविधाओं को बंद कर दिया गया।
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कांगो के खेल मंत्री ह्यूज न्गुएलोंदेल (Hugues Ngouelondele) ने शुरुआत में हस्तक्षेप से इनकार किया, लेकिन बाद में फ़ीफा से बातचीत शुरू की।
फ़ीफा द्वारा पुनः मान्यता के लिए रखी गई शर्तें
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FECOFOOT को पूर्ण प्रशासनिक नियंत्रण लौटाया जाए।
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सरकार को महासंघ के संचालन में सीधा हस्तक्षेप समाप्त करना होगा।
वर्तमान स्थिति
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15 मई 2025 को फ़ीफा ने पुष्टि की कि सभी शर्तों को पूरा कर लिया गया है।
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निलंबन हटा लिया गया है, जिससे कांगो अब अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल गतिविधियों में पूरी तरह से भाग ले सकेगा।
उद्देश्य और महत्व
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राष्ट्रीय फ़ुटबॉल महासंघों की स्वायत्तता सुनिश्चित करना, जो फ़ीफा की मूलभूत नीति है।
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कांगो में घरेलू फुटबॉल गतिविधियों में सामान्य स्थिति बहाल करना।
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खेल प्रशासन में राजनीतिक हस्तक्षेप के विरोध में फ़ीफा की मजबूत नीति को दोहराना।