ग्राम पंचायतों ने डिजिटल नवाचार के लिए राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस पुरस्कार 2025 जीता

भारत की डिजिटल गवर्नेंस यात्रा में एक ऐतिहासिक पड़ाव पर, ग्राम पंचायतों को पहली बार समर्पित श्रेणी में राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस पुरस्कार (NAeG) 2025 से सम्मानित किया गया। ये पुरस्कार 22 सितंबर 2025 को आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में आयोजित 28वें राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह द्वारा प्रदान किए गए।

इस बार का सम्मेलन “विकसित भारत: सिविल सेवा और डिजिटल परिवर्तन” विषय पर आधारित था और इसमें जमीनी स्तर पर डिजिटल नवाचारों को सम्मानित किया गया। 1.45 लाख से अधिक प्रविष्टियों का बहु-स्तरीय मूल्यांकन किया गया, जिनमें से चयनित ग्राम पंचायतें डिजिटल परिवर्तन, पारदर्शिता और नागरिक-केन्द्रित सुशासन की मिसाल बनीं।

पुरस्कृत ग्राम पंचायतें और उनके नवाचार

स्वर्ण पुरस्कार: रोहिणी ग्राम पंचायत, महाराष्ट्र

  • महाराष्ट्र की पहली पूर्णत: पेपरलेस ई-ऑफिस ग्राम पंचायत बनी।

  • जन्म प्रमाण पत्र, परमिट और कल्याणकारी योजनाओं सहित 1,027 ऑनलाइन सेवाएँ उपलब्ध।

  • सभी परिवारों में 100% डिजिटल साक्षरता हासिल।

  • रियल-टाइम शिकायत निवारण प्रणाली और बल्क एसएमएस सुविधा, जिससे हर परिवार शासन के फैसलों से जुड़ा रहता है।

रजत पुरस्कार: वेस्ट मजलिशपुर ग्राम पंचायत, त्रिपुरा

  • नागरिक चार्टर-आधारित पंचायत के रूप में विकसित।

  • जन्म/मृत्यु/विवाह पंजीकरण, मनरेगा जॉब कार्ड, व्यापार लाइसेंस और संपत्ति रिकॉर्ड की डिजिटल सेवाएँ।

  • सभी आवेदन और सेवा अनुरोधों की डिजिटल ट्रैकिंग, जिससे समयबद्धता और पारदर्शिता सुनिश्चित।

जूरी पुरस्कार: पलसाना ग्राम पंचायत, गुजरात

  • डिजिटल गुजरात और ग्राम सुविधा जैसे पोर्टलों का एकीकरण।

  • क्यूआर/यूपीआई आधारित संपत्ति कर भुगतान और ऑनलाइन शिकायत निवारण व्यवस्था।

  • हर साल 10,000 से अधिक नागरिक डिजिटल सेवाओं का लाभ लेते हैं।

  • टेक्नोलॉजी-आधारित स्थानीय शासन से आसान जीवन का उदाहरण।

जूरी पुरस्कार: सुआकाती ग्राम पंचायत, ओडिशा

  • OdishaOne और Seva Odisha प्लेटफॉर्म से 24/7 आवश्यक सेवाओं तक पहुँच

  • सेवा वितरण की रियल-टाइम ट्रैकिंग और पंचायत शासन में महिला नेतृत्व पर बल।

  • डिजिटल पहुँच से समावेशी सुशासन को अंतिम छोर तक मज़बूत किया।

पुरस्कार राशि और मान्यता

  • प्रत्येक पंचायत को ट्रॉफी, प्रमाणपत्र और वित्तीय अनुदान प्रदान किया गया।

  • स्वर्ण पुरस्कार – ₹10 लाख

  • रजत पुरस्कार – ₹5 लाख

  • राशि का उपयोग नागरिक-केन्द्रित नवाचारों में पुनर्निवेश हेतु किया जाएगा।

ग्राम स्तर पर डिजिटल शासन का नया युग

DARPG (प्रशासनिक सुधार एवं लोक शिकायत विभाग) और पंचायती राज मंत्रालय (MoPR) द्वारा शुरू की गई इस पहली बार की मान्यता का अर्थ है कि शासन सुधार अब केवल उच्चस्तरीय नौकरशाही तक सीमित नहीं है, बल्कि ग्राम स्तर पर भी स्थापित हो चुके हैं।

सफलता की झलकियाँ:

  • डिजिटल समावेशन: दूरस्थ गाँवों तक सरकारी सेवाएँ पहुँचना।

  • पारदर्शिता और जवाबदेही: रियल-टाइम मॉनिटरिंग, पेपरलेस संचालन, डिजिटल चार्टर।

  • आसान जीवन: नागरिकों को अब प्रमाण पत्र/सेवाओं के लिए यात्रा या लंबा इंतजार नहीं करना पड़ता, अधिकांश सेवाएँ ऑनलाइन या मोबाइल से उपलब्ध।

  • महिला सशक्तिकरण: कई पंचायतों में महिला नेतृत्व से शासन अधिक समावेशी।

स्थिर तथ्य 

  • NAeG (National Awards for e-Governance): यह वार्षिक पुरस्कार DARPG द्वारा ई-गवर्नेंस में उत्कृष्टता के लिए प्रदान किए जाते हैं।

  • 2025 में पहली बार ग्राम पंचायतों और जमीनी डिजिटल नवाचार को समर्पित श्रेणी जोड़ी गई।

  • 1.45 लाख से अधिक प्रविष्टियाँ मूल्यांकन के लिए प्राप्त हुईं।

  • सरपंच: ग्राम पंचायत का निर्वाचित मुखिया।

PM मोदी ने अरुणाचल प्रदेश में 5,100 करोड़ रुपये की बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का शुभारंभ किया

पूर्वोत्तर में क्षेत्रीय विकास और स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 सितंबर 2025 को अरुणाचल प्रदेश में 5,100 करोड़ रुपये से अधिक की अवसंरचना परियोजनाओं का शुभारंभ किया। ईटानगर स्थित इंदिरा गांधी पार्क से संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने दोहराया कि केंद्र सरकार पूर्वोत्तर को संपर्क, ऊर्जा और आर्थिक परिवर्तन का केंद्र बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।

इन परियोजनाओं में प्रमुख जलविद्युत उपक्रम, सड़क निर्माण, स्वास्थ्य और अग्निशमन सुरक्षा सुविधाओं का उन्नयन तथा तवांग में एक कन्वेंशन सेंटर शामिल है। इससे अरुणाचल प्रदेश भारत की विकास यात्रा, खासकर स्वच्छ ऊर्जा क्षेत्र में, अहम भूमिका निभाएगा।

प्रमुख परियोजनाएँ

1. शि योमी जिले में जलविद्युत विकास

  • प्रधानमंत्री मोदी ने शि योमी जिले में दो बड़े जलविद्युत परियोजनाओं की आधारशिला रखी।

  • इनसे राज्य की बिजली उत्पादन क्षमता बढ़ेगी।

  • हज़ारों रोजगार अवसर पैदा होंगे।

  • भारत के 2030 तक 500 गीगावॉट गैर-पारंपरिक ऊर्जा लक्ष्य को समर्थन मिलेगा।

  • जलविद्युत क्षमता से भरपूर अरुणाचल प्रदेश, भारत की स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन यात्रा में मुख्य भागीदार बनेगा।

2. बहु-क्षेत्रीय अवसंरचना (₹1,290 करोड़)

  • सड़क संपर्क: दूरस्थ जिलों और सीमा क्षेत्रों से कनेक्टिविटी में सुधार।

  • स्वास्थ्य सेवाएँ: पिछड़े क्षेत्रों में चिकित्सा सुविधाओं को मजबूत करना।

  • अग्नि सुरक्षा परियोजनाएँ: आधुनिक दमकल और आपदा प्रतिक्रिया इकाइयाँ स्थापित करना।

  • तवांग कन्वेंशन सेंटर: पर्यटन, सांस्कृतिक आदान-प्रदान और क्षेत्रीय आयोजनों को प्रोत्साहन।

मुख्य बातें

  • प्रधानमंत्री मोदी ने 22 सितंबर 2025 को अरुणाचल प्रदेश में ₹5,100 करोड़ की परियोजनाएँ लॉन्च कीं।

  • जलविद्युत, सड़क, स्वास्थ्य, अग्नि सुरक्षा और तवांग कन्वेंशन सेंटर शामिल।

  • भारत के 2030 तक 500 गीगावॉट नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्य से मेल।

  • अगली पीढ़ी का जीएसटी सुधार: कर स्लैब घटाकर केवल 5% और 18% कर दरे, जिससे घरेलू खर्च आसान होंगे।

आनंदकुमार वेलकुमार ने विश्व स्पीड स्केटिंग चैंपियनशिप 2025 में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचा

भारत के 22 वर्षीय स्केटर आनंदकुमार वेलकुमार ने चीन में आयोजित 2025 विश्व स्पीड स्केटिंग चैंपियनशिप में इतिहास रच दिया। उन्होंने पुरुषों की 42 किमी मैराथन में स्वर्ण पदक जीतकर भारत को स्पीड स्केटिंग में पहला विश्व चैम्पियनशिप खिताब दिलाया।

आनंदकुमार वेलकुमार का पदक प्रदर्शन

  • स्वर्ण – 42 किमी मैराथन (ऐतिहासिक जीत)

  • स्वर्ण – 1000 मीटर (रिकॉर्ड समय 1:24.92)

  • कांस्य – 500 मीटर स्प्रिंट

कुल पदक : 2 स्वर्ण + 1 कांस्य

संघर्ष से शिखर तक

  • स्केटिंग का अभ्यास उन्होंने अपने घर के पास बने सीमेंट बैडमिंटन कोर्ट पर शुरू किया।

  • सीमित संसाधनों के बावजूद लगातार 15 वर्षों की मेहनत और लगन ने उन्हें यह मुकाम दिलाया।

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शुरुआती सफलताएँ

  • 2021 – जूनियर विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक (भारत का पहला पदक)।

  • 2025 – विश्व खेलों (World Games) में कांस्य पदक

  • 2025 विश्व चैंपियनशिप – स्वर्णिम ऐतिहासिक सफलता।

उपलब्धि का महत्व

  • वेलकुमार विश्व स्पीड स्केटिंग खिताब जीतने वाले पहले भारतीय बने।

  • यूरोप और पूर्वी एशिया के दबदबे वाले खेल में भारत को वैश्विक मानचित्र पर स्थापित किया।

  • यह उपलब्धि भारत के गैर-पारंपरिक खेलों में बढ़ते सामर्थ्य का प्रतीक है।

मुख्य तथ्य 

  • नाम: आनंदकुमार वेलकुमार

  • आयु: 22 वर्ष

  • खेल: स्पीड स्केटिंग

  • इवेंट: 2025 विश्व स्पीड स्केटिंग चैंपियनशिप, चीन

  • पदक:

    • स्वर्ण – 42 किमी मैराथन

    • स्वर्ण – 1000 मीटर (रिकॉर्ड समय 1:24.92)

    • कांस्य – 500 मीटर स्प्रिंट

भारत की रसद लागत सकल घरेलू उत्पाद का 7.97% अनुमानित

मेक इन इंडिया’ पहल के 10 वर्ष पूरे होने के अवसर पर केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने भारत की पहली व्यापक लॉजिस्टिक्स लागत रिपोर्ट जारी की। इस रिपोर्ट में भारत की लॉजिस्टिक्स लागत को 7.97% जीडीपी पर आधिकारिक रूप से आंका गया है। यह ऐतिहासिक कदम भारत को वैश्विक लॉजिस्टिक्स हब बनाने के लक्ष्य की दिशा में महत्वपूर्ण साबित होगा।

रिपोर्ट की मुख्य विशेषताएँ

  • सटीक अनुमान: भारत की लॉजिस्टिक्स लागत अब आधिकारिक तौर पर 7.97% जीडीपी है। पहले के पुराने अनुमान 13–14% बताए जाते थे।

  • वैज्ञानिक पद्धति: सेकेंडरी डेटा और बड़े पैमाने पर किए गए सर्वे (फर्म स्तर एवं क्षेत्रवार) का हाइब्रिड विश्लेषण

  • फ्रेट मेट्रिक्स: प्रति टन-किलोमीटर लागत और मल्टी-मोडल परफॉर्मेंस इंडिकेटर शामिल।

  • विकास रुझान: आउटपुट की तुलना में लॉजिस्टिक्स लागत की वृद्धि दर घट रही है, जिससे कुशलता (efficiency) में सुधार दिख रहा है।

नीति एवं संस्थागत कदम

  • HS कोड मैपिंग: हर HS कोड को एक नोडल मंत्रालय से जोड़ा गया – बेहतर समन्वय और वैश्विक व्यापार वार्ताओं के लिए।

  • SMILE कार्यक्रम: राज्य और शहर स्तरीय लॉजिस्टिक्स योजनाएँ, ADB के सहयोग से लागू।

  • ULIP एवं NICDC: लॉजिस्टिक्स फ्लो का डिजिटलीकरण और प्रक्रियागत देरी में कमी।

  • GST सुधार: कर ढाँचे के सरलीकरण से सीमा-पार लॉजिस्टिक्स तेज़ और कुशल।

रणनीतिक अवसंरचना एवं निवेश

  • गति शक्ति मास्टर प्लान: भारतमाला, सागरमाला और समर्पित मालवाहक गलियारे (DFC) जैसी परियोजनाएँ।

  • कम टर्नअराउंड टाइम: 2014 से पहले जहाज़ों का टर्नअराउंड टाइम 2 दिन, अब घटकर 1 दिन से कम

  • आगामी परियोजनाएँ: वधावन गहरे समुद्री बंदरगाह और अंतर्देशीय जलमार्ग उन्नयन – सस्ते एवं बड़े पैमाने के परिवहन हेतु।

स्थिर तथ्य 

  • भारत की लॉजिस्टिक्स लागत (आधिकारिक): 7.97% जीडीपी

  • पहले के अनुमान: 13–14%

  • सर्वे वर्ष: वित्त वर्ष 2021–22

  • नीति आधार: राष्ट्रीय लॉजिस्टिक्स नीति (2022)

  • मुख्य प्लेटफ़ॉर्म: ULIP, NICDC, SMILE

ICC महिला क्रिकेट वर्ल्ड कप के आधिकारिक गीत ‘ब्रिंग इट होम’ का अनावरण

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने महिला क्रिकेट विश्व कप 2025 का आधिकारिक गीत जारी किया है, जिसका शीर्षक ‘ब्रिंग इट होम’ रखा गया है। इस एंथम को मशहूर पार्श्वगायिका श्रेया घोषाल ने गाया है। यह गीत महिला क्रिकेट की जुनून, दृढ़ता और एकता की भावना को दर्शाता है और टूर्नामेंट से पहले प्रशंसकों में जोश और उत्साह भरने का संदेश देता है। महिला क्रिकेट विश्व कप का यह 13वाँ संस्करण भारत और श्रीलंका के विभिन्न स्थानों पर 30 सितम्बर से 2 नवम्बर 2025 तक खेला जाएगा, जो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की सबसे प्रतिक्षित प्रतियोगिताओं में से एक है।

गीत: ‘ब्रिंग इट होम’

श्रेया घोषाल द्वारा गाया गया यह एंथम ताल, धुन और भावनाओं का ऊर्जावान मिश्रण है। इसमें “तरिकिटा तरिकिटा तरिकिटा धॉम” जैसे आकर्षक हुक और “धक-धक, वी ब्रिंग इट होम” जैसी धड़कन-प्रेरित बीट्स शामिल हैं, जो क्रिकेट की ऊर्जा और महिला खिलाड़ियों के सपनों का प्रतीक हैं। इसके बोल एकता, संघर्ष और दृढ़ संकल्प का उत्सव मनाते हैं, जैसे पंक्ति – “पत्थर पिघलाना है, एक नया इतिहास बनाना है”, जो महिला क्रिकेटरों की अटूट जिजीविषा को दर्शाता है।

महिला विश्व कप 2025: टूर्नामेंट अवलोकन

  • तिथियाँ: 30 सितम्बर – 2 नवम्बर 2025

  • आयोजक देश: भारत और श्रीलंका

  • स्थान:

    • डी.वाई. पाटिल स्टेडियम, नवी मुंबई

    • एसीए स्टेडियम, गुवाहाटी

    • होल्कर स्टेडियम, इंदौर

    • एसीए-वीडीसीए स्टेडियम, विशाखापट्टनम

    • आर. प्रेमदासा स्टेडियम, कोलंबो (श्रीलंका)

एंथम का महत्व

  • सांस्कृतिक जुड़ाव: भारतीय शास्त्रीय लय (तरिकिटा धॉम) को आधुनिक ऊर्जा से जोड़ता है।

  • वैश्विक एकता: क्रिकेट को राष्ट्रों और समुदायों को जोड़ने वाली शक्ति के रूप में प्रस्तुत करता है।

  • महिला क्रिकेट का प्रचार: महिला क्रिकेट की बढ़ती लोकप्रियता और विरासत को उजागर करता है, साथ ही खेलों में लैंगिक समावेशिता को बढ़ावा देता है।

त्वरित तथ्य

  • गीत का शीर्षक: ब्रिंग इट होम

  • गायिका: श्रेया घोषाल

  • कार्यक्रम: आईसीसी महिला क्रिकेट विश्व कप 2025 का आधिकारिक एंथम

  • लॉन्च तिथि: सितम्बर 2025

  • आईसीसी मुख्यालय: दुबई, यूएई

  • अध्यक्ष: जय शाह

जस्टिस पवनकुमार बजंथरी पटना हाईकोर्ट के 46वें चीफ जस्टिस बने

जस्टिस पवनकुमार भीमप्पा बजंथरी ने रविवार, 21 सितंबर को पटना हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली। वो उच्च न्यायालय के 46वें चीफ जस्टिस बने हैं। पटना स्थित राजभवन में आयोजित एक समारोह में बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने उन्हें शपथ दिलाई। इस अवसर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। अब तक जस्टिस बजंथरी पटना हाई कोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश थे।

न्यायमूर्ति पवनकुमार भीमप्पा बजंथरी के बारे में

  • वरिष्ठ न्यायाधीश, जिनके पास न्यायिक कार्य का व्यापक अनुभव है।

  • मुख्य न्यायाधीश बनने से पहले वे विभिन्न उच्च न्यायालयों में सेवारत रहे।

  • उन्होंने संवैधानिक मुद्दों और न्यायिक सुधारों में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

  • उनका उत्थान, सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम और भारत सरकार द्वारा अनुमोदित न्यायिक पुनर्संरचना का हिस्सा है।

नियुक्ति का महत्व

  • न्यायिक नेतृत्व: पटना उच्च न्यायालय के प्रशासन, मामलों के प्रबंधन और सुधारों का नेतृत्व करेंगे।

  • बिहार न्यायपालिका को मजबूती: लंबित मामलों को निपटाने और न्यायिक बुनियादी ढाँचे को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।

  • न्यायिक स्थानांतरण व पदोन्नति का हिस्सा: हाल ही में कई उच्च न्यायालयों में नए मुख्य न्यायाधीश नियुक्त हुए हैं।

पटना उच्च न्यायालय – संक्षिप्त जानकारी

  • स्थापना: 1 मार्च 1916

  • उद्घाटन: भारत के गवर्नर-जनरल एवं वायसराय लॉर्ड हार्डिंग ने किया।

  • अधिकार क्षेत्र: सम्पूर्ण बिहार राज्य

  • विशेषता: संवैधानिक, आपराधिक और सामाजिक-आर्थिक मामलों पर ऐतिहासिक फैसले देने वाला न्यायालय।

त्वरित तथ्य 

  • घटना: पटना उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश का शपथ ग्रहण समारोह

  • स्थान: राजभवन, पटना

  • नए मुख्य न्यायाधीश: न्यायमूर्ति पवनकुमार भीमप्पा बजंथरी

  • शपथ दिलाई: बिहार के राज्यपाल अरिफ मोहम्मद खान

  • पहले मुख्य न्यायाधीश: जस्टिस एडवर्ड मेनार्ड डेस चैंप्स चामीयर

  • बिहार के राज्यपाल (2025): अरिफ मोहम्मद खान

भारतीय स्केटर अनीश राज ने विश्व चैंपियनशिप 2025 में ऐतिहासिक कांस्य पदक हासिल किया

भारत के जूनियर स्पीड स्केटर आनिश राज ने चीन के बेइदाईहे में आयोजित 73वीं इनलाइन स्पीड वर्ल्ड चैंपियनशिप 2025 में इतिहास रच दिया। उन्होंने जूनियर पुरुष वन-लैप रोड स्प्रिंट में 39.714 सेकंड का समय लेते हुए कांस्य पदक जीता। यह इस श्रेणी में भारत का पहला पदक है, जिसने रोलर स्पोर्ट्स में भारत की उपस्थिति को वैश्विक मानचित्र पर दर्ज कर दिया।

प्रतियोगिता विवरण

  • इवेंट: 73वीं इनलाइन स्पीड वर्ल्ड चैंपियनशिप 2025

  • तिथियाँ: 13–21 सितम्बर 2025

  • स्थान: बेइदाईहे, चीन

  • भागीदारी: 42 देश, जूनियर और सीनियर वर्ग के विश्व के सबसे तेज़ स्केटर्स

  • भारतीय टीम: 19 खिलाड़ी, कई स्पर्धाओं में हिस्सा लेते हुए

आनिश राज का प्रदर्शन

  • स्पर्धा: जूनियर पुरुष वन-लैप रोड स्प्रिंट

  • समय: 39.714 सेकंड

  • परिणाम: कांस्य पदक (इस श्रेणी में भारत का पहला पदक)

पूर्व उपलब्धियाँ

  • स्वर्ण पदक – 20वीं एशियन रोलर-स्केटिंग चैंपियनशिप, दक्षिण कोरिया (14 देशों के खिलाड़ी शामिल)

  • भारतीय राष्ट्रीय टीम में चयन – 2025 की ट्रायल प्रतियोगिताओं में शानदार प्रदर्शन के आधार पर

भारतीय खेलों के लिए महत्व

  • ऐतिहासिक प्रथम: इस श्रेणी में विश्व चैंपियनशिप स्तर पर भारत का पहला पदक।

  • रोलर स्पोर्ट्स को बढ़ावा: यूरोप और पूर्वी एशिया के दबदबे वाले खेल में भारत की बढ़ती उपस्थिति।

  • युवाओं के लिए प्रेरणा: गैर-परंपरागत खेलों में भी उत्कृष्टता हासिल करने का उत्साह।

  • वैश्विक पहचान: क्रिकेट, बैडमिंटन और हॉकी से आगे बढ़कर भारत की खेल क्षमता का विस्तार।

त्वरित तथ्य 

  • प्रतियोगिता: 73वीं इनलाइन स्पीड वर्ल्ड चैंपियनशिप 2025

  • स्थान: बेइदाईहे, चीन

  • तिथियाँ: 13–21 सितम्बर 2025

  • पदक: कांस्य – जूनियर पुरुष वन-लैप रोड स्प्रिंट (39.714 सेकंड)

  • खिलाड़ी: आनिश राज

  • महत्व: इस श्रेणी में भारत का पहला पदक

प्रधानमंत्री मोदी ने समुद्री क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए गुजरात में 34,200 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शुभारंभ किया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के भावनगर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए ‘समुद्र से समृद्धि’ कार्यक्रम के दौरान भारत के समुद्री क्षेत्र और गुजरात के विभिन्न प्रमुख क्षेत्रों में ₹34,200 करोड़ से अधिक के विकास कार्यों की आधारशिला रखी और लोकार्पण किया। उन्होंने ज़ोर देकर कहा – “चिप्स हों या शिप्स, बनना भारत में चाहिए।” इस अवसर पर पीएम मोदी ने बड़े जहाज़ों को आधिकारिक रूप से इंफ्रास्ट्रक्चर का दर्जा दिया, जो भारत के शिपबिल्डिंग इकोसिस्टम को मज़बूत करेगा और विदेशी शिपिंग पर निर्भरता घटाएगा। यह कदम भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनने के लक्ष्य की ओर अग्रसर करेगा।

मुख्य बिंदु

समुद्री क्षेत्र सुधार एवं घोषणाएँ

  • बड़े जहाज़ों को इंफ्रास्ट्रक्चर का दर्जा, वित्तीय सहायता हेतु नए अवसर।

  • “वन नेशन, वन डॉक्यूमेंट” और “वन नेशन, वन पोर्ट प्रोसेस” से व्यापार प्रक्रियाओं का डिजिटलीकरण।

  • ₹70,000 करोड़ निवेश – तीन प्रमुख योजनाओं में सहयोग:

    • शिपबिल्डिंग के लिए वित्तीय सहायता

    • एडवांस्ड टेक्नोलॉजी अपनाना

    • आधुनिक डिज़ाइन और गुणवत्ता उन्नयन

प्रमुख समुद्री परियोजनाएँ

  • मुंबई अंतर्राष्ट्रीय क्रूज़ टर्मिनल

  • नए कंटेनर टर्मिनल – कोलकाता और पारादीप

  • मल्टी-कार्गो टर्मिनल – टुना टेकड़ा

  • अपग्रेडेशन – कामराजार, चेन्नई, कार निकोबार, दीनदयाल पोर्ट्स

  • शिप रिपेयर हब्स – पटना और वाराणसी

गुजरात की प्रमुख परियोजनाएँ

  • ऊर्जा क्षेत्र: सोलर फीडर, एचपीएलएनजी टर्मिनल, एक्रिलिक्स और ऑक्सो अल्कोहल परियोजनाएँ

  • स्वास्थ्य क्षेत्र: भावनगर और जामनगर में अस्पताल विस्तार

  • कनेक्टिविटी: 70 किमी राजमार्ग विस्तार, मालवाहक गलियारे से एकीकरण

  • सतत विकास: सोलराइज्ड गाँव, एलएनजी अवसंरचना, तटीय सुरक्षा कार्य

रणनीतिक और आर्थिक महत्व

  • भारत हर साल विदेशी शिपिंग सेवाओं पर लगभग ₹6 लाख करोड़ खर्च करता है – जो रक्षा बजट के बराबर है।

  • लक्ष्य: 2047 तक वैश्विक समुद्री व्यापार में भारत की हिस्सेदारी तीन गुना करना।

  • शिपबिल्डिंग में ₹1 का निवेश = ₹2 की आर्थिक वापसी

  • हर 100 शिपयार्ड नौकरियों से 600+ अप्रत्यक्ष रोजगार उत्पन्न।

  • गुजरात के बंदरगाह भारत के कुल कार्गो का 40% संभालते हैं।

स्थिर तथ्य 

  • भारत की तटरेखा: लगभग 7,500 किमी

  • वैश्विक समुद्री व्यापार में भारत की हिस्सेदारी: 10%

  • भारतीय नाविक (2014): < 1.25 लाख

  • भारतीय नाविक (2025): > 3 लाख

  • भारतीय जहाज़ों से वर्तमान शिपिंग व्यापार: केवल 5%

  • वधावन पोर्ट परियोजना (महाराष्ट्र) लागत: ₹75,000 करोड़

  • राष्ट्रीय समुद्री धरोहर परिसर (लोथल) लागत: ₹4,500 करोड़

  • समुद्री क्षेत्र की कुल परियोजनाएँ: ₹7,870 करोड़

  • गुजरात में अन्य विकास परियोजनाएँ: ₹26,354 करोड़

स्मृति मंधाना ने तोड़ा विराट कोहली का रिकॉर्ड, बनीं सबसे तेज वनडे सेंचुरी लगाने वाली भारतीय खिलाड़ी

भारतीय क्रिकेट स्टार स्मृति मंधाना ने नया इतिहास रचते हुए वनडे क्रिकेट में किसी भी भारतीय द्वारा सबसे तेज़ शतक जड़ा। 20 सितम्बर 2025 को अरुण जेटली स्टेडियम, नई दिल्ली में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे वनडे में उन्होंने सिर्फ 50 गेंदों पर शतक पूरा किया। इस तरह उन्होंने विराट कोहली का 2013 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बनाए गए 52 गेंदों वाले शतक का रिकॉर्ड तोड़ दिया। अब मंधाना भारत की पुरुष और महिला—दोनों क्रिकेट में सबसे तेज़ ODI सेंचुरी बनाने वाली खिलाड़ी बन गई हैं।

रिकॉर्ड तोड़ पारी

  • मंधाना ने 65 गेंदों पर 125 रन बनाए।

  • उनकी पारी में 17 चौके और 5 छक्के शामिल रहे।

  • उन्होंने शतक एक शानदार मिडविकेट के ऊपर छक्के से पूरा किया।

  • भारत को 413 रनों के लक्ष्य का पीछा करना था, जबकि ऑस्ट्रेलिया ने 412/7 का विशाल स्कोर बनाया था।

  • मंधाना और कप्तान हरमनप्रीत कौर ने तीसरे विकेट के लिए 121 रनों की साझेदारी की, लेकिन त्वरित विकेट गिरने से भारत मैच और सीरीज़ हार गया।

महिला वनडे में सबसे तेज़ शतक (गेंदों के आधार पर)

  • 45 गेंद – मेग लैनिंग बनाम न्यूज़ीलैंड, 2012 (नॉर्थ सिडनी ओवल)

  • 50 गेंद – स्मृति मंधाना बनाम ऑस्ट्रेलिया, 2025 (नई दिल्ली)

  • 57 गेंद – कैरेन रॉल्टन बनाम साउथ अफ्रीका, 2000 (लिंकन)

  • 57 गेंद – बेथ मूनी बनाम भारत, 2025 (नई दिल्ली)

  • 59 गेंद – सोफी डिवाइन बनाम आयरलैंड, 2018 (डबलिन)

  • 60 गेंद – चमारी अटापट्टू बनाम न्यूज़ीलैंड, 2023 (गाले)

मंधाना का शतक महिला वनडे इतिहास का दूसरा सबसे तेज़ शतक है, केवल मेग लैनिंग (45 गेंद) से पीछे।

विराट कोहली का रिकॉर्ड टूटा

  • विराट कोहली का 52 गेंदों का शतक (बनाम ऑस्ट्रेलिया, जयपुर 2013) अब पीछे छूट गया।

  • यह रिकॉर्ड एक दशक से अधिक समय तक उनके नाम था।

  • मंधाना पहले से ही भारत की ओर से महिला वनडे में सबसे तेज़ शतक (70 गेंद बनाम आयरलैंड, 2017 राजकोट) का रिकॉर्ड रखती थीं, अब उन्होंने इसे और 20 गेंदों से सुधार लिया

मैच का संदर्भ: भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया, तीसरा वनडे 2025

  • ऑस्ट्रेलिया की पारी: बेथ मूनी 138 (75 गेंद), टीम स्कोर – 412/7

  • भारत की पारी: स्मृति मंधाना – 125 (65 गेंद), हरमनप्रीत कौर के साथ 121 रन की साझेदारी

  • भारतीय गेंदबाज़ी: दीप्ति शर्मा – 10 ओवर, 68 रन, 1 विकेट (सबसे किफायती)

  • सीरीज़: 1-1 से बराबरी के बाद यह निर्णायक मैच था, जिसे भारत हार गया।

मुख्य तथ्य 

  • 2025 महिला वनडे विश्व कप मेज़बान: भारत (30 सितम्बर से)

  • स्मृति मंधाना: बाएँ हाथ की ओपनर, ICC महिला क्रिकेटर ऑफ द ईयर (2018, 2021)

  • वैश्विक रिकॉर्ड (ODI में सबसे तेज़ शतक): 31 गेंद – एबी डिविलियर्स बनाम वेस्टइंडीज, 2015

  • पिछला भारतीय रिकॉर्ड: विराट कोहली – 52 गेंद बनाम ऑस्ट्रेलिया, 2013 (जयपुर)

  • महिला वनडे में दूसरा सबसे तेज़ शतक (विश्व स्तर पर): स्मृति मंधाना – 50 गेंद, 2025

पीयूष गोयल ने औद्योगिक पार्क रेटिंग प्रणाली 3.0 का शुभारंभ किया

मेक इन इंडिया पहल के 10 वर्ष पूरे होने के अवसर पर केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने 20 सितंबर 2025 को नई दिल्ली में इंडस्ट्रियल पार्क रेटिंग सिस्टम (IPRS) 3.0 लॉन्च किया। इसे उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (DPIIT) ने एशियाई विकास बैंक (ADB) के सहयोग से विकसित किया है। यह तीसरा संस्करण भारत के औद्योगिक पारिस्थितिकी तंत्र को मज़बूत बनाने और वैश्विक निवेश आकर्षित करने के लिए उन्नत मानकों को पेश करता है।

IPRS 3.0 की प्रमुख विशेषताएँ

  • सततता और हरित अवसंरचना (Sustainability & Green Infrastructure): पर्यावरण अनुकूल प्रथाओं पर ज़ोर।

  • लॉजिस्टिक्स और कनेक्टिविटी: आपूर्ति श्रृंखला की दक्षता का आकलन।

  • डिजिटलीकरण: स्मार्ट अवसंरचना और डिजिटल टूल्स का उपयोग।

  • कौशल संबंध (Skill Linkages): औद्योगिक आवश्यकताओं और कार्यबल प्रशिक्षण का समन्वय।

  • किरायेदार प्रतिक्रिया (Tenant Feedback): औद्योगिक इकाइयों से रीयल-टाइम मूल्यांकन।

रेटिंग श्रेणियाँ 

  1. लीडर्स (Leaders): विश्वस्तरीय अवसंरचना और प्रतिस्पर्धा क्षमता वाले पार्क।

  2. चैलेंजर्स (Challengers): मज़बूत प्रदर्शनकर्ता, विस्तार की संभावना के साथ।

  3. अस्पायरर्स (Aspirers): उभरते हुए पार्क जिनमें विकास की क्षमता है।

मेक इन इंडिया के लिए महत्व

  • निवेशक विश्वास: पारदर्शी रेटिंग और विश्वसनीय डेटा से वैश्विक निवेशकों को भरोसा।

  • स्वस्थ प्रतिस्पर्धा: राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को बेहतर अवसंरचना के लिए प्रोत्साहन।

  • रोज़गार सृजन: उन्नत पार्क = अधिक औद्योगिक इकाइयाँ और नए रोज़गार।

  • नीति मार्गदर्शन: सरकार को कमियाँ पहचानने और श्रेष्ठ प्रथाएँ अपनाने में मदद।

  • वैश्विक प्रतिस्पर्धा: भारत को सतत और समावेशी निवेश केंद्र के रूप में स्थापित करना।

NICDC प्रगति 

  • 20 प्लग-एंड-प्ले औद्योगिक पार्क और स्मार्ट शहर विकसित हो रहे हैं।

  • इनमें से: 4 पूर्ण, 4 निर्माणाधीन, शेष बोली प्रक्रिया में।

परीक्षा हेतु स्थिर तथ्य 

  • लॉन्च करने वाले: पीयूष गोयल, केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री

  • तिथि: 20 सितंबर 2025

  • अवसर: मेक इन इंडिया के 10 वर्ष

  • विकासकर्ता: DPIIT, ADB के सहयोग से

  • पायलट चरण: 2018

  • IPRS 2.0: 2021

  • IPRS 3.0 के पैरामीटर:

    • सततता और हरित अवसंरचना

    • लॉजिस्टिक्स व कनेक्टिविटी

    • डिजिटलीकरण

    • कौशल संबंध

    • किरायेदार प्रतिक्रिया

  • श्रेणियाँ: लीडर्स, चैलेंजर्स, अस्पायरर्स

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