चंडीगढ़ में इंटरनेशनल फाइनेंशियल आर्किटेक्चर पर दो दिवसीय सम्मेलन

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चंडीगढ़ में G20 इंटरनेशनल फाइनेंशियल आर्किटेक्चर वर्किंग ग्रुप की 2 दिवसीय मीटिंग खत्म हो गई। इस सम्मेलन में 20 देशों से आए 100 प्रतिनिधियों को चंडीगढ़ की बेहतरीन जगहों पर ठहराया गया। वहीं, दो दिवसीय सम्मेलन में विश्व से जुड़ी ग्लोबल संस्थाओं के साथ-साथ अर्थव्यवस्था से जुड़े हर मुद्दे पर चर्चा भी की जाएगी। जिनमें विशेषतौर पर गरीब देशों की अर्थव्यवस्था, कोरोना काल में बिगड़ी अर्थव्यवस्था, प्रतिनि‌ध‌ित्व कर रहे देशों की मौजूद आर्थिक समस्याओं पर किए जा रहे काम और विश्व की बड़ी संस्थाओं द्वारा उठाए जा रहे कदमों पर विस्तार से चर्चा की जाएगी।

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बता दें कि इंटरनेशनल फाइनेंशियल आर्किटेक्चर को मजबूत करने की दिशा में अहम मीटिंग में यह डेलिगेट्स पहुंचे थे। इस दौरान विभिन्न देशों द्वारा इस दिशा में झेली जा रही चुनौतियों पर भी चर्चा की गई। G20 मेंबर देशों के प्रतिनिधि, आमंत्रित देशों के प्रतिनिधि समेत बुलाई गई अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं के प्रतिनिधि इस दो दिवसीय मीटिंग में शामिल हुए थे।

 

प्रमुख बिंदु

 

  • दो दिवसीय बैठक में जी20 देशों, आमंत्रित देशों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के लगभग 100 प्रतिनिधि भाग लेंगे।
  • केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय पशुपति कुमार पारस बैठक का उद्घाटन करेंगे।
  • बैठक के दौरान विचार-विमर्श वित्त मंत्रालय और भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा संयुक्त रूप से फ्रांस और कोरिया के साथ किया जाएगा जो अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय वास्तुकला कार्य समूह के सह-अध्यक्ष हैं।
  • ‘सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसीज (CBDC): अपॉर्चुनिटीज एंड चैलेंजेज’ शीर्षक से एक G30 साइड इवेंट भी आयोजित किया जाएगा।
  • इस आयोजन का उद्देश्य देशों के अनुभवों को साझा करना और सीबीसीडी के व्यापक-विवेकपूर्ण निहितार्थों की गहरी समझ विकसित करना है।
  • भारत ने 1 दिसंबर 2022 को एक वर्ष के लिए G20 की अध्यक्षता ग्रहण की।
  • G20 दुनिया की प्रमुख विकसित और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं का एक अंतर-सरकारी मंच है।

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Health budget 2023: 2047 तक एनीमिया उन्मूलन का लक्ष्य

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बजट 2023-24 में स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार को लेकर विशेषज्ञों में बड़ी आशा है। बजट पेश करते हुए केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने बड़ी घोषणा करते हुए साल 2047 तक देश को एनीमिया मुक्त करने का लक्ष्य रखा है। वित्तमंत्री ने कहा कि इसके अलावा मुख्य स्थानों पर 157 नए नर्सिंग कॉलेज स्थापित किए जाएंगे।

 

एनीमिया, भारत में वर्षों से गंभीर स्वास्थ्य समस्या कारक स्थिति रही है, महिलाओं में इसका खतरा अधिक देखा जाता रहा है। एक रिपोर्ट के मुताबिक 15-49 आयु वर्ग वालों में देश की 57 प्रतिशत महिलाओं और 25 प्रतिशत पुरुषों को एनीमिया है। 15 साल से कम आयु की 46 फीसदी लड़कियां एनीमिया की शिकार हैं।

 

हेल्थ बजट 2023 की बड़ी घोषणाएं

 

  • वित्तमंत्री निर्मला सीता रमण ने यूनियन बजट के दौरान कहा कि पीएम सुरक्षा के तहत 44 करोड़ लोगों को बीमा योजना का लाभ मिला है। सरकारी योजनाओं का लाभ आमजन तक पहुंचा है। साथ ही मोटे अनाजों को बढ़ावा देगी सरकार।
  • वित्तमंत्री निर्मला सीता रमण ने बताया कि 2014 देश में 157 नर्सिंग कॉलेज बनाए गए।
  • आने वाले सालों में मेडिकल फिल्ड में निजी निवेश को बढ़ावा दिया जाएगा ताकि इसे बेहतर बनाया जा सके।
  • आसीएमआर (ICMR) के लैब और बढ़ाए जाएंगे ताकि आमलोगों तक इसकी सुविधा पहुंच सके।

 

2047 तक एनीमिया उन्मूलन का लक्ष्य

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि 2047 तक सिकल सेल एनीमिया को खत्म करने के लिए मिशन लॉन्च किया जाएगा। बता दें कि भारत में महिलाओं और बच्चों में एनीमिया की बीमारी सबसे ज्यादा पाई जाती है। ये मुख्य रूप से शरीर में रेड ब्लज सेल्स की कमी से होती है। इसके कारण कई बार महिलाएं प्रेगनेंसी के दौरान अपनी जान गवा देती हैं। ऐसे में एनीमिया (Anemia) उन्मूलन का लक्ष्य आने वाले समय में काफी कारगर हो सकता है।

 

फार्मा सेक्टर के लिए नई योजनाएं शुरू होंगी

 

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि फार्मास्यूटिकल्स में शोध के लिए नया कार्यक्रम तैयार किया जाएगा और उद्योग को शोध में निवेश के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। इसके लिए फार्मास्युटिकल उद्योग अनुसंधान एवं विकास निवेश जैसे रिसर्च प्रोजेक्ट को बढ़ावा दिया जाएगा।

 

Budget 2023 पर्यटन को मिशन मोड पर मिलेगा बढ़ावा

 

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि राज्यों की सक्रिय भागीदारी, सरकारी कार्यक्रमों और सार्वजनिक-निजी भागीदारी के साथ मिशन मोड पर पर्यटन को बढ़ावा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि देश घरेलू और विदेशी पर्यटकों के लिए अत्यधिक आकर्षण प्रदान करता है। पर्यटन में दोहन की अपार संभावनाएं हैं।

 

Budget 2023 मजबूत पब्लिक फाइनेंस

 

सीतारमण ने कहा कि अमृत ​​काल के लिए हमारी दृष्टि में मजबूत पब्लिक फाइनेंस और एक मजबूत फाइनेंस सेक्टर के साथ एक टेक्नोलॉजी-संचालित और ज्ञान-आधारित अर्थव्यवस्था शामिल है। सबका साथ, सबका प्रयास के माध्यम से इस जनभागीदारी को प्राप्त करने के लिए आवश्यक है।

 

विश्व आर्थिक व्यवस्था में भारत की बड़ी भूमिका

 

Budget 2023 वित्त मंत्री निर्मला ने कहा कि वैश्विक चुनौतियों के इस समय में भारत की G20 अध्यक्षता हमें विश्व आर्थिक व्यवस्था में भारत की भूमिका को मजबूत करने का एक अनूठा अवसर देती है।

केंद्रीय बजट 2023: टॉप 10 महत्वपूर्ण बातें

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केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट भाषण की शुरुआत करते हुए कहा कि यह अमृतकाल का पहला बजट है। उन्होंने कहा कि दुनिया ने भारतीय अर्थव्यवस्था को एक चमकता सितारा माना है। भारतीय अर्थव्यवस्था दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गई है। भारत आज दुनिया में आज चमक रहा है। इसके पीछे भारत की डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर की अहम भूमिका है। हम प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना से हम देशभर के गरीबों को मुफ्त राशन मुहैया करा रहे हैं।

 

केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज (बुधवार) सुबह 11 बजे लोकसभा में बजट पेश किया। उन्होंने बजट भाषण में कहा कि बजट में 7 प्राथमिकताएं सप्तर्षि की अवधारणा पर आधारित हैं। वित्त मंत्री ने कहा, Budget2023 की 7 प्राथमिकताएं सप्तर्षियों की तरह हमें अमृत काल की ओर मार्गदर्शन प्रदान करेंगी

1. समावेशी विकास
2. अंतिम मील तक पहुंचना
3. बुनियादी ढांचा और निवेश
4. संभावनाओं को उजागर करना
5. हरित वृद्धि
6. युवा शक्ति
7. वित्तीय क्षेत्र

 

कृषि क्षेत्र को गति देने के लिए अलग कोष बनाने की घोषणा

वित्त मंत्री ने कहा कि कृषि क्षेत्र को गति देने के लिए अलग कोष बनाया जाएगा। नई तकनीकी पर जोर होगा। पर्यटन में घरेलू एवं वैश्विक संभावनाएं मौजूद हैं। इसके प्रोत्साहन के लिए मिशन मोड में सार्वजनिक-निजी भागीदारी में काम किया जाएगा। हमने कई टिकाऊ विकास लक्ष्यों की दिशा में उल्लेखनीय प्रगति की है।

 

कृषि से जुड़े स्टार्टअप को दी जाएगी प्राथमिकता

 

वित्त मंत्री ने कहा कि कृषि से जुड़े स्टार्टअप को प्राथमिकता दी जाएगी। युवा उद्यमियों द्वारा कृषि-स्टार्टअप को प्रोत्साहित करने के लिए कृषि त्वरक कोष की स्थापना की जाएगी। पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन पर ध्यान देते हुए कृषि ऋण लक्ष्य को बढ़ाकर 20 लाख करोड़ रुपए किया जाएगा। बच्चों और किशोरों के लिए राष्ट्रीय डिजिटल पुस्तकालय स्थापित किया जाएगा।

2,516 करोड़ रुपए के निवेश से 63,000 प्राथमिक कृषि साख समितियों का कम्प्यूटरीकरण किया जा रहा है। PACS के लिए आदर्श उपनियम तैयार किए जा रहे हैं, राष्ट्रीय डाटाबेस तैयार किया जा रहा है, इसके साथ बड़े पैमाने पर विकेन्द्रीकृत भंडारण क्षमता स्थापित की जाएगी।

 

अन्न योजना के तहत लगभग 2 लाख करोड़ रुपए खर्च करेगी सरकार

 

वित्त मंत्री ने कहा कि सभी अंत्योदय और प्राथमिकता प्राप्त परिवारों को 1 साल तक मुफ्त खाद्यान्न देने के लिए पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत लगभग दो लाख करोड़ रुपए का पूरा खर्च केंद्र सरकार वहन कर रही है।समावेशी विकास की दिशा में 11.4 करोड़ शौचालय बनाए गए हैं। 220 करोड़ कोविड टीके लगाए गए। 47.8 करोड़ जन-धन योजना के तहत बैंक खाते खोले गए। 2.2 लाख करोड़ रुपए का प्रत्यक्ष लाभ अंतरण किया गया।

 

प्रति व्यक्ति आय दोगुनी से अधिक बढ़कर 1.97 लाख रुपए हुई

 

उन्होंने कहा कि 2014 से सरकार के प्रयासों ने सभी नागरिकों के जीवन की बेहतर गुणवत्ता और गरिमापूर्ण जीवन सुनिश्चित किया है। प्रति व्यक्ति आय दोगुनी से अधिक बढ़कर 1.97 लाख रुपये हो गई है।

 

केंद्रीय बजट 2023 की मुख्य विशेषताएं: प्रमुख संख्याएं:

 

FY23 विकास 7% अनुमानित
उच्च मूल्य की बागवानी पर 2200 करोड़ रुपये खर्च करना
कृषि ऋण लक्ष्य को बढ़ाकर 20 लाख करोड़ रुपये किया गया
उच्च मूल्य की बागवानी पर 2200 करोड़ रुपये खर्च करना
FY24 के लिए 10 लाख करोड़ रुपये का प्रस्तावित पूंजीगत व्यय, 33% तक
पीएम आवास परिव्यय को बढ़ाकर 79000 करोड़ रुपये करने की योजना
3 वर्षों में 15000 करोड़ रुपये कमजोर जनजातीय समूह (पीवीटीजी) खर्च करने की योजना है

 

प्रधानमंत्री आवास योजना:

 

प्रधानमंत्री आवास योजना का परिव्यय 66% बढ़ाकर 79,000 करोड़ रुपये किया गया वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) के परिव्यय में 66 प्रतिशत की वृद्धि कर 79,000 करोड़ रुपये करने की घोषणा की।

 

किफायती आवास:

 

भारत ने 2023/24 में किफायती आवास के लिए अपने बजट आवंटन को बढ़ाकर 790 अरब रुपये कर दिया है। वित्त मंत्री का कहना है कि सार्वजनिक पूंजीगत व्यय में वृद्धि निजी निवेश में भीड़ के लिए महत्वपूर्ण है। कहते हैं, भारतीय अर्थव्यवस्था पिछले नौ वर्षों में दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गई है।

 

आय पर टैक्स

 

अब तीन लाख तक की आय पर कोई टैक्स नहीं लगेगा। वहीं 3-6 लाख तक सालाना आय वालों को 5 फीसदी, 6-9 लाख रुपये तक की सालाना आय पर 10 प्रतिशत का टैक्स लगेगा। अब सात लाख रुपये से कम सालाना आय वालों पर कोई टैक्स नहीं लगेगा। यह नई टैक्स रिजीम चुनने वालों को लाभ मिलेगा। 9-12 लाख रुपये सालाना आय वालों को 15 प्रतिशत का टैक्स लगेगा। 12-15 लाख रुपये सालाना आय वालों पर 20 प्रतिशत की दर से टैक्स लगेगा। वहीं 15 लाख से ऊपर सालाना आय वालों को 30 प्रतिशत तक टैक्स देना होगा।

 

केंद्रीय बजट 2023: ग्रामीण फोकस

 

केंद्रीय मंत्री ने घोषणा की कि केंद्र पीएम गरीब कल्याण योजना के तहत सभी प्राथमिकता वाले परिवारों के लिए मुफ्त खाद्यान्न पर 2 लाख करोड़ रुपये खर्च करेगा। केंद्र दिसंबर 2023 तक सभी अंत्योदय और प्राथमिकता वाले परिवारों को मुफ्त खाद्यान्न उपलब्ध कराएगा।

 

केंद्रीय बजट 2023 की मुख्य विशेषताएं: “हरित विकास”:

 

  • हरित हाइड्रोजन, स्वच्छ ऊर्जा भंडारण और संचरण सरकार के “हरित विकास” प्राथमिकता वाले क्षेत्र के प्रमुख संचालक हैं।
  • 4,000 MWh की क्षमता वाली बैटरी ऊर्जा भंडारण प्रणालियों को वायबिलिटी गैप फंडिंग द्वारा समर्थित किया जाएगा।
    पंप्ड स्टोरेज के लिए एक विस्तृत रूपरेखा भी तैयार की जाएगी।
  • लद्दाख से 13 GW अक्षय ऊर्जा की निकासी और ग्रिड एकीकरण के लिए अंतर-राज्यीय पारेषण प्रणाली का निर्माण 8,300 करोड़ रुपये के केंद्रीय समर्थन सहित 20,700 करोड़ रुपये के निवेश से किया जाएगा।
  • पर्यावरण संरक्षण अधिनियम के तहत व्यवहार परिवर्तन को प्रोत्साहित करने के लिए एक ग्रीन क्रेडिट कार्यक्रम अधिसूचित किया जाएगा।

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भारतीय सेना ने उत्तर बंगाल में सैन्य अभ्यास “त्रिशाकरी प्रहार” किया

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21 जनवरी से 31 जनवरी 2023 तक उत्तर बंगाल में एक संयुक्त प्रशिक्षण अभ्यास “अभ्यास त्रिशात्री प्रहार” आयोजित किया गया था। अभ्यास का उद्देश्य एक नेटवर्क, एकीकृत वातावरण में नवीनतम हथियारों और उपकरणों का उपयोग करके सुरक्षा बलों की युद्ध तैयारियों का अभ्यास करना था, जिसमें शामिल थे सेना, भारतीय वायु सेना और सीएपीएफ के सभी हथियार और सेवाएं। अभ्यास का समापन 31 जनवरी 2023 को तीस्ता फील्ड फायरिंग रेंज में एकीकृत अग्नि शक्ति अभ्यास के साथ हुआ।

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अभ्यास के हिस्से के रूप में, पूरे उत्तर बंगाल में विभिन्न स्थानों पर तेजी से लामबंदी और तैनाती के अभ्यास किए गए। नागरिक प्रशासन, नागरिक सुरक्षा संगठनों, पुलिस और सीएपीएफ सहित सभी एजेंसियों के प्रयासों को कुशल चाल और त्वरित लामबंदी सुनिश्चित करने के लिए समन्वित किया गया था।

 

“त्रिशाकरी प्रहार अभ्यास” के बारे में

 

  • अभ्यास ने नवीनतम पीढ़ी के लड़ाकू विमान, हेलीकॉप्टर, टैंक, इन्फैंट्री कॉम्बैट व्हीकल, मीडियम एंड फील्ड आर्टिलरी गन, इन्फैंट्री मोर्टार, और विभिन्न नई पीढ़ी के इन्फैंट्री हथियारों और उपकरणों को एक नेटवर्क वातावरण में शामिल करने के लिए जमीनी और हवाई संपत्ति के संयुक्त उपयोग को प्रदर्शित किया। इस अभ्यास में ‘आत्म निर्भर भारत अभियान’ के हिस्से के रूप में भारत में बने नए शामिल हथियारों और उपकरणों की भागीदारी भी देखी गई।
  • मारक क्षमता अभ्यास की समीक्षा पूर्वी कमान के सेना कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल आरपी कलिता ने की। बीएसएफ, आईटीबीपी, एसएसबी के वरिष्ठ अधिकारी और नागरिक प्रशासन के गणमान्य व्यक्ति भी इस अभ्यास के साक्षी बने। गोलाबारी अभ्यास के समापन पर प्रमुख हथियारों और उपकरणों का प्रदर्शन भी आयोजित किया गया।
  • “अभ्यास त्रिशक्ति प्रहार” के आयोजन ने पूरे उत्तर बंगाल में बलों की त्वरित आवाजाही और रोजगार के लिए विभिन्न एजेंसियों के बीच पूर्वाभ्यास और समन्वय को सक्षम बनाया। इंटीग्रेटेड फायर पावर एक्सरसाइज ने एक नेटवर्क वातावरण में भारतीय वायु सेना की संपत्तियों, एयरबोर्न स्पेशल फोर्सेस और सुरक्षा बलों के समन्वित अनुप्रयोग में भारतीय सशस्त्र बलों की क्षमता का प्रदर्शन किया।

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International Day of Persons with Disabilities 2022: 3 December_90.1

दिल्ली सरकार के स्कूल शिक्षकों के लिए ‘जीवन विद्या शिविर’ का आयोजन

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दिल्ली स्टेट काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (SCERT) ने त्यागराज स्टेडियम में दिल्ली सरकार के स्कूलों के शिक्षकों के लिए 5 दिवसीय ‘जीवन विद्या शिविर’ का आयोजन किया है। 28 जनवरी 2023 से 1 फरवरी 2023 के बीच इस कार्यशाला में दिल्ली सरकार के स्कूलों के लगभग 4,000 शिक्षकों के भाग लेने की उम्मीद है।

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प्रमुख बिंदु

 

  • जीवन विद्या शिविर ए नागराज के सह-अस्तित्व दर्शन पर आधारित एक सह-अस्तित्व कार्यशाला है।
  • यह संपूर्ण जीवन को समझने का प्रस्ताव है और वास्तविकता और मानव अस्तित्व के सभी पहलुओं पर व्यापक स्पष्टता प्रदान करता है।
  • यह जागरूकता और चेतना के विकास के माध्यम से हमारे बहुआयामी द्विभाजन और समस्याओं के समाधान प्रदान करता है। यह मनुष्य को संपूर्ण, सुसंगत और सार्थक जीवन जीने के लिए एक नई दिशा प्रदान करता है।
  • दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने शनिवार को कार्यशाला में भाग लिया और प्रतिभागी शिक्षकों को संबोधित किया।
  • सिसोदिया ने शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान शिक्षा व्यवस्था में कई अच्छे काम हो रहे हैं, लेकिन उसमें अभी भी कई खामियां हैं।
  • उन्होंने कहा कि इन 5 दिवसीय जीवन विद्या शिविर से शिक्षकों को शिक्षा प्रणाली में मौजूद कमियों को खोजने और उन्हें भरने की क्षमता बनाने में मदद मिलेगी।
  • सिसोदिया ने आगे कहा कि शिक्षा प्रणाली ने यह गारंटी देना शुरू कर दिया है कि विभाग बच्चों को उत्कृष्ट पेशेवर बनाएगा लेकिन यह गारंटी नहीं दे सकता कि वे बेहतर इंसान होंगे जो समाज का भला करेंगे।
  • यह शिक्षकों के लिए यह आकलन करने का भी एक अवसर है कि उन्होंने जो शिक्षा प्राप्त की है, उससे उन्हें अच्छा पेशेवर और अच्छा इंसान बनने में कैसे मदद मिली है।
  • यदि शिक्षक ऐसा करने में सक्षम होंगे तो वे बिंदुओं को जोड़ने और छात्रों का बेहतर मार्गदर्शन करने में सफल होंगे। वे अपने छात्रों को बेहतर इंसान बनने में मदद करने में सक्षम होंगे जो तब पूरे दिल से देश और समाज की सेवा करेंगे।

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Assam Grants Industry Status to Its Tourism Sector_70.1

Union Budget 2023: पूंजीगत व्यय को 33% बढ़ाकर 10 लाख करोड़ रुपये किया जाएगा

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केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि केंद्र सरकार फाइनेंशियल ईयर 2023-24 के लिए पूंजीगत व्यय (Capex) को बढाकर 10 लाख करोड़ रुपये (10 Trillion Rupee) करेगी। उन्होंने अपने बजट 2023 के भाषण में कहा कि पीएम आवास योजना के परिव्यय यानी खर्च को भी 66 प्रतिशत बढ़ाकर 79,000 करोड़ रुपये कर दिया जाएगा। सरकार ने कार्यान्वयन के लिए 100 महत्वपूर्ण परिवहन इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं की भी पहचान की है।

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केंद्र सरकार ने कार्यान्वयन के लिए 100 महत्वपूर्ण परिवहन इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं की भी पहचान की है। बता दें, यह कैपेक्स के लिए अब तक का सबसे अधिक खर्च है। FY23 में कैपेक्स परिव्यय 7.5 लाख करोड़ रुपये (7.5 ट्रिलियन रुपये) था। नया परिव्यय सकल घरेलू उत्पाद (GDP) का 3.3 प्रतिशत होगा।

 

केंद्र ने कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए 50 नए एयरपोर्ट का भी प्रस्ताव दिया है। साथ ही, शहरी बुनियादी ढांचे के विकास के लिए 10,000 करोड़ रुपये अलग रखे जाएंगे। इसके अलावा वित्त वर्ष 2023-24 के लिए रेलवे के लिए पूंजी परिव्यय को बढ़ाकर 2.40 लाख करोड़ रुपये कर दिया गया है। सीतारमण ने यह भी कहा कि राज्यों और शहरों को शहरी नियोजन के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। इसके अलावा, सीतारमण ने कहा कि KYC की प्रक्रिया को और सरल बनाया जाएगा। पैन कार्ड का उपयोग सभी सरकारी योजनाओं के लिए एक सामान्य पहचानकर्ता के रूप में किया जाएगा।

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विश्व अंतर्धार्मिक सद्भाव सप्ताह: 1-7 फरवरी

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हर साल फरवरी के पहले हफ्ते में 1 फरवरी से 7 फरवरी तक लोग वर्ल्ड इंटरफेथ हार्मनी वीक (विश्व अंतर्धार्मिक सद्भाव सप्ताह) मनाते हैं। यह विचार संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के एक प्रस्ताव से आया है जो धर्मों के बीच शांति के विश्वव्यापी उत्सव का आह्वान करता है। 2010 में, जॉर्डन के एचएम किंग अब्दुल्ला द्वितीय और एचआरएच प्रिंस गाजी बिन मुहम्मद ने वर्ल्ड इंटरफेथ हार्मोनी वीक की शुरुआत की। सप्ताह भर चलने वाले उत्सव का लक्ष्य लोगों को एक साथ लाना है, चाहे वे किसी भी धर्म का पालन करें। यह इस बात का उत्सव है कि कैसे लोग अलग होते हुए भी एक हो सकते हैं और कैसे उनका विश्वास उन्हें ईश्वर से जोड़ता है।

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विश्व अंतर्धार्मिक सद्भाव सप्ताह का मुख्य लक्ष्य

 

विश्व अंतर्धार्मिक सद्भाव सप्ताह का मुख्य लक्ष्य विभिन्न धर्मों के लोगों के बीच संवाद और समझ को बढ़ावा देना और इस विचार को फैलाना है कि विभिन्न धर्मों के लोग शांति और सद्भाव में एक साथ रह सकते हैं। यह आयोजन इस विचार पर आधारित है कि विभिन्न धर्म शक्ति और समृद्धि का स्रोत हैं, और यह कि विभिन्न धर्मों के लोग एक-दूसरे से सीख सकते हैं और आध्यात्मिक रूप से बढ़ने और खुशी पाने में एक-दूसरे की मदद कर सकते हैं।

 

विश्व अंतर्धार्मिक सद्भाव सप्ताह का इतिहास

 

जॉर्डन के राजा अब्दुल्ला द्वितीय ने 2010 में संयुक्त राष्ट्र में वर्ल्ड इंटरफेथ हार्मनी वीक (WIHW) के विचार के साथ आया था। लक्ष्य शांति और अहिंसा की संस्कृति को बढ़ावा देना था। इसे संयुक्त राष्ट्र महासभा (रिज़ॉल्यूशन ए/आरईएस/65/5) द्वारा शीघ्रता से अनुमोदित किया गया, जिसने प्रत्येक वर्ष फरवरी के पहले सप्ताह को विश्व इंटरफेथ सद्भाव सप्ताह बनाया और सरकारों, संस्थानों और नागरिक समाज से इसे विभिन्न कार्यक्रमों और परियोजनाओं के साथ चिह्नित करने के लिए कहा। जो WIHW लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करेगा।

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Union Budget 2023: जनवरी महीने में 1.56 लाख करोड़ रुपये जीएसटी वसूला गया

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वित्त मंत्रालय ने 31 जनवरी 2023 को जनवरी महीने के जीएसटी कलेक्शन के आंकड़े जारी किए। 31 जनवरी के शाम पांच बजे तक के आंकड़ों के अनुसार 1,55,922 करोड़ रुपये जीएसटी का संग्रह हुआ है। इसमें सीजीएसटी के रूप में 28,963 करोड़ रुपये, एसजीएसटी के रूप में 36,730 करोड़ रुपये और आईजीएसटी के रूप में 79,599 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया गया। आईजीएसटी की राशि में 37,118 करोड़ रुपये वस्तुओं के आयात पर लगने वाले कर के रूप में वसूला गया।

 

वित्त मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, 10630 करोड़ सेस के रूप में वसूले गए। इनमें वस्तुओं के आयात पर अधिभार के रूप में 768 करोड़ रुपये की वसूली की गई है। सरकार के आंकड़ों के अनुसार बीते एक वर्ष में यह जीएसटी कलेक्शन की दूसरी सबसे बड़ी राशि है। इससे पहले अप्रैल 2022 में 1.68 लाख करोड़ रुपये का जीएसटी संग्रह किया गया था।

जनवरी 2023 तक चालू वित्त वर्ष में राजस्व पिछले वर्ष की समान अवधि के जीएसटी राजस्व से 24 प्रतिशत अधिक है। यह तीसरी बार है कि चालू वित्त वर्ष में जीएसटी संग्रह ने 1.50 लाख करोड़ रुपये का आंकड़ा पार किया है। जनवरी 2023 में जीएसटी संग्रह अप्रैल 2022 में दर्ज किए गए 1.68 लाख करोड़ रुपये के सकल राजस्व के बाद दूसरा सबसे अधिक संग्रह है।

 

अक्टूबर-दिसंबर 2022 तिमाही में महीने के अंत तक कुल 2.42 करोड़ जीएसटी रिटर्न दाखिल किए गए, जबकि पिछले साल की समान तिमाही में यह संख्या 2.19 करोड़ थी। मंत्रालय ने कहा कि यह अनुपालन में सुधार के लिए वर्ष के दौरान शुरू किए गए विभिन्न नीतिगत परिवर्तनों के कारण हुआ।

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International Day of Persons with Disabilities 2022: 3 December_90.1

अहमदाबाद में 30वीं राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस का आयोजन

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30वीं राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस 27 जनवरी 2023 को अहमदाबाद के साइंस सिटी में शुरू हुई। गुजरात विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव विजय नाहेरा ने इसका उद्घाटन किया। गुजरात काउंसिल ऑन साइंस एंड टेक्नोलॉजी, गुजरात काउंसिल ऑफ साइंस सिटी, और SAL एजुकेशन इस पांच दिवसीय कांग्रेस की मेजबानी कर रहे हैं, जो 31 जनवरी को समाप्त होगी।

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बाल वैज्ञानिकों, एस्कॉर्ट शिक्षकों, मूल्यांकनकर्ताओं और सरकारी अधिकारियों सहित 1400 से अधिक प्रतिनिधि इसमें भाग लेंगे। देश भर के 850 से अधिक छात्र कांग्रेस में अपनी अनूठी परियोजनाओं का प्रदर्शन करेंगे।

 

राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस

 

  • यह बच्चों की जिज्ञासा जगाता है, उनकी रचनात्मकता को प्रकट करने और उनकी कल्पना को आकार देने का अवसर प्रदान करता है।
  • यह कार्यक्रम नेशनल काउंसिल फॉर साइंस एंड टेक्नोलॉजी कम्युनिकेशन, भारत सरकार द्वारा समर्थित है।
  • चयनित पुरस्कार विजेताओं को हर साल 27 दिसंबर से 31 दिसंबर तक चयनित स्थानों पर आयोजित राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस के लिए प्रायोजित किया जाता है।
  • इसका उद्देश्य सीखने की प्रक्रिया को आसपास के भौतिक और सामाजिक वातावरण से जोड़कर स्कूलों में विज्ञान को पढ़ाने और सीखने के तरीके में बदलाव लाना है।

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यूपी सरकार ने ‘समग्र शिक्षा अभियान’ मिशन शुरू किया

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उत्तर प्रदेश सरकार ने वंचित वर्ग की लड़कियों को सशक्त बनाने के लिए एक अभियान शुरू किया है। समग्र शिक्षा अभियान उत्तर प्रदेश में 746 कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में लड़कियों की सुरक्षा के लिए आरोहिनी पहल प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत काम करेगा।

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प्रमुख बिंदु

 

  • स्कूल शिक्षा महानिदेशक विजय किरण आनंद ने बताया कि तीन चरणों में लागू होने वाले आरोहिनी कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य लैंगिक संवेदीकरण है।
  • पहले चरण में शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा, जो 1 फरवरी 2023 से शुरू होगा।
  • प्रत्येक कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय की दो शिक्षिकाएं प्रशिक्षण प्राप्त करेंगी, जो फिर अपने-अपने विद्यालय की छात्राओं को शिक्षित करेंगी।
  • संस्था शिक्षकों के साथ-साथ वाद-विवाद व अन्य गतिविधियों के माध्यम से भी छात्राओं को तैयार करेगी।

 

आरोहिनी पहल प्रशिक्षण कार्यक्रम के उद्देश्य

 

इस योजना का प्रमुख लक्ष्य लैंगिक संवेदनशीलता है जिसका उद्देश्य शहर में लैंगिक असमानता की चिंताओं को दूर करना है। स्कूल शिक्षा महानिदेशक विजय किरण आनंद द्वारा की गई घोषणा के अनुसार, अभियान को तीन अलग-अलग चरणों में क्रियान्वित किया जाएगा।

 

  • आरोहिनी अभियान का मुख्य उद्देश्य स्कूलों में पढ़ने वाली सभी छात्राओं को स्वतंत्र और आत्मविश्वासी बनाना है।
  • एक आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, वंचित तबके से आने वाली लड़कियों को सक्षम और आत्मनिर्भर बनाया जाएगा।
  • यह प्रशिक्षण कार्यक्रम लड़कियों को उनके विशेष अधिकारों के लिए आवाज उठाने में सक्षम करेगा, जैसा कि भारतीय संविधान में घोषित किया गया है।

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