जीआई-टैग वाली स्थानीय फसल को बढ़ावा देने के लिए मणिपुर ने हथेई मिर्च महोत्सव की मेजबानी की

14वाँ सिराराखोंग हथई मिर्च महोत्सव मणिपुर के उखरूल ज़िले के सिराराखोंग गाँव में धूमधाम से उद्घाटित हुआ। तीन दिवसीय यह उत्सव भौगोलिक संकेत (GI) टैग प्राप्त हथई मिर्च को समर्पित है, जो अपनी अनोखी सुगंध, स्वाद और चमकदार लाल रंग के लिए प्रसिद्ध है।

GI टैग मिलने से हथई मिर्च को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली है और यह मणिपुर की विशिष्ट कृषि पहचान का प्रतीक बन चुकी है।

प्रमुख आकर्षण

  • ध्वजारोहण समारोह

  • मणिपुर की विरासत को दर्शाते सांस्कृतिक कार्यक्रम

  • किसानों के लिए प्रत्यक्ष बाज़ार उपलब्ध कराने हेतु खरीदार-विक्रेता बैठक

  • राष्ट्रीय अभियान ‘एक पेड़ माँ के नाम’ के तहत वृक्षारोपण अभियान

ये गतिविधियाँ सांस्कृतिक गौरव, आर्थिक सशक्तिकरण और पर्यावरण जागरूकता को साथ लेकर चलने का प्रयास हैं।

हथई मिर्च के बारे में

  • उत्पत्ति: सिराराखोंग गाँव, मणिपुर

  • विशेषताएँ: GI-टैग प्राप्त, चमकीला लाल रंग, मध्यम तीखापन, गहरी सुगंध

  • उपयोग: मसाले, अचार और खाद्य प्रसंस्करण में

महोत्सव के उद्देश्य

  • मणिपुर में कृषि-पर्यटन को बढ़ावा देना

  • हथई मिर्च किसानों के लिए बाज़ार से सीधा जुड़ाव स्थापित करना

  • स्थानीय पहचान और जैव विविधता का उत्सव मनाना

  • पर्यावरण संरक्षण को प्रोत्साहित करना

मुख्य बिंदु

  • कार्यक्रम: 14वाँ सिराराखोंग हथई मिर्च महोत्सव

  • स्थान: उखरूल ज़िला, मणिपुर

  • GI-फसल: हथई मिर्च

  • संबंधित अभियान: ‘एक पेड़ माँ के नाम’ वृक्षारोपण

  • केंद्रबिंदु: GI फसल संवर्धन, सांस्कृतिक पर्यटन, किसान-बाज़ार संबंध

मिंत्रा और सौरव गांगुली ने ‘सौरग्य’ एथनिक वियर ब्रांड लॉन्च किया

भारत की फैशन ई-कॉमर्स दिग्गज मिंत्रा ने पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान सौरव गांगुली के साथ साझेदारी कर एक नया प्रीमियम एथनिक वियर ब्रांड ‘सौराग्य’ लॉन्च किया है। यह लॉन्चिंग दुर्गा पूजा से ठीक पहले हुई है, जो भारत के सबसे बड़े सांस्कृतिक और शॉपिंग त्योहारों में से एक है।

यह कदम मिंत्रा की सेलिब्रिटी-नेतृत्व वाले ब्रांड्स के ज़रिए क्षेत्रीय लक्ज़री फैशन में विस्तार की रणनीति का हिस्सा है।

‘सौराग्य’ क्या है?

  • बंगाल की सांस्कृतिक समृद्धि को दर्शाने वाला प्रीमियम एथनिक ब्रांड।

  • पारंपरिक हस्तकला और आधुनिक फैशन को जोड़कर तैयार किया गया।

  • लगभग 100 डिज़ाइनों का कलेक्शन, जिसमें शामिल हैं:

    • शेरवानी, कुर्ते और सेरेमोनियल वियर

    • कांथा कढ़ाई, जामदानी बुनाई और बटिक प्रिंट्स पर आधारित परिधान

    • फ्यूज़न वियर जैसे कुर्ता-धोती सेट, मयूरपंख पैटर्न और गमछा डिज़ाइन

  • यह कलेक्शन दुर्गा पूजा, शादियों और अन्य त्योहारों जैसे अवसरों के लिए उपयुक्त है।

रणनीतिक महत्व

मिंत्रा के लिए:

  • प्रीमियम एथनिक सेगमेंट में हाउस ऑफ ब्रांड्स पोर्टफोलियो का विस्तार।

  • 2028 तक अनुमानित 45 बिलियन डॉलर के ऑनलाइन फैशन बाज़ार में अपनी हिस्सेदारी मजबूत करने का प्रयास।

  • सोर्सिंग और लॉजिस्टिक्स को मैनेज करने वाली सहायक कंपनी मिंत्रा जबोंग इंडिया प्रा. लि. (MJIPL) के माध्यम से B2B होलसेल ऑपरेशंस को बढ़ावा।

गांगुली के लिए:

  • अपनी सांस्कृतिक जड़ों और सार्वजनिक छवि का लाभ उठाकर एक ऐसा लेबल शुरू करना जो विरासत और शालीनता का प्रतीक हो।

  • पूरे भारत के उपभोक्ताओं तक प्रामाणिक बंगाली त्योहार-विशेष परिधान पहुँचाना।

मुख्य बिंदु

  • ब्रांड नाम: सौराग्य

  • साझेदारी: मिंत्रा एवं सौरव गांगुली

  • फ़ोकस: प्रीमियम बंगाली-प्रेरित एथनिक वियर

  • लॉन्च अवसर: दुर्गा पूजा (सितंबर 2025)

  • प्रबंधन: मिंत्रा जबोंग इंडिया प्रा. लि. (MJIPL)

अगस्त में बेरोजगारी दर घटकर 5.1% आई

भारत के रोज़गार बाज़ार ने अगस्त 2025 में उत्साहजनक संकेत दिखाए हैं। सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (MoSPI) द्वारा जारी आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (PLFS) के अनुसार देश की कुल बेरोज़गारी दर घटकर 5.1% पर आ गई है। यह लगातार दूसरा महीना है जब बेरोज़गारी दर में गिरावट दर्ज की गई है — जून में यह 5.6% और जुलाई में 5.2% थी। यह रुझान शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में रोज़गार की मज़बूती को दर्शाता है।

PLFS के प्रमुख निष्कर्ष

  • कुल बेरोज़गारी दर (15+ आयु वर्ग): अगस्त में 5.1% (पिछले तीन महीनों में सबसे कम)।

  • पुरुष बेरोज़गारी: पाँच महीने के निचले स्तर पर 5.0%।

    • शहरी पुरुष बेरोज़गारी: जुलाई 6.6% → अगस्त 5.9%

    • ग्रामीण पुरुष बेरोज़गारी: 4.5% (पाँच महीने का न्यूनतम स्तर)

  • ग्रामीण सुधार: मई के 5.1% से गिरकर अगस्त में 4.3% पर पहुँची।

महिला कार्यबल भागीदारी में वृद्धि

  • वर्कर पॉपुलेशन रेशियो (WPR – महिला):

    • जून 30.2% → अगस्त 32.0%

    • ग्रामीण महिला WPR: 33.6% → 35.9%

    • शहरी महिला WPR: 22.9% → 23.8%

  • श्रम बल भागीदारी दर (LFPR – महिला):

    • जून 32% → अगस्त 33.7%

    • ग्रामीण महिला LFPR: 35.2% → 37.4%

    • शहरी महिला LFPR: 25.2% → 26.1%

समग्र संकेतक

  • कुल WPR (सभी लिंग): जून 51.2% से बढ़कर अगस्त में 52.2%।

  • कुल LFPR: जून 54.2% से बढ़कर अगस्त में 55%।

सर्वेक्षण का दायरा

PLFS का यह अनुमान एक बड़े नमूने पर आधारित है, जिसमें 5,92,734 व्यक्ति शामिल थे:

  • ग्रामीण क्षेत्र: 3,76,839

  • शहरी क्षेत्र: 2,15,895
    यह व्यापक कवरेज अगस्त 2025 के अनुमानों को अधिक भरोसेमंद बनाता है।

बेरोज़गारी में गिरावट का महत्व

  • सुधार के संकेत: लगातार दो महीने बेरोज़गारी में कमी शहरी और ग्रामीण मज़दूर बाज़ार की स्थिरता का संकेत है।

  • ग्रामीण बढ़त: कृषि और ग्रामीण रोज़गार अवसरों में सुधार से बेरोज़गारी दर घटी।

  • महिला भागीदारी: महिलाओं की श्रम शक्ति में बढ़ती भागीदारी से रोज़गार में लैंगिक समावेशन मजबूत हुआ है, जो दीर्घकालिक आर्थिक वृद्धि का महत्वपूर्ण कारक है।

भारत ने कौशल और व्यवसायों की वैश्विक मान्यता को बढ़ावा देने के लिए आईएलओ के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर

भारतीय कार्यबल के लिए एक ऐतिहासिक कदम में, भारत ने अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) के साथ अंतर्राष्ट्रीय संदर्भ व्यवसाय वर्गीकरण (IRCO) बनाने के लिए एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं। यह सहयोग वैश्विक स्तर पर कौशल की तुलना को आसान बनाएगा, सीमा-पार नौकरी मिलान को सरल करेगा और भारतीय श्रमिकों के लिए अंतर्राष्ट्रीय रोज़गार अवसरों को मज़बूत करेगा।

यह समझौता 16 सितंबर 2025 को जेनेवा में भारत के संयुक्त राष्ट्र स्थायी मिशन के राजदूत अरिंदम बागची और ILO महानिदेशक गिल्बर्ट एफ. हौंगबो द्वारा हस्ताक्षरित किया गया। इस अवसर पर भारत के श्रम एवं रोजगार तथा युवा कार्य एवं खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया वर्चुअल रूप से शामिल हुए।

यह MoU क्यों महत्वपूर्ण है?

  • यह समझौता वैश्विक श्रम गतिशीलता (labour mobility) को बढ़ावा देगा और भारतीय श्रमिकों को अंतर्राष्ट्रीय बाज़ारों में अपने कौशल की बेहतर पहचान दिलाएगा।

  • मानकीकृत व्यवसाय वर्गीकरण से डेटा तुलनात्मकता, कौशल की परस्पर मान्यता और वैश्विक श्रम प्रणालियों में भारतीय श्रमिकों के एकीकरण को सुगम बनाया जाएगा।

  • डॉ. मांडविया ने कहा कि यह साझेदारी बदलते वैश्विक परिदृश्य में “काम के भविष्य को आकार देने की साझा प्रतिबद्धता” को दर्शाती है।

घरेलू सुधारों और रोज़गार सृजन को बल

  • यह MoU भारत की हाल ही में शुरू की गई प्रधानमंत्री विकसित भारत रोज़गार योजना से भी जुड़ा है, जिसका लक्ष्य दो वर्षों में 3.5 करोड़ से अधिक औपचारिक नौकरियाँ पैदा करना है।

  • नेशनल करियर सर्विस (NCS) पोर्टल और ई-श्रम पोर्टल जैसे डिजिटल मंच श्रम डेटा और रोज़गार अवसरों को डिजिटाइज कर रहे हैं।

  • डॉ. मांडविया ने भारत और ILO के बीच विशेष सत्र का प्रस्ताव रखा, ताकि अन्य देशों के साथ तकनीकी नवाचार और श्रेष्ठ प्रथाएँ साझा की जा सकें।

ILO का दृष्टिकोण और वैश्विक असर

  • ILO महानिदेशक हौंगबो ने भारत की सक्रिय भूमिका का स्वागत किया और कहा कि यह सहयोग अन्य देशों के लिए भी कौशल गतिशीलता और श्रमिक सुरक्षा प्रणालियों को मज़बूत करने में मददगार होगा।

  • भारत की तकनीक-आधारित नीतियों और सामाजिक सुरक्षा प्रयासों की सराहना की गई।

  • श्रम एवं रोजगार सचिव वंदना गुर्नानी ने बताया कि यह MoU उभरते क्षेत्रों जैसे हरित अर्थव्यवस्था, डिजिटल तकनीक और देखभाल कार्य (care work) में पायलट परियोजनाओं और व्यवहार्यता अध्ययनों के द्वार खोलेगा।

मुख्य बिंदु

  • दिनांक: 16 सितंबर 2025

  • कहाँ: जेनेवा

  • साझेदारी: भारत और ILO

  • उद्देश्य: IRCO का विकास, वैश्विक कौशल तुलनात्मकता और भारतीय श्रमिकों के लिए अंतर्राष्ट्रीय रोज़गार अवसरों का विस्तार

भारतीय वायुसेना ने 2 लाख करोड़ रुपये के राफेल जेट सौदे का प्रस्ताव रखा

भारत की रक्षा क्षमता में बड़ा उन्नयन होने जा रहा है क्योंकि भारतीय वायुसेना (IAF) ने 114 राफेल लड़ाकू विमानों की खरीद का प्रस्ताव रखा है। यह सौदा लगभग ₹2 लाख करोड़ का होगा और ‘मेक इन इंडिया’ योजना के तहत होगा। अगर इसे मंज़ूरी मिलती है, तो यह भारतीय इतिहास के सबसे बड़े रक्षा सौदों में से एक होगा, जिसका उद्देश्य वायुसेना की ताक़त बढ़ाने के साथ-साथ घरेलू रक्षा निर्माण को प्रोत्साहित करना है।

इस योजना के तहत 60% से अधिक पुर्ज़े भारत में तैयार किए जाएंगे, जिसमें दसॉल्ट एविएशन और भारतीय कंपनियाँ जैसे टाटा समूह साझेदार होंगी।

खरीद प्रक्रिया: कहाँ तक पहुँचा मामला

  • IAF ने पहले ही Statement of Case जमा कर दिया है।

  • यह अब रक्षा मंत्रालय के विभिन्न विभागों (जैसे डिफेंस फ़ाइनेंस) द्वारा समीक्षा में है।

  • आगे की प्रक्रिया:

    • मंत्रालय के भीतर आंतरिक समीक्षा

    • रक्षा सचिव की अध्यक्षता वाले Defence Procurement Board द्वारा जाँच

    • Defence Acquisition Council द्वारा अंतिम निर्णय

  • इन चरणों के बाद ही औपचारिक टेंडर और अनुबंध वार्ता शुरू होगी।

भारत का राफेल बेड़ा: विस्तार

  • वर्तमान में भारत के पास 36 राफेल विमान हैं (2016 के फ्रांस सौदे से)।

  • भारतीय नौसेना ने भी 26 राफेल मरीन जेट्स का ऑर्डर दिया है (विमानवाहक पोत संचालन के लिए)।

  • नए प्रस्ताव को मंज़ूरी मिलने पर भारत के पास कुल 176 राफेल विमान होंगे, जिससे भारत फ्रांस के बाहर राफेल का सबसे बड़ा ऑपरेटर बनेगा।

  • यह IAF की लंबी दूरी की सटीक हमले की क्षमता और बहु-भूमिका युद्धक क्षमता को मज़बूती देगा।

स्वदेशी निर्माण और औद्योगिक लाभ

  • विमान के 60% से अधिक हिस्से भारत में निर्मित या स्रोत किए जाएंगे

  • दसॉल्ट एविएशन हैदराबाद में M-88 इंजनों के लिए MRO (Maintenance, Repair, Overhaul) हब स्थापित करने का प्रस्ताव दे चुका है।

  • दसॉल्ट पहले से ही भारत में फ्रांसीसी मूल के विमानों के लिए सपोर्ट और सर्विसिंग इकाइयाँ चला रहा है।

  • टाटा समूह संभावित रूप से असेंबली और सब-सिस्टम निर्माण का नेतृत्व करेगा।

  • यह सौदा उच्च-कौशल वाली नौकरियों का सृजन करेगा, रक्षा अनुसंधान एवं विकास को बढ़ावा देगा और दीर्घकालिक एयरोस्पेस निर्माण क्षमता तैयार करेगा।

मुख्य बिंदु

  • प्रस्ताव: 114 ‘मेक इन इंडिया’ राफेल जेट्स

  • अनुमानित लागत: ₹2 लाख करोड़

  • IAF बेड़ा (मंज़ूरी के बाद): 176 राफेल (36 मौजूदा + 114 प्रस्तावित + 26 नौसेना)

1 अक्टूबर से बदल जाएंगे टिकट बुकिंग के नियम

भारतीय रेल अपने ऑनलाइन टिकट बुकिंग सिस्टम में 1 अक्टूबर 2025 से बड़ा बदलाव लागू करने जा रही है। अब IRCTC वेबसाइट और मोबाइल ऐप पर सामान्य आरक्षित टिकटों की बुकिंग के शुरुआती 15 मिनट केवल आधार-प्रमाणित यूज़र आईडी वालों के लिए आरक्षित होगी।

इस कदम का उद्देश्य टिकट धोखाधड़ी पर रोक लगाना और दलालों की गतिविधियों को सीमित करना है, जो फर्जी यूज़र आईडी का उपयोग करके भारी संख्या में टिकट बुक कर लेते हैं, खासकर उच्च मांग के समय।

मुख्य बदलाव: 1 अक्टूबर से क्या होगा

  • केवल आधार-वेरीफाइड यूज़र अकाउंट्स को आरक्षण खुलने के पहले 15 मिनट में टिकट बुक करने की अनुमति होगी।

  • PRS काउंटर बुकिंग पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा, वे पहले की तरह जारी रहेंगे।

  • एजेंटों पर पहले 10 मिनट तक टिकट बुकिंग की रोक पहले की तरह बनी रहेगी।

  • रेल मंत्रालय ने इस निर्देश को लागू करने के लिए सभी 17 रेलवे जोनों और CRIS (Centre for Railway Information Systems) को आदेश दिया है।

यह बदलाव क्यों ज़रूरी था?

रेलवे अधिकारियों के अनुसार, यह कदम टिकटिंग सिस्टम में बढ़ते दुरुपयोग को देखते हुए उठाया गया है। हाल के आँकड़े चौंकाने वाले हैं –

  • 5,796 अवैध टिकट एजेंट गिरफ्तार, जो फर्जी आईडी से टिकट बुक कर रहे थे।

  • इनसे ₹12.2 करोड़ मूल्य के भविष्य की यात्रा टिकट जब्त किए गए।

  • हाल ही में 2.5 करोड़ से अधिक संदिग्ध IRCTC अकाउंट्स निष्क्रिय किए गए।

  • जनवरी से मई 2025 के बीच 2.9 लाख संदिग्ध PNR केवल 5 मिनट में Tatkal बुकिंग के दौरान जनरेट हुए।

इस कारण आम यात्रियों को टिकट नहीं मिल पाते थे, खासकर पीक सीज़न या तत्काल योजना (Tatkal) के समय।

भौतिक काउंटर और एजेंटों पर कोई असर नहीं

  • यह बदलाव केवल IRCTC ऑनलाइन बुकिंग प्लेटफ़ॉर्म तक सीमित है।

  • रेलवे स्टेशन के PRS काउंटर पर टिकट बुकिंग पहले की तरह ही रहेगी।

  • एजेंटों पर पहले 10 मिनट तक टिकट बुकिंग प्रतिबंध जारी रहेगा।

  • जो यूज़र आधार से वेरीफाइड नहीं हैं, वे पहले 15 मिनट के बाद सामान्य रूप से टिकट बुक कर सकेंगे।

नीति के लक्ष्य और निगरानी

रेल मंत्रालय ने कहा है कि यह कदम टिकटिंग सिस्टम में पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के व्यापक प्रयास का हिस्सा है। अन्य कदमों में शामिल हैं –

  • डेटा एनालिटिक्स के ज़रिए संदिग्ध पैटर्न की पहचान

  • दलालों पर निरंतर कानूनी कार्रवाई

  • तकनीकी सुधार ताकि गंभीर और असली यात्रियों को तेज़ और न्यायसंगत पहुँच मिल सके

मुख्य बिंदु

  • नीति लागू होने की तारीख: 1 अक्टूबर 2025

  • लागू क्षेत्र: केवल IRCTC वेबसाइट और मोबाइल ऐप

  • विशेष स्लॉट: पहले 15 मिनट केवल आधार-प्रमाणित यूज़र्स के लिए

  • कोई बदलाव नहीं: PRS काउंटर समय या एजेंटों पर पहले से लागू प्रतिबंध

डॉ. सिमा बहूस ने संयुक्त राष्ट्र महिला में अपना दूसरा कार्यकाल शुरू किया

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने 11 सितंबर 2025 को डॉ. सीमा सामी बहूस को दूसरी बार यूएन वीमेन (UN Women) की कार्यकारी निदेशक नियुक्त किया। उनकी पुनर्नियुक्ति ऐसे समय पर हुई है जब संगठन अपने 2026–2029 की रणनीतिक योजना को लागू करने की तैयारी कर रहा है।

डॉ. बहूस ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि वह महिलाओं के अधिकारों और लैंगिक समानता को आगे बढ़ाने के लिए पूरी निष्ठा से कार्य करेंगी और इस महत्वपूर्ण मिशन को पूरा करने में अपने “सर्वोत्तम प्रयास” देंगी।

उनके नेतृत्व की उपलब्धियाँ

जोर्डन की वरिष्ठ राजनयिक डॉ. बहूस ने अपने पहले कार्यकाल में कई महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ हासिल कीं, जिनमें प्रमुख हैं –

  • वैश्विक नीतिगत चर्चाओं में लैंगिक समानता को शामिल करना

  • यूएन वीमेन के कार्यों में पारदर्शिता और दक्षता बढ़ाना

  • मानवीय संकट झेल रहे देशों में परिणाम-उन्मुख कार्यक्रमों को प्राथमिकता देना

  • संकटों से निपटने और शांति निर्माण की रणनीतियों में महिलाओं की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करना

रणनीतिक योजना 2026–2029: समानता की दृष्टि

यूएन वीमेन की नई रणनीतिक योजना का उद्देश्य है कि लैंगिक समानता को सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) की प्राप्ति के केंद्र में रखा जाए।
डॉ. बहूस ने कहा –“समानता को इंतज़ार नहीं करना चाहिए… जब महिलाएँ और लड़कियाँ हिंसा और संघर्ष से दबाई न जाएँ और इसके बजाय हमारे मानवीय परिवार में अपनी पूरी भूमिका निभाएँ।”

यह दृष्टि महिलाओं की आर्थिक भागीदारी बढ़ाने, हिंसा समाप्त करने और संरचनात्मक बाधाओं को दूर करने की दिशा में ठोस कदम उठाने पर ज़ोर देती है।

क्यों है यह महत्वपूर्ण?

डॉ. बहूस की पुनर्नियुक्ति वैश्विक चुनौतियों के इस दौर में निरंतरता और स्थिर नेतृत्व सुनिश्चित करती है। संघर्ष क्षेत्रों और विकास अंतराल के बढ़ते समय में उनकी प्राथमिकता महिलाओं की भागीदारी को शांति निर्माण, संकट से उबरने और आर्थिक प्रगति के केंद्र में लाना है। यह दृष्टिकोण बताता है कि लैंगिक समानता केवल सामाजिक मुद्दा नहीं बल्कि वैश्विक प्रगति की आधारशिला है।

मुख्य तथ्य

  • कौन: डॉ. सीमा सामी बहूस

  • क्या: यूएन वीमेन की कार्यकारी निदेशक के रूप में दूसरा कार्यकाल शुरू

  • कब: 11 सितंबर 2025

  • महत्वपूर्ण दस्तावेज़: यूएन वीमेन की रणनीतिक योजना 2026–2029

कोटक811 वैश्विक ऐप डाउनलोड में तीसरे स्थान पर पहुंचा

भारतीय डिजिटल बैंकिंग के क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए, कोटक महिंद्रा बैंक का Kotak811 ऐप वर्ष 2025 की पहली छमाही में दुनिया का तीसरा सबसे अधिक डाउनलोड किया गया बैंकिंग ऐप बन गया है। Sensor Tower की रिपोर्ट के अनुसार, Kotak811 को इस अवधि में 1.6 करोड़ से अधिक डाउनलोड्स मिले, जिससे इसने SBI Yono ऐप (1.4 करोड़ डाउनलोड्स के साथ चौथे स्थान पर) को पीछे छोड़ दिया। यह Kotak811 के लिए साल-दर-साल 250% की तेज़ वृद्धि को दर्शाता है, जो इस अवधि में वैश्विक स्तर पर सबसे तेज़ रही। पहले दो स्थान ब्राज़ील के NuBank और ब्रिटेन के Revolut ने हासिल किए।

चुनौतियों के बीच Kotak811 की सफलता

  • फरवरी 2025 तक आरबीआई के प्रतिबंध के कारण कोटक महिंद्रा बैंक नए डिजिटल ग्राहकों को जोड़ नहीं सका।

  • इसके बावजूद Kotak811 ने अपनी फुली-डिजिटल, ग्राहक-केंद्रित मॉडल की वजह से रिकॉर्ड वृद्धि दर्ज की।

Kotak811 की खासियतें

  • लॉन्च: 2017

  • खास पेशकश:

    • ज़ीरो-बैलेंस सेविंग अकाउंट

    • वैकल्पिक ऐड-ऑन (डेबिट कार्ड, चेकबुक)

  • अब तक 2.6 करोड़ पूर्ण KYC खाते

  • सेवाएँ:

    • बचत खाते व जमा

    • UPI/IMPS ट्रांसफ़र

    • म्यूचुअल फंड और बीमा

    • क्रेडिट कार्ड प्रबंधन

मुख्य अंतर: Kotak811 सीधे रेग्युलेटेड बैंकिंग उत्पाद उपलब्ध कराता है, जबकि Google Pay और PhonePe जैसी फिनटेक केवल पेमेंट्स पर केंद्रित हैं।

Kotak811 बनाम SBI Yono

  • Kotak811: 1.6 करोड़ डाउनलोड

  • SBI Yono: 1.4 करोड़ डाउनलोड

  • SBI का यूज़र बेस कहीं बड़ा (50 करोड़ ग्राहक बनाम कोटक के 5 करोड़)।

  • Yono का हल्का संस्करण Yono Lite भी उपलब्ध है, जबकि Kotak811 केवल डिजिटल-फ़र्स्ट अनुभव पर आधारित है।

प्रीमियम ग्राहकों तक विस्तार

शुरुआत में Kotak811 एंट्री-लेवल डिजिटल यूज़र्स के लिए बना था। अब यह प्रीमियम सेगमेंट तक पहुंच चुका है, जैसे:

  • 811 Super – मिडल क्लास व मास अफ़्लुएंट के लिए

  • Solitaire और Kotak Private – हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल्स के लिए

मुख्य निष्कर्ष

  • Kotak811 बना दुनिया का 3रा सबसे ज्यादा डाउनलोड किया गया बैंकिंग ऐप (H1 2025)

  • 1.6 करोड़ डाउनलोड, 250% साल-दर-साल वृद्धि

  • SBI Yono (14 मिलियन डाउनलोड्स) को पीछे छोड़ा

  • यह उपलब्धि RBI प्रतिबंधों के बावजूद हासिल हुई

अगस्त 2025 में भारत का व्यापार घाटा घटकर 26.49 अरब डॉलर रह जाएगा

भारत का माल व्यापार घाटा (Merchandise Trade Deficit) अगस्त 2025 में घटकर 26.49 अरब डॉलर पर आ गया, जो जुलाई में 27.35 अरब डॉलर था। यह कमी मुख्य रूप से निर्यात और आयात दोनों में गिरावट के चलते हुई, खासकर अमेरिका द्वारा लगाए गए नए शुल्क अवरोधों (Tariff Barriers) के कारण।

यह आँकड़े 15 सितंबर को जारी किए गए, जो दर्शाते हैं कि बदलते हुए भारत-अमेरिका व्यापार समीकरण और राजनीतिक-भूराजनैतिक तनाव का सीधा असर वैश्विक व्यापार पर पड़ रहा है।

व्यापार आँकड़े: अगस्त बनाम जुलाई

  • निर्यात (Exports): जुलाई के 37.24 अरब डॉलर से घटकर अगस्त में 35.1 अरब डॉलर

  • आयात (Imports): जुलाई के 64.59 अरब डॉलर से घटकर अगस्त में 61.59 अरब डॉलर

  • व्यापार घाटा (Deficit): 26.49 अरब डॉलर (अनुमान 25.13 अरब डॉलर था – रायटर्स पोल के अनुसार)

हालाँकि घाटा थोड़ा कम हुआ, लेकिन निर्यात में आई तेज गिरावट चिंता का विषय है, विशेषकर अमेरिका को भेजे जाने वाले माल में 1 अरब डॉलर से अधिक की कमी देखी गई।

ट्रम्प के शुल्क का असर

  • अमेरिका ने 7 अगस्त को भारतीय वस्तुओं पर 25% शुल्क लगाया, जिसे 27 अगस्त को बढ़ाकर 50% कर दिया गया।

  • यह कदम अमेरिका के अनुसार भारत द्वारा रूस से तेल आयात जारी रखने के विरोध में उठाया गया।

अमेरिका को निर्यात (जुलाई → अगस्त):

  • जुलाई: 8.01 अरब डॉलर

  • अगस्त: 6.86 अरब डॉलर

  • गिरावट: 1.15 अरब डॉलर (लगभग 14%)

अमेरिका भारत का सबसे बड़ा निर्यात गंतव्य है (करीब 20% हिस्सेदारी), ऐसे में यह झटका भारतीय निर्यात के लिए खासा गंभीर है।

सरकार और कूटनीतिक प्रतिक्रिया

  • भारत सरकार ने आधिकारिक बयान में कहा कि ट्रम्प के शुल्क से “भारतीय निर्यात पर कोई असर नहीं पड़ा।”

  • लेकिन आँकड़े बताते हैं कि अमेरिका को निर्यात में तेज गिरावट आई है।

  • इस बीच, एक अमेरिकी अदालत के फैसले ने भारत को वार्ता में लचीलापन दिया है, जिससे आने वाली कूटनीतिक बैठकों में स्थिति संभल सकती है।

  • उम्मीद है कि प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति ट्रम्प जल्द ही इस व्यापार गतिरोध और द्विपक्षीय संबंधों पर बातचीत करेंगे।

मुख्य बिंदु 

  • व्यापार घाटा (अगस्त 2025): 26.49 अरब डॉलर

  • निर्यात: 35.1 अरब डॉलर (गिरावट)

  • आयात: 61.59 अरब डॉलर (गिरावट)

  • अमेरिका को निर्यात: 8.01 अरब डॉलर (जुलाई) → 6.86 अरब डॉलर (अगस्त)

सैमुअल उमटीटी ने 31 साल की उम्र में फुटबॉल से संन्यास लिया

फ्रांस के 2018 फीफा विश्व कप विजेता डिफेंडर सैमुअल उमटीटी (Samuel Umtiti) ने 15 सितंबर 2025 को मात्र 31 वर्ष की आयु में पेशेवर फुटबॉल से सेवानिवृत्ति की आधिकारिक घोषणा कर दी। कभी यूरोप के सर्वश्रेष्ठ सेंटर-बैक्स में गिने जाने वाले उमटीटी का करियर घुटनों की लगातार चोटों के कारण बुरी तरह प्रभावित हुआ, जिसने उनके खेल जीवन को समय से पहले समाप्त कर दिया।

यह घोषणा उन्होंने एक भावुक सोशल मीडिया वीडियो के ज़रिए की, जिसमें उमटीटी ने अपने करियर के दौरान सहयोग देने वाले क्लबों और प्रशंसकों के प्रति आभार व्यक्त किया।

प्रारंभिक करियर: लियोन से विश्व मंच तक

  • उमटीटी ने अपने करियर की शुरुआत ओलंपिक लियोन (Olympique Lyonnais) से की।

  • जल्द ही वे एक तकनीकी रूप से सक्षम, मजबूत और समझदार डिफेंडर के रूप में उभरे।

  • उनके प्रदर्शन ने उन्हें 2016 में एफसी बार्सिलोना तक पहुँचाया, जहाँ उन्होंने शुरुआत में शानदार सफलता हासिल की।

अपने उत्कर्ष काल में उमटीटी को उनके:

  • दबाव में शांत रहने की क्षमता

  • बेहतरीन पोज़िशनल सेंस

  • सटीक बॉल-प्लेइंग कौशल
    के लिए जाना जाता था।

शिखर क्षण: 2018 फीफा विश्व कप विजेता

  • उमटीटी का सबसे बड़ा गौरव 2018 फीफा विश्व कप (रूस) में आया।

  • उन्होंने राफ़ाएल वराने के साथ मिलकर फ्रांस की मजबूत सेंट्रल डिफेंस तैयार की।

  • सेमीफ़ाइनल में बेल्जियम के खिलाफ विजयी गोल दागकर फ्रांस को फाइनल तक पहुँचाया।

  • फाइनल में फ्रांस ने क्रोएशिया को 4–2 से हराकर खिताब जीता

  • उमटीटी ने टूर्नामेंट में 6 मैच खेले और टीम की सफलता में अहम भूमिका निभाई।

बार्सिलोना के वर्ष: सफलता और संघर्ष

  • शुरुआती वर्षों में उमटीटी ने बार्सिलोना के साथ कई ट्रॉफियाँ जीतीं:

    • 2 ला लीगा खिताब

    • 3 कोपा डेल रे खिताब

  • लेकिन 2018 के बाद लगातार घुटनों की चोटों ने उनके करियर को बुरी तरह प्रभावित किया।

  • चोटों के चलते वे बार-बार टीम से बाहर होते रहे और कभी अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन पर लौट नहीं पाए।

मुख्य तथ्य 

  • नाम: सैमुअल उमटीटी (Samuel Umtiti)

  • सेवानिवृत्ति की तिथि: 15 सितंबर 2025

  • आयु: 31 वर्ष

  • प्रमुख उपलब्धियाँ:

    • 2018 फीफा विश्व कप विजेता (फ्रांस)

    • 2 ला लीगा खिताब, 3 कोपा डेल रे खिताब (एफसी बार्सिलोना)

Recent Posts

about | - Part 101_12.1