J&K राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण ने ‘Serve-the-Seniors Initiative’ हेल्पलाइन सेवा की शुरू

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जम्मू और कश्मीर राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण (JKSLSA) ने ‘Serve-the-Seniors Initiative’ के तहत एक हेल्पलाइन सेवा शुरू की है। इस हेल्पलाइन को शुरू करने का उद्देश्य, अकेले रहने वाले वरिष्ठ नागरिकों की मदद करना जो इस संकट की इस घड़ी में दवा, किराने का सामान और अन्य जरुरी वस्तुए लाने में असमर्थ हैं। यह पहल संरक्षक-इन-चीफ न्यायमूर्ति गीता मित्तल और राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यकारी अध्यक्ष न्यायमूर्ति राजेश बिंदल के मार्गदर्शन में काम करेगी।
इन हेल्पलाइन नंबर से केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के संबंधित अधिकारियों से संपर्क किया जा सकता है। यह पहल COVID-19 के कारण लगे लॉकडाउन से दुगनी कठिनाईयों का सामना कर रहे बुजुर्गो को  ध्यान में रखते हुए शुरू की गई है क्योंकि इस उन्हें न केवल बुढ़ापे के चलते वायरस से जल्दी संक्रमित होने का खतरा हैं, बल्कि किराने के सामान और दवाओं की तरह अपनी दिन-प्रतिदिन की जरूरतों का प्रबंध करने के लिए भी अधिक कठिनाई का सामना कर रहे हैं।
उपरोक्त समाचारों से आने-वाली परीक्षाओं के लिए
महत्वपूर्ण तथ्य-
  • जम्मू-कश्मीर के लेफ्टिनेंट गवर्नर: गिरीश चंद्र मुर्मू
  • लद्दाख के लेफ्टिनेंट गवर्नर: राधा कृष्ण माथुर.

विश्व पुस्तक दिवस के अवसर पर शुरू किया गया #MyBookMyFriend अभियान

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केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने “#MyBookMyFriend” नामक एक नया अभियान शुरू किया है। विश्व पुस्तक दिवस के अवसर पर सोशल मीडिया पर “#MyBookMyFriend” अभियान शुरू किया गया है।  मंत्री ने पुस्तकों के महत्व के बारे में बताते हुए, सभी छात्रों से लॉकडाउन के दौरान पाठ्यक्रम की पुस्तकों के अलावा अपनी मनपसंद किताबें पढ़ने का भी आग्रह किया है। इसके अलावा उन्होंने छात्रों से सोशल मीडिया पर #MyBookMyFriend के जरिए उस पुस्तक को साझा करने की भी अपील की जिसे वे इस समय पढ़ रहे हैं।

उपरोक्त समाचारों से आने-वाली परीक्षाओं के लिए
महत्वपूर्ण तथ्य-

  • केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री: रमेश पोखरियाल ‘निशंक’.

वर्ल्ड गेम्स के 2022 संस्करण का नया लोगो किया गया जारी

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अमेरिका के बर्मिंघम, अलाबामा में आयोजित होने वाले वर्ल्ड गेम्स के 11 वें संस्करण को कोरोनावायरस महामारी के कारण एक साल के लिए स्थगित करने के बाद इसके नए लोगो और टाइटल का अनावरण किया गया है। वर्ल्ड गेम्स को पहले जुलाई 2021 में आयोजित किया जाना था, लेकिन अब ये 7 से 17 जुलाई, 2022 तक आयोजित किए जाएंगे।

इसके अलावा, वर्ल्ड गेम्स 2021 बर्मिंघम का नाम बदलकर वर्ल्ड गेम्स 2022 बर्मिंघम कर दिया गया है। वर्ल्ड गेम्स का पहली बार आयोजन 1981 में सांता क्लारा, कैलिफोर्निया, संयुक्त राज्य अमेरिका (यूएस) में किया गया था।

उपरोक्त समाचारों से आने-वाली परीक्षाओं के लिए
महत्वपूर्ण तथ्य-
  • इंटरनेशनल वर्ल्ड गेम्स एसोसिएशन मुख्यालय: लॉज़ेन, स्विट्जरलैंड.
  • इंटरनेशनल वर्ल्ड गेम्स एसोसिएशन के अध्यक्ष: जोस पेरुरेनालोपेज़.
  • इंटरनेशनल वर्ल्ड गेम्स एसोसिएशन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ): जोआचिम गोसो.

    CSIR-IGIB ने विकसित की कम लागत वाली COVID-19 टेस्ट किट ”Feluda”

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    वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (CSIR) और इंस्टीट्यूट ऑफ जीनोमिक्स एंड इंटीग्रेटिव बायोलॉजी (IGIB) ने मिलकर कम लागत में COVID-19 टेस्ट करने वाली ”Feluda” किट विकसित की है। यह टेस्टिंग किट दो वैज्ञानिकों डॉ. सौविक मैती और डॉ. देवज्योति चक्रवर्ती द्वारा विकसित की गई है।

    इस टेस्टिंग किट से प्राइवेट लैब में RT-PCR टेस्ट के लिए खर्च होने वाले 4,500 रुपये की तुलना में केवल 500 रुपये खर्च होने की उम्मीद है। इस टेस्टिंग किट का नाम महान फिल्मकार सत्यजीत रे की कहानियों में होने वाले जासूसी चरित्र से प्रेरित क्योंकि यह कुछ ही मिनटों में वायरस के बारे में जानकारी प्रदान करेगी।
    उपरोक्त समाचारों से आने-वाली परीक्षाओं के लिए
    महत्वपूर्ण तथ्य-
    • वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद के महानिदेशक: शेखर सी. मंडे.
    • इंस्टीट्यूट ऑफ जीनोमिक्स एंड इंटीग्रेटिव बायोलॉजी के निदेशक: अनुराग अग्रवाल
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    शांति के लिए बहुपक्षीयता एवं कूटनीति हेतु अंतरराष्ट्रीय दिवस: 24 अप्रैल

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    The International Day of Multilateralism and Diplomacy for Peace: शांति के लिए बहुपक्षीयता एवं कूटनीति हेतु अंतरराष्ट्रीय दिवस 24 अप्रैल यानि आज दुनिया भर में मनाया जाएगा। पहली बार शांति के लिए बहुपक्षीयता एवं कूटनीति हेतु अंतरराष्ट्रीय दिवस, संयुक्त राष्ट्र (UN) द्वारा 24 अप्रैल, 2019 को मनाया गया था।
    संयुक्त राष्ट्र महासभा ने इस दिन की घोषणा, बहुपक्षीयता एवं कूटनीति हेतु अंतरराष्ट्रीय सहयोग के मूल्यों को संरक्षित करने के लिए संयुक्त राष्ट्र के तीन स्तंभों – शांति और सुरक्षा, विकास और मानवाधिकार को बढ़ावा और सहयोग देने के लिए की थी। यह दिवस संयुक्त राष्ट्र चार्टर में सूचीबद्ध है और इसके शांतिपूर्ण तरीकों से देशों के बीच विवादों को हल करने के अपने सिद्धांतों है।
    उपरोक्त समाचारों से आने-वाली परीक्षाओं के लिए
    महत्वपूर्ण तथ्य-
    • संयुक्त राष्ट्र के महासचिव: एंटोनियो गुटेरेस.
    • संयुक्त राष्ट्र (यूएन) अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देने के लिए 24 अक्टूबर 1945 को अंतर्राष्ट्रीय देशों के बीच स्थापित किया गया एक संगठन है
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    राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस: 24 अप्रैल

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    देश भर में हर साल 24 अप्रैल को राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस मनाया जाता है। पंचायती राज मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस अथवा राष्ट्रीय स्थानीय स्वशासन दिवस का आयोजन किया जाता है। देश में पहली बार अप्रैल 2010 में राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस या राष्ट्रीय स्थानीय सरकार दिवस मनाया गया था।
    प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस 2020 के अवसर पर एकीकृत ई-ग्रामस्वराज पोर्टल और एक मोबाइल ऐप लॉन्च करेंगे। यह पंचायती राज मंत्रालय द्वारा शुरू की गई एक नई पहल है जो ग्राम पंचायतों को अपनी ग्राम पंचायत विकास योजना (GPDP) को तैयार करने और कार्यान्वित करने के लिए एकल इंटरफ़ेस प्रदान करेगी।

    पंचायत राज का इतिहास:

    24 अप्रैल 1993 को देश में ज़मीनी स्‍तर पर सत्‍ता के विकेन्‍द्रीकरण के इतिहास का सबसे महत्‍वपूर्ण दिन माना जाता है क्योंकि इसी दिन संविधान (73 वां संशोधन) अधिनियम 1992 के जरिए पंचायती राज व्‍यवस्‍था लागू हुई थी। पंचायती राज मंत्रालय द्वारा हर साल 24 अप्रैल को राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस (NPRD) के रूप में मनाया जाता है, क्योंकि इस तारीख को 73 वां संवैधानिक संशोधन लागू हुआ था। राजस्थान पहला राज्य था जिसने 1959 में दिवंगत प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के समय में पंचायती राज व्यवस्था लागू किया था।

    उपरोक्त समाचारों से आने-वाली परीक्षाओं के लिए
    महत्वपूर्ण तथ्य-

    • केंद्रीय पंचायती राज मंत्री: नरेंद्र सिंह तोमर.

    कर्नाटक सरकार ने “Apthamitra” ऐप और हेल्पलाइन नंबर किया लॉन्च

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    कर्नाटक सरकार ने “Apthamitra” ऐप और टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर 14410 लॉन्च किया है। यह सुविधा COVID-19 के खिलाफ लड़ाई में राज्य के लोगों को सशक्त बनाने के लिए शुरू की गई है।
    इस एप्लीकेशन का उद्देश्य COVID-19 पर चिकित्सा सहायता और परामर्श प्रदान करना है। Apthamitra हेल्पलाइन सुविधा केवल COVID-19-संबंधित जानकरी देने और उन लोगों के लिए होगी जिन्हें टेलीमेडिसिन, परामर्श और टेस्टिंग और उपचार की जरुरत है। ये दोनों प्लेटफ़ॉर्म कोरोना हॉटस्पॉट क्षेत्रों में रहने वाले लोगों तक पहुंचने में मदद करेंगे, ताकि कोरोना के लक्षण जैसे बुखार, साँस से लेने में तकलीफ या उच्च जोखिम वाले लोगों की पहचान की जा सके।
    उपरोक्त समाचारों से आने-वाली परीक्षाओं के लिए
    महत्वपूर्ण तथ्य-
    • कर्नाटक के राज्यपाल: वजुभाई वाला.
    • कर्नाटक के मुख्यमंत्री: बी.एस. येदियुरप्पा.

    MHRD ने राष्ट्रीय कार्यक्रम “विद्यादान 2.0” किया लॉन्च

    about | - Part 2634_17.1
    केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री श्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ द्वारा ई-लर्निंग राष्ट्रीय कार्यक्रम “विद्यादान 2.0” लॉन्च किया गया है। ई-लर्निंग सामग्री में योगदान के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम “विद्यादान 2.0” शुरू किया गया है क्योंकि कोविड-19 महामारी से उत्‍पन्‍न स्थिति में छात्रों के लिए ई-लर्निंग सामग्री की भूमिका काफी अहम हो गई।
    “VidyaDaan” के बारे में:

    विद्यादान को गुणवत्तायुक्त शिक्षा की निरंतरता सुनिश्चित करने के लिए विद्यालय और उच्च शिक्षा दोनों के लिए ई-शिक्षण संसाधनों का दान/योगदान करने के लिए देश भर के संगठनों और व्यक्तियों के लिए विद्यादान एक सर्वनिष्ठ राष्ट्रीय कार्यक्रम के रूप में परिभाषित किया जा सकता है। विद्यादान को देश भर के लाखों बच्चों को कभी भी और कहीं भी शिक्षण में मदद देने के लिए दीक्षा ऐप पर उपलब्ध विषय-सामग्री का उपयोग किया जाएगा।
    विद्यादान में विद्यादान में एक विषय-सामाग्री योगदान टूल होता है जो योगदान करने वाले को रजिस्टर करने और भिन्न प्रकार की विषय-सामाग्री जैसे स्पष्टीकरण वीडियो, प्रस्तुतियाँ, योग्यता-आधारित विषय, क्विज़ आदि के योगदान के लिए राज्यों/संघ प्रदेशों द्वारा निर्दिष्ट किसी भी कक्षा, किसी भी विषय के लिए (1 से 12 तक) एक इंटरफ़ेस प्रदान करता है। इस पोर्टल के योगदानकर्ता शिक्षाविद्, विषय विशेषज्ञ, स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय, संस्थान, सरकारी और गैर-सरकारी संगठन, व्यक्ति, आदि हो सकते हैं।
    उपरोक्त समाचारों से आने-वाली परीक्षाओं के लिए
    महत्वपूर्ण तथ्य-
    • केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री: श्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’.

    ARCI ने एडवांस्ड उपकरण “NanoBlitz 3D” किया विकसित

    about | - Part 2634_19.1
    इंटरनेशनल एडवांस्ड रिसर्च सेंटर फॉर पाउडर मेटलर्जी एंड न्यू मैटेरियल्स (ARCI) के वैज्ञानिकों ने अमेरिका की नैनोमैकेनिक्स इंक साथ मिलकर एक उन्नत उपकरण “NanoBlitz 3D” विकसित किया है। नैनोब्लिट्ज 3 डी का इस्तेमाल मल्‍टी-फेज अलॉय, कंपोजिट और मल्‍टी-लेयर कोटिंग जैसे पदार्थ के नैनोमैकेनिकल गुणों को मैप करने के लिए किया जा सकता है।
    इस तकनीक का एक महत्वपूर्ण पहलू इसकी हाई-थ्रूपुट है, जिसमें कुछ घंटों के परीक्षणके लिए 10,000 से अधिक डेटा बिंदु उत्पन्न करने की आवश्यकता होती है। इसे मशीन लर्निंग (एमएल) एल्गोरिदम का उपयोग करके प्रॉसेस किया जा सकता है।  यह उन्नत डेटा विश्लेषण को पूरा करने की क्षमता प्रदान करता हैजैसे घटक चरणों के मैकेनिकल गुणों को पहचानना और उसकी मात्रा बताना, मल्‍टीफेज ऑय, कंपोजिट, मल्‍टीलेयर कोटिंग की विशेषताओं को पहचानना आदि।
    NanoBlitz 3D उपकरण को अमेरिका के सैन एंटोनियो में मिनरल्स, मेटल्स एंड मैटेरियल्स सोसाइटी 2019 की वार्षिक बैठक एवं प्रदर्शनी के मौके पर लॉन्च किया गया।

    उपरोक्त समाचारों से आने-वाली परीक्षाओं के लिए
    महत्वपूर्ण तथ्य-

    • इंटरनेशनल एडवांस्ड रिसर्च सेंटर फॉर पाउडर मेटलर्जी एंड न्यू मैटेरियल्स (ARCI) के निदेशक: जी. पद्मनाभम.

    केंद्रीय मंत्रिमंडल ने महामारी रोग अधिनियम, 1897 में संशोधन के लिए अध्यादेश को दी मंजूरी

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    केंद्रीय मंत्रिमंडल ने महामारी रोग अधिनियम, 1897 में संशोधन के लिए अध्‍यादेश लाने की मंजूरी दे दी है। यह कदम महामारी के दौरान हिंसा के खिलाफ स्वास्थ्य सेवा कर्मियों और संपत्ति की सुरक्षा, जिसमें उनका रहना/काम करने का परिसर भी शामिल को सुरक्षित करने के लिए उठाया गया है। कैबिनेट द्वारा महामारी रोग अधिनियम, 1897 में संशोधन के लिए अध्यादेश लाने की मंजूरी, वर्तमान कोविड-19 महामारी के दौरान, सबसे महत्वपूर्ण सर्विस प्रोवाइडर्स यानी स्वास्थ्य सेवाओं के सदस्यों के साथ कई ऐसी घटनाएं को देखते हुए दी गई है जिसमें उन्हें निशाना बनाया गया और शरारती तत्वों द्वारा हमले भी किए गए, साथ ही ऐसा कर उन्हें उनके कर्तव्यों को पूरा करने से भी रोका जा रहा। 



    किन “हेल्थकेयर सेवा कर्मियों” को किया जाएगा शामिल?

    इसमें हेल्थकेयर सेवा कर्मियों, जिसमें पब्लिक और क्लीनिकल हेल्थकेयर सर्विस प्रोवाइडर्स जैसे डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिकल वर्कर और सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता; ऐक्ट के तहत बीमारी के प्रकोप या प्रसार को रोकने के लिए काम करने वाला अधिकार प्राप्त कोई अन्य व्यक्ति; और आधिकारिक राजपत्र में अधिसूचना द्वारा राज्य सरकार द्वारा घोषित ऐसे व्यक्ति शामिल हैं।


    महामारी रोग अधिनियम, 1897 में संशोधन का उद्देश्य:

    महामारी रोग अधिनियम, 1897 में संशोधन करने वाले इस अध्यादेश में ऐसी हिंसा की घटनाओं को संज्ञेय और गैर-जमानती अपराध घोषित किया गया और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि मौजूदा महामारी के दौरान किसी भी स्थिति में स्वास्थ्य सेवा कर्मियों के खिलाफ किसी भी तरह की हिंसा और संपत्ति को लेकर जीरो टॉलरेंस होगा। उपरोक्त संदर्भ में, इस अध्यादेश में स्वास्थ्य सेवा कर्मियों को चोट लगने या नुकसान या संपत्ति का नुकसान शामिल है, जिसमें महामारी के संबंध में स्वास्थ्य सेवा कर्मियों का सीधा हित जुड़ा हो सकता है।

    उल्लंघन करने वालों को सजा:

    यह संशोधन हिंसा को संज्ञेय और गैर-जमानती अपराध बनाता है। हिंसा के ऐसे कृत्यों को करने या उसके लिए उकसाने पर तीन महीने से लेकर 5 साल तक की जेल और 50 हजार रुपये से लेकर 2 लाख तक के जुर्माने की सजा हो सकती है। गंभीर चोट पहुंचाने के मामले में कारावास की अवधि 6 महीने से लेकर 7 साल तक होगी और एक लाख से 5 लाख रुपये तक जुर्माना देना होगा। इसके अलावा, पीड़ित की संपत्ति को हुए नुकसान पर अपराधी को बाजार मूल्य का दोगुना हर्जाना भी देना होगा।
    इंस्पेक्टर रैंक के एक अधिकारी द्वारा 30 दिनों के भीतर अपराधों की जांच की जाएगी और सुनवाई एक साल में पूरी होनी चाहिए जबतक कि कोर्ट द्वारा लिखित रूप में कारण बताते हुए इसे आगे न बढ़ाया जाए।

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