Top Current Affairs News 19 April 2023: फटाफट अंदाज में

Top Current Affairs 19 April 2023 in Hindi: बता दें, आज के इस दौर में सरकारी नौकरी पाना बेहद मुश्किल हो गया है। गवर्नमेंट जॉब की दिन रात एक करके तयारी करने वाले छात्रों को ही सफलता मिलती है। उनकी तैयारी में General Knowledge और Current Affairs का बहुत बड़ा योगदान होता है, बहुत से प्रश्न इसी भाग से पूछे जाते हैं। सरकारी नौकरी के लिए परीक्षा का स्तर पहले से कहीं ज्यादा कठिन हो गया है, जिससे छात्रों को और अधिक मेहनत करने की आवश्यकता है। प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए हम 19 अप्रैल के महत्वपूर्ण करेंट अफेयर लेकर आए हैं, जिससे तैयारी में मदद मिल सके।

 

Top Current Affairs 19 April 2023

 

केन्‍द्र सरकार ने राष्‍ट्रीय क्‍वांटम मिशन को मंजूरी दी

केन्‍द्र सरकार ने राष्‍ट्रीय क्‍वांटम मिशन को मंजूरी दे दी है। इस मिशन से क्‍वांटम टेक्‍नोलॉजी के माध्‍यम से आर्थिक वृद्धि को गति मिलेगी और भारत इस क्षेत्र में एक अग्रणी राष्‍ट्र के रूप में आगे बढेगा। सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने संवाददाताओं को बताया कि इस मिशन को 2023-24 से 2030-31 की अवधि के लिए छह हजार करोड रूपये से अधिक की राशि के साथ स्‍वीकृत किया गया है। उन्‍होंने बताया कि इस फैसले से देश नई ऊंचाइयां छूयेगा। यह मिशन विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग अन्‍य विभागों के साथ मिलकर लागू करेगा।

 

अफगानिस्‍तान में गरीबी रेखा से नीचे रह रहे लोगों की संख्या करीब दोगुनी होकर तीन करोड़ चालीस लाख हुई : संयुक्त राष्ट्र

संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि अफगानिस्‍तान में गरीब लोगों की संख्‍या लगभग दोगुनी होकर 3 करोड़ 40 लाख हो गई है। संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम यूएनडीपी के 2022 के आंकड़ों में अनुमान लगाया गया है कि 3 करोड़ 40 लाख अफगान गरीबी रेखा से नीचे रह रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि 2021 में अमरीका समर्थित गणतंत्र के पतन के बाद अफगानिस्‍तान को जारी विदेशी सब्सिडी रोक दी गई और सहायता कार्यक्रमों में बड़ी कटौती कर दी गई। 2020 में अफगानिस्तान में गरीबी रेखा से नीचे रह रहे लोगों की संख्‍या 1 करोड़ 50 लाख थी। अफगानिस्तान में यूएनडीपी के प्रतिनिधि अब्दुल्ला अल दर्दारी ने कहा, अगर इस साल विदेशी सहायता कम कर दी जाती है तो अफगानिस्तान गहरे संकट में घिर सकता है।

 

तेलंगाना सरकार ने बढ़ते कोविड संक्रमण को देखते हुए पांच लाख कोरबीवैक्‍स डोज की व्यवस्था की

तेलंगाना सरकार ने देश के कुछ राज्‍यों में और कई अन्य देशों में बढ़ते कोविड संक्रमण को देखते हुए पांच लाख कोरबीवैक्‍स डोज की व्यवस्था की है। कोरबीवैक्‍स को ए‍हतियाती डोज के रूप में उन लोगों को दिया जाएगा जिन्‍होंने पहले ही कोवैक्‍सीन या कोविशील्‍ड पहली या दूसरी डोज के रूप में ले ली है। राज्‍य सरकार ने प्राथमिक स्‍वास्‍थ्‍य केंद्रों और शहरी स्‍वास्‍थ्‍य केंद्रों जैसे सरकारी कोविड वैक्‍सीन केंद्रों में सभी पात्र नागरिकों को कोविड वैक्‍सीन की निर्बाध उपलब्‍धता सुनिश्चित करने के इंतजाम किए हैं। जन स्‍वास्‍थ्‍य विभाग के निदेशक ने लोगों से संक्रमण से सुरक्षा के लिये इस अवसर का उपयोग करने को कहा है। राज्‍य सरकार ने टीकाकरण फिर शुरू करने के लिए हैदराबाद स्थित बॉयोलोजिकल ई कंपनी से 15 लाख डोज प्राप्‍त करने का फैसला किया है। इस बीच, तेलंगाना में पिछले चौबीस घंटों के दौरान 52 लोगों में संक्रमण मिला जबकि 40 लोग स्‍वस्‍थ्‍य हुए। राज्‍य में वर्तमान में दो सौ 81 कोरोना संक्रमितों का उपचार चल रहा है।

 

गायिका आशा भोंसले को ‘लता दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार’ से किया जाएगा सम्मानित

मंगेशकर परिवार ने बताया कि गायिका आशा भोंसले को 24 अप्रैल को उनके पिता दीनानाथ मंगेशकर के ‘स्मृति दिवस’ पर ‘लता दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार’ से सम्मानित किया जाएगा। मंगेशकर परिवार द्वारा जारी प्रेस नोट के मुताबिक, उनके अलावा गायक पंकज उधास को भारतीय संगीत और अभिनेत्री विद्या बालन को सिनेमा में योगदान देने के लिए सम्मानित किया जाएगा।

 

 

भारत अब दुनिया में सबसे अधिक आबादी वाला देश है: यूएन की रिपोर्ट

संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट ‘8 बिलियन लाइव्स, इनफाइनाइट पॉसिबिलिटीज़: द केस फॉर राइट्स ऐंड चॉइसेज़’ के अनुसार, भारत अब दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश है। यूएन के आंकड़ों के अनुसार, भारत ने 1.428 अरब की आबादी के साथ चीन (1.425 अरब) को पछाड़ा है। भारत की आबादी में 68% लोग 15-64 साल के हैं।

 

अमेरिकी सीनेट ने भारतीय मूल की राधा को डिप्टी अंडर सेक्रेट्री ऑफ डिफेंस नियुक्त किया

अमेरिकी सीनेट ने भारतीय मूल की राधा अयंगर प्लंब को डिप्टी अंडर सेक्रेट्री ऑफ डिफेंस के रूप में नियुक्त किया है। वह 68-30 के वोट से जीतीं। राधा वर्तमान में डिप्टी सेक्रेट्री ऑफ डिफेंस के चीफ ऑफ स्टाफ के रूप में काम कर रही हैं और उन्हें जून 2022 में पेंटागन के शीर्ष पद के लिए नामांकित किया गया था।

 

भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार बनकर उभरा अमेरिका: भारतीय-अमेरिकी सांसद कृष्णमूर्ति

भारतीय-अमेरिकी सांसद राजा कृष्णमूर्ति ने कहा है कि अमेरिका का भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार बनना दो लोकतंत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को मज़बूत करने का प्रमाण है। उन्होंने कहा कि हमारी भागीदारी दोनों देशों के अलावा दुनिया की समृद्धि और सुरक्षा को बढ़ाती है।” बकौल कृष्णमूर्ति, दोनों देशों की अर्थव्यवस्थाओं को और मज़बूत करने की संभावनाओं को पहचानना ज़रूरी है।

 

दुनिया के 10 सबसे धनवान शहरों की सूची हुई जारी; शीर्ष पर रहा न्यूयॉर्क

इन्वेस्टमेंट माइग्रेशन फर्म हेनली ऐंड पार्टनर्स द्वारा जारी की गई दुनिया के 10 सबसे धनवान शहरों की सूची के मुताबिक, 3.4 लाख मिलियनेयर के साथ न्यूयॉर्क दुनिया का सबसे धनवान शहर है। इसके बाद टोक्यो (जापान) और अमेरिका के बे एरिया (सैन फ्रांसिस्को और सिलिकॉन वैली) का स्थान है। भारत का सबसे धनी शहर मुंबई है जहां 59,400 मिलियनेयर हैं।

 

क्या थीं भारत के पहले सैटेलाइट ‘आर्यभट्ट’ की विशेषताएं?

भारत के पहले सैटेलाइट ‘आर्यभट्ट’ को 19 अप्रैल 1975 को तत्कालीन सोवियत संघ के कपुस्तिन यार से लॉन्च किया गया था। इसरो द्वारा विकसित ‘आर्यभट्ट’ को एक्स-रे एस्ट्रोनॉमी, एरोनॉमिक्स और सोलर फिज़िक्स से जुड़े परीक्षणों के लिए लॉन्च किया गया था। इस सैटेलाइट का वज़न 360 किलोग्राम था, हालांकि लॉन्च के 5 दिन बाद इससे संपर्क टूट गया था।

 

लखनऊ के नवाब जाफर मीर अब्दुल्ला का 73 साल की उम्र में हुआ निधन

लखनऊ (उत्तर प्रदेश) के नवाब जाफर मीर अब्दुल्ला का 73 साल की उम्र में निधन हो गया। बकौल रिपोर्ट्स, वह किडनी संबंधी समस्या के चलते अस्पताल में भर्ती थे। उनके निधन पर शोक जताते हुए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट किया कि शीश महल लखनऊ के नवाब का इंतकाल एक युग का अंत है।

 

टॉलीवुड ऐक्टर व कॉमेडियन अल्लू रमेश का 52 साल की उम्र में कार्डियक अरेस्ट से हुआ निधन

टॉलीवुड ऐक्टर व कॉमेडियन अल्लू रमेश का विशाखापत्तनम (आंध्र प्रदेश) में कार्डियक अरेस्ट के चलते 52 साल की उम्र में निधन हो गया। उनके निधन की खबर फिल्म निर्देशक आनंद रवि ने सोशल मीडिया पर शेयर कर कहा कि पहले दिन से आप मेरे सबसे बड़े सपोर्ट रहे हैं, मैं अपने मन में आपकी आवाज़ सुन सकता हूं।

 

राष्ट्रपति मुर्मू ने हिमाचल में राष्ट्रपति निवास में ट्यूलिप गार्डन का किया उद्घाटन

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शिमला (हिमाचल प्रदेश) के मशोबरा में राष्ट्रपति निवास में ट्यूलिप गार्डन का उद्घाटन किया। इस गार्डन में स्ट्रॉन्ग गोल्ड, डेनमार्क, वेलेमार्क, जंबोपिंक और लैपटॉप जैसी ट्यूलिप की कई किस्में हैं। गौरतलब है कि ट्यूलिप गार्डन समेत पूरे राष्ट्रपति निवास को 23 अप्रैल 2023 से आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा।

 

आईपीएल में 6,000 रन बनाने वाले चौथे क्रिकेटर बने रोहित शर्मा

एमआई के कप्तान रोहित शर्मा ने एसआरएच के खिलाफ मैच में आईपीएल में अपने 6,000 रन पूरे किए और यह उपलब्धि हासिल करने वाले चौथे क्रिकेटर बने। मैच में 28(18) रन बनाकर आउट हुए रोहित के 6,014 आईपीएल रन हो गए हैं। उनसे पहले विराट कोहली, शिखर धवन और डेविड वॉर्नर आईपीएल में 6,000 रन बना चुके हैं।

 

कौनसे 5 खिलाड़ी चुने गए विज़डन के क्रिकेटर्स ऑफ द इयर?

विज़डन ने 2023 के लिए 5 खिलाड़ियों को क्रिकेटर्स ऑफ द इयर चुना है। न्यूज़ीलैंड के विकेटकीपर-बल्लेबाज़ टॉम ब्लंडेल, इंग्लिश विकेटकीपर-बल्लेबाज़ बेन फॉक्स, भारतीय महिला कप्तान हरमनप्रीत कौर, न्यूज़ीलैंड के ऑल-राउंडर डैरिल मिचल और इंग्लिश पेसर मैथ्यू पॉट्स को ‘विज़डन क्रिकेटर्स ऑफ द इयर’ चुना गया है। हरमनप्रीत ‘विज़डन क्रिकेटर ऑफ द इयर’ बनने वाली पहली भारतीय महिला क्रिकेटर हैं।

 

दुनिया के सबसे बड़े रॉकेट ‘स्टारशिप’ को 20 अप्रैल को लॉन्च कर सकती है स्पेसX

स्पेसX ने घोषणा की है कि वह दुनिया के सबसे बड़े और शक्तिशाली रॉकेट ‘स्टारशिप’ को अब 20 अप्रैल 2023 को लॉन्च कर सकती है। गौरतलब है कि टेक्सस के बोका चिका से होने वाली ‘स्टारशिप’ की लॉन्चिंग को एक प्रेशर वॉल्व के अवरुद्ध होने के कारण सोमवार को निर्धारित समय से कुछ सेकेंड पहले टाल दिया गया था।

 

बिहार सरकार ने दरभंगा में प्रस्तावित एम्स के लिए ₹309 करोड़ किए स्वीकृत

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में दरभंगा में प्रस्तावित एम्स के प्रस्ताव समेत 11 प्रस्तावों को मंज़ूरी मिली। कैबिनेट ने एम्स के लिए ₹309 करोड़ स्वीकृत किए हैं। राज्य सरकार के अनुसार, एम्स के लिए बहादुरपुर अंचल में 189.17 एकड़ भूमि में मिट्टी भराई और भूमि समतलीकरण का काम किया जाएगा।

 

₹1,004 करोड़ में इनवेस्को ने ज़ी एंटरटेनमेंट में अपनी पूरी हिस्सेदारी बेची

ग्लोबल इंवेस्टमेंट फर्म इनवेस्को ने ₹1,004 करोड़ में ज़ी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइज़ेज़ में 5.11% की अपनी पूरी हिस्सेदारी बेच दी है। इनवेस्को ने ₹204.50 प्रति शेयर की कीमत पर ज़ी एंटरटेनमेंट के 4.91 करोड़ शेयर बेचे हैं। गौरतलब है कि इनवेस्को एक समय पर ज़ी की सबसे बड़ी शेयरधारक थी और इसकी ज़ी में करीब 18% की हिस्सेदारी थी।

 

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बोस्टन मैराथन में चेबेट और ओबिरी का दबदबा, केन्या का दोहरा प्रदर्शन

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127 वीं बोस्टन मैराथन

बोस्टन मैराथन के 127वें संस्करण में केन्या के एवांस चेबेट ने पेशेवर पुरुष वर्ग में पहली जगह हासिल की और बोस्टन, मासाचुसेट्स में फिनिश लाइन को पार करते हुए विजयी हुए। हेलेन ओबिरी ने महिला दौड़ में भी विजय हासिल की। इससे पहले केन्या ने तीन सत्रों में सत्रशीर्ष जोड़ी बनाकर विजय हासिल की थी। चेबेट ने 2 घंटे, 5 मिनट और 54 सेकंड के समय में फिनिश किया, तंजानिया के गेब्रियल गेय दूसरे स्थान पर रहे और 2:06:04 के समय से चेबेट के प्रशिक्षण साथी और साथी केन्या के बेंसन किपरुतो ने तीसरी जगह हासिल की।

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बरसाती और ठंडी मौसम की स्थितियों में, पिछले साल के विजेता चेबेट ने विश्व रिकॉर्ड होल्डर एलियुड किपचोग को पछाड़ दिया और रॉबर्ट किप्कोच चेरुइयोट के 2006-2008 के हैट्रिक के बाद पहला व्यक्ति बन गया जो बॉस्टन टाइटल का बचाव करता रहा। लेकिन सबसे अधिक मैराथन दौड़ने वाले महान खिलाड़ी माने जाने वाले दो बार के ओलंपिक विजेता किपचोग के लिए निराशा थी, जो बर्लिन, टोक्यो, लंदन और चिकागो में हुए पूर्व मैराथन विजयों में से बॉस्टन क्राउन को जोड़ने की कोशिश कर रहे थे।

बोस्टन मैराथन के बारे में

बोस्टन मैराथन दुनिया के सबसे पुराने और प्रतिष्ठित लम्बी दौड़ की घटनाओं में से एक है। यह हर साल एप्रिल के तीसरे सोमवार को पैट्रियोट्स डे पर बोस्टन, मासाचुसेट्स, संयुक्त राज्य अमेरिका में होता है। मैराथन को 1897 में पहली बार आयोजित किया गया था और तब से हर साल दौड़ा जाता रहा है, केवल 2020 में COVID-19 महामारी के कारण वर्चुअल रूप में आयोजित किया गया था।

बॉस्टन मैराथन दुनिया भर से उत्कृष्ट दौड़ों को आकर्षित करता है, साथ ही हजारों अमेच्युर रनर्स भी भाग लेते हैं, जो अन्य मैराथन या हाफ मैराथन में अपनी प्रदर्शन के आधार पर योग्यता प्राप्त करते हैं। यह 26.2 मील की दूरी तय करता है और हॉप्किंटन शहर से शुरू होता है और बॉस्टन शहर के डाउनटाउन में समाप्त होता है। इस कोर्स को चुनौतीपूर्ण पहाड़ों के लिए विशेष रूप से 20 मील के निकट स्थित “हार्टब्रेक हिल” के लिए जाना जाता है।

बॉस्टन मैराथन अपनी कठिन पारगमन स्थानों के लिए भी जाना जाता है, खासकर 20 मील के निकट “हार्टब्रेक हिल” जैसे। इस मैराथन के तंग योगदान मानक और उपस्थिति के लिए आवश्यक समय मानकों की भी एक कड़ी शामिल है। इस दौड़ का एक समृद्ध इतिहास है और बोस्टन की सांस्कृतिक विरासत का महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह खेल विश्व में एक प्रमुख घटना है और दुनिया भर में लाखों लोगों द्वारा देखा जाता है।

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बोरिया मजूमदार की नई पुस्तक ‘Sachin@50- सेलेब्रेटिंग ए मैस्ट्रो’ का विमोचन

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Sachin@50 – एक उस्ताद का जश्न

प्रख्यात खेल इतिहासकार और लोकप्रिय टीवी शो होस्ट बोरिया मजुमदार ने महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर के 50वें जन्मदिन के अवसर पर ‘Sachin@50 – Celebrating A Maestro’ नाम की एक नई किताब का अनावरण किया। इस किताब का अविष्कार और व्यवस्थापन मजुमदार द्वारा किया गया है, जिसमें गुलजार द्वारा लिखित एक विशेष बैक कवर नोट भी है। यह किताब आधिकारिक रूप से तेंदुलकर के 50वें जन्मदिन, जो 24 अप्रैल, 2023 को होगा, पर रिलीज़ की जाएगी। इस किताब में तेंदुलकर की सफलता की यात्रा को कवर किया गया है, जो उनके कम उम्री में ही उनके नाक से खून बहने की घटना के बाद से शुरू हुई, जिससे वे 1989 में पाकिस्तान में वैश्विक रूप से पहचाने गए। इसके अलावा, यह उद्धरण करती है कि वह सबसे बड़े बैटिंग सेंसेशन कैसे बन गए और खेल की सीमाओं को पार कर गए।

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प्रकाशक घर साइमन एंड शुस्टर सचिन तेंदुलकर को सम्मानित कर रहा है और एक विशेष पुस्तक जारी कर रहा है जिसका शीर्षक है ‘Celebrating a Maestro – Sachin@50’। इसमें अनेक प्रसिद्ध व्यक्तियों द्वारा मूल निबंध और आलेख हैं। इनमें सचिन की पत्नी अंजली तेंदुलकर, उनके भाई अजीत तेंदुलकर, क्रिकेट दिग्गज सुनील गावस्कर, सौरव गांगुली और रोहित शर्मा शामिल हैं, साथ ही इसमें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खिलाड़ी डेविड वार्नर का भी योगदान है। इसके अलावा, पुस्तक में अभिनव बिंद्रा, फरहान अख्तर, प्रहलाद कक्कड़ और विश्वनाथन आनंद जैसे अन्य क्षेत्रों के जाने-माने व्यक्तित्वों के योगदान भी हैं।

लेखक के बारे में

बोरिया मजुमदार एक रोड्स छात्र हैं और उन्हें भारत के सबसे प्रभावशाली टिप्पणकारों में से एक के रूप में मान्यता प्राप्त है। 2000 से 2017 तक अंतरराष्ट्रीय खेल की कवरेज करने के बाद, वह वर्तमान में इंडिया टुडे ग्रुप के कंसल्टिंग एडिटर, स्पोर्ट और यूनिवर्सिटी ऑफ सेंट्रल लैंकाशायर के वरिष्ठ शोध सहयोगी हैं। उन्होंने टाइम्स नाउ के स्पोर्ट्स एक्सपर्ट और शिकागो और टोरंटो विश्वविद्यालयों के अतिथि प्रोफेसर के रूप में भी काम किया है। मजुमदार ने पिछले पंद्रह वर्षों में खेलों पर 1,000 से अधिक कॉलम लिखे हैं, और इनमें से कई लोगों के सह-लेखक रहे हैं। उनकी लेखन में शामिल हैं Olympics: The India Story (नलिन मेहता के साथ) और Playing It My Way—Sachin Tendulkar’s autobiography।

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तेलुगू अभिनेता और कॉमेडियन अल्लू रमेश का निधन

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तेलुगु अभिनेता और कॉमेडियन अल्लू रमेश का निधन हो गया। उन्हें उनके घरवाले शहर विशाखापत्तनम में हृदयघात की समस्या हुई थी। अल्लू रमेश ने अपनी अभिनय करियर थिएटर प्रदर्शनों से शुरू की थी। उसके बाद उन्होंने तारुण की फिल्म ‘चिरुजल्लु’ से टॉलीवुड में अपना डेब्यू किया और लगभग 50 फिल्मों में अभिनय किया। अल्लू रमेश ने ‘नेपोलियन’, ‘थोलुबोममलाटा’, ‘मधुरा वाइंस’, और ‘रावण देशम’ जैसी फिल्मों में भी अभिनय किया। अपने लगभग दो दशक की अभिनय करियर के दौरान, रमेश ने कई लोकप्रिय और सफल फिल्मों में अपना काम किया और अंतिम बार वह राजेंद्र प्रसाद की फिल्म ‘अनुकोनि प्रयाणम’ में बड़े पर्दे पर नजर आए थे।

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फिल्मों के अलावा, वह टेलीविजन उद्योग का भी हिस्सा था। उन्होंने फिल्म अभिनय के साथ-साथ मां विदकुला नामक सीरीज में भी अपनी अभिनय कला दिखाई थी, जहां उन्होंने अभिनेत्री के पिता का रोल निभाया था। यह अभिनेता तेलुगु फिल्मों में कॉमेडियन के रूप में छोटे-छोटे रोल निभाते थे। अपनी कम स्क्रीन उपस्थिति के बावजूद, उन्हें उनकी अनोखी कोस्टल एक्सेंट के कारण मान्यता प्राप्त हुई।

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तमिलनाडु के कुंबम अंगूर को मिला जीआई टैग

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कुंबुम पनीर थ्रचाई या कुंबुम अंगूर, जो तमिलनाडु के प्रसिद्ध हैं, हाल ही में भौगोलिक संकेत (GI) टैग से सम्मानित किए गए हैं। तमिलनाडु के कुंबुम घाटी को ‘दक्षिण भारत के अंगूर शहर’ के रूप में लोकप्रियता हासिल है और पनीर थ्रचाई या मस्कट हैंबर्ग विविधता की खेती के लिए जाने जाते हैं, जो तमिलनाडु में अंगूर के उत्पादन के लगभग 85% का हिस्सा बनते हैं।

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इतिहास और स्वास्थ्य लाभ:

  • पनीर अंगूर को 1832 में एक फ्रेंच पादरी ने तमिलनाडु में पहली बार पेश किया था।
  • ये अंगूर विटामिन, तार्टारिक एसिड और एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होते हैं, जो कुछ अनौपचारिक बीमारियों के खतरे को कम करते हैं।
  • इन्हें उनकी उत्कृष्ट स्वाद के लिए भी जाना जाता है।

भौगोलिक संकेत (जीआई) टैग के लाभ

भौगोलिक संकेत (GI) टैग एक ऐसा बौद्धिक सम्पदा का अधिकार होता है जो किसी विशिष्ट भौगोलिक क्षेत्र में उत्पादित उत्पाद के मूल स्थान और गुणवत्ता को दर्शाता है। GI टैग का प्राथमिक उद्देश्य उत्पाद की पारंपरिक ज्ञान, सांस्कृतिक विरासत और प्रतिष्ठा को संरक्षित करना होता है, और इसके आर्थिक मूल्य को बढ़ावा देना भी होता है। कुछ GI टैग होने के लाभ हैं:

  • नकल और गलत उपयोग के खिलाफ संरक्षण: GI टैग यह सुनिश्चित करता है कि किसी विशिष्ट क्षेत्र में उत्पादित उत्पाद को नकल और गलत उपयोग से संरक्षित किया जाता है। इससे दूसरों को उत्पाद के नाम या क्षेत्र का उपयोग अपने उत्पादों को प्रमोट करने के लिए नहीं करने दिया जाता है और उत्पाद की प्रतिष्ठा और प्रामाणिकता को संरक्षित किया जाता है।
  • गुणवत्ता आश्वासन: GI टैग उपभोक्ताओं को उत्पाद की गुणवत्ता और प्रामाणिकता की आश्वासन प्रदान करता है। यह सुनिश्चित करता है कि उत्पाद पारंपरिक तरीकों से उत्पन्न होता है और निश्चित गुणवत्ता मानकों का पालन करता है।
  • बढ़ी हुई विपणीयता: GI टैग उत्पाद की बढ़ी हुई विपणीयता करता है जिससे उसे एक अद्वितीय पहचान मिलती है और उपभोक्ताओं के लिए अधिक आकर्षक बनाता है। इसके अलावा, यह राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय नए विपणन अवसर भी उत्पन्न करता है।
  • आर्थिक लाभ: GI टैग पर्यटन को बढ़ावा देकर, रोजगार के अवसर पैदा करके और स्थानीय समुदायों की आय बढ़ाकर किसी क्षेत्र के आर्थिक विकास में योगदान कर सकता है।
  • पारंपरिक ज्ञान के संरक्षण: GI टैग उत्पाद से जुड़े पारंपरिक ज्ञान और संस्कृति के संरक्षण में मदद करता है। इसके अलावा, यह पारंपरिक तरीकों और प्रथाओं का उपयोग बढ़ाता है, जो अक्सर अधिक स्थायी और पर्यावरण मित्र होते हैं।

सारांश में, जीआई टैग उत्पाद को संरक्षण, गुणवत्ता आश्वासन, विपणन योग्यता, आर्थिक लाभ और उत्पाद से संबंधित पारंपरिक ज्ञान के संरक्षण में मदद करता है।

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मैल्कम आदिसेशिया पुरस्कार 2023 उत्सा पटनायक ने जीता

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17 अप्रैल 2023 को प्रसिद्ध अर्थशास्त्री, उत्सा पटनायक को 2023 मैल्कम आदिसेशिया पुरस्कार के लिए चुना गया। यह पुरस्कार प्रत्येक वर्ष मैल्कम एंड एलिजाबेथ आदिसेशिया ट्रस्ट द्वारा दिया जाता है। प्रतिष्ठित राष्ट्रीय पुरस्कार इस उद्देश्य के लिए विशेष रूप से गठित एक राष्ट्रीय स्तर के जूरी द्वारा चुने गए उत्कृष्ट सामाजिक वैज्ञानिकों को प्राप्त नामांकन से सम्मानित करता है। जूरी ने सर्वसम्मति से प्रोफेसर पटनायक को इस वर्ष पुरस्कार के प्राप्तकर्ता के रूप में चुना। पुरस्कार के पिछले विजेता भारतीय अर्थशास्त्री प्रभात पटनायक थे, जिन्होंने इसे 2022 में जीता था।

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उत्सा पटनायक के बारे में

 

उत्सा पटनायक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय ख्याति के एक प्रसिद्ध अर्थशास्त्री हैं जिन्होंने कृषि अध्ययन, राजनीतिक अर्थव्यवस्था, आर्थिक विचारों के इतिहास और उपनिवेशवाद और साम्राज्यवाद के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने कृषि संबंध, किसान आंदोलन, खाद्य सुरक्षा, गरीबी उन्मूलन, राजकोषीय नीति, व्यापार नीति, ऋण संकट, वैश्वीकरण, नवउदारवाद, पूंजीवाद, समाजवाद, मार्क्सवाद-लेनिनवाद जैसे विकास अर्थशास्त्र से संबंधित विभिन्न विषयों पर कई किताबें और लेख लिखे हैं।

 

मैल्कम आदिशेशिया पुरस्कार

 

  • यह भारत में सबसे प्रतिष्ठित राष्ट्रीय पुरस्कारों में से एक है जो विकास अध्ययन के क्षेत्र में सामाजिक वैज्ञानिकों के उत्कृष्ट योगदान को मान्यता और सम्मान देता है।
  • यह 2000 में मैल्कम और एलिजाबेथ आदिसेशिया ट्रस्ट द्वारा स्थापित किया गया था।
  • यह पुरस्कार प्रत्येक वर्ष एक मध्य-कैरियर सामाजिक वैज्ञानिक को दिया जाता है जिसने अनुसंधान, शिक्षण, नीति समर्थन या सार्वजनिक सेवा के माध्यम से विकास अध्ययन में उत्कृष्ट योगदान दिया है।
  • पुरस्कार में एक प्रशस्ति पत्र और रुपये की पुरस्कार राशि शामिल है। 2 लाख।
  • पुरस्कार प्राप्त नामांकन से मैल्कम एंड एलिजाबेथ आदिसेशिया ट्रस्ट द्वारा गठित एक राष्ट्रीय स्तर की जूरी द्वारा दिया जाता है।

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नमामि गंगे: 638 करोड़ रुपये की 8 परियोजनाओं को मंजूरी

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राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (एनएमसीजी) की कार्यकारी समिति की 48वीं बैठक 18 अप्रैल को राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (एनएमसीजी) के महानिदेशक जी. अशोक कुमार की अध्यक्षता में हुई। बैठक में लगभग 638 करोड़ रुपये की आठ परियोजनाओं को मंजूरी दी गई। हिंडन नदी, जो कि यमुना नदी की एक सहायक नदी है, को साफ करने के प्रयास में शामली जिले में प्रदूषण कम करने के लिए 407.39 करोड़ रुपये की चार परियोजनाएं स्वीकृत की गई हैं। ये परियोजनाएं व्यापक हिंडन कायाकल्प योजना का हिस्सा हैं। हिंडन नदी प्रदूषित नदियों के खंड में पहली प्राथमिकता के रूप में पहचानी गई है। जिन परियोजनाओं को मंजूरी दी गई थी, वे कृष्णा नदी में प्रदूषित पानी के प्रवाह को रोकने के लिए हैं। कृष्णा हिंडन की प्रमुख सहायक नदियों में से एक है जो शामली जिले से प्रदूषित पानी को हिंडन नदी में छोड़ती है।

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मुख्य बिंदु

 

  • बैठक में दो और सीवरेज प्रबंधन परियोजनाओं को मंजूरी दी गई जिसमें बिहार और मध्य प्रदेश में एक-एक हैं। बिहार में, 3 एसटीपी (जोन 1 और 2 में क्रमशः 7 एमएलडी, 3.5 एमएलडी और 6 एमएलडी) के निर्माण की एक परियोजना को अन्य कार्यों के साथ 77.39 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से मंजूरी दी गई।
  • ये परियोजनाएं गंगा की सहायक नदी किउल नदी में प्रदूषित पानी के प्रवाह को रोकेंगी। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 2025 में होने वाले महाकुंभ की तैयारियों के तहत प्रयागराज में 7 घाटों के विकास की एक परियोजना को भी ईसी की बैठक में मंजूरी दी गई।
  • इन घाटों में दशाश्मेध घाट, किला घाट, नौकायन घाट, ज्ञान गंगा आश्रम घाट, सरस्वती घाट, महेवा घाट और रसूलाबाद घाट शामिल हैं।
  • इन घाटों में नहाने के लिए जगह, कपड़े बदलने के लिए कमरे, सभी के लिए सुविधाजनक रैंप, पीने के पानी की जगह, रात के लिए फ्लड लाइट, कियोस्क, लैंडस्केपिंग आदि जैसी सुविधाएं होंगी।
  • 48वीं ईसी बैठक में दो और, बिहार और मध्य प्रदेश में एक-एक गंदे नालों की प्रबंधन परियोजनाओं को मंजूरी दी गई। बिहार में अन्य कार्यों के साथ 77.39 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत पर 3 एसटीपी (जोन 1 और 2 में क्रमशः 7 एमएलडी, 3.5 एमएलडी और 6 एमएलडी) के निर्माण की एक परियोजना को मंजूरी दी गई। ये परियोजनाएं गंगा की सहायक नदी किऊल नदी में प्रदूषित पानी के प्रवाह को रोकेंगी।
  • मध्य प्रदेश में 22 एमएलडी एसटीपी, 2.38 एमएलडी कॉमन एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट (सीईटीपी) के निर्माण की एक परियोजना और अन्य कार्यों को 92.78 करोड़ रुपये की लागत के साथ मंजूरी दी गई। यह परियोजना क्षिप्रा नदी में प्रदूषित पानी के प्रवाह को रोकेगी, जो यमुना की सहायक नदी है।
  • हरिद्वार, उत्तराखंड के लिए घाट विकास की एक और परियोजना को मंजूरी दी गई, जहां 2.12 करोड़ करोड़ की कुल लागत से अखंड परम धाम घाट का निर्माण किया जाएगा। इस परियोजना में दुकान/कियोस्क (घाट पे हाट गतिविधियों के लिए), योग/ध्यान लॉन, दिव्यांगों के लिए रैंप, सैरगाह, सांस्कृतिक और धार्मिक गतिविधियों के लिए मंच आदि का निर्माण शामिल है।

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टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स द्वारा रणधीर ठाकुर की सीईओ और एमडी के रूप में नियुक्ति

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टाटा ग्रुप ने टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स प्राइवेट लिमिटेड (टीईपीएल) के सीईओ और प्रबंध निदेशक के रूप में डॉ. रणधीर ठाकुर की नियुक्ति की है, क्योंकि ग्रुप ने एक रणनीति बनाई है जिसके तहत सेमीकंडक्टर उत्पादन क्षमताओं को मजबूत किया जाएगा, देश के उन शानदार प्रेसिजन मशीनिंग व्यवसाय के रिवल्स पर एक एज बनाने की कोशिश की जाएगी। हाल ही में, ठाकुर वैश्विक इलेक्ट्रॉनिक चिप और सर्किट निर्माता दिग्गज इंटेल से जुड़े थे। ठाकुर उत्पादन अंतर्गत इंटेल फाउंड्री सर्विसेज के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में काम कर रहे थे, जब उन्होंने टीईपीएल के प्रमुख पद पर शुरुआत की।

ठाकुर ने उन्नत सेमीकंडक्टर प्रौद्योगिकियों के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिए हैं। उनके पास पारिस्थितिक नेतृत्व, प्रक्रिया प्रौद्योगिकी उपकरण, मर्जर और अधिग्रहण, संयुक्त उद्यम, उत्पाद विकास के क्षेत्र में गहरी विशेषज्ञता है, जबकि वे पारिस्थितिक साथियों और ग्राहकों के साथ निकटता से सहयोग करते हुए काम करते हैं।

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टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स प्राइवेट लिमिटेड (टीईपीएल) 2020 में टाटा ग्रुप की एक हरित क्षेत्रीय शुरुआत वेंचर के रूप में स्थापित की गई थी, जो प्रेसिजन कंपोनेंट निर्माण में विशेषज्ञता रखती है और सेमीकंडक्टर फेब्रिकेशन और पैकेजिंग सेगमेंट तक का एक रोडमैप है। कंग्लोमरेट का एक हरित क्षेत्रीय वेंचर, टीईपीएल मूल रूप से एक इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट निर्माण फर्म है, जिसकी प्राथमिक विनिर्माण सुविधा भारत के तमिलनाडु राज्य के कृष्णागिरी जिले में स्थित है। टीईपीएल के माध्यम से, नमक से सॉफ्टवेयर तक का कंग्लोमरेट देश की प्रेसिजन मशीनिंग और असेंबली क्षमताओं स्पेस में एक बेचहोल्ड हासिल करना चाहता है।

ओडिशा में मिला मैंग्रोव पित्त पक्षी

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देश में पहली बार इस तरह की जनगणना में, भितारकानिका के वन अधिकारियों ने 179 मैंग्रोव पिट्टा पक्षियों को देखा है, जो अपने उल्लेखनीय और जीवंत रंगों के लिए जाने जाते हैं। ये सुंदर और रंगीन पक्षी भारत के उत्तर पूर्वी राज्य ओडिशा के भितारकानिका और पश्चिम बंगाल के सुंदरबन के मैंग्रोव वन क्षेत्रों में ही पाए जाते हैं। अंतरराष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संगठन (IUCN) के अनुसार, इस प्रजाति का मूल्यांकन किया गया है और इसे “निकट खतरे से जुड़ा” घोषित किया गया है।

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India's First Mangrove Pitta Bird Census Conducted In Odisha's Bhitarkanika - odishabytes

मैंग्रोव पित्त पक्षी के बारे में:

  • मैंग्रोव पिट्टा पक्षी का आवास सिर्फ ओडिशा के भितारकानिका और पश्चिम बंगाल के सुंदरबन के मैंग्रोव वनों तक सीमित है।
  • भारत में पहली बार इस पक्षी की जनसंख्या का विश्लेषण करने के लिए जनगणना की गई थी।
  • भितारकानिका वन्यजीव अभयारण्य के महिपुरा नदी मुख क्षेत्र में इन पक्षियों की सबसे अधिक संख्या देखी गई थी।
  • मैंग्रोव पिट्टा पक्षियां काले सिर, भूरे मुकुट, सफेद गले, हरीश ऊपरी भाग, भैंस रंग के निचले भाग और लाल वेंट क्षेत्र के साथ रंगीन होते हैं।
  • ये मैंग्रोव वनों में पाए जाने वाले क्रस्टेशियन्स, मोलस्क्स और कीटों से खाना खाते हैं।
  • जनगणना का उद्देश्य इन पक्षियों के विकास पैटर्न को मॉनिटर करना और यह मूल्यांकन करना है कि क्या भविष्य में इन्हें विलुप्त होने वाले प्रजातियों की सूची में शामिल किया जाना चाहिए।

भितरकनिका राष्ट्रीय उद्यान के बारे में :

Bhitarkanika National Park

  • भितारकानिका राष्ट्रीय उद्यान ओडिशा में स्थित है और 672 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र को कवर करता है।
  • यह भारत का दूसरा सबसे बड़ा मैंग्रोव पारिस्थितिकी औधोगिक क्षेत्र है और नदियों और खालों का एक नेटवर्क है।
  • पार्क ब्रह्मणी, बैतरणी, धम्रा और पटसाला नदियों से पोषित होता है, जो नमक से समृद्ध एक विशिष्ट पारिस्थितिकी पैदा करते हैं।
  • इस क्षेत्र में उष्णकटिबंधीय और उपउष्णकटिबंधीय वनस्पति और प्रजातियां होती हैं।
  • पार्क नमकीन मगरमच्छों के जन्माने के लिए जाना जाता है और गाहिरमथा बीच पर ऑलिव रिडली समुद्री कछुआ के सबसे बड़े कॉलोनी होने के लिए जाना जाता है।
  • सुरजपोर खाल पर एक हेरोनी है जहाँ हजारों पक्षियों के घोंसले होते हैं और वायुमंडलीय एक्रोबैटिक्स करते हैं।
  • भितरकानिका आठ प्रकार के किंगफिशर पक्षियों के घर भी है।

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आदिवासी उत्पादों के विपणन और लॉजिस्टिक विकास के लिए पीटीपी-एनईआर योजना का शुभारंभ

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आदिवासी कार्य मंत्री अर्जुन मुंडा मणिपुर में उत्तर पूर्वी क्षेत्र से आदिवासी उत्पादों के प्रचार और विपणन के लिए मार्केटिंग और लॉजिस्टिक विकास योजना (पीटीपी-एनईआर) योजना का शुभारंभ करेंगे। इस योजना का उद्देश्य उत्तर-पूर्वी क्षेत्र में निवास करने वाले अनुसूचित जनजातियों को उनके उत्पादों की खरीदारी, लॉजिस्टिक्स और मार्केटिंग क्षमता को बढ़ाकर लाभ प्रदान करना है।

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PTP-NER Scheme | Online Registration | Application From PDF

पीटीपी-एनईआर योजना के लिए विपणन, रसद विकास के बारे में अधिक जानकारी :

इस योजना को आठ राज्यों, अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, त्रिपुरा और सिक्किम में लागू किया जाएगा। इस योजना के तहत, सरकार आज से शुरू होने वाले 68 आदिवासी कलाकार मेलों का आयोजन करके उत्तर पूर्वी क्षेत्र के आदिवासी कलाकारों को एक प्लेटफॉर्म प्रदान करने की योजना बना रही है। ये मेले क्षेत्र के विभिन्न जिलों में आयोजित किए जाएंगे और इन्हें आदिवासी कलाकारों के उत्पादों और कौशलों का प्रदर्शन करने का एक मंच प्रदान किया जाएगा।

पीटीपी-एनईआर योजना के लिए विपणन, रसद विकास का उद्देश्य:

इस योजना का उद्देश्य उत्तर पूर्वी राज्यों के जनजातीय शिल्पकारों के जीविका अवसरों को मजबूत करना है और उनके उत्पादों को बढ़ावा देना है।

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