केरल हाई कोर्ट ने अपने हाल के दो फैसलों को मलयालम में प्रकाशित किया है। केरल हाई कोर्ट अपने फैसलों को क्षेत्रीय भाषा में प्रकाशित करने वाला देश का पहला हाई कोर्ट बन गया है। बता दें, जनवरी में चीफ जस्टिस एस. मणिकुमार और जस्टिस शाजी पी. चाली की एक पीठ द्वारा पारित निर्णय मलयालम में हाई कोर्ट की वेबसाइट पर उपलब्ध कराया गया, इस प्रकार रेकॉर्ड बनाया गया।
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मुख्य बिंदु
- जब से भारत के चीफ जस्टिस डी.वाई. चंद्रचूड़ ने नवंबर 2022 में पदभार ग्रहण किया, हाई कोर्टों और सुप्रीम कोर्ट के निर्णयों को क्षेत्रीय भाषाओं में प्रकाशित करने की दिशा में कार्यपालिका और न्यायपालिका का सामूहिक प्रयास रहा है।
- लगभग उसी समय CJI ने कहा था कि क्षेत्रीय भाषाओं में सुप्रीम कोर्ट के फैसलों को जारी करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
- शीर्ष अदालत के 1,091 निर्णय गणतंत्र दिवस पर ओडिया, गारो और अन्य क्षेत्रीय भाषाओं में जारी किए गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी न्यायपालिका के निर्णयों को उन नागरिकों के लिए अधिक सुलभ बनाने पर ध्यान केंद्रित करने की सराहना करते रहे हैं, जो शायद अंग्रेजी में पारंगत नहीं हैं।
- पीएम ने 22 जनवरी को ट्वीट किया था, हाल ही में एक समारोह में, CJI जस्टिस डी.वाई. चंद्रचूड़ ने क्षेत्रीय भाषाओं में सुप्रीम कोर्ट के निर्णयों को उपलब्ध कराने की दिशा में काम करने की आवश्यकता पर बात की। उन्होंने इसके लिए तकनीक के इस्तेमाल का सुझाव भी दिया।