सरकार ने मार्च 2026 तक पीएम-कुसुम योजना का विस्तार किया

about | - Part 1396_3.1

केंद्र सरकार ने पीएम कुसुम योजना की अवधि मार्च 2026 तक बढ़ा दी है। इस स्कीम की शुरुआत साल 2019 में की गई थी। इसका उद्देश्य साल 2022 तक 30800 मेगावाट की अतिरिक्त सौर क्षमता प्राप्त करना था। लोकसभा में नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री आरके सिह ने लिखित उत्तर में कहा कि कोरोना महामारी के कारण पीएम-कुसुम के कार्यान्वयन की गति काफी प्रभावित हुई है। एक अन्य प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा, ‘देश में 39 पनबिजली परियोजनाओं में से 9 पर काम रुका हुआ है। रुकी हुई परियोजनाओं को दोबारा शुरू करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं।

Buy Prime Test Series for all Banking, SSC, Insurance & other exams

इस योजना को लागू करने के लिए सरकार की ओर से 34,422 करोड़ रुपए का फाइनेंशियल सपोर्ट मिलता है, जिसमें योजना को लागू करने वाली एजेंसी के सर्विस चार्ज भी शामिल है। किसान अपने खेत में सोलर पंप सिस्टम लगवाकर फ्री में सिंचाई कर सकते हैं। सोलर सिस्टम लगवाने से बिजली बिल कम आएगा। इससे भारी भरकम बिजली बिल से छुटकारा मिलेगा। सोलर पंप लगवाने से सिंचाई कार्य में रुकावट नहीं आएगी। बिजली कटौती होने पर किसानों परेशानी नहीं होगी।

 

पीएम कुसुम योजना: लाभ

 

  • पीएम कुसुम योजना के जरिए सोलर पंप सिस्टम से बिजली का उत्पादन कर सकते हैं। अगर आप अपने उपयोग के अतिरिक्त बिजली का उत्पादन करते हैं, तो इससे बिजली वितरण निगम को बेचकर कमाई कर सकते हैं।
  • अगर आपके पास बेकार खाली जमीन है, तो आप इसे सरकार को लीज पर देकर कमाई कर सकते हैं। आपके जमीन पर सोलर सिस्टम लगाने पर सरकार किराया देगी।
  • पीएम कुसुम योजना में किसानों को खेत में सोलर पंप लगाने के लिए 60% तक सब्सिडी दी जाती है। इसमें 30% केंद्र और 30% राज्य सरकार देती है। वहीं 30 प्रतिशत बैंक द्वारा लोन लिया जा सकता है, बाकि बचा 10 प्रतिशत पैसा किसानों को देना होता है।

Find More News Related to Schemes & Committees

Assam Government Launched Orunodoi 2.0 Scheme_80.1

नासा का ऑल-इलेक्ट्रिक एक्स-57 विमान उड़ान भरने की तैयारी में

about | - Part 1396_6.1

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का “ऑल-इलेक्ट्रिक” विमान एक्स-57 जल्द ही उड़ान भरने के लिए तैयार है। विमान के पंखों के साथ 14 प्रोपेलर हैं और यह पूरी तरह से बिजली से संचालित होता है। हाल ही में, नासा के एक्स-57 मैक्सवेल ने अपने क्रूज मोटर नियंत्रकों का सफल थर्मल परीक्षण किया। थर्मल परीक्षण महत्वपूर्ण है क्योंकि यह विमान नियंत्रकों के डिजाइन, संचालन क्षमता और कारीगरी की गुणवत्ता को मान्य करता है। नियंत्रकों के तापमान-संवेदनशील हिस्से होते हैं और उड़ान के दौरान चरम स्थितियों का सामना करने में सक्षम होना चाहिए।

Buy Prime Test Series for all Banking, SSC, Insurance & other exams

नासा के “ऑल-इलेक्ट्रिक” विमान X-57 के बारे में

 

  • X-57 अपने प्रणोदकों के लिए इलेक्ट्रिक मोटर्स चलाने के लिए लिथियम बैटरी का उपयोग करता है।
  • क्रूज मोटर नियंत्रक विमान की लिथियम-आयन बैटरी में संग्रहीत ऊर्जा को विमान की मोटरों को शक्ति प्रदान करने के लिए परिवर्तित करते हैं। हालांकि, लिथियम-आयन बैटरी की ऊर्जा विमानन ईंधन से 50 गुना कम है।
  • उच्च-शक्ति टेक-ऑफ और क्रूज के दौरान 98% दक्षता प्रदान करने के लिए नियंत्रक सिलिकॉन कार्बाइड ट्रांजिस्टर का उपयोग करते हैं, जिसका अर्थ है कि वे अत्यधिक गर्मी उत्पन्न नहीं करते हैं और मोटर के माध्यम से बहने वाली हवा से ठंडा हो सकते हैं।
  • नासा के अनुसार, एक्स-57 प्रोजेक्ट का मुख्य लक्ष्य तेजी से उभर रहे इलेक्टिक एयरक्राफ्ट बाजारों के मानक तय करना है।
  • अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का एक्स-57 विमान कई मायनों में खास हैं। इसमें रिचार्ज हो सकने वाली लिथियम-आयन बैट्री का इस्तेमाल किया है। इसके अलावा वायु प्रवाह बढ़ाने के लिए विमान के पंखों के आसपास दर्जनों मोटर भी लगाएं गए हैं।

 

सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण टेकअवे:

 

  • नासा मुख्यालय: वाशिंगटन, डी.सी., संयुक्त राज्य अमेरिका;
  • नासा की स्थापना: 29 जुलाई 1958, संयुक्त राज्य अमेरिका;
  • नासा के संस्थापक: ड्वाइट डी. आइजनहावर।
India's Manned Space Flight Gaganyaan to be Launched in the Fourth Quarter of 2024_80.1

 

Green Bond लाने वाला पहला नगर निकाय बना इंदौर

about | - Part 1396_9.1

इंदौर नगर निगम हरित बॉन्ड जारी करने वाला देश का पहला शहरी निकाय बन गया है। इस बॉन्ड के जरिये निगम की 244 करोड़ रुपये जुटाने की योजना है। इंदौर नगर निगम का बॉन्ड 10 फरवरी को खुलेगा और 14 फरवरी को बंद होगा। इसे नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर सूचीबद्ध किया जाएगा। लॉन्च होने के बाद चौथे सप्ताह में बॉन्ड के एनएसई में लिस्टेड होने की संभावना है।

Buy Prime Test Series for all Banking, SSC, Insurance & other exams

इस राशि का इस्तेमाल 60 मेगावॉट क्षमता वाला सौर संयंत्र लगाने के लिए किया जाएगा। यह संयंत्र इंदौर के वाटर पंप स्टेशन पर लगाया जाएगा। शहर को अधिक साफ-सुथरा बनाने और संसाधनों की बचत के लिए पंपिंग स्टेशन पर सौर संयंत्र लगाने की योजना है। इस पर करीब 305 करोड़ रुपये का निवेश होगा। सौर संयंत्र बन जाने पर पांच-छह करोड़ रुपये का बिजली बिल बचेगा। इंदौर नगर निगम शहर में पेयजल आपूर्ति के लिए जलूद से पानी पंपिंग करता है। इसके लिए हर महीने बिजली बिल पर 25 करोड़ रुपये खर्च होते हैं।

 

ग्रीन बॉन्ड से क्या तात्पर्य है?

 

ग्रीन बॉन्ड एक ऋण सुरक्षा है जो किसी संगठन द्वारा उन परियोजनाओं के वित्तपोषण या पुनर्वित्त के उद्देश्य से जारी किया जाता है जो पर्यावरण और/या जलवायु में सकारात्मक योगदान देते हैं। ग्रीन बॉण्ड ऋण प्राप्ति का एक साधन है जिसके माध्यम से ग्रीन ’परियोजनाओं के लिये धन जुटाया जाता है, यह मुख्यतः नवीकरणीय ऊर्जा, स्वच्छ परिवहन, स्थायी जल प्रबंधन आदि से संबंधित होता है।

Find More Miscellaneous News Here

 

Assam Grants Industry Status to Its Tourism Sector_70.1

रिलायंस ने पेश किया हाइड्रोजन से चलने वाला ट्रक, जानें सबकुछ

about | - Part 1396_12.1

रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (Reliance Industries Limited) ने हाइड्रोजन से चलने वाला ट्रक पेश किया है। रिलायंस ने बेंगलुरु में ‘इंडिया एनर्जी वीक’ (India Energy Week) में इस हेवी ड्यूटी ट्रक को पेश किया। यह देश का पहला H2ICE टेक्नोलॉजी वाला ट्रक है। इंडिया एनर्जी वीक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने इस ट्रक को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

 

हाइड्रोजन इंटरनल कम्बस्चन इंजन (H2ICE) संचालित ट्रक से करीब-करीब जीरो उत्सर्जन होता है। यह पारंपरिक डीजल ट्रक के बराबर ही परफॉर्मेंस देता है। साथ ही शोर भी कम करता है। इसकी परिचालन लागत भी कम है। इस तरह यह ग्रीन मोबिलिटी के भविष्य को एक नई परिभाषा देता है।

नेट कार्बन जीरो विजन

अपने नेट कार्बन जीरो विजन के हिस्से के रूप में रिलायंस अपने व्हीकल पार्टनर अशोक लेलैंड और अन्य टेक्निकल पार्टनर्स के साथ पिछले साल से इस यूनिक टेक्नोलॉजी को डेवलप करने में लगा हुआ है। पिछले साल 2022 की शुरुआत में पहला इंजन आया था।

 

पहला H2ICE टेक्नोलॉजी वाली ट्रक

 

यह ऑन रोड़ देश का पहला H2ICE टेक्नोलॉजी वाली ट्रक है। ट्रक में परंपरागत डीजल ईंधन या तरलीकृत प्राकृतिक गैस (LNG) के स्थान पर हाइड्रोजन का इस्तेमाल होता है, तो इससे उत्सर्जन लगभग शून्य हो जाता है। H2ICE में H2 हाइड्रोजन का सूत्र है और आईसीई आंतरिक दहन इंजन के लिए है।

 

हाइड्रोजन के उपयोग पर काफी जोर

 

भारत सरकार हाइड्रोजन के उपयोग पर काफी जोर दे रही है। इसका उत्पादन बिजली के जरिए पानी को तोड़ करके किया जाता है। स्टील प्लांट्स से लेकर उर्वरक इकाइयों तक में हाइड्रोजन का उपयोग होता है। हालांकि, अभी हाइड्रोजन की मैन्यूफैक्चरिंग लागत काफी ज्यादा है। कई कंपनियां हाइड्रोजन मैन्यूफैक्चरिंग में इन्वेस्ट कर रही हैं।

Jio to Acquire Reliance Infratel for Rs 3,720 Crore_80.1

गूगल ने ChatGPT को टक्कर देने उतारा अपना एआई चैटबॉट ‘बार्ड’

about | - Part 1396_15.1

अल्फाबेट के स्वामित्व वाली कंपनी गूगल ने एआई चैटबॉट ChatGPT को टक्कर देने की तैयारी कर ली है। कंपनी इसके लिए अपनी एआई चैटबॉट सर्विस को डेवलप कर रही है। इस चैटबॉट का नाम बार्ड (Bard) है, जिसे फिलहाल यूजर्स के फीडबैक के लिए जारी किया गया है। कंपनी आने वाले हफ्तों में इसे सभी के लिए जारी कर सकती है। इसकी पुष्टि अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई ने खुद की है।

 

Buy Prime Test Series for all Banking, SSC, Insurance & other exams

अल्फाबेट और गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने एक ब्लॉग पोस्ट में कहा कि कंपनी यूजर्स का फीडबैक लेने के लिए बार्ड नामक एक कन्वर्सेशनल एआई सर्विस को शुरू कर रही है। टेस्टिंग के बाद आने वाले हफ्तों में इसकी सार्वजनिक रिलीज होगी। गूगल के सीईओ ने कहा कि बार्ड यूजर्स के फीडबैक और वेब पर उपलब्ध जानकारी के आधार पर ज्ञान प्राप्त करेगा।

 

एआई चैटबॉट

 

एक्सपेरिमेंटल कन्वर्सेशनल एआई सर्विस बार्ड को LaMDA (लैंग्वेज मॉडल और डायलॉग एप्लिकेशन) से संचालित किया गया है। बता दें कि लैम्डा गूगल का एक एआई चैटबॉट है, जो इंसानों की तरह सोच सकता है। कंपनी ने इसे दो साल पहले ही पेश किया था। पिचाई ने कहा कि कंपनी का नया एआई चैटबॉट बार्ड की क्षमताओं के बारे में कहा कि इसको कंपनी के बड़े लैंग्वेज मॉडल की पावर, बुद्धिमत्ता और रचनात्मकता के संयोजन से लैस किया जाएगा।

कंपनी शुरू में LaMDA के हल्के मॉडल वर्जन के साथ टेस्टर के लिए AI सिस्टम को रोल आउट कर रही है। भविष्य के इसके एआई सिस्टम को और बेहतर बनाने के लिए काम किया जाएगा।

 

इसे देगा टक्कर

 

कंपनी ने नए एआई चैटबॉट बार्ड को OpenAI के ChatGPT को टक्कर देने के लिए पेश किया है। बता दें कि चैटजीपीटी टिक टॉक और इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफॉर्म को पछाड़ते हुए इतिहास में सबसे तेजी से बढ़ने वाला यूजर एप्लिकेशन बन गया है। ChatGPT ने लॉन्च के दो महीने बाद ही जनवरी में 100 मिलियन मासिक एक्टिव यूजर्स तक पहुंच बना ली है।

 

3,299 करोड़ रुपये का निवेश

 

Google ने हाल ही में Anthropic में 400 मिलियन डॉलर यानी लगभग 3,299 करोड़ रुपये का निवेश किया है। इस निवेश की रिपोर्ट पर Google और Anthropic में से किसी ने टिप्पणी नहीं की है, हालांकि दोनों ने साझेदारी की घोषणा जरूर की है। इस साझेदारी के तहत ChatGPT जैसा एआई टूल तैयार होगा। बता दें कि जनवरी 2021 में एंथ्रोपिक एआई ने ओपनएआई के बेतहाशा लोकप्रिय चैटजीपीटी के प्रतिद्वंद्वी क्लाउड नामक एक नए चैटबॉट का टेस्ट भी किया था।

India's Manned Space Flight Gaganyaan to be Launched in the Fourth Quarter of 2024_80.1

जनवरी में भारत की बेरोजगारी दर चार महीने के निचले स्तर 7.14% पर आ गई

about | - Part 1396_18.1

बेरोजगारी दर (Unemployment rate) के मोर्चे पर सरकार को काफी राहत मिली है। जनवरी महीने में देश में बेरोजगारी दर में बड़ी गिरावट देखने को मिली है, जिसके बाद यह आंकड़ा 4 महीनों के निचले स्तर पर पहुंच गया है। जनवरी महीने में आंकड़ा 7.14 फीसदी रहा है। सीएमआईई (CMIE) की तरफ से आंकड़ा जारी कर इस बारे में बताया है।

Buy Prime Test Series for all Banking, SSC, Insurance & other exams

गैर-सरकारी संस्था ‘सेंटर फॉर मॉनिटरिंग ऑफ इंडियन इकनॉमी’ (CMIE) के जनवरी, 2023 के आंकड़े बताते हैं कि इस महीने में बेरोजगारी दर 7.14 फीसदी रही है। इसके पहले दिसंबर, 2022 में बेरोजगारी दर 8.30 फीसदी पर थी। आंकड़ों के मुताबिक, जनवरी में शहरी बेरोजगारी दर 8.55 फीसदी रही जबकि ग्रामीण बेरोजगारी दर 6.43 फीसदी थी।

 

सबसे ज्यादा बेरोजगारी?

 

बता दें सबसे ज्यादा 21.8 फीसदी बेरोजगारी जम्मू- कश्मीर में रही है। उसके बाद हरियाणा में 21.7 फीसदी और राजस्थान में 21.1 फीसदी बेरोजगारी दर्ज की गई है। दिल्ली में 16.7 फीसदी, गोवा में 16.2 फीसदी, असम में 16.1 फीसदी और त्रिपुरा में 16 फीसदी बेरोजगारी दर रही है।

 

सबसे कम बेरोजगारी दर

इसके साथ ही दूसरी तरफ छत्तीसगढ़ में सबसे कम 0.5 फीसदी बेरोजगारी दर रही है। ओडिशा में यह संख्या 1.5 फीसदी, तमिलनाडु में 1.8 फीसदीऔर मध्य प्रदेश में 1.9 फीसदी रही है। सीआईईएल एचआर सर्विसेज के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी आदित्य नारायण मिश्रा ने कहा कि बेरोजगारी दर पिछले कुछ महीनों में विभिन्न आर्थिक एवं भू-राजनीतिक कारकों से घटी है।

 

NSE Gets Sebi Nod to Set up Social Stock Exchange_70.1

पहली यूथ20 इंसेप्शन मीटिंग 2023 गुवाहाटी में शुरू हुई

about | - Part 1396_21.1

जी20 के तहत पहली यूथ20 (वाई20) इंसेप्शन मीटिंग 2023 गुवाहाटी में शुरू हुई। भारत की जी20 अध्यक्षता के तहत तीन दिवसीय यूथ-20 एंगेजमेंट ग्रुप की पहली बैठक 06 फरवरी 2023 को असम के गुवाहाटी में शुरू हुई। कार्यक्रम से पहले मीडिया को जानकारी देते हुए युवा कार्यक्रम मंत्रालय की सचिव मीता राजीवलोचन ने बताया कि यूथ20 विचार-विमर्श से युवाओं तक पहुंचने और बेहतर कल हेतु उनके विचारों के लिए उनसे परामर्श करने की उम्मीद है।

Buy Prime Test Series for all Banking, SSC, Insurance & other exams

मीता राजीवलोचन ने वाई20 के पांच विषयों पर प्रकाश डाला जिन पर तीन दिवसीय आयोजन में चर्चा की जानी है, जो हैं, कार्य का भविष्य: उद्योग 4.0, नवाचार और 21वीं सदी; जलवायु परिवर्तन और आपदा जोखिम में कमी: स्थिरता को जीवनशैली बनाना; शांति और सद्भाव का निर्माण करना : युद्ध-मुक्त युग की शुरुआत; साझा भविष्य: लोकतंत्र और शासन में युवा; स्वास्थ्य, कल्याण और खेल: युवा के लिए एजेंडा। उन्होंने कहा कि प्रत्येक विषय देश के विभिन्न हिस्सों के लोगों के साथ प्रतिध्वनित होता है और इन विषयों पर प्रत्येक क्षेत्र का अपना दृष्टिकोण होता है और यही कारण है कि देश भर में परामर्श का प्रसार किया जा रहा है।

 

मुख्य बिंदु

 

  • बैठक आईआईटी-गुवाहाटी परिसर में आयोजित की जाएगी।
  • यह शिखर सम्मेलन छात्रों को दुनिया भर के दर्शकों के लिए अपनी राय देने का अवसर प्रदान करेगा।
  • केंद्रीय युवा मामले और खेल मंत्री, अनुराग सिंह ठाकुर Y20 प्रतिनिधियों के साथ ‘युवा संवाद’ आयोजित करेंगे, जिसके बाद विभिन्न विषयों पर श्वेत पत्र जारी किया जाएगा।
  • जी20 देशों के 150 से अधिक युवा प्रतिनिधि बैठक में भाग ले रहे हैं।
  • बैठक में 12000 से अधिक कॉलेज और विश्वविद्यालय के छात्रों के भी भाग लेने की उम्मीद है।
  • असम में प्रत्येक उच्च शिक्षा संस्थान जी-20 समूहों और कामकाज के बारे में स्कूलों को संवेदनशील बनाने के लिए आस-पास के 10 स्कूलों में एक जागरूकता अभियान भी आयोजित करेगा।
  • Y-20 युवाओं को समसामयिक मुद्दों पर अपनी चिंताओं को उठाने के लिए एक मंच प्रदान करने के उद्देश्य से काम करता है।

 

युवा-20 के बारे में

 

  • Y-20 की शुरुआत 2012 में हुई थी।
  • यह G-20 शिखर सम्मेलन का युवा संस्करण है और G-20 के साथ जुड़ने के लिए युवाओं के लिए एकमात्र आधिकारिक रूप से मान्यता प्राप्त मंच है।
  • यह युवा नेताओं के लिए सबसे प्रभावशाली अंतर्राष्ट्रीय राजनयिक मंचों में से एक है।
  • यह G-20 छतरी के नीचे आठ आधिकारिक इंगेजमेंट समूहों में से एक है।

Find More News related to Summits and Conferences

1st G20 Central Bank Deputies Meet in Bengaluru Under India's Presidency_80.1

इंटरनेशनल सीबेड अथॉरिटी ने भारत को अग्रणी निवेशक के रूप में नामित किया

about | - Part 1396_24.1

केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि दुनिया आज भारत की ब्लू इकोनॉमी संसाधनों को पहचानती है और जमैका में मुख्यालय वाले इंटरनेशनल सीबेड अथॉरिटी ने आधिकारिक तौर पर भारत को “अग्रणी निवेशक” के रूप में नामित किया है।

Buy Prime Test Series for all Banking, SSC, Insurance & other exams

डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पहली बार ब्लू इकोनॉमी को उच्च प्राथमिकता दी गई है और अब इसे विश्व स्तर पर मान्यता मिल रही है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने 2021 और 2022 में लगातार दो साल अपने स्वतंत्रता दिवस संबोधन में भारत के डीप सी मिशन का जिक्र किया।

 

मुख्य बिंदु

 

  • इंटरनेशनल सीबेड अथॉरिटी (आईएसए) और पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय ने डॉ. जितेंद्र सिंह की उपस्थिति में पीएमएन (पॉलीमेटेलिक नोड्यूल्स) अन्वेषण विस्तार अनुबंध का आदान-प्रदान किया। इस अनुबंध पर शुरुआत में 25 मार्च 2002 को 15 साल की अवधि के लिए हस्ताक्षर किए गए थे जिसे बाद में प्राधिकरण द्वारा 2017 और 2022 के दौरान 5 साल की अवधि के लिए दो बार बढ़ाया गया था।
  • भारत अपने 7500 किलोमीटर लंबे तटीय क्षेत्र के साथ समुद्री संसाधनों की खोज और उपयोग में एक हितधारक होने के साथ-साथ एक योगदानकर्ता भी है। डॉ. सिंह ने आईएसए द्वारा भारत को विशेष हितों वाले ‘अग्रणी निवेशक’ की श्रेणी में नामित किए जाने पर प्रसन्नता व्यक्त की।
  • भारत का डीप-सी मिशन प्रधानमंत्री मोदी के तहत भारत सरकार द्वारा शुरू की गई प्रमुख परियोजनाओं में से एक है। उन्होंने कहा कि मिशन के लिए 600 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की गई है, जो भारत की समुद्री क्षमताओं को सामने लाएगी।
  • केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आने वाले समय में इस सेक्टर का भारतीय अर्थव्यवस्था में अहम योगदान रहने वाला है। मंत्री ने समुद्रयान की महत्वाकांक्षी परियोजनाओं का भी उल्लेख किया, जो भारत को उन देशों की विशिष्ट सूची में शामिल करेगा, जिन्होंने समुद्र की इतनी गहराई तक खोज करने की ऐसी उपलब्धि हासिल की है।
  • भारत के विशाल समुद्री हितों पर प्रकाश डाला और कहा कि भारत में ब्लू इकोनॉमी का देश के आर्थिक विकास के साथ एक महत्वपूर्ण संबंध है। उन्होंने कहा कि भारत समुद्री और समुद्री क्षेत्रों में सतत विकास का समर्थन करने के लिए दीर्घकालिक रणनीति के एक हिस्से के रूप में “ब्लू ग्रोथ” का प्रबल समर्थक है।
  • भारत अपनी व्यापक ब्लू इकोनॉमी पॉलिसी फ्रेमवर्क लाने की प्रक्रिया में है, जिसका उद्देश्य तटीय अर्थव्यवस्था, पर्यटन, समुद्री मत्स्य पालन, प्रौद्योगिकी, कौशल विकास, नौवहन, गहरे समुद्र में खनन और क्षमता निर्माण को समग्र रूप में कवर करना है।
  • ब्लू इकोनॉमी का उद्देश्य हिंद महासागर क्षेत्र की समुद्री आर्थिक गतिविधियों के भीतर स्मार्ट, टिकाऊ और समावेशी विकास और अवसरों को बढ़ावा देना और समुद्री संसाधनों, अनुसंधान और विकास के सतत दोहन के लिए उपयुक्त कार्यक्रम शुरू करना है।
  • पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय अपने नोडल संस्थान राष्ट्रीय महासागर प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईओटी) और राष्ट्रीय समुद्र विज्ञान संस्थान, खनिज और सामग्री प्रौद्योगिकी संस्थान जैसे अन्य संबद्ध राष्ट्रीय संस्थानों के माध्यम से सर्वेक्षण और अन्वेषण, पर्यावरणीय प्रभाव आकलन, प्रौद्योगिकी विकास (खनन), और प्रौद्योगिकी विकास (निष्कर्षण धातुकर्म) जैसे घटकों को कवर करते हुए पीएमएन अन्वेषण कार्यक्रम आयोजित कर रहा है।
  • कार्यक्रम का अंतिम उद्देश्य टेस्ट माइनिंग साइट (टीएमएस) पर पायलट माइनिंग को प्रदर्शित करने के लिए प्रारंभिक कार्य को पूरा करना है। इस कार्यक्रम के तहत विभिन्न गतिविधियां कार्यान्वयन के अधीन हैं और प्रारंभिक कार्य की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति हुई है, जिसकी सूचना आईएसए को समय-समय पर वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत करने के माध्यम से दी गई है।

 

आईएसए के बारे में

 

  • ISA की स्थापना 1982 में UNCLOS (‘समुद्र के कानून’ पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन) द्वारा की गई थी और यह 167 सदस्यों के साथ एक स्वायत्त अंतर सरकारी निकाय है।
  • आईएसए वह संस्था है जिसके माध्यम से यूएनसीएलओएस के पक्ष क्षेत्र में खनिज संबंधी सभी संसाधनों की गतिविधियों को डिजाइन और नियंत्रित करते हैं।
  • आईएसए जून 1996 में एक स्वायत्त अंतरराष्ट्रीय संस्था के रूप में चालू हो गया और यूरोपीय संघ सहित इसके 168 सदस्य हैं।

Find More News Related to Agreements

Airbnb Signs MoU with Goa Govt to Promote Inclusive Tourism_80.1

भारत और यूरोपीय संघ ने यूरोपीय संघ व्यापार और प्रौद्योगिकी परिषद के अंतर्गत तीन कार्य समूहों का गठन किया

about | - Part 1396_27.1

भारत और यूरोपीय संघ ने यूरोपीय संघ व्यापार और प्रौद्योगिकी परिषद-टीटीसी के अंतर्गत तीन कार्य समूहों का गठन किया है। विदेश मंत्रालय ने अपने एक बयान में कहा है कि पिछले वर्ष अप्रैल में भारत यात्रा के दौरान यूरोपीय आयोग की अध्यक्षा उर्सुला वॉन फॉन डर लेयेन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टीटीसी की शुरुआत की थी। टीटीसी के अंतर्गत दोनों देश व्यापार और महत्वपूर्ण मामलों में एक दूसरे के साथ सहयोग करेंगे तथा व्यापार, टेक्नोलॉजी और सुरक्षा से संबंधित चुनौतियों से निपटने में एक दूसरे का साथ देंगे।

Buy Prime Test Series for all Banking, SSC, Insurance & other exams

about | - Part 1396_28.1

2023 में यूरोपीय संघ-भारत शिखर सम्मेलन:

 

एक संयुक्त बयान में कहा गया है कि ये कार्यसमूह रणनीतिक तकनीकों, डिजिटल प्रशासन और डिजिटल कनेक्टिविटी, हरित एवं स्वच्छ ऊर्जा तकनीकों और व्यापार, निवेश और मूल्य श्रृंखला दुरुस्त करने की दिशा में काम करेंगे। कार्यसमूह अब परिषद की पहली बैठक की तैयारियां शुरू करेंगे, जो अगले ईयू-भारत सम्मेलन 2023 के पहले होनी है। परिषद की मंत्रिस्तरीय बैठकें साल में कम से कम एक बार होंगी, जो यूरोपीय संघ और भारत में बारी-बारी से होंगी।

 

बयान में कहा गया है, ‘तेजी से बदलते भूराजनीतिक वातावरण में ईयू और भारत की साझा दिलचस्पी सुरक्षा, समृद्धि और साझा किए मूल्यों के आधार पर टिकाऊ विकास सुनिश्चित करने में है। टीटीसी इसके लिए राजनीतिक संचालन और आवश्यक संरचना प्रदान करेगा, जिससे तरीकों और उन्नत तकनीकी कार्य में तालमेल स्थापित हो सके।’

FATF Blacklists Myanmar, Calls for Due Diligence To Transactions in Nation_70.1

याया त्सो लद्दाख का पहला जैव विविधता विरासत स्थल होगा

about | - Part 1396_31.1

हाल ही में याया त्सो झील को चुमाथांग गाँव की पंचायत जैवविविधता प्रबंधन समिति ने सिक्योर हिमालय परियोजना (The SECURE Himalaya Project) के साथ मिलकर जैवविविधता अधिनियम के तहत लद्दाख का पहला जैवविविधता विरासत स्थल घोषित किया।

Buy Prime Test Series for all Banking, SSC, Insurance & other exams

मुख्य बिंदु

 

यह झील लद्दाख में 4,820 मीटर की ऊँचाई पर स्थित अपनी खूबसूरती के साथ पक्षियों के लिये स्वर्ग के रूप में जानी जाती द है।

यह बड़ी संख्या में बार-हेडेड गूज, काली गर्दन वाली क्रेन और ब्राह्मणी बत्तख जैसे पक्षियों तथा जानवरों का आवास है।

यह भारत में काली गर्दन वाले क्रेन के उच्चतम प्रजनन स्थलों में से एक है।

 

सिक्योर हिमालय क्या है?

 

सिक्योर हिमालय परियोजना भारत सरकार के पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय की योजना है जिसे संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) के सहयोग से वर्ष 2017 में प्रारंभ किया गया था। यह एक 6 वर्षीय परियोजना है तथा वर्ष 2023 तक कार्यरत रहेगी। यह हिमालयी पारिस्थितिक तंत्र के लिये एक क्षेत्र-आधारित दृष्टिकोण विकसित और कार्यान्वित करके हिम तेंदुए एवं उसके आवास के संरक्षण हेतु सरकार के प्रयासों का समर्थन करती है। इसके अंतर्गत वन, भूमि, मृदा, जैवविविधता तथा भूमि संरक्षण को भी शामिल किया गया है।

इस परियोजना के अंतर्गत 4 हिमालयी राज्य जम्मू-कश्मीर (अब केंद्रशासित प्रदेश), हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और सिक्किम आते हैं। इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य क्षेत्र में हिम तेंदुओं का संरक्षण करना है। इसके अलावा, यह खतरे में पड़ी आजीविका, आवास क्षरण और अवैध वन्यजीव व्यापार को संबोधित करता है। इस परियोजना के लिए धन वैश्विक पर्यावरण सुविधा से आता है।

 

जैव विविधता विरासत स्थल क्या है?

जैविक विविधता अधिनियम, 2002 के तहत किसी भी राज्य सरकार द्वारा साइट को जैव विविधता विरासत स्थल के रूप में अधिसूचित किया जाएगा। यह साइट उसके अधिकार क्षेत्र में होनी चाहिए। जैव विविधता विरासत स्थल उच्च स्थानिकता, पालतू प्रजातियों, और दुर्लभ और खतरे वाली प्रजातियों वाली साइटें हैं।

 

Find More Miscellaneous News Here

Assam Grants Industry Status to Its Tourism Sector_70.1

 

Recent Posts

about | - Part 1396_33.1