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उड़ान योजना के 9 वर्ष: भारत को किफायती क्षेत्रीय हवाई यात्रा से जोड़ना

भारत की प्रमुख नागरिक विमानन नीति के तहत चल रही UDAN योजना (Ude Desh Ka Aam Nagrik) ने 21 अक्टूबर 2016 को लॉन्च होने के बाद नौ साल पूरे कर लिए हैं। नागरिक उड्डयन मंत्रालय द्वारा संचालित इस योजना का उद्देश्य आम नागरिक के लिए हवाई यात्रा को किफायती और सुलभ बनाना है, विशेष रूप से क्षेत्रीय हवाई कनेक्टिविटी को बढ़ावा देकर। पिछले नौ वर्षों में UDAN ने दूरदराज़ और अपर्याप्त रूप से जुड़े क्षेत्रों को मुख्यधारा के हवाई मार्गों से जोड़ा, जिससे अब तक 1.56 करोड़ से अधिक यात्रियों को 3.23 लाख उड़ानों के माध्यम से सुविधा मिली है।

UDAN योजना का विकास और प्रभाव

नागरिक उड्डयन सचिव समीर कुमार सिन्हा ने दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में कहा कि UDAN एक “परिवर्तनकारी पहल” है। इसने न केवल हवाई यात्रा को लोकतांत्रिक बनाया, बल्कि क्षेत्रीय अर्थव्यवस्थाओं और पर्यटन को भी बढ़ावा दिया।

पिछले नौ वर्षों में योजना की मुख्य उपलब्धियाँ:

  • 649 मार्ग संचालित किए गए

  • 1.56 करोड़ से अधिक यात्री सेवित हुए

  • 3.23 लाख उड़ानें सुगम बनाई गईं

  • ₹4,300 करोड़ से अधिक Viability Gap Funding (VGF) के रूप में वितरित किए गए

  • ₹4,638 करोड़ क्षेत्रीय हवाई अड्डों के विकास में निवेश

यह आंकड़े UDAN की अहम भूमिका को दर्शाते हैं, जिससे हवाई यात्रा भारत की व्यापक विकास गाथा का हिस्सा बन गई है।

समावेशी और सतत विकास पर ध्यान

मंत्रालय ने जोर दिया कि UDAN केवल एक विमानन योजना नहीं है, बल्कि समावेशी विकास का उत्प्रेरक है। Expanded UDAN Framework के अंतर्गत योजना अप्रैल 2027 के बाद भी जारी रहेगी, और विशेष ध्यान पहाड़ी क्षेत्रों, उत्तर-पूर्वी राज्यों, और आकांक्षी जिलों में कनेक्टिविटी बढ़ाने पर रहेगा।

इस दृष्टिकोण से यह सुनिश्चित होता है कि दूरदराज़ समुदाय आर्थिक और अवसंरचनात्मक विकास में पीछे न रहें। बेहतर कनेक्टिविटी से इन क्षेत्रों के निवासियों के लिए स्वास्थ्य, शिक्षा, और रोजगार तक पहुँच भी आसान होगी।

नवाचार: सीप्लेन और हेलिकॉप्टर कनेक्टिविटी

हवाई यात्रा विकल्पों में विविधता लाने के लिए, सरकार ने UDAN 5.5 लॉन्च किया, जो सीप्लेन और हेलिकॉप्टर सेवाओं पर केंद्रित विशेष बोली राउंड है। यह विशेष रूप से तटीय और द्वीप क्षेत्रों के लिए महत्वपूर्ण है, जहां पारंपरिक हवाई अड्डा अवसंरचना कम है।

UDAN 5.5 के तहत मुख्य विकास:

  • 150 नए मार्गों के लिए Letters of Intent जारी

  • भारत भर के 30 जल हवाई अड्डों को जोड़ने की योजना

  • सीप्लेन संचालन के लिए व्यापक दिशानिर्देश लागू

इन पहलों से न केवल पर्यटन क्षमता बढ़ती है, बल्कि दूरदराज़ और पारिस्थितिक रूप से संवेदनशील क्षेत्रों में लॉजिस्टिक पहुँच भी सुधरती है।

सारांश:
UDAN योजना ने आम नागरिक के लिए हवाई यात्रा को सुलभ, किफायती और समावेशी बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। सीप्लेन और हेलिकॉप्टर कनेक्टिविटी जैसी नई पहलें इसे और अधिक व्यापक और दूरगामी बनाने की दिशा में कदम हैं।

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