विश्व की सबसे उम्रदराज़ जानी जाने वाली जंगली पक्षी, ‘विजडम’, जो एक लेसन अल्बाट्रॉस है, ने 74 वर्ष की उम्र में चार साल बाद फिर से अंडा देकर इतिहास रच दिया। उनकी यह उपलब्धि उनके अद्वितीय जीवट, दीर्घायु और प्रजाति के संरक्षण में योगदान को दर्शाती है। दशकों से चल रही विजडम की कहानी वन्यजीव संरक्षण में एक प्रेरणादायक प्रतीक बन गई है, जो प्रकृति के नाजुक संतुलन और जीवंतता को रेखांकित करती है।
विजडम की उम्र और रिकॉर्ड
- विजडम 74 वर्ष की हैं और विश्व की सबसे उम्रदराज़ जानी जाने वाली जंगली पक्षी हैं।
- उन्हें पहली बार 1956 में बैंड और पहचान दी गई थी, जिससे उनकी न्यूनतम उम्र 74 वर्ष मानी जाती है।
चार साल बाद अंडा देना
- विजडम ने चार वर्षों के अंतराल के बाद एक अंडा दिया, जो उनकी उन्नत उम्र के बावजूद उनकी प्रजनन क्षमता को दर्शाता है।
- यह अंडा प्रशांत महासागर में स्थित मिडवे एटोल नेशनल वाइल्डलाइफ रिफ्यूज में दिया गया।
घोंसले के स्थान पर वापसी
- हर साल विजडम अपने घोंसले के स्थान, मिडवे एटोल, पर लौटती हैं, जहां वह अपने साथी से मिलती हैं और अंडा देती हैं।
- वह कई वर्षों तक अपने पुराने साथी ‘आकिएकामाई’ के साथ थीं, लेकिन हाल के समय में वह नहीं दिखे हैं।
नया साथी और घोंसले का व्यवहार
- विजडम का अब एक नया साथी है, जिसे निगरानी के लिए टैग किया गया है।
- उनके बीच सहज संबंध देखा गया, जिसमें विजडम ने अपने साथी के प्रति स्नेह दिखाते हुए अपना सिर रगड़ा।
- उनके नए साथी ने अंडे को तीन हफ्तों तक सेने का काम संभाला है, जिसके बाद विजडम उसे राहत देंगी।
विजडम की उपलब्धियां
- विजडम ने अपने जीवनकाल में 50 से 60 अंडे दिए हैं और लगभग 30 चूजों को सफलतापूर्वक पाला है।
- उन्होंने दशकों तक मिडवे एटोल में अंडे देकर और चूजों को पालने का स्वाभाविक व्यवहार जारी रखा है।
संरक्षण के लिए महत्त्वपूर्ण संदेश
- विजडम की कहानी वन्यजीव संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह विश्व के सबसे पुराने ज्ञात पक्षियों में से एक की दीर्घकालिक जीवटता और योगदान को दर्शाती है।
- उनका सतत प्रजनन उनकी प्रजाति के लिए सकारात्मक संकेत है और मिडवे एटोल जैसे वन्यजीव अभयारण्यों के महत्व की याद दिलाता है।
Summary/Static | Details |
चर्चा में क्यों? | दुनिया की सबसे बुजुर्ग जंगली चिड़िया ने 74 साल की उम्र में चार साल में अपना पहला अंडा दिया |
प्रजातियाँ | लेसन अल्बाट्रॉस (हवाईयन में मोली) |
अभिलेख | सबसे पुराना ज्ञात जंगली पक्षी |
चार साल बाद पहला अंडा | विजडम ने मिडवे एटोल में चार साल में अपना पहला अंडा दिया |
अंडे देने का व्यवहार | प्रत्येक वर्ष एक अंडा देने के लिए उसी घोंसले के स्थान पर लौटता है, जो इस प्रजाति की विशेषता है |
भूतपूर्व साथी | पिछले साथी, अकेकामाई को वर्षों से नहीं देखा गया है |
नया साथी | विजडम के नए नर साथी को भविष्य की निगरानी के लिए टैग किया गया है और वह वर्तमान में अंडे को सेने में लगा हुआ है |
प्रजनन इतिहास | विजडम ने 50-60 अंडे दिए हैं और 30 चूजे पाले हैं |
संरक्षण का महत्व | विजडम की अंडे देने की निरंतर क्षमता उसके लचीलेपन और मिडवे एटोल नेशनल वाइल्डलाइफ रिफ्यूज पर वन्यजीव संरक्षण प्रयासों के मूल्य को दर्शाती है |
निगरानी और आशावाद | जीव विज्ञानी इस बात को लेकर आशावादी हैं कि अंडा फूटेगा और विजडम की निरंतर प्रवृत्ति वन्यजीव संरक्षण प्रयासों में “विशेष खुशी” लेकर आएगी |