हर साल 31 मई को विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाया जाता है। यह तारीख अपने आप में काफी खास है, क्योंकि इस बार केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय तंबाकू मुक्त युवा ‘थीम’ के आधार पर 31 मई को 60 दिनों का एक अखिल भारतीय अभियान शुरू करने वाला है। इसके तहत युवाओं में तंबाकू के सेवन की रोकथाम और इसकी लत छोड़ने में सहयोग करने के लिए उचित कदम उठाने पर जोर दिया जाएगा। ग्लोबल बर्डेन ऑफ डिजिज स्टडी के अनुमान के मुताबिक, 2019 में भारत में धूम्रपान और अन्य व्यक्तियों द्वारा धूम्रपान किए जाने के दौरान उसके धुएं की जद में आने से 12 लाख मौतें हुईं।
क्या है विश्व तंबाकू निषेध दिवस की थीम?
स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को एक पत्र लिखा गया है। पत्र में इस बार की थीम क्या है? इसका भी जिक्र किया गया है। बता दें कि इस साल के विश्व तंबाकू निषेध दिवस की थीम ‘हमें भोजन की जरूरत है, तंबाकू की नहीं’ है। बीते साल विश्व तंबाकू निषेध दिवस 2022 की थीम ‘पर्यावरण की रक्षा’ थी। दरअसल, स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव वी हेकाली झिमोमी ने पत्र के जरिए राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से सिगरेट एवं अन्य तंबाकू उत्पाद अधिनियम, (कोप्टा) 2003 के प्रावधानों को लागू करने के लिए विशेष अभियान चलाने की अपील की है।
विश्व तंबाकू निषेध दिवस का इतिहास ?
तंबाकू के सेवन की वजह से दुनियाभर में हर साल लाखों लोगों की मौत हो गई है। ऐसे में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने 1987 में विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाने का एलान किया था। हालांकि, विश्व तंबाकू निषेध दिवस पहली बार 7 अप्रैल को मनाया गया था, लेकिन 1988 में हर साल 31 मई को मनाने वाला प्रस्ताव पास हुआ। जिसके बाद विश्व तंबाकू निषेध दिवस 31 मई को मनाया जाने लगा।