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2000 रुपये के 98 फीसदी नोट वापस आए: RBI रिपोर्ट

भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) ने 19 मई 2023 को 2000 रुपये के नोटों को चलन से बाहर करने का ऐलान कर दिया तो उसके बाद से 2000 रुपये के नोट वापस आने का सिलिसला जारी है। अब इसी से जुड़ा एक बड़ा आंकड़ा रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने जारी किया है। आरबीआई ने 2000 रुपये के सर्कुलेशन और इसके लौटने के बारे में आखिरी प्रेस रिलीज 02 सितंबर 2024 को जारी की थी और इसमें अब नया अपडेट जारी किया गया है।

आरबीआई का अपडेट

इसके बाद समय-समय पर आरबीआई ने 2000 रुपये के नोटों के बारे में बताया कि उसके पास कितने नोट वापस आ गए और कितने रुपये के नोट बाकी हैं। 03 जून को आरबीआई ने बताया था कि 2000 रुपये के 7755 करोड़ रुपये के नोट उस समय तक लोगों के पास थे यानी कि ये नोट आरबीआई के पास लौटकर नहीं आए थे।

19 मई 2023 तक 2000 रुपये के कुल नोटों की संख्या

अब ताजा आंकड़ों के मुताबिक आरबीआई ने जानकारी दी है कि 2000 रुपये के 98 फीसदी नोट वापस लौट आए हैं। इसके साथ ही आरबीआई ने बताया कि अब 7117 करोड़ रुपये के कुल नोट ही लोगों के पास बाकी रह गए हैं। 2000 रुपये के कुल नोटों की संख्या 3.56 लाख करोड़ रुपये की थी और ये आंकड़ा 19 मई 2023 तक था। इसमें आरबीआई ने बताया है कि लोगों के पास अगर 2000 रुपये के नोट बाकी हैं तो उन्हें इसको आरबीआई के ऑथराइज्ड केंद्रो और अन्य माध्यमों से रिजर्व बैंक के पास लौटाने का मौका है। इसमें आरबीआई के इश्यू ऑफिस आने की जरूरत नहीं है।

2000 रुपये के नोट लीगल टेंडर

हालांकि आरबीआई समय-समय पर ये दोहराता है कि 2000 रुपये के नोट लीगल टेंडर बने रहेंगे और इसका अर्थ है कि ये नोट केवल सर्कुलेशन से बाहर किए गए हैं। इनकी कानूनी वैधता बनी है और ऐसा नहीं हैं कि ये नोट नोटबंदी के 500 और 1000 रुपये जैसे लीगल टेंडर नहीं रहेंगे जैसे 8 नवंबर 2016 को तत्कालीन 500 रुपये और 1000 रुपये के नोटों को बंद कर दिया गया था। इंडिया पोस्ट के जरिए भी लोगों के पास आरबीआई के नोट लौटाने का तरीका बचा हुआ है और अभी भी 2000 रुपये के नोटों को व्यक्तियों या एंटिटी से स्वीकार किया जा रहा है।

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