प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने UDAN (उड़े देश का आम नागरिक) योजना की 8वीं वर्षगांठ के अवसर पर इसकी सफलता का जश्न मनाया, जो भारत के विमानन क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण परिवर्तनकारी पहल साबित हुई है। अक्टूबर 2016 में शुरू की गई इस योजना का उद्देश्य आम आदमी के लिए हवाई यात्रा को सुलभ बनाना और क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को बढ़ावा देना था। प्रधानमंत्री ने इस योजना के तहत हवाई अड्डों और हवाई मार्गों में वृद्धि को रेखांकित किया और इस बात पर जोर दिया कि कैसे इसने व्यापार, वाणिज्य और क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा दिया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उन क्षेत्रों में हवाई यात्रा को सुलभ बनाने में UDAN की सफलता की सराहना की, जो अब तक सेवा से वंचित थे, और इसे भारत की विकास क्षमता को खोलने में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
उड़ान के मुख्य पड़ाव:
- लॉन्च के बाद से अब तक 3 लाख से अधिक उड़ानों और 1.44 करोड़ यात्रियों को इस योजना का लाभ मिला है।
- सरकार ने 86 हवाई अड्डों को चालू किया है और 600 से अधिक हवाई मार्गों की शुरुआत की है, जिसमें हेलीकॉप्टर सेवाएं भी शामिल हैं, जिससे दूरदराज के क्षेत्रों को जोड़ा गया है।
भविष्य की योजनाएँ:
- सरकार का लक्ष्य 2047 तक चालू हवाई अड्डों की संख्या 157 से बढ़ाकर 350-400 करना है, ताकि किफायती हवाई यात्रा भारत के सभी कोनों तक पहुंच सके।
UDAN के बारे में मुख्य बिंदु:
- लॉन्च: 21 अक्टूबर, 2016 को नागरिक उड्डयन मंत्रालय के तहत।
- उद्देश्य: हवाई यात्रा को किफायती बनाना और सेवा से वंचित और अविकसित हवाई अड्डों को जोड़कर क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को बढ़ाना।
- हवाई किराया सीमा: 1 घंटे की उड़ान (लगभग 500 किमी) के लिए ₹2,500।
- उपलब्धियाँ: 86 चालू हवाई अड्डे, 600 से अधिक हवाई मार्ग, जिनमें हेलीकॉप्टर सेवाएँ भी शामिल हैं, 2017 में पहली उड़ान के बाद से।
- प्रभाव: 1.44 करोड़ यात्रियों को लाभ और 3 लाख उड़ानों को सुविधा।
- भविष्य का लक्ष्य: 2047 तक चालू हवाई अड्डों की संख्या 157 से बढ़ाकर 350-400 करना।