त्रिपुरा सरकार ने कोविड -19 के प्रकोप के बाद स्कूलों से बाहर हो चुके लोगों को वापस लाने के लिए ‘अर्न विद लर्न’ नाम से एक नई योजना शुरू की है। यह योजना ‘विद्यालय चलो अभियान’ (चलो स्कूल चलते हैं) का एक हिस्सा है। सरकार ने विद्यालय चलो अभियान को लागू करके 2020 में स्कूल छोड़ने वालों को वापस लाने का प्रयास किया, जो पहली बार 2009 में शुरू किया गया था, लेकिन महामारी के कारण कोई प्रगति करने में असमर्थ था। महामारी के दौरान 6 से 14 आयु वर्ग के लगभग 9,000 छात्रों ने स्कूल छोड़ दिया था।
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अर्न विद लर्न योजना के तहत:
- त्रिपुरा शिक्षा विभाग की ‘अर्न विद लर्न’ पहल में सभी कॉलेजों के तीसरे वर्ष के छात्रों को सभी कक्षाओं में ड्रॉपआउट का पता लगाने के लिए सर्वेक्षण करने में शामिल किया जाएगा।
- प्रत्येक स्वयंसेवक को 500 रुपये दिए जाएंगे यदि वे एक ही स्कूल में एक ड्रॉपआउट छात्र का नामांकन करते हैं।कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए आंगनबाडी शिक्षक स्वयंसेवकों की सहायता करेंगे।
सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण टेकअवे :
- त्रिपुरा राजधानी: अगरतला;
- त्रिपुरा के मुख्यमंत्री: माणिक साहा;
- त्रिपुरा राज्यपाल: सत्यदेव नारायण आर्य;
- त्रिपुरा जनजाति: त्रिपुरा/त्रिपुरी, रियांग, जमातिया।