अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की तारीख तय हो गई है। राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी 2024 को होगी। पीएम नरेंद्र मोदी बतौर मुख्य अतिथि कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे। उन्होंने इसके लिए राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र के निमंत्रण को भी स्वीकार कर लिया है।
राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के प्रतिनिधिमंडल ने 25 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इस प्रतिनिधिमंडल में उडुपी, कर्नाटक के पीठाधीश्वर जगतगुरु माधवाचार्य, स्वामी गोविंददेव गिरि और नृपेंद्र मिश्र शामिल रहे। प्रतिनिधिमंडल ने प्रधानमंत्री मोदी को एक बार फिर से अयोध्या के लिए आमंत्रित किया, जिसे प्रधानमंत्री ने स्वीकार कर लिया है।
देशभर से प्रमुख साधु-संत भी होंगे शामिल
अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर ट्रस्ट के चंपक राय के अनुसार जनवरी में होने वाली प्राण प्रतिष्ठा में पीएम नरेंद्र मोदी शामिल होंगे। पीएम के अलावा देशभर से प्रमुख साधु-संत और जानी-मानी हस्तियों को भी आमंत्रित किया जाएगा। विभिन्न राजनीतिक दलों के अतिथियों को भी आमंत्रित किया जाएगा।
गैर राजनीतिक रहेगा पूरा कार्यक्रम
ट्रस्ट ने समारोह के लिए 136 सनातन परंपराओं के 25,000 से अधिक हिंदू धार्मिक नेताओं को आमंत्रित करने की योजना बनाई है। चंपक राय ने बताया कि मुख्य कार्यक्रम गैर राजनीतिक रखने की कोशिश रहेगी। कार्यक्रम में कोई मंच नहीं होगा, न ही कोई सार्वजनिक मीटिंग होगी।
पूरे देश में मनाया जाएगा महोत्सव
रामलला के भव्य मंदिर में विराजमान होने का महोत्सव पूरे देश में मनाया जाएगा। इसके लिए ट्रस्ट राम भक्तों से अपील कर देश के हर मठ मंदिर में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव का भव्य आयोजन के लिए कहेगा।
रामलला के मंदिर में छत का काम 90% पूरा
रामलला के मंदिर में छत का काम भी लगभग 90% से ज्यादा पूरा हो चुका है। इसके बाद अब भूतल के खंभों पर देव विग्रहों के उकेरने सहित फर्श का निर्माण कार्य चल रहा है। निर्माणाधीन मंदिर में फाइनल टच दिया जा रहा है। जल्द दरवाजे और खिड़की लगने शुरू हो जाएंगे। बता दें कि पीएम मोदी ने 5 अगस्त 2020 को राम मंदिर का भूमि पूजन किया था।