अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस 2025: थीम, महत्व और वैश्विक कार्यक्रम

हर वर्ष 1 अक्टूबर को विश्व अंतर्राष्ट्रीय वरिष्ठ नागरिक दिवस (International Day of Older Persons) मनाता है। इसे संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 1990 में अपनाए गए संकल्प 45/106 के तहत घोषित किया था। इस दिन का उद्देश्य वरिष्ठ नागरिकों के समाज में महत्व को उजागर करना और उनके अधिकार, सम्मान और कल्याण की सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित करना है।

2025 का थीम

2025 में इस दिवस का थीम है “Older Persons Driving Local and Global Action: Our Aspirations, Our Well-Being and Our Rights”, जो इस बात पर जोर देता है कि वरिष्ठ नागरिक केवल देखभाल के निष्क्रिय प्राप्तकर्ता नहीं हैं, बल्कि सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक प्रगति के सक्रिय प्रेरक हैं।

थीम का विवरण:

  • स्वास्थ्य समानता: अनुभव साझा कर स्वास्थ्य प्रणालियों को मजबूत करना।

  • वित्तीय कल्याण: वित्तीय समावेशन और अंतर-पारिवारिक स्थिरता को बढ़ावा देना।

  • सामुदायिक लचीलापन: संकट के समय परिवार और समुदायों के स्तंभ के रूप में कार्य करना।

  • मानवाधिकारों की वकालत: सम्मान, अधिकार और समावेशिता को बढ़ावा देना।

यह Madrid International Plan of Action on Ageing (MIPAA, 2002) के उद्देश्यों के साथ भी मेल खाता है, जो वैश्विक वृद्धावस्था नीतियों की नींव है।

हाल की प्रगति: मानवाधिकार मील का पत्थर

अप्रैल 2025 में, UN Human Rights Council ने संकल्प 58/13 अपनाया, जिसे 81 सदस्य राज्यों ने समर्थन दिया। इसने वरिष्ठ नागरिकों के अधिकारों पर एक कानूनी रूप से बाध्यकारी दस्तावेज तैयार करने के लिए एक खुला कार्य समूह स्थापित किया।

यह एक ऐतिहासिक कदम है, जो वरिष्ठ नागरिकों को केवल लाभार्थी नहीं बल्कि अधिकार-धारक और वैश्विक नीति में बदलाव लाने वाले के रूप में मान्यता देता है।

महत्व: जनसांख्यिकीय बदलाव

  • 1980 में 65 वर्ष से ऊपर की आबादी: 260 मिलियन

  • 2021 में यह संख्या: 761 मिलियन (तीन गुना वृद्धि)

  • 2050 तक, वरिष्ठ नागरिक दुनिया की जनसंख्या का लगभग 17% होंगे।

  • अधिकांश वृद्धि विकासशील देशों में होगी, जहाँ सामाजिक सुरक्षा प्रणाली कमजोर है।

यह तेजी से बढ़ती जनसंख्या वरिष्ठ नागरिकों के स्वास्थ्य, सामाजिक सुरक्षा और आयु-मैत्रीपूर्ण वातावरण के लिए नीतियाँ बनाने को अत्यंत आवश्यक बनाती है।

दिवस की पृष्ठभूमि

  • 1982: वृद्धावस्था पर प्रथम विश्व सभा में वियना अंतर्राष्ट्रीय कार्य योजना को अपनाया गया।
  • 1990: संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 1 अक्टूबर को अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस घोषित किया।
  • 1991: वृद्धजनों के लिए संयुक्त राष्ट्र के सिद्धांत (संकल्प 46/91) को अपनाया गया।
  • 2002: वृद्धावस्था पर द्वितीय विश्व सभा में मैड्रिड अंतर्राष्ट्रीय कार्य योजना (MIPAA) को अपनाया गया।

आरबीआई द्विमासिक मौद्रिक नीति 2025: रेपो दर, जीडीपी वृद्धि और मुद्रास्फीति पूर्वानुमान

भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के गवर्नर संजय मल्होत्रा के नेतृत्व में वर्ष 2025 की मौद्रिक नीति की घोषणा की गई। इस बार रेपो रेट 5.5% पर अपरिवर्तित रखा गया और नीति रुख को ‘न्यूट्रल’ बनाए रखने का निर्णय लिया गया। यह निर्णय सभी MPC (मॉनेटरी पॉलिसी कमिटी) सदस्यों द्वारा सर्वसम्मति से लिया गया।

RBI ने FY26 के लिए GDP वृद्धि अनुमान को 6.8% (पहले 6.5%) तक बढ़ाया और CPI महंगाई पूर्वानुमान 2.6% (पहले 3.1%) किया, जो वृद्धि के सकारात्मक संकेत और नियंत्रित मुद्रास्फीति को दर्शाता है।

मुख्य बिंदु – RBI मौद्रिक नीति 2025

1. नीति उपाय

  • रेपो रेट: 5.50% (अपरिवर्तित)

  • नीति रुख: न्यूट्रल

  • CRR (कैश रिज़र्व रेशियो): 3%

  • SDF (स्टैंडिंग डिपॉज़िट फैसिलिटी) रेट: 5.25%

  • MSF (मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी) रेट: 5.75%

  • बैंक रेट: 5.75%

  • MPC निर्णय: सभी सदस्यों की सर्वसम्मति

2. GDP वृद्धि अनुमान (FY26)

  • वार्षिक वृद्धि: 6.8% (पहले 6.5%)

त्रैमासिक अनुमान:

  • Q1 FY26: 6.5% (अपरिवर्तित)

  • Q2 FY26: 7.0% (पहले 6.7%)

  • Q3 FY26: 6.4% (पहले 6.6%)

  • Q4 FY26: 6.2% (पहले 6.3%)

  • Q1 FY27: 6.4% (पहले 6.6%)

3. CPI महंगाई पूर्वानुमान

  • FY26 CPI महंगाई: 2.6% (पहले 3.1%)

त्रैमासिक अनुमान:

  • Q2 FY26: 2.1% (पहले 3.4%)

  • Q3 FY26: 3.1% (पहले 3.9%)

  • Q4 FY26: 4.4% (अपरिवर्तित)

  • Q1 FY27: 4.9%

यह सुधारती मुद्रास्फीति की दिशा को दर्शाता है और RBI को वृद्धि को समर्थन देने के लिए अधिक क्षमता प्रदान करता है।

4. विकासात्मक और नियामक नीतियाँ

  • री-KYC कैंप्स: जनधन खातों के लिए, माइक्रो इंश्योरेंस और पेंशन योजना में नामांकन पर ध्यान।

  • दावा निपटान प्रक्रिया का मानकीकरण: मृतक खाताधारकों के खातों में पारदर्शिता और दक्षता बढ़ाने के लिए।

  • RBI रिटेल डायरेक्ट सुधार: T-बिल्स में निवेश और पुनर्निवेश के लिए ऑटो-बिडिंग सुविधा की शुरुआत।

आंध्र प्रदेश पर्यटन विभाग ने वैश्विक पर्यटन पुरस्कार 2025 जीता

आंध्र प्रदेश पर्यटन विभाग को Global Tourism Award 2025 से सम्मानित किया गया, जो राज्य को भारत के सबसे उभरते पर्यटन स्थलों में से एक के रूप में प्रस्तुत करने के उनके उत्कृष्ट प्रयासों को मान्यता देता है। यह पुरस्कार नई दिल्ली में आयोजित समारोह में पर्यटन सलाहकार निशिता गोयल ने विभाग की ओर से ग्रहण किया। इस उपलब्धि से राज्य के सतत पर्यटन विकास, धरोहर संरक्षण, और सांस्कृतिक अनुभवों को घरेलू व अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों तक पहुंचाने के प्रयासों की सराहना होती है।

पुरस्कार का महत्व
Global Tourism Award पर्यटन नीति, नवाचार और क्रियान्वयन में उत्कृष्टता को पहचानता है। आंध्र प्रदेश को विशेष रूप से निम्नलिखित प्रयासों के लिए सराहा गया:

  • राज्य की धरोहर और प्राकृतिक सुंदरता को उजागर करने वाले नए पर्यटन सर्किट विकसित करना।

  • पर्यावरण-हितैषी और सामुदायिक आधारित पर्यटन परियोजनाओं को बढ़ावा देना।

  • वैश्विक दर्शकों तक पहुँचने के लिए डिजिटल पर्यटन अभियान को प्रोत्साहित करना।

  • अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर सांस्कृतिक त्योहार, हस्तशिल्प और आध्यात्मिक धरोहर को प्रदर्शित करना।

आंध्र प्रदेश में पर्यटन
आंध्र प्रदेश यात्रियों के लिए आध्यात्मिक, ऐतिहासिक और प्राकृतिक आकर्षणों का अनूठा मिश्रण प्रस्तुत करता है:

  • आध्यात्मिक पर्यटन: तिरुपति, श्रीशैलम, अमरावती

  • धरोहर पर्यटन: लेपाक्षी मंदिर, उंडावल्ली गुफाएँ, बौद्ध स्थल जैसे अमरावती और थोतलकोंडा

  • सागरीय पर्यटन: विशाखापत्तनम, भीमुनिपत्तनम और काकीनाडा के सुंदर समुद्र तट

  • इको और एडवेंचर पर्यटन: अराकू वैली, लाम्बासिंगी, पापिकोंडालु

राज्य का पर्यटन दृष्टिकोण
यह पुरस्कार आंध्र प्रदेश के समावेशी पर्यटन दृष्टिकोण को भी रेखांकित करता है, जिसमें स्थानीय समुदायों को लाभ पहुंचाते हुए प्राकृतिक और सांस्कृतिक संसाधनों का संरक्षण किया जाता है। पर्यटन विभाग ने निम्नलिखित प्रयास किए हैं:

  • बेहतर कनेक्टिविटी के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर अपग्रेड

  • निवेश आकर्षित करने के लिए पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP)

  • युवा कौशल विकास कार्यक्रम हॉस्पिटैलिटी और पर्यटन में

  • स्मार्ट पर्यटन तकनीक का समावेश (AI आधारित गाइड, डिजिटल टिकटिंग, VR अनुभव)

व्यापक प्रभाव
इस मान्यता से निम्नलिखित लाभ अपेक्षित हैं:

  • आंध्र प्रदेश में अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों की संख्या में वृद्धि

  • हॉस्पिटैलिटी और यात्रा इन्फ्रास्ट्रक्चर में विदेशी निवेश में वृद्धि

  • राज्य की वैश्विक पर्यटन ब्रांड छवि को मजबूती

  • स्थानीय समुदायों के लिए रोजगार अवसरों का सृजन

प्रवीर रंजन ने सीआईएसएफ महानिदेशक का पदभार संभाला

भारत के केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (CAPF) में एक बड़े नेतृत्व फेरबदल के तहत, 1993 बैच के दो वरिष्ठ IPS अधिकारियों ने प्रमुख अर्धसैनिक संगठनों का कार्यभार संभाला है। प्रवीर रंजन को केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) का महानिदेशक (DG) नियुक्त किया गया है, जबकि प्रवीण कुमार को भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) का महानिदेशक नियुक्त किया गया है। दोनों अधिकारी अपने पूर्ववर्तियों की सेवानिवृत्ति के बाद 30 सितंबर, 2025 को पदभार ग्रहण करेंगे।

प्रवीर रंजन: नए CISF प्रमुख

  • कैडर: एजीएमयूटी (अरुणाचल प्रदेश-गोवा-मिजोरम और केंद्र शासित प्रदेश)

  • पूर्व भूमिका: विशेष महानिदेशक, CISF, संवेदनशील एयरपोर्ट सुरक्षा डिवीजन के प्रमुख

  • नया पद: महानिदेशक, CISF

  • पूर्ववर्ती: आर.एस. भट्टी (सेवानिवृत्त)

CISF की मुख्य जिम्मेदारियाँ:

  • हवाई अड्डे, बंदरगाह और मेट्रो सिस्टम की सुरक्षा

  • सार्वजनिक उपक्रमों (PSUs) की सुरक्षा

  • परमाणु संयंत्र और अन्य उच्च सुरक्षा प्रतिष्ठान

प्रवीर रंजन के पास हवाई अड्डा सुरक्षा का अनुभव होने के कारण, उनसे अपेक्षा है कि वे महत्वपूर्ण ढांचागत संरचनाओं की सुरक्षा को और मजबूत करेंगे।

प्रवीण कुमार: नए ITBP प्रमुख

  • कैडर: 1993 बैच आईपीएस अधिकारी

  • नया पद: महानिदेशक, ITBP

ITBP की मुख्य जिम्मेदारियाँ:

  • भारत-चीन सीमा की सुरक्षा, जो विश्व की सबसे कठिन ऊँचाई वाली सीमाओं में से एक है

  • पर्वतीय युद्ध प्रशिक्षण

  • हिमालयी क्षेत्रों में आपदा राहत और बचाव कार्य

नए ITBP प्रमुख के रूप में प्रवीण कुमार सीमा सुरक्षा की तैयारी और परिचालन क्षमता को चुनौतीपूर्ण सीमा क्षेत्रों में बढ़ाने पर ध्यान देंगे।

नियुक्तियों का महत्व
प्रवीर रंजन और प्रवीण कुमार की नियुक्तियाँ ऐसे समय में हुई हैं जब भारत को:

  1. महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों और परिवहन केंद्रों पर बढ़ती सुरक्षा आवश्यकताओं का सामना करना है।

  2. चीन के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर सतर्कता की जरूरत है।

इन नेताओं का नेतृत्व CISF और ITBP को और प्रभावी बनाएगा तथा राष्ट्रीय सुरक्षा और जनसुरक्षा सुनिश्चित करने में अहम भूमिका निभाएगा।

 

सऊदी अरब में P4 जागरूकता कार्यक्रम के साथ तेलुगु भाषा दिवस मनाया गया

सऊदी अरब में तेलुगु भाषा दिवस का आयोजन भव्यता के साथ किया गया, जिसने प्रवासी तेलुगु समुदाय की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को उजागर किया। यह कार्यक्रम सऊदी अरब तेलुगु एसोसिएशन (SATA) द्वारा टीडीपी एनआरआई समिति के सहयोग से आयोजित किया गया। इसमें आंध्र प्रदेश सरकार द्वारा प्रोत्साहित P4 मॉडल (Public–Private–People Partnership) को भी बढ़ावा दिया गया।

कार्यक्रम की झलक

  • इस समारोह में 2,000 से अधिक लोग शामिल हुए और सामाजिक व आर्थिक सशक्तिकरण में P4 मॉडल की भूमिका के बारे में जानकारी प्राप्त की।

  • आंध्र प्रदेश के MSME एवं SERP मंत्री कोंडापल्ली श्रीनिवास ने वर्चुअल संबोधन में गरीबी उन्मूलन और समावेशी विकास के प्रति राज्य की प्रतिबद्धता पर जोर दिया।

  • कार्यक्रम में “साल 2047 तक शून्य गरीबी” के लक्ष्य को सामूहिक प्रयासों से प्राप्त करने की दृष्टि को रेखांकित किया गया।

एनआरआई की भूमिका

100 से अधिक एनआरआई परिवारों ने कमजोर वर्गों को सहयोग देने की प्रतिज्ञा की। प्रमुख योगदानकर्ताओं में शामिल रहे:

  • डॉ. वेमुरी रवि

  • डॉ. पी. कृष्णमोहन

इन्होंने वंचित समूहों के उत्थान के लिए सामुदायिक भागीदारी आधारित पहलों के महत्व पर जोर दिया।

आयोजक और गणमान्य

इस कार्यक्रम का नेतृत्व SATA की कोर कमेटी के सदस्यों ने किया, जिनमें शामिल हैं:

  • आनंदराजु गुंडुबोयिना (अध्यक्ष)

  • सुचारिता

  • जानी बाशा शेख

  • इरफान मोहम्मद

  • राजशेखर चेन्नुपाटी

  • सतीबाबू चोल्लांगी

  • आनंद श्रीनिवास दादी

  • अक्षिता चेन्नुपाटी

  • शिल्पा गड्डम

इनके प्रयासों ने विदेश में तेलुगु प्रवासी समुदाय की सांस्कृतिक पहचान और संगठनात्मक शक्ति को प्रदर्शित किया।

महत्व

सऊदी अरब में तेलुगु भाषा दिवस का उत्सव न केवल तेलुगु भाषा की वैश्विक पहचान को मजबूत करता है, बल्कि आंध्र प्रदेश के विकास दृष्टिकोण को भी आगे बढ़ाता है। यह आयोजन दर्शाता है कि भाषा, संस्कृति और विकास के लक्ष्य मिलकर दुनियाभर में समुदायों को एकजुट कर सकते हैं।

नोवोटेल विजयवाड़ा वरुण को ‘सर्वश्रेष्ठ 5-स्टार डीलक्स होटल’ का पुरस्कार मिला

नोवोटेल विजयवाड़ा वरुण को आंध्र प्रदेश पर्यटन उत्कृष्टता पुरस्कार 2025 में “सर्वश्रेष्ठ 5-स्टार डीलक्स होटल” के रूप में सम्मानित किया गया है। यह पुरस्कार होटल की शान, आराम और प्रीमियम आतिथ्य सेवाओं के अनूठे संयोजन को मान्यता देता है, जिसने इसे क्षेत्र के यात्रियों के लिए शीर्ष पसंद बना दिया है।

पुरस्कार समारोह

  • यह सम्मान आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू द्वारा प्रदान किया गया।

  • होटल मैनेजर मनीष पाठक ने पुरस्कार ग्रहण किया और इसे होटल की टीम को समर्पित करते हुए उनकी निष्ठा और उत्कृष्टता के प्रति जुनून की सराहना की।

होटल के बारे में

विजयवाड़ा का पहला और एकमात्र अंतरराष्ट्रीय स्तर का 5-स्टार डीलक्स प्रॉपर्टी।

विशेषताएँ:

  • 233 आकर्षक और आधुनिक कमरे, विश्वस्तरीय सुविधाओं से युक्त।

  • स्थानीय और वैश्विक व्यंजनों वाले उत्कृष्ट डाइनिंग विकल्प।

  • शादियों, कॉन्फ्रेंस और कॉर्पोरेट आयोजनों के लिए बहुउद्देशीय इवेंट स्पेस।

  • व्यवसाय, अवकाश और MICE पर्यटन (Meetings, Incentives, Conferences, Exhibitions) के लिए शहर का प्रमुख गंतव्य।

महत्व

यह सम्मान न केवल नोवोटेल विजयवाड़ा वरुण को आंध्र प्रदेश में आतिथ्य मानकों का अग्रणी बनाता है, बल्कि विजयवाड़ा को एक व्यापारिक और पर्यटन केंद्र के रूप में और भी आकर्षक बनाता है। साथ ही यह राज्य की विश्वस्तरीय पर्यटन अवसंरचना को बढ़ावा देने की व्यापक दृष्टि में योगदान करता है।

अंतर्राष्ट्रीय अनुवाद दिवस 2025: इतिहास और महत्व

हर साल 30 सितंबर को पूरी दुनिया में अंतरराष्ट्रीय अनुवाद दिवस (International Translation Day) मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य अनुवादकों, दुभाषियों और भाषा विशेषज्ञों के अमूल्य योगदान को सम्मानित करना है। ये संचार के अनदेखे नायक भाषाई खाई को पाटते हैं, अंतर-सांस्कृतिक संवाद को प्रोत्साहित करते हैं और वैश्विक सहयोग को सशक्त बनाते हैं। वर्ष 2025 के उत्सव ने इस तथ्य पर विशेष जोर दिया कि अनुवाद मानव विविधता की समृद्धि को उजागर करने का एक माध्यम है।

ऐतिहासिक पृष्ठभूमि

  • FIT की भूमिका: अंतरराष्ट्रीय अनुवाद दिवस की स्थापना 1991 में इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ ट्रांसलेटर्स (FIT) द्वारा की गई थी। FIT, जिसकी स्थापना 1953 में हुई थी, अनुवाद, दुभाषिकी और शब्दावली में उत्कृष्टता और सहयोग को बढ़ावा देने वाला एक वैश्विक संगठन है।

  • 30 सितंबर क्यों?: यह तिथि सेंट जेरोम के पर्व दिवस पर आधारित है, जिन्हें अनुवादकों का संरक्षक संत माना जाता है।

    • सेंट जेरोम (लगभग 347–420 ईस्वी) एक ईसाई विद्वान थे, जो बाइबिल के अधिकांश भाग का लैटिन भाषा (वुल्गेट) में अनुवाद करने के लिए प्रसिद्ध हैं।

    • वे लैटिन, ग्रीक और हिब्रू भाषाओं में निपुण थे और भाषाओं व ज्ञान-साझा करने के प्रति गहरा जुनून रखते थे।

    • उनके अनुवाद कार्यों ने धार्मिक और विद्वतापूर्ण ग्रंथों में भाषाई पहुंच की नींव रखी।

दिन का महत्व

आज की वैश्विक दुनिया में अनुवादकों का योगदान और भी महत्वपूर्ण हो गया है। उनका कार्य:

  • बहुभाषावाद को प्रोत्साहन: अनुवाद के माध्यम से वे कूटनीति, व्यापार और वैश्विक संवाद में समावेशिता सुनिश्चित करते हैं।

  • अंतरराष्ट्रीय सहयोग को सुगम बनाना: संधियों, समझौतों और वैश्विक संचार का प्रारूप तैयार करने में अनुवादकों की प्रमुख भूमिका होती है।

  • ज्ञान का विस्तार: वैज्ञानिक शोध, साहित्य और तकनीकी सामग्री को सार्वभौमिक रूप से सुलभ बनाने का माध्यम अनुवाद है।

  • सांस्कृतिक समझ को मजबूत करना: समाजों को वैश्विक विविधता की सराहना करने और सांस्कृतिक गलतफहमियों को कम करने में मदद करता है।

संयुक्त राष्ट्र में अनुवादकों की भूमिका

संयुक्त राष्ट्र (UN) अनुवादकों और दुभाषियों का सबसे बड़ा नियोक्ता है। उनकी भूमिका UN की छह आधिकारिक भाषाओं में जानकारी उपलब्ध कराने में अत्यंत महत्वपूर्ण है:

  • अरबी

  • चीनी

  • अंग्रेज़ी

  • फ़्रेंच

  • रूसी

  • स्पेनिश

सदस्य देशों के भाषणों से लेकर तकनीकी रिपोर्टों तक, अनुवादक सटीकता और सुलभता सुनिश्चित करते हैं, जिससे UN की पारदर्शिता और समावेशिता के प्रति प्रतिबद्धता मजबूत होती है।

आईसीसी और यूनिसेफ ने ‘प्रॉमिस टू चिल्ड्रन’ अभियान शुरू किया

खेल और सामाजिक जिम्मेदारी के शक्तिशाली संयोजन में, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) और UNICEF ने 2025 ICC महिला क्रिकेट वर्ल्ड कप के दौरान ‘Promise to Children’ डिजिटल अभियान लॉन्च किया। इस पहल का उद्देश्य खिलाड़ियों, दर्शकों और वैश्विक क्रिकेट समुदाय को बच्चों के लिए समान अवसर और अधिकारों के समर्थन में प्रतिबद्ध होने के लिए प्रेरित करना है, विशेष रूप से सबसे कमजोर और आवश्यकता वाले बच्चों के लिए।

अभियान का उद्देश्य

‘Promise to Children’ अभियान का लक्ष्य बच्चों के अधिकारों को बढ़ावा देना है, विशेषकर निम्न क्षेत्रों में:

  • गुणवत्तापूर्ण शिक्षा

  • स्वास्थ्य और पोषण

  • सुरक्षित जल और स्वच्छता तक पहुंच

  • हिंसा से सुरक्षा

  • खेलने और विकास के अवसर

क्रिकेट की वैश्विक लोकप्रियता का उपयोग करके यह अभियान जनता की भागीदारी और सामाजिक प्रतिबद्धता बढ़ाने का प्रयास करता है।

मुख्य चेहरे और समर्थन

  • आयुष्मान खुराना – बॉलीवुड अभिनेता और UNICEF राष्ट्रीय एंबेसडर

  • स्मृति मंधाना – भारतीय महिला क्रिकेट टीम की उपकप्तान

  • ICC अध्यक्ष जय शाह – खेल के माध्यम से समानता और बाल कल्याण के लिए प्रतिबद्धता

  • UNICEF भारत प्रतिनिधि सिन्थिया मैककैफ्रे – क्रिकेट की पहुँच के माध्यम से बच्चों के लिए समावेशी दुनिया बनाने का महत्व

अभियान गतिविधियाँ

  • खिलाड़ियों और कोचों द्वारा बच्चों के लिए क्रिकेट क्लिनिक

  • पूर्व क्रिकेटरों के साथ बाल अधिकारों पर गोलमेज चर्चा

  • डिजिटल और सोशल मीडिया अभियान, जिसमें कमेंटेटर और प्रशंसक शामिल हों

  • प्रसारण और ऑन-ग्राउंड इवेंट्स के दौरान जागरूकता अभियान

इस तरह, संदेश ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से व्यापक दर्शकों तक पहुँचता है।

मुख्य तथ्य

  • अभियान का नाम: Promise to Children

  • लॉन्च किया: ICC और UNICEF द्वारा

  • कार्यक्रम: ICC महिला क्रिकेट वर्ल्ड कप 2025

  • एंबेसडर: आयुष्मान खुराना (UNICEF), स्मृति मंधाना (क्रिकेटर)

  • आयोजक देश: भारत और श्रीलंका

भारत-ईएफटीए व्यापार समझौता 1 अक्टूबर से लागू होगा

भारत 1 अक्टूबर 2025 से अपनी पहली यूरोपीय ब्लॉक के साथ मुक्त व्यापार समझौता (FTA) लागू करने जा रहा है। यह ट्रेड एंड इकोनॉमिक पार्टनरशिप एग्रीमेंट (TEPA) है, जो EFTA देशों—स्विट्ज़रलैंड, नॉर्वे, आइसलैंड और लिकटेंस्टीन—के साथ किया गया है। यह FTA भारत के वैश्विक व्यापार रणनीति में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।

EFTA–भारत समझौते का सार

  • EFTA (European Free Trade Association): चार गैर-ईयू देश—स्विट्ज़रलैंड, नॉर्वे, आइसलैंड और लिकटेंस्टीन।

  • साइनिंग: मार्च 2024

  • मुख्य उद्देश्य: प्रगतिशील टैरिफ मुक्तिकरण, निवेश सुविधा, और दोनों बाज़ारों में पहुंच बढ़ाना।

  • मुख्य विशेषताएँ:

    • चरणबद्ध टैरिफ कटौती (goods पर)

    • सेवाएँ, निवेश और बौद्धिक संपदा (IPR) में बाज़ार पहुँच

    • 15 वर्षों में भारत में $100 अरब का निवेश

    • तकनीकी हस्तांतरण, नवाचार और कौशल विकास पर जोर

भारत के लिए रणनीतिक महत्व

  1. पहला यूरोपीय ब्लॉक FTA

    • विकसित यूरोपीय बाज़ारों से संबंध मजबूत

    • निर्यात गंतव्यों का विविधीकरण

  2. भारतीय प्रमुख निर्यातों को बढ़ावा

    • फार्मास्यूटिकल्स, टेक्सटाइल्स, गहने और आभूषण, ऑटो पार्ट्स, रसायन आदि को लाभ

    • कम या शून्य शुल्क के साथ EFTA बाज़ार में बेहतर पहुँच

  3. विदेशी निवेश और रोजगार

    • $100 अरब निवेश का वादा

    • अगले 15 वर्षों में लगभग 10 लाख नई नौकरियाँ

    • विनिर्माण और सेवा क्षेत्र को प्रोत्साहन

  4. सप्लाई चेन एकीकरण

    • बेहतर व्यापार लॉजिस्टिक्स

    • फार्मा, इंजीनियरिंग और क्लीन टेक्नोलॉजी में यूरोपीय सप्लाई चेन में गहरी भागीदारी

अवसर और चुनौतियाँ

अवसर:

  • उच्च मूल्य वाले यूरोपीय बाज़ार में विस्तार

  • फार्मा, AI, क्लीन टेक और मेड-टेक में R&D सहयोग

  • स्टार्टअप फंडिंग और नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र

  • हरित विनिर्माण और जलवायु अनुकूल व्यापार को बढ़ावा

चुनौतियाँ:

  • संवेदनशील भारतीय क्षेत्रों जैसे कृषि और डेयरी आंशिक सुरक्षा के अधीन

  • व्यापार असंतुलन का जोखिम यदि भारतीय निर्यात प्रतिस्पर्धी नहीं बनते

  • MSMEs और निर्यातकों में समझ और क्रियान्वयन सुनिश्चित करना

भारत के व्यापार दृष्टिकोण के साथ मेल

  • $5 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था और वैश्विक विनिर्माण केंद्र बनने के उद्देश्य के अनुरूप

  • UAE और ऑस्ट्रेलिया के साथ हालिया FTAs के साथ संरेखित

  • EU, US, न्यूजीलैंड, ओमान और चिली के साथ चल रहे वार्ता

  • घरेलू सुधार जैसे GST सरलीकरण, PLI योजनाएँ और अवसंरचना सुधारों को पूरा करता है

मुख्य तथ्य

विशेषता विवरण
प्रभावी तिथि 1 अक्टूबर 2025
शामिल देश स्विट्ज़रलैंड, नॉर्वे, आइसलैंड, लिकटेंस्टीन
समझौते का नाम Trade and Economic Partnership Agreement (TEPA)
निवेश प्रतिबद्धता $100 अरब, 15 वर्षों में
यूरोपीय ब्लॉक FTA भारत के लिए पहला
अपेक्षित रोजगार सृजन 10 लाख
शामिल क्षेत्र वस्तुएँ, सेवाएँ, निवेश, IPR, सतत विकास

12वीं विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 नई दिल्ली में शुरू हुई

12वीं वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 27 सितंबर 2025 को नई दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम (JLN) में शुरू हुई। यह नौ दिवसीय महाकुंभ 5 अक्टूबर 2025 तक चलेगा और इसमें 100 से अधिक देशों के 1,000 से अधिक पैरा-एथलीट हिस्सा ले रहे हैं। भारत पहली बार इस चैंपियनशिप की मेजबानी कर रहा है, जिसमें 70+ भारतीय एथलीटों की मजबूत टीम शामिल है। यह वैश्विक आयोजन भारतीय पैरा खेलों के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण है, जो पेरिस पैरा ओलंपिक्स 2024 की शानदार सफलता के बाद आया है, जहां भारतीय एथलीटों ने पदक जीतकर इतिहास रचा था।

प्रतियोगिता संरचना और कार्यक्रम

  • कुल पदक कार्यक्रम: 186

  • पुरुष कार्यक्रम: 101

  • महिला कार्यक्रम: 84

  • मिश्रित कार्यक्रम: 1

प्रत्येक कार्यक्रम में स्प्रिंट रेस, मिडिल और लॉन्ग डिस्टेंस रनिंग, धैर्य (एंड्यूरेंस) इवेंट्स, फील्ड थ्रो और जंप शामिल हैं।
यह आयोजन 2028 लॉस एंजेलिस पैरा ओलंपिक्स के लिए क्वालिफायर का भी प्लेटफॉर्म होगा, इसलिए प्रदर्शन विशेष रूप से महत्वपूर्ण है।

भारत के प्रमुख एथलीट जिन पर नजर रखी जा रही है

  • दीप्ति जीवंजी: महिला 400m T20 पदक राउंड के लिए क्वालिफाई, 58.35 सेकंड के सीजन बेस्ट टाइमिंग के साथ।

  • सुमित अंतिल: जैवलिन थ्रो पैरा ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट, विश्व पैरा चैंपियनशिप में गोल्ड की हैट-ट्रिक का लक्ष्य।

  • धरमबीर नैण: पेरिस 2024 पैरा ओलंपिक्स में क्लब थ्रो गोल्ड मेडलिस्ट, उद्घाटन समारोह में भारत के झंडे का वाहक।

  • प्रीति पाल: दो बार पैरा ओलंपिक्स ब्रॉन्ज मेडलिस्ट स्प्रिंटर, झंडा वाहक भी।

  • प्रवीण कुमार और नवदीप: हाई जंप और जैवलिन में मजबूत पदक दावेदार।

अंतरराष्ट्रीय सितारे

  • अथनासियस ग्वेलेस (ग्रीस) – स्प्रिंट

  • एज़रा फ्रेच (यूएसए) – हाई जंप और स्प्रिंट

  • जेम्स टर्नर (ऑस्ट्रेलिया) – मिडिल डिस्टेंस रनर

  • कैथरीन डेब्रुनर (स्विट्ज़रलैंड) – व्हीलचेयर रेसिंग

  • फ्लेर जोंग (नीदरलैंड) – स्प्रिंट और लॉन्ग जंप

  • माग्दलेना अंद्रुश्किएविच (पोलैंड) – थ्रो इवेंट्स

स्थिर सामान्य ज्ञान तथ्य

  • वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप इंटरनेशनल पैरा ओलंपिक कमिटी (IPC) द्वारा आयोजित की जाती है।

  • पहली बार: 1994, बर्लिन, जर्मनी।

  • आयोजन हर दो साल में होता है।

  • भारत पहली बार 2025 में मेजबानी कर रहा है।

  • 11वीं चैंपियनशिप (2023) पेरिस, फ्रांस में हुई थी।

  • पारंपरिक शीर्ष प्रदर्शन करने वाले देश: अमेरिका, चीन, ब्राजील, ग्रेट ब्रिटेन, और यूक्रेन।

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