राष्ट्रीय शिक्षा नीति के कार्यान्वयन की चौथी वर्षगांठ पर ‘अखिल भारतीय शिक्षा समागम’ आयोजित

about | - Part 575_3.1

शिक्षा मंत्रालय ने अखिल भारतीय शिक्षा समागम-2024 के साथ दिल्ली में राष्ट्रीय शिक्षा नीति की चौथी वर्षगांठ मनाई। इस दौरान शिक्षा मंत्रालय की एनईपी 2020 से जुड़ी अनेक महत्वपूर्ण पहलों का शुभारंभ किया गया। इनमें विभिन्न भारतीय भाषाओं को सीखने की सुविधा के लिए समर्पित टीवी चैनल, एक तमिल चैनल, स्कूल में बैग के बिना 10 दिन के दिशानिर्देश, करियर मार्गदर्शन दिशानिर्देश, 500 से अधिक जॉब कार्डों का एक विशाल पुस्तकालय, ब्रेल और ऑडियो पुस्तकों में एनएमएम (राष्ट्रीय मार्गदर्शन मिशन) शामिल हैं।

उद्देश्य

छात्रों और शिक्षकों के बीच भारतीय ज्ञान प्रणाली (आईकेएस) को बढ़ावा देने के उद्देश्य से चार पुस्तकों और व्याख्यान नोट्स का भी अनावरण किया गया।

शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने क्या कहा?

केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने अपने संदेश में कहा कि एनईपी 2020 की चार साल की यात्रा देश की शिक्षा प्रणाली में परिवर्तनकारी बदलाव ला रही है। इससे शिक्षार्थियों की नई पीढ़ी का पोषण हो सकेगा। उन्होंने यह भी कहा कि एनईपी 2020 सीखने के परिदृश्य को बदलने, देश के जनसांख्यिकीय लाभांश का उपयोग करने, आबादी को सशक्त बनाने और सामाजिक-आर्थिक विकास को गति देने की आशा का प्रतीक है।

कई महत्वपूर्ण पहलों का उद्घाटन

धर्मेंद्र प्रधान शिक्षा विभाग की कई महत्वपूर्ण पहलों का उद्घाटन करेंगे, जैसे कि विभिन्न भारतीय भाषाओं को सीखने में सुविधा प्रदान करने के लिए समर्पित टीवी चैनल, एक तमिल चैनल; 54 भाषाओं के अनुसरण में 25 भारतीय भाषाओं में प्रारंभिक कक्षाओं के लिए प्राइमर; स्कूलों में अध्‍ययन को एक मजेदार, तनाव मुक्त अनुभव में बदलने के उद्देश्य से 10 दिन बिना बैग संबंधी दिशा-निर्देश; स्‍कूलों में तनाव रहित अनुभव; कैरियर मार्गदर्शन दिशा-निर्देश, 500 से अधिक जॉब कार्डों की एक विशाल लाइब्रेरी; ब्रेल और ऑडियो पुस्तकों में एनएमएम और एनपीएसटी; एआईसीटीई और एआईएम द्वारा स्कूल इनोवेशन मैराथन; और स्नातक विशेषताएं एवं व्यावसायिक दक्षताएं।

सामूहिक शक्ति का एहसास

अखिल भारतीय शिक्षा समागम (एबीएसएस) की परिकल्पना राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को अपनाने का उत्सव मनाने के लिए एक कार्यक्रम के रूप में की गई है, ताकि इसके प्रभावी कार्यान्वयन के लिए विभिन्न हितधारकों की प्रतिबद्धता को फिर से मजबूत किया जा सके और सहयोगी प्रयासों के माध्यम से साझा लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए सामूहिक शक्ति का एहसास हो सके। दिन के दौरान मंत्रालय की विभिन्न पहलों पर चर्चा करने के लिए छह पैनल चर्चाएं आयोजित की जाएंगी, जिनमें प्रख्यात शिक्षाविद और हितधारक भाग लेंगे।

संस्थानों के बीच मजबूत संबंध

जुलाई 2022 में वाराणसी में आयोजित एबीएसएस के पहले कार्यक्रम का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया था। इसका उद्देश्य एनईपी 2020 को प्रभावी, सुचारु और समय पर लागू करने के लिए सभी हितधारकों को एक साथ आने का अवसर प्रदान करना, विभिन्न उच्च शिक्षण संस्थानों के बीच मजबूत संबंध स्थापित करना और उच्च शिक्षा संस्थानों के सामने आने वाली चुनौतियों पर चर्चा करना तथा उनके समाधान प्रस्तुत करना था।

भारत 2025 में टी20 एशिया कप की मेजबानी करेगा

about | - Part 575_5.1

भारत 2025 में टी20 प्रारूप में पुरुष एशिया कप क्रिकेट टूर्नामेंट के अगले सत्र की मेजबानी करेगा, जो 2026 में देश में होने वाले टी20 विश्व कप से पहले होगा। एशियाई क्रिकेट परिषद ने ‘रुचि की अभिव्यक्ति के लिए आमंत्रण’ (आईओआई) में इसकी घोषणा की। एशिया कप को हमेशा वैश्विक आयोजन की तैयारियों के रूप में प्रयोग किया जाता है और उसी प्रारूप में खेला जाता है जिसमें विश्व कप आयोजित किया जाएगा।

एशिया कप 2027 की मेजबानी बांग्लादेश करेगा

एशिया कप के 2023 सत्र की मेजबानी पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने ‘हाईब्रिड माडल’ पर की थी। भारत ने तब पाकिस्तान का दौरा करने से मना कर दिया था और इसके अधिकतर मैच श्रीलंका में खेले गए थे। बांग्लादेश 2027 में वनडे प्रारूप में इस टूर्नामेंट की मेजबानी करेगा क्योंकि 2027 में दक्षिण अफ्रीका में वनडे विश्व कप खेला जाना है। भारत में टी20 प्रारूप और बांग्लादेश में 50 ओवर के प्रारूप में खेले जाने वाले एशिया कप में 13-13 मैच होंगे।

भाग लेने वाली टीमें

ACC के अभिरुचि की अभिव्यक्ति के लिए आमंत्रण (IEOI) के अनुसार, पुरुष एशिया कप में ये टीमें शामिल होंगी:

  • अफ़गानिस्तान
  • भारत
  • पाकिस्तान
  • श्रीलंका
  • बांग्लादेश

एक गैर-टेस्ट खेलने वाला ACC सदस्य (क्वालीफ़ाइंग इवेंट के ज़रिए चुना गया)

भारत का हालिया प्रदर्शन

भारत 2025 के टूर्नामेंट में गत विजेता के रूप में प्रवेश करेगा, जिसने हाल के वर्षों में अपना दबदबा दिखाया है:

  • पिछले चार एशिया कप संस्करणों में से तीन जीते
  • 2023 के 50 ओवर के प्रारूप में, भारत ने कोलंबो में आयोजित फाइनल में श्रीलंका को 10 विकेट से हराया

महत्व और निहितार्थ

  • विश्व कप की तैयारी: 2025 एशिया कप, 2026 टी20 विश्व कप से पहले भाग लेने वाली टीमों के लिए महत्वपूर्ण तैयारी के रूप में काम करेगा।
  • आर्थिक प्रभाव: टूर्नामेंट की मेजबानी से पर्यटन और क्रिकेट से संबंधित वाणिज्य के माध्यम से भारत को महत्वपूर्ण आर्थिक लाभ मिलने की संभावना है।
  • क्रिकेट कूटनीति: यह आयोजन क्रिकेट को एशियाई देशों के बीच क्षेत्रीय सहयोग और सद्भावना को बढ़ावा देने का अवसर प्रदान करता है।
  • भारतीय क्रिकेट अवसंरचना का प्रदर्शन: यह भारत के लिए क्षेत्रीय मंच पर अपनी क्रिकेट सुविधाओं और संगठनात्मक क्षमताओं का प्रदर्शन करने का एक अवसर होगा।
  • टी20 क्रिकेट का विकास: यह टूर्नामेंट एशियाई क्षेत्र में टी20 क्रिकेट के निरंतर विकास और लोकप्रियता में योगदान देगा।

विश्व मानव तस्करी निरोधक दिवस 2024: 30 जुलाई

about | - Part 575_7.1

विश्व मानव तस्करी निरोधक दिवस हर साल 30 जुलाई को मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य मानव तस्करी के प्रति जागरूकता बढ़ाना और इसे समाप्त करने के लिए किए जा रहे प्रयासों को समर्थन देना है।

क्यों मनाया जाता है विश्व मानव तस्करी निरोधक दिवस?

मानव तस्करी एक गंभीर अपराध है जो मानवाधिकारों का उल्लंघन करता है। इस दिन का मुख्य उद्देश्य लोगों में जागरूकता फैलाना और उन्हें इस अपराध के प्रति संवेदनशील बनाना है। मानव तस्करी के शिकार लोगों की पहचान करना, उन्हें आवश्यक सहायता और समर्थन प्रदान करना। सरकारों और संगठनों द्वारा मानव तस्करी को रोकने के लिए उठाए गए कदमों को मजबूती देना और नए उपायों को लागू करना है।

विश्व मानव तस्करी निरोधक दिवस 2024 की थीम

हर साल इस दिन की एक विशेष थीम होती है जो मानव तस्करी के खिलाफ लड़ाई में एक विशेष पहलू को उजागर करती है। थीम का चयन वर्तमान परिस्थितियों और चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए किया जाता है।

विश्व मानव तस्करी निरोधक दिवस का महत्व

मानव तस्करी एक वैश्विक समस्या है जो लगभग हर देश में पाई जाती है। इस दिन का महत्व इसे वैश्विक स्तर पर पहचान देने में है। यह दिन मानवाधिकारों की रक्षा और सम्मान को बढ़ावा देने का काम करता है। विभिन्न देशों, संगठनों और समुदायों के बीच सहयोग को बढ़ावा देना ताकि मानव तस्करी को रोका जा सके। एकजुट होकर मानव तस्करी के खिलाफ लड़ना है और इसे समाप्त करने के लिए ठोस कदम उठाने हैं।

विश्व मानव तस्करी निरोधक दिवस का इतिहास

संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 2013 में इस दिन को विश्व मानव तस्करी निरोधक दिवस के रूप में घोषित किया। इसे वर्ष 2010 में एक एक उच्च स्तरीय बैठक के दौरान पारित किया गया था। इसका मुख्य उद्देश्य मानव तस्करी के शिकार लोगों की सहायता करना और उनकी रक्षा करना था। यह दिवस विशेष रूप से महिलाओं और बच्चों की तस्करी को समाप्त करने के लिए मनाया जाता है। मानव तस्करी “मानव गरिमा और शारीरिक अखंडता, मानवाधिकारों और विकास” के लिए एक गंभीर खतरा है।

 

अंतर्राष्ट्रीय मित्रता दिवस 2024: 30 जुलाई

about | - Part 575_9.1

दोस्ती का जश्न मनाने के साथ-साथ नए लोगों से मिलने और दोस्त बनाने के विचार को बढ़ावा देने के लिए प्रतिवर्ष 30 जुलाई को अंतर्राष्ट्रीय मित्रता दिवस मनाया जाता है। जिसका मकसद अपने दोस्तों का आभार व्यक्त करना और फ्रेंडशिप को सेलिब्रेट करना है। दोस्ती दुनिया का सबसे प्यारा और मजबूत रिश्ता है, जिसे हम खुद बनाते हैं। जिंदगी में एक अच्छे दोस्त का साथ मेंटल हेल्थ को दुरुस्त रखने के साथ व्यक्तिगत विकास के लिए भी बहुत जरूरी होता है।

विभिन्न देशों में मित्रता दिवस अलग-अलग तारीखों पर मनाई जाती है। भारत, बांग्लादेश समेत मलेशिया, संयुक्त अरब अमीरात और अमेरिका जैसे देश हर साल अगस्त महीने के पहले रविवार को विश्व मित्रता दिवस मनाते हैं। जबकि कई अन्य देश 30 जुलाई को अंतर्राष्ट्रीय दोस्ती दिवस के तौर पर मनाते हैं।

अंतरराष्ट्रीय मित्रता दिवस की थीम

साल 2024 में अंतरराष्ट्रीय मित्रता दिवस को “विविधता को अपनाना, एकता को बढ़ावा देना” थीम के साथ सेलिब्रेट किया जा रहा है।

दोस्ती दिवस का इतिहास

इस दिन को मनाने का विचार पहली बार 20वीं सदी की शुरुआत में आया। सबसे पहले यह 1958 में विश्व मैत्री धर्मयुद्ध में प्रस्तावित किया गया। यह एक अंतर्राष्ट्रीय नागरिक संगठन है। हालांकि आधिकारिक तौर पर साल 2011 में संयुक्त राष्ट्र संघ की एक आम सभा ने अंतर्राष्ट्रीय मित्रता दिवस मनाने की शुरुआत हुई।

 

जितेंद्र सिंह प्रतिष्ठित “लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड” से सम्मानित

about | - Part 575_11.1

देश-विदेश के प्रमुख चिकित्सा हस्तियों, पेशेवरों और चिकित्सकों के अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के अवसर पर आयोजित समारोह में केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह को मधुमेह विज्ञान, मधुमेह देखभाल और मधुमेह अनुसंधान के क्षेत्र में उनके अनुकरणीय समर्पण के लिए प्रतिष्ठित “लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड” से सम्मानित किया गया। मधुमेह विज्ञान, मधुमेह देखभाल और मधुमेह अनुसंधान के विकास के लिए उनके अनुकरणीय समर्पण के लिए उन्हें देश भर में और विदेशों में भी ख्याति मिली।

राष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध चिकित्सा पेशेवर

मद्रास डायबिटीज रिसर्च फाउंडेशन के अध्यक्ष डॉ. वी. मोहन ने इस अवसर पर उन्हें एक शिक्षक, प्रोफेसर, शोधकर्ता और मधुमेह रोग के चिकित्सक के रूप में बताया। उन्होंने कहा कि डॉ. जितेंद्र सिंह राष्ट्रीय स्तर पर ज्ञात चिकित्सा पेशेवर का एक और दुर्लभ उदाहरण हैं। वे एक नेता के तौर पर भी बेहद सफल रहे हैं और तीन बार से लगातार केंद्र सरकार में प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। वे जम्मू और कश्मीर के पहले व्यक्ति हैं जिन्हें लगातार तीसरे कार्यकाल के लिए केंद्रीय मंत्रिपरिषद में जगह मिली है। पूर्व में उन्हें जवाहरलाल इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्टग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (जेआईपीएमईआर) से “ओरेशन के लिए स्वर्ण पदक” और पत्रकारिता के लिए प्रतिष्ठित “जमना देवी ज्ञान देवी पुरस्कार” भी मिल चुका है।

आठ पुस्तकों के लेखक

डॉ. जितेंद्र सिंह को मधुमेह के विभिन्न पहलुओं पर आठ पुस्तकों और तीन मोनोग्राम के लेखक के रूप में वर्णित किया गया है। उन्होंने चिकित्सा की प्रमुख पाठ्यपुस्तकों में मधुमेह पर अध्याय लिखे हैं और मंत्री बनने से पहले उन्होंने एसोसिएशन ऑफ फिजिशियंस ऑफ इंडिया द्वारा प्रकाशित प्रतिष्ठित “एपीआई टेक्स्टबुक ऑफ मेडिसिन” के बारह क्रमिक संस्करणों में मधुमेह पर एक अध्याय लिखा था। डॉ. जितेन्द्र सिंह द्वारा लिखी गई मधुमेह जागरूकता पुस्तकों में से एक पुस्तक “डायबिटीज मेड ईज़ी” को प्रगति मैदान, नई दिल्ली में आयोजित विश्व पुस्तक मेले के बेस्ट-सेलर सेक्शन में शामिल किया गया था।

नीता अंबानी ने पेरिस 2024 ओलंपिक में इंडिया हाउस का उद्घाटन किया

about | - Part 575_13.1

नीता अंबानी ने हाल ही में पेरिस ओलंपिक शुरू होने के एक दिन बाद पेरिस में इंडिया हाउस का उद्घाटन किया। नीता अंबानी ने पारंपरिक भारतीय तरीके से दीप प्रज्वलित कर कंट्री हाउस यानी इंडिया हाउस का उद्घाटन किया।

इस मौके पर देश विदेश के मेहमान, आईओसी अधिकारी और भारत की मशहूर हस्तियां शामिल थीं। इंडिया हाउस के उद्घाटन के मौके पर आईओसी सदस्या नीता अंबानी ने उम्मीद जताई कि भारत जल्दी ही ओलंपिक की मेजबानी करेगा। उन्होंने कहा कि ओलंपिक इतिहास में पहली बार बने इंडिया-हाउस में आपका स्वागत है।

नीता अंबानी ने क्या कहा?

इंडिया हाउस के महत्व पर नीता अंबानी ने कहा कि इंडिया हाउस को भारत की ओलंपिक आकांक्षाओं के प्रतीक के रूप में देखा जाता है। हम आशा करते हैं कि यह हमारे एथलीटों के लिए घर से दूर घर जैसा अनुभव होगा। इंडिया हाउस, पार्क ऑफ नेशंस के पार्क डे ला विलेट में स्थित है और 27 जुलाई से 11 अगस्त तक ओलंपिक के दौरान स्थानीय समयानुसार सुबह 11 बजे से रात 11 बजे तक मेहमानों के लिए खुला रहेगा।

1.4 अरब भारतीयों का सपना

हाल ही में आईओसी सदस्य चुनी गईं नीता अंबानी ने कहा कि ओलंपिक के इतिहास में पहली बार बने इंडिया हाउस में आपका स्वागत है। आज हम 2024 के पेरिस ओलंपिक खेलों में एक नया सपना देख रहे हैं। एक ऐसा सपना, जो 1.4 अरब भारतीयों का है। भारत को ओलंपिक में लाने का और ओलंपिक को भारत में लाने का, एक साझा सपना।

 

अल्ट्राटेक ने इंडिया सीमेंट की 32.72% हिस्सेदारी खरीदी

about | - Part 575_15.1

आदित्य बिड़ला ग्रुप की स्वामित्व वाली सीमेंट कंपनी अल्ट्राटेक के बोर्ड ने इंडिया सीमेंट लिमिटेड में 32.72 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने की मंजूरी दे दी है। इस डील में अल्ट्राटेक को 390 रुपए प्रति शेयर के हिसाब से टोटल 3,954 करोड़ रुपए देने होंगे।

इसमें कंपनी को इंडिया सीमेंट के प्रमोटर्स और एसोसिएट्स के 10 करोड से ज्यादा शेयर मिलेंगे। अब अल्ट्राटेक सीमेंट के पास इंडिया सीमेंट के मेजॉरिटी स्टेक यानी 55.49 प्रतिशत हिस्सेदारी आ गई है। इस बात की जानकारी कंपनी ने 28 जुलाई को एक्सचेंज फाइलिंग में दी है।

जून में 22. 77 प्रतिशत हिस्सेदारी

अल्ट्राटेक सीमेंट के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने जून में इंडिया सीमेंट्स में 22.77 प्रतिशत की हिस्सेदारी के अधिग्रहण की मंजूरी दी थी। कंपनी ने इंडिया सीमेंट्स के 7.06 करोड़ स्टॉक्स 268 रुपए प्रति शेयर के हिसाब से खरीदी। इस डील की टोटल वैल्यू करीब 1,885 करोड़ रुपए है।

अल्ट्राटेक का शेयर

अल्ट्राटेक सीमेंट का शेयर 26 जुलाई को 1.95 प्रतिशत की बढ़ोतरी के बाद 11,664.05 रुपए के स्तर पर बंद हुआ। कंपनी के शेयर में पिछले एक महीने में 0.03 प्रतिशत की गिरावट रही है। इसने 6 महीने में 13.53 प्रतिशत और एक साल में 40.42 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। इस साल अल्ट्राटेक का शेयर 11.47 प्रतिशत चढ़ा है।

अल्ट्राटेक देश की सबसे बड़ी सीमेंट कंपनी

अल्ट्राटेक देश की सबसे बड़ी सीमेंट कंपनी है, जिसकी कुल उत्पादन क्षमता 152.7 MPTA (15.27 करोड़ टन सालाना) है। इस साल की शुरुआत में कंपनी ने ₹7,600 करोड़ की एंटरप्राइज वैल्यू पर केसोराम के सीमेंट बिजनेस का अधिग्रहण किया था।

इतने करोड़ टन सीमेंट बनाती है इंडिया सीमेंट

इंडिया सीमेंट की कैपिसिटी 14.45 mtpa यानी कंपनी एक साल में 1.45 करोड़ टन सीमेंट बनाने में सक्षम है। इसमें 1.30 करोड़ टन तमिलनाडु और 15 लाख टन राजस्थान से उत्पादन करती है। कंपनी के शेयर ने पिछले एक महीने में 26.72 प्रतिशत, 6 महीने में 43.99 प्रतिशत और एक साल में 73.27 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। इस साल इंडिया सीमेंट का शेयर 42.37 प्रतिशत चढ़ा है।

कर्नाटक बैंक ने ICICI लोम्बार्ड जनरल इंश्योरेंस के साथ साझेदारी की

about | - Part 575_17.1

कर्नाटक बैंक ने आईसीआईसीआई लोम्बार्ड जनरल इंश्योरेंस कंपनी के साथ रणनीतिक साझेदारी की घोषणा की है, जिससे उसके ग्राहक बीमा उत्पादों की व्यापक रेंज तक पहुँच सकेंगे। इस सहयोग का उद्देश्य व्यक्तियों और व्यवसायों दोनों के लिए स्वास्थ्य, मोटर, यात्रा और गृह बीमा सहित विभिन्न बीमा आवश्यकताओं को पूरा करना है।

पेशकश का विवरण

यह साझेदारी कर्नाटक बैंक के ग्राहकों को निम्नलिखित सुविधाएँ प्रदान करेगी:

  • स्वास्थ्य बीमा: चिकित्सा व्यय और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को कवर करना।
  • मोटर बीमा: वाहनों को नुकसान और चोरी से सुरक्षा।
  • यात्रा बीमा: यात्रा से संबंधित जोखिमों और आपात स्थितियों के लिए कवरेज।
  • गृह बीमा: संभावित जोखिमों से आवासीय संपत्तियों की सुरक्षा।

डिजिटल बीमा पहल

कर्नाटक बैंक के कार्यकारी निदेशक शेखर राव ने इस बात पर प्रकाश डाला कि बैंक डिजिटल बीमा समाधानों पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। इस पहल में शामिल हैं:

  • ऑनलाइन पॉलिसी खरीद: ग्राहकों को ऑनलाइन बीमा पॉलिसी खरीदने में सक्षम बनाना।
  • वास्तविक समय में दावा प्रसंस्करण: दावों का त्वरित और कुशल संचालन सुनिश्चित करना।
  • व्यक्तिगत सलाहकार सेवाएँ: डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से अनुकूलित बीमा सलाह प्रदान करना।

अधिकारियों के बयान

शेखर राव ने इस बात पर जोर दिया कि आईसीआईसीआई लोम्बार्ड के साथ सहयोग सर्वश्रेष्ठ बीमा समाधान प्रदान करने और ग्राहक सुविधा को बढ़ाने की दिशा में एक कदम है। आईसीआईसीआई लोम्बार्ड के खुदरा और सरकारी प्रमुख आनंद सिंघी ने साझेदारी के बारे में उत्साह व्यक्त किया, इसे अपने बीमा प्रस्तावों का विस्तार करने और ग्राहकों को एक व्यापक पोर्टफोलियो प्रदान करने के अवसर के रूप में देखा।

मार्च 2024 तक देश भर में डिजिटल पेमेंट में 12.6 प्रतिशत की वृद्धि: RBI Data

about | - Part 575_19.1

डिजिटल पेमेंट की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। इसको लेकर भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने एक डेटा शेयर किया है। आरबीआई इंडेक्स के अनुसार 31 मार्च 2024 तक देश भर में डिजिटल पेमेंट में 12.6 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। आरबीआई का डिजिटल पेमेंट इंडेक्स (आरबीआई-डीपीआई) मार्च 2024 के अंत में 445.5 पर था, जबकि सितंबर 2023 में 418.77 और मार्च 2023 में 395.57 था।

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने अपने बयान में कहा कि मार्च 2024 की अवधि के दौरान देश भर में पेमेंट परफॉर्मेंस और पेमेंट इन्फ्रास्ट्रक्चर ढांचे में वृद्धि की वजह से डिजिटल पेमेंट की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। यह वृद्धि सभी मापदंडों में हुई है।

 RBI Index क्या है?

केंद्रीय बैंक ने देश भर में पेमेंट के डिजिटलीकरण की सीमा को पकड़ने के लिए आधार के रूप में मार्च 2018 में एक समग्र RBI-DPI के निर्माण की घोषणा की थी। इस इंडेक्स में पांच व्यापक पैरामीटर शामिल हैं। यह पैरामीटर विभिन्न अवधियों में देश में डिजिटल पेमेंट की गहराई और पैठ को मापने में सक्षम बनाते हैं।

ये पैरामीटर पेमेंट इनेब्लर्स (वेटेज 25 प्रतिशत), पेमेंट इन्फ्रास्ट्रक्चर – डिमांड-साइड फैक्टर्स (10 प्रतिशत), पेमेंट इन्फ्रास्ट्रक्चर – सप्लाई- साइड फैक्टर्स (15 प्रतिशत), पेमेंट परफॉर्मेंस (45 प्रतिशत), और कंज्यूमर सेंट्रिसिटी (5 प्रतिशत) हैं। मार्च 2021 से इस सूचकांक में चार महीने के अंतराल के साथ अर्ध-वार्षिक आधार पर डेटा को प्रकाशित किया जाता है।

एपीजे अब्दुल कलाम की 9वीं पुण्यतिथि

about | - Part 575_21.1

मिसाइल मैन के नाम से मशहूर देश के पूर्व राष्‍ट्रपति डॉ. एपीजे अब्‍दुल कलाम की आज 9वीं पुण्‍यतिथि है। डॉ. कलाम महान वैज्ञानिक होने के साथ महान विचारक और लेखक भी थे। उनका पूरा जीवन आज के युवाओं के लिए एक शिक्षा की तरह है।

अब्‍दुल कलाम ने देश का सर्वोच्‍च पद प्राप्‍त किया, लेकिन फिर भी वो हमेशा जमीन से जुड़े रहे। उनका स्‍वभाव बेहद सहज, सरल और विनम्र था। वे हमेशा खुद को एक वैज्ञानिक और शिक्षक की तरह ही देखा करते थे।

प्रमुख योगदान और विरासत

एयरोस्पेस इंजीनियरिंग और रक्षा

डॉ. कलाम ने भारत की अग्नि और पृथ्वी मिसाइलों को विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिससे देश की सामरिक रक्षा क्षमताओं में उल्लेखनीय वृद्धि हुई। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) और रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) में उनके काम में एसएलवी-III परियोजना की देखरेख शामिल है, जिसने भारत के पहले उपग्रह रोहिणी को पृथ्वी की कक्षा में प्रक्षेपित किया।

परमाणु विकास

डॉ. कलाम ने भारत के परमाणु हथियार परीक्षणों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, विशेष रूप से 1998 में पोखरण-II परीक्षण, जिसने भारत के रक्षा इतिहास में एक महत्वपूर्ण क्षण को चिह्नित किया।

स्वास्थ्य सेवा में नवाचार

हृदय रोग विशेषज्ञ सोमा राजू के साथ मिलकर डॉ. कलाम ने 1998 में किफायती “कलाम-राजू स्टेंट” और बाद में 2012 में “कलाम-राजू टैबलेट” विकसित किया, जिसका उद्देश्य दूरस्थ स्वास्थ्य सेवा में सुधार करना था।

एपीजे अब्‍दुल कलाम की प्रेरक बातें

  • सपने हमारे तभी तभी सच हो सकते है जब सपनों को पूरा करने के लिए अपनी नींद तक का त्याग कर दें।
  • सपने वो नहीं होते जो आप सोते समय देखते हैं, सपने वो होते हैं जो आपको सोने नहीं देते।
  • देश का सबसे अच्छा दिमाग क्लासरूम के आखिरी बेंचों पर मिल सकता है।
  • यदि हम स्वतंत्र नहीं हैं, तो कोई भी हमारा सम्मान नहीं करेगा।
  • इंतजार करने वाले को उतना ही मिलता है, जितना कि कोशिश करने वाले छोड़ देते हैं।
  • मनुष्य के लिए कठिन हालात का होना बहुत जरूरी है क्योंकि इसके बिना आप सफलता का आनंद नहीं ले सकते हैं।

Recent Posts

about | - Part 575_22.1