भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (Indian Space Research Organisation – ISRO) ने एक पृथ्वी अवलोकन उपग्रह, ईओएस (EOS)-04 और दो छोटे उपग्रहों को वांछित कक्षा में सफलतापूर्वक लॉन्च किया। साल 2022 में यह इसरो का पहला लॉन्च मिशन था। उपग्रहों को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा में सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के पहले लॉन्च पैड से लॉन्च वाहन पीएसएलवी-सी52 रॉकेट पर लॉन्च किया गया था।
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पृथ्वी प्रेक्षण उपग्रह (EOS-04) के बारे में:
- EOS-04 एक रडार इमेजिंग सैटेलाइट (RISAT) है जिसे कृषि, वानिकी और वृक्षारोपण, बाढ़ मानचित्रण, मिट्टी की नमी और जल विज्ञान जैसे अनुप्रयोगों के लिए सभी मौसम की स्थिति में उच्च गुणवत्ता वाली छवियां प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
- उपग्रह का वजन लगभग 1710 किलोग्राम है। यह 2280 वॉट की पावर जेनरेट कर सकता है। इसकी मिशन लाइफ 10 साल है।
सह-यात्री उपग्रहों के बारे में:
- दो छोटे उपग्रहों में एक छात्र उपग्रह (INSPIREsat-1), और एक प्रौद्योगिकी प्रदर्शक उपग्रह (INS-2TD) शामिल थे।
- INSPIREsat-1 को भारतीय अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थान (IIST) द्वारा कोलोराडो विश्वविद्यालय, बोल्डर में वायुमंडलीय और अंतरिक्ष भौतिकी की प्रयोगशाला के सहयोग से विकसित किया गया है।
- INS-2TD इसरो का एक प्रौद्योगिकी प्रदर्शक उपग्रह है। यह भारत-भूटान संयुक्त उपग्रह (आईएनएस-2बी) का अग्रदूत है।
सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण टेकअवे:
- इसरो के अध्यक्ष और अंतरिक्ष सचिव: डॉ एस सोमनाथ;
- इसरो मुख्यालय: बेंगलुरु, कर्नाटक;
- इसरो की स्थापना: 15 अगस्त 1969।