भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (Indian Space Research Organisation -ISRO) ने सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र (SDSC), श्रीहरिकोटा रेंज (SHAR) में तटस्थ हवाओं और प्लाज्मा गतिशीलता में व्यवहारिक भिन्नताओं का अध्ययन करने के लिए साउंडिंग रॉकेट (RH-560) लॉन्च किया है. बेंगलुरू मुख्यालय वाली अंतरिक्ष एजेंसी के अनुसार, इसरो ने रोहिणी सीरीज़ नमक साउंडिंग रॉकेटों की एक श्रृंखला विकसित की है, जिनमें महत्वपूर्ण हैं RH -200, RH -300 और RH-560, जिनका नाम मिमी में रॉकेट के व्यास को दर्शाता है.
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ध्वनि रॉकेट ऊपरी वायुमंडलीय क्षेत्रों की जांच और अंतरिक्ष अनुसंधान के लिए उपयोग किए जाने वाले एक या दो-चरण ठोस प्रणोदक रॉकेट हैं. वे लॉन्च वाहनों और उपग्रह में उपयोग के लिए नए घटकों या उप-प्रणालियों के प्रोटोटाइप का परीक्षण या प्रकाशित करने के लिए आसानी से किफायती प्लेटफ़ॉर्म के रूप में काम करते हैं.
सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण टेकअवे:
- इसरो के अध्यक्ष: के. शिवन.
- इसरो का मुख्यालय: बेंगलुरु, कर्नाटक.
- इसरो की स्थापना: 15 अगस्त 1969.