भारत ने पहली बार आधिकारिक रूप से वर्ल्डस्किल्स एशिया प्रतियोगिता में हिस्सा लिया है — यह एशिया का प्रतिष्ठित कौशल चैम्पियनशिप कार्यक्रम है, जिसमें पूरे महाद्वीप के सर्वश्रेष्ठ युवा पेशेवर भाग लेते हैं।
24 नवंबर 2025 को कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय ने 23-सदस्यीय भारतीय दल को औपचारिक रूप से रवाना किया, जो 27 नवंबर 2025 से चीनी ताइपे में आयोजित होने वाली इस प्रतियोगिता में भारत का प्रतिनिधित्व करेगा।
यह पदार्पण भारत के “स्किल कैपिटल ऑफ द वर्ल्ड” बनने के मिशन में एक ऐतिहासिक कदम है। यह सरकार के उस व्यापक दृष्टिकोण से जुड़ा है, जिसमें व्यावसायिक उत्कृष्टता, वैश्विक प्रतिस्पर्धात्मकता, और कौशल आधारित विकास को केंद्र में रखा गया है।
भारतीय प्रतिनिधिमंडल: 23 प्रतियोगी, 21 विशेषज्ञ
भारतीय टीम में शामिल हैं:
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23 प्रतिभागी, जो 21 कौशल श्रेणियों में प्रतिस्पर्धा करेंगे
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21 डोमेन विशेषज्ञ, जो प्रतिभागियों का मार्गदर्शन और प्रशिक्षण करेंगे
इन प्रतिभागियों को उद्योग विशेषज्ञों और सेक्टर स्किल काउन्सिल्स के मार्गदर्शन में आयोजित राष्ट्रीय चयन प्रक्रिया के माध्यम से चुना गया है।
इस कार्यक्रम का संचालन नेशनल स्किल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (NSDC) द्वारा किया जा रहा है, जो भारतीय दल का नेतृत्व कर रहा है, जबकि वर्ल्डस्किल्स इंडिया इसके क्रियान्वयन और ज्ञान साझेदार के रूप में कार्य कर रहा है।
वैश्विक कौशल मान्यता का मंच
वर्ल्डस्किल्स एशिया व्यापक वर्ल्डस्किल्स आंदोलन का क्षेत्रीय मंच है, जिसका उद्देश्य वैश्विक स्तर पर व्यावसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण (VET) उत्कृष्टता को बढ़ावा देना है।
प्रतिभागी अपनी दक्षता निम्नलिखित ट्रेडों में प्रदर्शित करेंगे:
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मैक्ट्रॉनिक्स
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CNC मिलिंग
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वेब डेवलपमेंट
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मोबाइल रोबोटिक्स
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ग्राफिक डिज़ाइन टेक्नोलॉजी
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फ़ैशन टेक्नोलॉजी
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क्लाउड कंप्यूटिंग आदि
भारत की भागीदारी यह दर्शाती है कि देश 21वीं सदी के उद्योगों की आवश्यकताओं के अनुरूप युवाओं को वैश्विक स्तर के कौशल प्रदान करने पर विशेष ध्यान दे रहा है।
कौशल उत्कृष्टता के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता
सेन्ड-ऑफ समारोह में कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री जयंत चौधरी ने भारतीय टीम पर पूर्ण विश्वास व्यक्त किया। उन्होंने सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई:
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युवाओं को भविष्य-उन्मुख कौशल प्रदान करना
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व्यावसायिक शिक्षा में भारत की वैश्विक उपस्थिति को मजबूती देना
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कौशल इकोसिस्टम में अंतरराष्ट्रीय सहयोग बढ़ाना
उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम भारतीय युवाओं को “प्रतिस्पर्धा, सहयोग और योगदान” करने का अवसर देता है और दुनिया के सामने भारत की कौशल क्षमता प्रदर्शित करता है।
इस पहली भागीदारी का महत्व
भारत की वर्ल्डस्किल्स एशिया में पहली आधिकारिक भागीदारी रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है:
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वैश्विक कौशल मंच पर भारत की स्थिति मजबूत होगी
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प्रतियोगियों को अंतरराष्ट्रीय मानकों को समझने का अवसर मिलेगा
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भारत के युवा अपनी क्षमता का वैश्विक स्तर पर मूल्यांकन कर सकेंगे
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वर्ल्डस्किल्स इंटरनेशनल प्रतियोगिता (वैश्विक संस्करण) में बेहतर प्रदर्शन की संभावना बढ़ेगी
यह कदम स्किल इंडिया मिशन में युवाओं की भागीदारी को बढ़ावा देगा और कौशल आधारित करियर को अधिक प्रतिष्ठित बनाएगा।
NSDC और वर्ल्डस्किल्स इंडिया की भूमिका
नेशनल स्किल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (NSDC) भारत के कार्यबल को वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करने में केंद्रीय भूमिका निभाता है।
वर्ल्डस्किल्स इंडिया के साथ मिलकर NSDC:
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प्रतिभागियों का चयन, प्रशिक्षण और मार्गदर्शन करता है
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उद्योग और शिक्षण संस्थानों के साथ साझेदारी बनाता है
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प्रशिक्षण को अंतरराष्ट्रीय कौशल मानकों के अनुरूप बनाता है
इस संगठित प्रक्रिया से न सिर्फ़ पदक जीतने में मदद मिलती है, बल्कि देश में कौशल-आधारित व्यवसायों का सम्मान भी बढ़ता है।
स्थिर तथ्य
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कार्यक्रम: वर्ल्डस्किल्स एशिया 2025
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स्थान: चीनी ताइपे
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तारीखें: 27 नवंबर 2025 से
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भारतीय दल: 23 प्रतियोगी, 21 विशेषज्ञ
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कौशल श्रेणियाँ: 21
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नेतृत्व: नेशनल स्किल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (NSDC)
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क्रियान्वयन साझेदार: वर्ल्डस्किल्स इंडिया
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पहली आधिकारिक भागीदारी: हाँ


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