26 अक्टूबर 2025 को ईस्ट तिमोर (East Timor), जिसे तिमोर-लेस्ते (Timor-Leste) के नाम से भी जाना जाता है, आधिकारिक रूप से दक्षिण-पूर्व एशियाई राष्ट्रों के संगठन (ASEAN) का 11वां सदस्य देश बन गया। यह ऐतिहासिक क्षण कुआलालंपुर में आयोजित आसियान शिखर सम्मेलन (ASEAN Summit) के दौरान आया, जहां ईस्ट तिमोर का राष्ट्रीय ध्वज अन्य सदस्य देशों के झंडों के साथ फहराया गया।
यह न केवल एक प्रतीकात्मक उपलब्धि है, बल्कि इस युवा लोकतंत्र के लिए क्षेत्रीय एकीकरण की दिशा में एक रणनीतिक मील का पत्थर भी है, जो 2002 में स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद से इसका सपना रहा है।
🇹🇱 ईस्ट तिमोर का आसियान सदस्यता तक सफर
- ईस्ट तिमोर की आसियान सदस्यता की यह यात्रा लगभग 14 वर्षों की लंबी प्रक्रिया के बाद पूरी हुई, जिसकी शुरुआत 2000 के दशक की शुरुआत में हुई थी।
- देश के वर्तमान राष्ट्रपति जोसे रामोस-होर्टा (Jose Ramos-Horta) ने 1970 के दशक में ही आसियान सदस्यता का विचार रखा था, जब देश पुर्तगाल और बाद में इंडोनेशिया के शासन से आज़ादी के लिए संघर्ष कर रहा था।
- ईस्ट तिमोर लगभग 300 वर्षों तक पुर्तगाली उपनिवेश रहा।
- 1975 में पुर्तगाल की वापसी के बाद, यह 24 वर्षों तक इंडोनेशिया के कब्जे में रहा, जिसके बाद 2002 में इसे पूरी स्वतंत्रता मिली।
- नोबेल शांति पुरस्कार विजेता (1996) राष्ट्रपति रामोस-होर्टा और प्रधानमंत्री जानाना गुसमाओ (Xanana Gusmao) को आधुनिक तिमोरी राष्ट्र के संस्थापक और आसियान एकीकरण के प्रमुख सूत्रधार के रूप में जाना जाता है।
आसियान सदस्यता का महत्व
हालांकि ईस्ट तिमोर एक छोटा देश है — लगभग 14 लाख की आबादी और केवल 2 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था के साथ, जो आसियान के कुल 3.8 ट्रिलियन डॉलर GDP का एक छोटा हिस्सा है — फिर भी इसका जुड़ना राजनीतिक रूप से अत्यंत महत्वपूर्ण है।
- यह आसियान की क्षेत्रीय समावेशिता और लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
- ईस्ट तिमोर के लिए यह सदस्यता व्यापार, निवेश, शिक्षा और इंफ्रास्ट्रक्चर विकास के बड़े अवसर खोलेगी।
- यह देश की लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था और कूटनीतिक परिपक्वता की मान्यता भी है।
- शिखर सम्मेलन में अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री गुसमाओ ने कहा कि यह “एक सपना साकार होने जैसा है” और “तिमोरी जनता की भावना का प्रमाण” है।
ईस्ट तिमोर की भूमिका आसियान में
भले ही ईस्ट तिमोर आर्थिक रूप से बड़ा योगदान न दे सके, लेकिन यह संगठन को नई दृष्टि दे सकता है, विशेष रूप से —
- संघर्ष के बाद राष्ट्र निर्माण (Post-Conflict Nation Building) के अपने अनुभव से,
- सीमा विवादों और दक्षिण चीन सागर जैसे संवेदनशील मुद्दों पर संवाद और समाधान के लिए,
- और छोटे लोकतांत्रिक देशों में जमीनी शासन मॉडल (Grassroots Governance) के उदाहरण के रूप में।
राष्ट्रपति रामोस-होर्टा ने हाल ही में कहा था कि,
“ईस्ट तिमोर आसियान पर बोझ नहीं बनेगा, बल्कि उसकी स्थिरता और शांति तंत्र में सार्थक योगदान देगा।”
प्रमुख तथ्य (Key Takeaways)
| विवरण | जानकारी |
|---|---|
| नया सदस्य देश | ईस्ट तिमोर (Timor-Leste) |
| कुल सदस्य देश | 11 |
| औपचारिक समावेश की तिथि | 26 अक्टूबर 2025 |
| राजधानी | डिली (Dili) |
| जनसंख्या | लगभग 14 लाख |
| GDP | लगभग 2 अरब अमेरिकी डॉलर |
| प्रमुख नेता | जोसे रामोस-होर्टा, जानाना गुसमाओ |
| महत्व | 14 साल लंबा इंतजार समाप्त, क्षेत्रीय एकता और सहयोग को बढ़ावा |


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