विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने दिल्ली में पुनर्निर्मित ई-माइग्रेट वी2.0 वेब पोर्टल और मोबाइल ऐप का उद्घाटन किया, जिसका उद्देश्य भारतीय नागरिकों के लिए सुरक्षित और कानूनी प्रवास को बढ़ावा देना है। यह पहल भारतीय सरकार की उन कामकाजी नागरिकों के अधिकारों और गरिमा की सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है, जो विदेशों में कार्यरत हैं, और साथ ही उनकी गतिशीलता और कल्याण को सुगम बनाती है। यह 2030 के सतत विकास लक्ष्यों के अनुरूप है और भारत के वैश्विक प्रवास गतिशीलता के प्रति सक्रिय दृष्टिकोण को दर्शाता है।
सुरक्षा और कल्याण के प्रति प्रतिबद्धता
डॉ. जयशंकर ने कहा कि ई-माइग्रेट वी2.0 वेब पोर्टल सरकार की उन भारतीय प्रवासियों के लिए एक सुरक्षित, पारदर्शी और समावेशी वातावरण बनाने की प्रतिबद्धता का प्रतीक है। उन्होंने यह भी बताया कि 2015 से भारत ने विभिन्न देशों के साथ प्रवास और गतिशीलता पर वार्ता को तेज किया है, क्योंकि कुशल श्रमिक की वैश्विक मांग बढ़ रही है।
प्रौद्योगिकी में सुधार और विशेषताएँ
अपग्रेडेड पोर्टल में महत्वपूर्ण तकनीकी उन्नतियाँ शामिल हैं, जिनमें DigiLocker के साथ एकीकरण शामिल है, जो दस्तावेजों को सुरक्षित रूप से संग्रहित करने की सुविधा प्रदान करता है, और एक 24/7 बहुभाषी हेल्पलाइन है, जो प्रवासियों के तात्कालिक मुद्दों को सुलझाने के लिए उपलब्ध है। यह विकास सरकार के प्रयास का हिस्सा है, जो नागरिकों के लिए विदेश यात्रा को सुगम बनाना और कठिन परिस्थितियों में उनके कल्याण को सुनिश्चित करना चाहता है।
व्यापक उद्देश्य और भविष्य की दिशा
जयशंकर ने बताया कि ई-माइग्रेट वी2.0 वेब पोर्टल का शुभारंभ लोगों-केंद्रित शासन को सुधारने की निरंतर कोशिश का प्रतीक है, जो सुरक्षित प्रवास के लिए विदेश मंत्रालय की जागरूकता अभियान जैसे पिछले पहलों की गूंज है, जिसमें एक समर्पित डाक टिकट जारी किया गया था। उन्होंने यह भी पुष्टि की कि सरकार प्रवासियों के लिए एक मजबूत सामाजिक सुरक्षा ढांचे को प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है, जो यह दर्शाता है कि विदेशों में उनके अधिकारों और सुरक्षा के प्रति सरकार की चिंता है।