प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (PMKSY) के अंतर्गत एक नई उप-योजना “कमान क्षेत्र विकास और जल प्रबंधन का आधुनिकीकरण (एम-कैडडब्ल्यूएम)” (Modernization of Command Area Development and Water Management – M-CADWM) को मंजूरी दी है। इस पहल के लिए 2025–2026 के लिए कुल ₹1,600 करोड़ का बजट आवंटित किया गया है। इसका उद्देश्य सिंचाई अवसंरचना को मजबूत करना, जल उपयोग दक्षता को बढ़ाना, और कृषि क्षेत्र में आधुनिक तकनीक के एकीकरण के माध्यम से उत्पादकता और किसानों की आय में वृद्धि करना है। यह उप-योजना 16वें वित्त आयोग की अवधि के दौरान अप्रैल 2026 से शुरू होने वाली एक व्यापक राष्ट्रीय योजना की पूर्वपीठिका (precursor) के रूप में कार्य करेगी।
एम-कैडडब्ल्यूएम (M-CADWM) उप-योजना की प्रमुख विशेषताएँ और उद्देश्य
अनुदान राशि और अवधि
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स्वीकृत कुल बजट: ₹1,600 करोड़
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योजना की अवधि: वर्ष 2025–2026
मूल योजना
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यह योजना प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (PMKSY) की एक उप-योजना के रूप में लागू की जाएगी।
प्रमुख उद्देश्य
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क्लस्टर स्तर पर मौजूदा नहरों या अन्य जल स्रोतों से खेत के द्वार तक सिंचाई जल आपूर्ति नेटवर्क का आधुनिकीकरण।
अवसंरचना पर विशेष ध्यान
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दबावयुक्त भूमिगत पाइपिंग प्रणाली (pressurized underground piping systems) का उपयोग कर सूक्ष्म सिंचाई हेतु पृष्ठभूमि अवसंरचना का विकास।
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प्रत्येक किसान को अधिकतम 1 हेक्टेयर तक सिंचाई सहायता प्रदान करने का लक्ष्य।
तकनीकी एकीकरण
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SCADA (Supervisory Control and Data Acquisition) प्रणाली और Internet of Things (IoT) का उपयोग:
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जल लेखांकन (Water Accounting)
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रीयल-टाइम जल प्रबंधन
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खेत स्तर पर जल उपयोग दक्षता (WUE) में सुधार
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पायलट परियोजना दृष्टिकोण
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विभिन्न कृषि-जलवायु क्षेत्रों में पायलट परियोजनाओं के माध्यम से प्रारंभिक कार्यान्वयन।
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राज्यों की भागीदारी और नवाचार को प्रोत्साहित करने हेतु चैलेंज फंडिंग मॉडल अपनाया जाएगा।
सामुदायिक भागीदारी द्वारा स्थिरता
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जल उपयोगकर्ता समितियों (WUS) को सिंचाई प्रबंधन हस्तांतरण (IMT)।
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हैंडहोल्डिंग समर्थन और निम्न के साथ संपर्क:
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कृषक उत्पादक संगठन (FPOs)
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प्राथमिक कृषि ऋण समितियाँ (PACS)
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समर्थन अवधि: 5 वर्ष
युवा भागीदारी और आधुनिक खेती
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आधुनिक सिंचाई तकनीकों के माध्यम से कृषि में युवाओं की भागीदारी को प्रोत्साहित किया जाएगा।
भविष्य में विस्तार
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पायलट चरण से प्राप्त अनुभवों के आधार पर अप्रैल 2026 से CADWM के लिए एक राष्ट्रीय योजना तैयार की जाएगी, जो 16वें वित्त आयोग की अवधि के दौरान लागू होगी।
विवरण | जानकारी (हिंदी में) |
समाचार में क्यों? | मंत्रिमंडल ने कमान क्षेत्र विकास और जल प्रबंधन के आधुनिकीकरण (M-CADWM) को मंजूरी दी |
योजना अवधि | वर्ष 2025–2026 |
कुल बजट | ₹1,600 करोड़ |
क्रियान्वयन मंत्रालय | जल शक्ति मंत्रालय / पीएमकेएसवाई (PMKSY) के अंतर्गत |
उद्देश्य | सिंचाई नेटवर्क का आधुनिकीकरण और जल उपयोग दक्षता (WUE) बढ़ाना |
लाभार्थी | 1 हेक्टेयर तक सिंचित भूमि वाले किसान |
प्रयुक्त तकनीक | SCADA और IoT, जल लेखांकन और प्रबंधन हेतु |
अवसंरचना प्रकार | दबावयुक्त भूमिगत पाइप आधारित सिंचाई प्रणाली |
क्रियान्वयन मॉडल | चैलेंज फंडिंग के माध्यम से कृषि-जलवायु क्षेत्रों में पायलट परियोजनाएं |
स्थिरता मॉडल | जल उपयोगकर्ता समितियों (WUS) को IMT और 5 वर्षों तक सहयोग |
WUS के लिए संपर्क | कृषक उत्पादक संगठन (FPOs) और प्राथमिक कृषि ऋण समितियाँ (PACS) |
दीर्घकालिक दृष्टिकोण | 16वें वित्त आयोग के अंतर्गत अप्रैल 2026 से राष्ट्रीय योजना का शुभारंभ |