अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ने आंख के ट्यूमर के उपचार के लिए प्लेक ब्रेचीथेरेपी सुविधा शुरू करने वाला भारत का पहला सार्वजनिक अस्पताल होगा.
यह सुविधा स्थानीय रेडियोधर्मी डिवाइस के माध्यम से आंख को दिया गया विकिरण का एक रूप है जो कि अस्थायी अवधि के लिए आंख से जुड़ी हुई है. इस कदम से रेटिनोब्लास्टोमा से पीड़ित बच्चों को फायदा होगा, जो कि आंखों के कैंसर का एक रूप है, और ओक्यूलर मेलेनोमा से पीड़ित वयस्कों को भी लाभ होगा.
एसबीआई पीओ के लिए उपरोक्त समाचार से परीक्षा उपयोगी तथ्य:–
- आंख के ट्यूमर के उपचार हेतु प्लेक ब्रेचीथेरेपी सुविधा शुरू करने वाला एम्स भारत का पहला सार्वजनिक अस्पताल होगा.
- रेटिनोब्लास्टोमा, आंखों के कैंसर का एक रूप है जिससे बच्चे पीड़ित होते हैं.
स्रोत – दि इकॉनोमिक टाइम्स



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