जापान की कैबिनेट ने सम्राट अकीहितो को पद-त्याग करने की अनुमति देने के लिए एक विधेयक को मंजूरी दी, यह पिछली दो शताब्दियों में किसी राजा द्वारा परित्याग का पहला मामला है. इस परित्याग के कार्यान्वयन में तीन वर्षो का समय लगेगा.
अगस्त 2016 में, उन्होंने सार्वजनिक रूप से बढ़ती उम्र और गिरती सेहत का जिक्र किया था जिसे उनके सबसे बड़े बेटे युवराज नारूहीतो को राजगद्दी सौंपने की उनकी इच्छा के तौर पर देखा गया.मौजूदा जापानी कानून में राजगद्दी को छोड़ने का कोई प्रावधान नहीं है. इसलिये राजनेताओं को इसे संभव बनाने के लिये विधेयक तैयार किया गया. 83 वर्षीय सम्राट ने 2016 में हृदय शल्य चिकित्सा और प्रोस्टेट कैंसर का इलाज किया था.
एसबीआई पीओ मेन परीक्षा के लिए उपरोक्त समाचार से महत्वपूर्ण तथ्य-
- शिंजो अबे जापान के वर्तमान प्रधान मंत्री हैं
- जापान की मुद्रा येन है और इसकी राजधानी टोक्यो है
- जापान के सेंट्रल बैंक का नाम बैंक ऑफ जापान है
- 2020 ग्रीष्म ओलंपिक खेलों को टोक्यो में आयोजित किया जा रहा है और इसके अम्बेसडर गोकू (एक कार्टून शो के चरित्र) है.
स्त्रोत- बिजनेस स्टैण्डर्ड