अल्ट्राटेक ने इंडिया सीमेंट की 32.72% हिस्सेदारी खरीदी

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आदित्य बिड़ला ग्रुप की स्वामित्व वाली सीमेंट कंपनी अल्ट्राटेक के बोर्ड ने इंडिया सीमेंट लिमिटेड में 32.72 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने की मंजूरी दे दी है। इस डील में अल्ट्राटेक को 390 रुपए प्रति शेयर के हिसाब से टोटल 3,954 करोड़ रुपए देने होंगे।

इसमें कंपनी को इंडिया सीमेंट के प्रमोटर्स और एसोसिएट्स के 10 करोड से ज्यादा शेयर मिलेंगे। अब अल्ट्राटेक सीमेंट के पास इंडिया सीमेंट के मेजॉरिटी स्टेक यानी 55.49 प्रतिशत हिस्सेदारी आ गई है। इस बात की जानकारी कंपनी ने 28 जुलाई को एक्सचेंज फाइलिंग में दी है।

जून में 22. 77 प्रतिशत हिस्सेदारी

अल्ट्राटेक सीमेंट के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने जून में इंडिया सीमेंट्स में 22.77 प्रतिशत की हिस्सेदारी के अधिग्रहण की मंजूरी दी थी। कंपनी ने इंडिया सीमेंट्स के 7.06 करोड़ स्टॉक्स 268 रुपए प्रति शेयर के हिसाब से खरीदी। इस डील की टोटल वैल्यू करीब 1,885 करोड़ रुपए है।

अल्ट्राटेक का शेयर

अल्ट्राटेक सीमेंट का शेयर 26 जुलाई को 1.95 प्रतिशत की बढ़ोतरी के बाद 11,664.05 रुपए के स्तर पर बंद हुआ। कंपनी के शेयर में पिछले एक महीने में 0.03 प्रतिशत की गिरावट रही है। इसने 6 महीने में 13.53 प्रतिशत और एक साल में 40.42 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। इस साल अल्ट्राटेक का शेयर 11.47 प्रतिशत चढ़ा है।

अल्ट्राटेक देश की सबसे बड़ी सीमेंट कंपनी

अल्ट्राटेक देश की सबसे बड़ी सीमेंट कंपनी है, जिसकी कुल उत्पादन क्षमता 152.7 MPTA (15.27 करोड़ टन सालाना) है। इस साल की शुरुआत में कंपनी ने ₹7,600 करोड़ की एंटरप्राइज वैल्यू पर केसोराम के सीमेंट बिजनेस का अधिग्रहण किया था।

इतने करोड़ टन सीमेंट बनाती है इंडिया सीमेंट

इंडिया सीमेंट की कैपिसिटी 14.45 mtpa यानी कंपनी एक साल में 1.45 करोड़ टन सीमेंट बनाने में सक्षम है। इसमें 1.30 करोड़ टन तमिलनाडु और 15 लाख टन राजस्थान से उत्पादन करती है। कंपनी के शेयर ने पिछले एक महीने में 26.72 प्रतिशत, 6 महीने में 43.99 प्रतिशत और एक साल में 73.27 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। इस साल इंडिया सीमेंट का शेयर 42.37 प्रतिशत चढ़ा है।

कर्नाटक बैंक ने ICICI लोम्बार्ड जनरल इंश्योरेंस के साथ साझेदारी की

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कर्नाटक बैंक ने आईसीआईसीआई लोम्बार्ड जनरल इंश्योरेंस कंपनी के साथ रणनीतिक साझेदारी की घोषणा की है, जिससे उसके ग्राहक बीमा उत्पादों की व्यापक रेंज तक पहुँच सकेंगे। इस सहयोग का उद्देश्य व्यक्तियों और व्यवसायों दोनों के लिए स्वास्थ्य, मोटर, यात्रा और गृह बीमा सहित विभिन्न बीमा आवश्यकताओं को पूरा करना है।

पेशकश का विवरण

यह साझेदारी कर्नाटक बैंक के ग्राहकों को निम्नलिखित सुविधाएँ प्रदान करेगी:

  • स्वास्थ्य बीमा: चिकित्सा व्यय और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को कवर करना।
  • मोटर बीमा: वाहनों को नुकसान और चोरी से सुरक्षा।
  • यात्रा बीमा: यात्रा से संबंधित जोखिमों और आपात स्थितियों के लिए कवरेज।
  • गृह बीमा: संभावित जोखिमों से आवासीय संपत्तियों की सुरक्षा।

डिजिटल बीमा पहल

कर्नाटक बैंक के कार्यकारी निदेशक शेखर राव ने इस बात पर प्रकाश डाला कि बैंक डिजिटल बीमा समाधानों पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। इस पहल में शामिल हैं:

  • ऑनलाइन पॉलिसी खरीद: ग्राहकों को ऑनलाइन बीमा पॉलिसी खरीदने में सक्षम बनाना।
  • वास्तविक समय में दावा प्रसंस्करण: दावों का त्वरित और कुशल संचालन सुनिश्चित करना।
  • व्यक्तिगत सलाहकार सेवाएँ: डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से अनुकूलित बीमा सलाह प्रदान करना।

अधिकारियों के बयान

शेखर राव ने इस बात पर जोर दिया कि आईसीआईसीआई लोम्बार्ड के साथ सहयोग सर्वश्रेष्ठ बीमा समाधान प्रदान करने और ग्राहक सुविधा को बढ़ाने की दिशा में एक कदम है। आईसीआईसीआई लोम्बार्ड के खुदरा और सरकारी प्रमुख आनंद सिंघी ने साझेदारी के बारे में उत्साह व्यक्त किया, इसे अपने बीमा प्रस्तावों का विस्तार करने और ग्राहकों को एक व्यापक पोर्टफोलियो प्रदान करने के अवसर के रूप में देखा।

मार्च 2024 तक देश भर में डिजिटल पेमेंट में 12.6 प्रतिशत की वृद्धि: RBI Data

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डिजिटल पेमेंट की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। इसको लेकर भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने एक डेटा शेयर किया है। आरबीआई इंडेक्स के अनुसार 31 मार्च 2024 तक देश भर में डिजिटल पेमेंट में 12.6 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। आरबीआई का डिजिटल पेमेंट इंडेक्स (आरबीआई-डीपीआई) मार्च 2024 के अंत में 445.5 पर था, जबकि सितंबर 2023 में 418.77 और मार्च 2023 में 395.57 था।

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने अपने बयान में कहा कि मार्च 2024 की अवधि के दौरान देश भर में पेमेंट परफॉर्मेंस और पेमेंट इन्फ्रास्ट्रक्चर ढांचे में वृद्धि की वजह से डिजिटल पेमेंट की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। यह वृद्धि सभी मापदंडों में हुई है।

 RBI Index क्या है?

केंद्रीय बैंक ने देश भर में पेमेंट के डिजिटलीकरण की सीमा को पकड़ने के लिए आधार के रूप में मार्च 2018 में एक समग्र RBI-DPI के निर्माण की घोषणा की थी। इस इंडेक्स में पांच व्यापक पैरामीटर शामिल हैं। यह पैरामीटर विभिन्न अवधियों में देश में डिजिटल पेमेंट की गहराई और पैठ को मापने में सक्षम बनाते हैं।

ये पैरामीटर पेमेंट इनेब्लर्स (वेटेज 25 प्रतिशत), पेमेंट इन्फ्रास्ट्रक्चर – डिमांड-साइड फैक्टर्स (10 प्रतिशत), पेमेंट इन्फ्रास्ट्रक्चर – सप्लाई- साइड फैक्टर्स (15 प्रतिशत), पेमेंट परफॉर्मेंस (45 प्रतिशत), और कंज्यूमर सेंट्रिसिटी (5 प्रतिशत) हैं। मार्च 2021 से इस सूचकांक में चार महीने के अंतराल के साथ अर्ध-वार्षिक आधार पर डेटा को प्रकाशित किया जाता है।

एपीजे अब्दुल कलाम की 9वीं पुण्यतिथि

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मिसाइल मैन के नाम से मशहूर देश के पूर्व राष्‍ट्रपति डॉ. एपीजे अब्‍दुल कलाम की आज 9वीं पुण्‍यतिथि है। डॉ. कलाम महान वैज्ञानिक होने के साथ महान विचारक और लेखक भी थे। उनका पूरा जीवन आज के युवाओं के लिए एक शिक्षा की तरह है।

अब्‍दुल कलाम ने देश का सर्वोच्‍च पद प्राप्‍त किया, लेकिन फिर भी वो हमेशा जमीन से जुड़े रहे। उनका स्‍वभाव बेहद सहज, सरल और विनम्र था। वे हमेशा खुद को एक वैज्ञानिक और शिक्षक की तरह ही देखा करते थे।

प्रमुख योगदान और विरासत

एयरोस्पेस इंजीनियरिंग और रक्षा

डॉ. कलाम ने भारत की अग्नि और पृथ्वी मिसाइलों को विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिससे देश की सामरिक रक्षा क्षमताओं में उल्लेखनीय वृद्धि हुई। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) और रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) में उनके काम में एसएलवी-III परियोजना की देखरेख शामिल है, जिसने भारत के पहले उपग्रह रोहिणी को पृथ्वी की कक्षा में प्रक्षेपित किया।

परमाणु विकास

डॉ. कलाम ने भारत के परमाणु हथियार परीक्षणों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, विशेष रूप से 1998 में पोखरण-II परीक्षण, जिसने भारत के रक्षा इतिहास में एक महत्वपूर्ण क्षण को चिह्नित किया।

स्वास्थ्य सेवा में नवाचार

हृदय रोग विशेषज्ञ सोमा राजू के साथ मिलकर डॉ. कलाम ने 1998 में किफायती “कलाम-राजू स्टेंट” और बाद में 2012 में “कलाम-राजू टैबलेट” विकसित किया, जिसका उद्देश्य दूरस्थ स्वास्थ्य सेवा में सुधार करना था।

एपीजे अब्‍दुल कलाम की प्रेरक बातें

  • सपने हमारे तभी तभी सच हो सकते है जब सपनों को पूरा करने के लिए अपनी नींद तक का त्याग कर दें।
  • सपने वो नहीं होते जो आप सोते समय देखते हैं, सपने वो होते हैं जो आपको सोने नहीं देते।
  • देश का सबसे अच्छा दिमाग क्लासरूम के आखिरी बेंचों पर मिल सकता है।
  • यदि हम स्वतंत्र नहीं हैं, तो कोई भी हमारा सम्मान नहीं करेगा।
  • इंतजार करने वाले को उतना ही मिलता है, जितना कि कोशिश करने वाले छोड़ देते हैं।
  • मनुष्य के लिए कठिन हालात का होना बहुत जरूरी है क्योंकि इसके बिना आप सफलता का आनंद नहीं ले सकते हैं।

International Tiger Day 2024: जानें इस दिन का इतिहास, महत्व और उद्देश्य

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अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस (International Tiger Day) हर साल 29 जुलाई को मनाया जाता है। वैश्विक स्तर पर बाघों के संरक्षण व उनकी लुप्तप्राय हो रही प्रजाति को बचाने के लिए जागरूकता फैलाना ही इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य है। इसका लक्ष्य बाघों के प्राकृतिक आवासों की रक्षा के लिए एक वैश्विक प्रणाली को बढ़ावा देना और बाघ संरक्षण के मुद्दों के लिए जन जागरूकता और समर्थन बढ़ाना है।

बाघ हमारे पारिस्थितिकी तंत्र को स्वस्थ रखने और उसकी विविधता को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। अगर बाघ नहीं बचेंगे, तो इससे पूरा पारिस्थितिक तंत्र बुरी तरह से प्रभावित हो सकता है। बता दें कि बाघों की तेजी से घटती हुई संख्या एक गंभीर पर्यावरणीय चुनौती है। मानवीय गतिविधियों, अवैध व्यापार, शिकार और आवास के नुकसान की वजह से बाघों की कई प्रजातियां विलुप्त होने को हैं।

इस दिन का उद्देश्य

इस खास दिन, पूरी दुनिया में बाघों की कम होती संख्या पर नियंत्रण करना। साथ ही उनके आवासों यानि जंगलों की सुरक्षा करना, साथ ही इसका विकास कर दुनिया को बाघों की घटती संख्या के प्रति जागरूक करना ही इसका उद्देश्य है।

अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस: महत्व

WWF विशेषज्ञों के मुताबिक, पिछले 100 सालों में दुनिया-भर में लगभग 97 फीसदी जंगली बाघों आबादी घट गई है। एक सदी पहले लगभग 100,000 बाघों की तुलना में वर्तमान में केवल 3,000 बाघ जीवित हैं। वर्ल्ड वाइल्डलाइफ फंड (WWF), इंटरनेशनल फंड फॉर एनिमल वेलफेयर (IFAW) और स्मिथसोनियन कंजर्वेशन बायोलॉजी इंस्टीट्यूट (SCBI) सहित कई अंतरराष्ट्रीय संगठन भी जंगली बाघों के संरक्षण में लगे हुए हैं।

बाघ कितने प्रकार के हैं?

बाघ अलग-अलग रंगों के होते हैं जैसे सफेद बाघ, काली धारियों वाला सफेद बाघ, काली धारियों वाला भूरा बाघ और गोल्डन टाइगर और उन्हें चलते हुए देखना एक अद्भुत नजारा हो सकता है। अब तक बाली टाइगर, कैस्पियन टाइगर, जावन टाइगर और टाइगर हाइब्रिड ऐसी प्रजातियां हैं जो विलुप्त हो चुकी हैं।

वर्ल्ड टाइगर डे का इतिहास

वर्ल्ड टाइगर डे की शुरुआत साल 2010 से हुई जब इसे रूस में सेंट पीटर्सबर्ग टाइगर समिट में मान्यता दी गई थी। सभी इस बात से हैरान थे जब एक रिपोर्ट से पता चला कि सभी बाघों में से 97% गायब हो गए है, वैश्विक परिदृश्य में सिर्फ 3,900 बाघ ही जीवित हैं।

भारत में प्रोजेक्ट टाइगर की शुरुआत

भारत सरकार ने साल 1973 में बाघों को संरक्षण प्रदान करने के मकसद से प्रोजेक्ट टाइगर की शुरुआत की थी। इस प्रोजेक्ट के तहत कई सारे टाइगर रिजर्व स्थापित किए गए। कई तरह की नीतियां बनाई गईं, जिससे बाघों का शिकार रोका जा सके, उनकी संख्या बढ़ाने पर काम किया जा सके।

रूस की नेवी-डे परेड में शामिल हुआ भारत, जानें सबकुछ

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भारतीय नौसेनिकों ने 28 जुलाई को रूस के 328वीं नेवी-डे परेड में हिस्सा लिया। इस मौके पर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने भारतीय नौसेनिकों से सलामी ली। भारत की तरफ से नेवी-डे परेड में युद्धपोत INS तबर ने शामिल हुआ।

परेड की सलामी लेते हुए पुतिन ने भारतीय नौसेनिकों को अभिवादन किया और नौसेनिकों को नेवी-डे परेड में भाग लेने के लिए बधाई भी दी। युद्धपोत INS तबर की कमान कैप्टन एम.आर हरीश संभाल रहे थे। उनके साथ 280 सदस्यों का क्रू भी युद्धपोत पर मौजूद था।

भारतीय नौसेना में शामिल

आईएनएस तबर युद्धपोत का निर्माण रूस में ही हुआ है और इसे 2004 में भारतीय नौसेना में शामिल किया गया था।

200 जहाजों ने हिस्सा लिया

सेंट पीटर्सबर्ग में मनाए जा रहे 328 वें नेवी-डे में करीब 200 जहाजों ने हिस्सा लिया। ये सभी 2024 तक नेवी का हिस्सा रहे हैं। इस दौरान 15 हजार से अधिक सैनिक भी मौजूद रहे।

रूस पहुंचने से पहले INS तबर 17 जुलाई को जर्मनी पहुंचा था। जहां इसने 3 दिन तक हमबर्ग पोर्ट पर स्टे किया। जहां भारतीय नौसेनिकों ने जर्मनी नेवी के साथ आधिकारिक मुलाकात की। इसके साथ भारतीय युद्ध-पोत को देखने के लिए आम नागिरकों को भी मौका दिया।

नौसेना का आधुनिकीकरण

रूसी फ्रिगेट, कॉर्वेट और परमाणु पनडुब्बियों का हाल ही में आधुनिकीकरण किया गया है, जिनमें से कुछ अत्याधुनिक परमाणु-सक्षम जिरकोन हाइपरसोनिक मिसाइलों से लैस हैं। मैक 9 तक की गति से उड़ने वाली मिसाइल को हवाई सुरक्षा द्वारा रोका नहीं जा सकता है। जनवरी 2020 में ज़िरकोन दागने वाला पहला नौसेना युद्धपोत एडमिरल गोर्शकोव था।

Sri Lanka ने पहली बार जीता एशिया कप का खिताब

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श्रीलंका ने इतिहास रचते हुए विमेंस एशिया कप 2024 का खिताब जीत लिया है। श्रीलंका टीम ने फाइनल में भारत को 8 विकेट से हरा दिया। इस मुकाबले में भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया और 20 ओवर में छह विकेट पर 165 रन बनाए।

जवाब में श्रीलंका ने 18.4 ओवर में दो विकेट पर 167 रन बनाए और मैच जीत लिया। श्रीलंका से कप्तान चमारी अटापट्टू ने 61 और हर्षिता समरविक्रमा ने 69 रन बनाए। दोनों ने 87 रन की पार्टनरशिप भी की थी। भारत रिकॉर्ड आठवीं बार फाइनल खेलने के लिए उतरा था।

पहली बार यह खिताब जीता

श्रीलंका टीम ने पहली बार यह खिताब जीता है। महिला एशिया कप की शुरुआत 2004 में हुई थी और इस साल इसका नौवां संस्करण खेला गया। भारतीय टीम आज तक हुए सभी महिला एशिया कप टूर्नामेंट्स के फाइनल में पहुंची है, लेकिन उसे अब तक केवल एक मौके पर हार झेलनी पड़ी थी। भारत 2018 में बांग्लादेश से फाइनल में हारा था और अब श्रीलंका, भारत को महिला एशिया कप के फाइनल में हराने वाली दूसरी टीम बन गई है।

ऐतिहासिक संदर्भ: महिला एशिया कप विजेता

महिला एशिया कप 2004 में अपनी शुरुआत के बाद से महिला क्रिकेट में एक प्रतिष्ठित टूर्नामेंट रहा है। आइए, पिछले कुछ वर्षों में विजेता टीमों पर एक नजर डालते हैं:

Year Format Winner
2004 ODI India
2005-06 ODI India
2006 ODI India
2008 ODI India
2012 T20I India
2016 T20I India
2018 T20I Bangladesh
2022 T20I India
2024 T20I Sri Lanka

मैच एक नजर में

मैच में भारतीय टीम ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग करते हुए 166 रनों का टारगेट सेट किया था। जवाब में श्रीलंकाई टीम ने 2 विकेट गंवाकर 18.4 ओवर में ही यह मुकाबला और खिताब अपने नाम कर लिया है। टीम के लिए हर्षिता समरविक्रमा ने सबसे ज्यादा 69 रनों की नाबाद पारी खेली।

जबकि कप्तान चमारी अटापट्टू ने 61 रन जड़े। कविशा दिलहारी 16 गेंदों पर 30 रन बनाकर नाबाद रहीं। भारत की ओर से कोई भी गेंदबाज अपनी छाप नहीं छोड़ सकीं। केवल दीप्ति शर्मा ही एक विकेट ले सकीं। उन्होंने कप्तान चमारी को शिकार बनाया।

दूसरी ओर भारतीय टीम ने 6 विकेट गंवाकर 165 रन बनाए। टीम के लिए ओपनर स्मृति मंधाना ने 47 गेंदों पर 60 रनों की पारी खेली थी। उनके अलावा विकेटकीपर बल्लेबाज ऋचा घोष ने 30 और जेमिमा रोड्रिग्स ने 29 रन बनाए। जबकि श्रीलंका के लिए गेंदबाजी में कविशा ने सबसे ज्यादा 2 विकेट लिए।

तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने कलवाकुर्ती के लिए ₹309 करोड़ के विकास पैकेज की घोषणा की

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रविवार को मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री एस जयपाल रेड्डी की पुण्यतिथि पर कलवाकुर्ती में एक सार्वजनिक बैठक में भाग लिया। इस कार्यक्रम भारतीय राजनीति में जयपाल रेड्डी के योगदान को सम्मानित करने और कलवाकुर्ती विधानसभा क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण विकास पैकेज की घोषणा करने के लिए एक मंच के रूप में कार्य किया।

जयपाल रेड्डी की राजनीतिक विरासत

मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने जयपाल रेड्डी को श्रद्धांजलि अर्पित की और भारतीय राजनीति पर उनके गहरे प्रभाव पर जोर दिया। उन्होंने कलवाकुर्ती के साथ जयपाल रेड्डी के गहरे संबंधों पर प्रकाश डाला, जिसका उन्होंने विधायक के रूप में चार बार प्रतिनिधित्व किया। मुख्यमंत्री ने जयपाल रेड्डी की प्रशंसा करते हुए उन्हें एक “महान राजनेता” बताया, जिन्होंने अपने सिद्धांतों से कभी समझौता नहीं करते हुए अपने हर पद को प्रतिष्ठा दिलाई।

रेवंत रेड्डी ने अनुमान लगाया कि अगर जयपाल रेड्डी को तेलंगाना आंदोलन के दौरान मुख्यमंत्री नियुक्त किया गया होता तो कांग्रेस पार्टी नवगठित तेलंगाना राज्य में सत्ता में आ सकती थी। यह कथन इस क्षेत्र के राजनीतिक परिदृश्य में जयपाल रेड्डी के महत्वपूर्ण प्रभाव और सम्मान को रेखांकित करता है।

तेलंगाना गठन में जयपाल रेड्डी की भूमिका

मुख्यमंत्री ने तेलंगाना के निर्माण की वकालत करने में जयपाल रेड्डी की महत्वपूर्ण भूमिका को याद किया। उन्होंने एक दिलचस्प किस्सा साझा करते हुए बताया कि जयपाल रेड्डी की सलाह पर ही लोकसभा के दरवाज़े बंद कर दिए गए थे और आंध्र प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम पारित होने के दौरान सीधा प्रसारण रोक दिया गया था। यह रणनीतिक कदम जयपाल रेड्डी की राजनीतिक सूझबूझ और तेलंगाना के मुद्दे के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

₹309 करोड़ का विकास पैकेज: आवंटनों का ब्रेकडाउन

मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने कलवाकुर्ती विधानसभा क्षेत्र के लिए ₹309 करोड़ के व्यापक विकास पैकेज की घोषणा की। इस पैकेज में क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा, कौशल विकास और परिवहन में सुधार के उद्देश्य से विभिन्न बुनियादी ढांचा परियोजनाएं और पहल शामिल हैं। आबंटन का विस्तृत विवरण इस प्रकार है:

1.स्वास्थ्य सेवा अवसंरचना

  • 50 बिस्तरों वाला मातृ एवं शिशु अस्पताल: ₹22 करोड़

2. कौशल विकास

  • अमंगल में कौशल विकास केंद्र: ₹10 करोड़

3. परिवहन एवं संपर्क

  • चार लेन (आरएंडबी) सड़क: ₹163 करोड़
  • पंचायत राज सड़कें: ₹78 करोड़
  • पांच उच्च स्तरीय पुल: ₹15 करोड़

4. सरकारी अवसंरचना

  • आरएंडबी गेस्ट हाउस: ₹5 करोड़

5. शिक्षा

  • मदगुल मंडल में सरकारी स्कूलों के लिए बुनियादी अवसंरचना: (राशि निर्दिष्ट नहीं)

6.शहरी विकास

  • मदगुल में भूमिगत जल निकासी: ₹7.75 करोड़

यह व्यापक पैकेज कलवाकुर्ती निर्वाचन क्षेत्र में समग्र विकास के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जिसमें मातृ स्वास्थ्य, कौशल विकास, सड़क संपर्क और शैक्षिक बुनियादी ढांचे जैसे प्रमुख क्षेत्रों पर ध्यान दिया गया है।

जयपाल रेड्डी की प्रतिमा का अनावरण

घोषणाओं के बाद, मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने श्रीशैलम राजमार्ग पर स्थित कोटरा सर्किल में जयपाल रेड्डी की आदमकद प्रतिमा का अनावरण किया। यह स्मारक जयपाल रेड्डी की विरासत और क्षेत्र में उनके योगदान के लिए एक स्थायी श्रद्धांजलि है।

उल्लेखनीय उपस्थित लोग

इस कार्यक्रम में कई प्रमुख राजनीतिक हस्तियां शामिल हुईं, जिनमें शामिल हैं:

  • मंत्री दामोदर राज नरसिम्हा
  • मंत्री जुपल्ली कृष्ण राव
  • विधायक कासिरेड्डी नारायण रेड्डी
  • पार्टी नेता चल्ला वस्मिचंद रेड्डी

इन नेताओं की उपस्थिति इस आयोजन के महत्व और राजनीतिक सीमाओं के पार जयपाल रेड्डी की विरासत के प्रति व्यापक सम्मान को रेखांकित करती है।

Telangana CM Announces ₹309 Crore Development Package for Kalwakurthy_10.1

महिला एशिया कप विजेताओं की सूची 2004 से 2024 तक, श्रीलंका ने 2024 संस्करण जीता

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एशिया कप विजेता सूची 2004 से 2024 तक: एशिया कप एशिया में हर दो साल में आयोजित होने वाला एक लोकप्रिय क्रिकेट टूर्नामेंट है। इसका आयोजन अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) द्वारा किया जाता है।

2024 में, श्रीलंका ने घरेलू प्रशंसकों के सामने भारत को एक शानदार रन-चेज़ के साथ हराकर अपना पहला महिला एशिया कप खिताब जीता। यह उनके नौ फाइनल प्रदर्शनों में से सिर्फ़ दूसरी बार था जब भारत महिला एशिया कप जीतने में विफल रहा। समरविक्रमा फाइनल में प्लेयर ऑफ़ द मैच थीं, जबकि चमारी अथापथु ने इस इवेंट में 304 रन और तीन विकेट लेकर प्लेयर ऑफ़ द टूर्नामेंट का खिताब जीता।

महिला एशिया कप विजेताओं की सूची 2004 से 2024

महिला एशिया कप 2004 में अपनी शुरुआत के बाद से एशिया में महिला क्रिकेट का आधार रहा है। इस टूर्नामेंट ने इस क्षेत्र में महिला क्रिकेट के उभरते परिदृश्य को प्रदर्शित किया है, जिसमें भारत ने अपने इतिहास में अधिकांश समय तक दबदबा बनाए रखा है, लेकिन इसमें अन्य देशों के शानदार प्रदर्शन भी देखने को मिले हैं।

Asia Cup Winners List from 2004 to 2024
YEAR FORMAT WINNER WON BY RUNNER UP VENUE
2024 T20I  Sri Lanka 8 wickets India Dambulla
2022 T20I India 8 Wickets Sri Lanka Sylhet
2018 T20I Bangladesh 3 Wickets India Kuala Lumpur
2016 T20I India 17 Runs Pakistan Bangkok
2012 T20I India 18 Runs Pakistan Guangzhou
2008 ODI India 177 Runs Sri Lanka Kurunegala
2006 ODI India 8 Wickets Sri Lanka Jaipur
2005-06 ODI India 97 Runs Sri Lanka Karachi
2004 ODI India Tournament 5–0 Sri Lanka Colombo

एशिया कप विजेताओं की सूची देश-वार

एशिया कप में टीम इंडिया सबसे सफल रही है, जिसने अब तक आयोजित पंद्रह संस्करणों में से सात बार टूर्नामेंट जीता है। श्रीलंका छह जीत के साथ दूसरे स्थान पर है, जबकि पाकिस्तान दो मौकों पर चैंपियन बना है। हालांकि, शेष तीन देश, बांग्लादेश, अफगानिस्तान और हांगकांग, अभी तक एशिया कप में जीत हासिल नहीं कर पाए हैं।

यहां एशिया कप विजेताओं की देशवार सूची दी गई है:

Team Winner Runner-up Winning Year
India 6 2 2004, 2005-06, 2006, 2008, 2012, 2016, 2022
Sri Lanka 1 1 2024
Bangladesh 1 1 2018
Pakistan Not yet Not yet Not yet
Afghanistan Not yet Not yet Not yet
Hong Kong Not yet Not yet Not yet

एशिया कप में भारत का दबदबा उनकी कई जीतों से स्पष्ट है, जो इस क्षेत्र में उनके क्रिकेट कौशल को दर्शाता है। श्रीलंका की सफलता उनके मजबूत प्रदर्शन को भी उजागर करती है, जो उन्हें टूर्नामेंट में एक दुर्जेय टीम बनाती है। जबकि पाकिस्तान को कम जीत मिली है, फिर भी वे दो बार खिताब जीतने में सफल रहे हैं।

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मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक 2024 में कांस्य पदक जीता

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मनु भाकर ने ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करते हुए पेरिस 2024 ओलंपिक में महिला वर्ग की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में कांस्य पदक हासिल किया है। यह पेरिस 2024 ओलंपिक में भारत के लिए पहला पदक है और लंदन 2012 ओलंपिक खेलों के बाद से भारत के लिए निशानेबाजी में पहला ओलंपिक पदक है।

मनु भाकर ने जबरदस्त वापसी की और कांस्य पदक अपने नाम किया। महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा का स्वर्ण और रजत पदक दक्षिण कोरिया की दो खिलाड़ियों ने जीता। ओह ये जिन 243.2 के स्कोर के साथ स्वर्ण पदक और किम येजी ने 241.3 के स्कोर के साथ रजत पदक अपने नाम किया। मनु भाकर क्वालिफिकेशन राउंड में भी तीसरे स्थान पर रही थीं। इसके साथ ही उन्होंने शूटिंग में भारत के पदक के 12 साल के सूखे को भी खत्म किया।

पहली भारतीय महिला निशानेबाज

इस उपलब्धि के साथ, मनु ओलंपिक में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला निशानेबाज बन गईं। इससे एक दिन पहले, वह पिछले 20 वर्षों में व्यक्तिगत स्पर्धा में ओलंपिक फाइनल में पहुंचने वाली पहली महिला निशानेबाज बनी थीं। मनु भाकर ओलंपिक खेलों में पदक जीतने वाली पांचवीं भारतीय निशानेबाज बनीं। उनसे पहले राज्यवर्धन सिंह राठौर (2004 एथेंस), अभिनव बिंद्रा (2008 बीजिंग), विजय कुमार (2012 लंदन) और गगन नारंग (2012 लंदन) ने पदक जीता था।

क्वालीफिकेशन राउंड की मुख्य बातें

  • मनु भाकर ने क्वालिफिकेशन राउंड में 580 के स्कोर के साथ तीसरा स्थान हासिल किया, साथ ही उन्होंने सबसे ज़्यादा परफेक्ट स्कोर (27) भी बनाए।
  • वह पिछले 20 वर्षों में किसी व्यक्तिगत स्पर्धा में ओलंपिक फ़ाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला निशानेबाज बन गईं! पिछली बार, सुमा शिरूर एथेंस 2004 में 10 मीटर एयर राइफ़ल स्पर्धा के फ़ाइनल में पहुंची थीं।
  • वह किसी भी ओलंपिक में 10 मीटर एयर पिस्टल महिला वर्ग के फ़ाइनल राउंड के लिए क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय महिला भी बनीं।

मनु भाकर के बारे में

मनु भाकर एक भारतीय ओलंपियन हैं, जो निशानेबाजी में भाग लेती हैं। मनु 50 से अधिक अंतरराष्ट्रीय और 70 से अधिक राष्ट्रीय पदक जीत चुकी हैं। 2021 में हुए ओलंपिक में वह सातवें स्थान पर रहीं। 2023 में मनु ने एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक जीता था। वह पेरिस ओलंपिक में 21 सदस्यीय भारतीय शूटिंग टीम से कई व्यक्तिगत स्पर्धाओं में हिस्सा लेने वाली एकमात्र एथलीट हैं। हरियाणा के झज्जर में जन्मीं मनु भाकर ने स्कूल के दिनों में टेनिस, स्केटिंग और मुक्केबाजी समेत कई खेलों में हिस्सा लिया।

2017 की राष्ट्रीय निशानेबाजी चैंपियनशिप में, मनु भाकर ने ओलंपियन और पूर्व विश्व नंबर वन हीना सिद्धू को चौंका दिया, जहाँ उन्होंने 9 स्वर्ण पदक जीते। मनु ने 10 मीटर एयर पिस्टल फाइनल में सिद्धू के रिकॉर्ड को तोड़ते हुए 242.3 का रिकॉर्ड स्कोर बनाया। 2018 एक निशानेबाज के रूप में भाकर के लिए एक सफल वर्ष था, क्योंकि उसने महज 16 साल की उम्र में कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक जीतकर एक सनसनी पैदा कर दी थी।

मनु भाकर ने 2019 म्यूनिख आईएसएसएफ विश्व कप में चौथे स्थान पर रहकर ओलंपिक कोटा स्थान भी पक्का किया। हालांकि, खेलों में उनकी शुरुआत योजना के अनुसार नहीं हुई। टोक्यो 2020 के तुरंत बाद, मनु भाकर लीमा में महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल में जूनियर विश्व चैंपियन बनीं और 2022 काहिरा विश्व चैंपियनशिप में महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल में रजत और हांग्जो में 2023 एशियाई खेलों में इसी स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता।

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