Bharat Calling Conference 2025: विकसित भारत 2047 के लिए एक दृष्टिकोण

भारत के आर्थिक भविष्य को आकार देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल ने मुंबई में आईएमसी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा आयोजित ‘भारत कॉलिंग कॉन्फ्रेंस 2025’ का उद्घाटन किया। ‘विकसित भारत 2047 की राह: सबके लिए समृद्धि का मार्ग’ थीम पर आधारित इस सम्मेलन का उद्देश्य भारत की वैश्विक आर्थिक विकास में प्रमुख भूमिका को रेखांकित करना और इसे एक प्रमुख निवेश गंतव्य के रूप में स्थापित करना है। मजबूत अर्थव्यवस्था, विशाल उपभोक्ता बाजार और व्यापार-अनुकूल सरकारी नीतियों के साथ, भारत विभिन्न क्षेत्रों में निवेश आकर्षित करने के लिए तैयार है।

वैश्विक आर्थिक विकास में भारत की स्थिति

अपने मुख्य भाषण के दौरान, श्री पीयूष गोयल ने निर्माण, कौशल विकास और नवाचार में भारत के अपार अवसरों पर जोर दिया। उन्होंने ‘मेक इन इंडिया, डिजिटल इंडिया, स्टार्टअप इंडिया, स्वच्छ भारत और आत्मनिर्भर भारत’ जैसी सरकारी पहलों को रेखांकित किया, जिन्होंने देश की आर्थिक नींव को मजबूत किया है। ये प्रयास भारत को आत्मनिर्भरता और वैश्विक व्यापार भागीदारी की दिशा में आगे बढ़ा रहे हैं, जिससे ‘अमृत काल’ के विजन को साकार किया जा सके।

विकसित भारत 2047 के लिए पांच प्रमुख कारक

गोयल ने भारत को 2047 तक एक पूर्ण विकसित राष्ट्र बनाने के लिए पांच प्रमुख कारकों पर जोर दिया:

  • गुणवत्ता प्रबंधन और छोटे व्यवसायों को सहायता
  • व्यापार और वाणिज्य में स्थिरता
  • समावेशी विकास
  • कौशल विकास
  • प्रतिस्पर्धात्मकता और दक्षता

ये पहलें आर्थिक समृद्धि, सामाजिक समानता और तकनीकी प्रगति को सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।

गुणवत्ता क्रांति: भारतीय उद्योगों के लिए एक गेम-चेंजर

गोयल ने गुणवत्ता क्रांति की आवश्यकता को रेखांकित किया और कहा कि गुणवत्ता की अनदेखी के कारण कई उद्योगों को नुकसान हुआ है। सरकार ने 700 से अधिक गुणवत्ता नियंत्रण आदेश लागू किए हैं, जिससे उच्च गुणवत्ता मानकों को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने उद्योग मंडलों से अपील की कि वे गुणवत्ता मानकों का पालन सुनिश्चित करने में सक्रिय भूमिका निभाएं। इसके अलावा, बड़े व्यवसायों को छोटे और मध्यम उद्यमों (SMEs) को बेहतर निर्माण प्रक्रियाओं और गुणवत्ता नियंत्रण उपायों को अपनाने में मार्गदर्शन करने के लिए प्रोत्साहित किया।

स्थिरता: भविष्य के विकास का अभिन्न अंग

भारत में स्थिरता हमेशा से सामाजिक संरचना का हिस्सा रही है, लेकिन इसे आधुनिक व्यापार और वाणिज्य में एक चुनौती के रूप में देखा जा रहा है। श्री गोयल ने कहा कि ऊर्जा दक्षता और पर्यावरण-अनुकूल उत्पादन प्रक्रियाओं को अपनाना आवश्यक है। सरकार की हरित (ग्रीन) पहलें इस दिशा में उद्योगों को सतत विकास को प्राथमिकता देने के लिए प्रोत्साहित कर रही हैं।

समावेशी विकास: आर्थिक समानता की ओर कदम

गोयल ने समावेशी विकास को भारत की समग्र प्रगति के लिए अनिवार्य बताया। उन्होंने कहा कि इंफ्रास्ट्रक्चर विकास और सामुदायिक उत्थान के माध्यम से सरकार नागरिकों के जीवन को आसान बनाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने उद्योगों से अपील की कि वे कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (CSR) पहलों के तहत सामाजिक कल्याण में योगदान दें, जिससे आर्थिक असमानताओं को दूर किया जा सके और एक मजबूत कार्यबल विकसित किया जा सके।

कौशल विकास: भारत की कार्यबल को सशक्त बनाना

रोजगार सृजन और आर्थिक विस्तार के लिए कौशल विकास को अत्यंत महत्वपूर्ण मानते हुए, श्री गोयल ने उत्तर मुंबई में दो नए अत्याधुनिक कौशल विकास केंद्रों की घोषणा की। ये केंद्र उभरते उद्योगों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए विशेष प्रशिक्षण प्रदान करेंगे, जिससे भारत की युवा पीढ़ी को प्रतिस्पर्धी बनाया जा सके।

प्रतिस्पर्धात्मकता और दक्षता: समय की मांग

गोयल ने कहा कि भारतीय उद्योगों को सरकारी प्रोत्साहनों पर निर्भर रहने के बजाय अपनी क्षमताओं को बढ़ाने और नवाचार, दक्षता और अनुसंधान एवं विकास पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है। भारतीय कंपनियों को वैश्विक बाजार में आत्मविश्वास और प्रतिस्पर्धात्मकता के साथ प्रवेश करने के लिए अपने निर्माण और व्यापार प्रक्रियाओं को आधुनिक बनाना होगा।

‘भारत कॉलिंग कॉन्फ्रेंस 2025’ इस दिशा में एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान करता है, जहां उद्योग जगत, नीति निर्माताओं और निवेशकों के बीच संवाद और सहयोग को बढ़ावा दिया जा सके।

पहलू विवरण
क्यों चर्चा में? केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल ने मुंबई में आईएमसी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा आयोजित ‘भारत कॉलिंग कॉन्फ्रेंस 2025’ का उद्घाटन किया।
थीम विकसित भारत 2047 की राह: सबके लिए समृद्धि का मार्ग
उद्देश्य वैश्विक आर्थिक विकास में भारत की प्रमुख भूमिका को उजागर करना और 2047 तक देश को शीर्ष निवेश गंतव्य के रूप में स्थापित करना।
विकसित भारत 2047 के प्रमुख कारक गुणवत्ता प्रबंधन और छोटे व्यवसायों को सहायता
व्यापार और वाणिज्य में स्थिरता
समावेशी विकास
कौशल विकास
प्रतिस्पर्धात्मकता और दक्षता
गुणवत्ता क्रांति – सरकार द्वारा 700 से अधिक गुणवत्ता नियंत्रण आदेश लागू
– लघु एवं मध्यम उद्यमों (SMEs) को उच्च गुणवत्ता मानकों को अपनाने के लिए मार्गदर्शन
स्थिरता – ऊर्जा दक्षता और पर्यावरण-अनुकूल प्रक्रियाओं पर जोर
– उद्योगों में हरित (ग्रीन) पहलों को बढ़ावा
समावेशी विकास – बुनियादी ढांचे के विकास और सामुदायिक उत्थान पर ध्यान केंद्रित
– उद्योगों को कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (CSR) गतिविधियों को बढ़ाने के लिए प्रेरित किया गया
कौशल विकास उत्तर मुंबई में दो नए अत्याधुनिक कौशल विकास केंद्र स्थापित होंगे
– उभरते उद्योगों की आवश्यकताओं के अनुरूप विशेष प्रशिक्षण
प्रतिस्पर्धात्मकता और दक्षता – नवाचार, निर्माण दक्षता और अनुसंधान एवं विकास (R&D) में सुधार पर बल
– सरकार पर निर्भरता कम करने और आत्मनिर्भरता बढ़ाने की अपील
विजन 2047 आर्थिक समृद्धि, सामाजिक समानता और तकनीकी प्रगति के साथ भारत को एक विकसित राष्ट्र (विकसित भारत) बनाना।

यस बैंक एसएंडपी ग्लोबल सस्टेनेबिलिटी रैंकिंग 2025 में शीर्ष पर

यस बैंक ने एसएंडपी ग्लोबल कॉर्पोरेट सस्टेनेबिलिटी असेसमेंट (CSA) 2024 और कार्बन डिस्क्लोजर प्रोजेक्ट (CDP) के अनुसार लगातार तीसरे वर्ष भारत के सबसे उच्च-रेटेड सतत विकास बैंक के रूप में अपनी पहचान बनाई है। बैंक ने 72/100 का CSA स्कोर प्राप्त किया है और यह एसएंडपी ग्लोबल सस्टेनेबिलिटी ईयरबुक 2025 में शामिल होने वाला एकमात्र भारतीय बैंक है, जो वैश्विक स्तर पर शीर्ष 15% बैंकिंग नेताओं को ESG प्रदर्शन के आधार पर मान्यता देता है। इसके अलावा, यस बैंक ने CDP से अपना A- (लीडरशिप बैंड) रेटिंग बरकरार रखी है, जो इसके मजबूत जलवायु जोखिम प्रबंधन और पारदर्शिता को दर्शाता है।

प्रमुख बिंदु

शीर्ष सतत विकास रैंकिंग – यस बैंक लगातार तीसरे वर्ष भारत का सबसे उच्च-रेटेड सतत विकास बैंक बना।

एसएंडपी ग्लोबल सस्टेनेबिलिटी ईयरबुक 2025 – 7,690 बैंकों के मूल्यांकन में से 780 वैश्विक कंपनियों में स्थान, भारत से एकमात्र बैंक।

ESG प्रदर्शन में मजबूती

CSA ने लगभग 1,000 ESG संकेतकों का मूल्यांकन किया, जिनमें शामिल हैं:

  • जलवायु रणनीति
  • वित्तीय समावेशन
  • मानव संसाधन विकास
  • कॉर्पोरेट गवर्नेंस

CDP लीडरशिप रेटिंग

  • A- रेटिंग (लीडरशिप बैंड) बरकरार
  • 17 प्रमुख ESG मापदंडों में से 11 में लीडरशिप स्तर पर रैंकिंग

गवर्नेंस और सतत विकास प्रयास

  • बोर्ड-स्तरीय CSR और ESG समिति द्वारा निगरानी
  • 2030 तक नेट-ज़ीरो उत्सर्जन (स्कोप 1 और स्कोप 2) का लक्ष्य
  • बिजली उत्पादन ऋण के लिए वित्तपोषित उत्सर्जन का खुलासा, वैश्विक डीकार्बोनाइज़ेशन मानकों के अनुरूप

यस बैंक की यह उपलब्धि भारत में स्थायी बैंकिंग और जलवायु-संवेदनशील वित्तीय प्रथाओं को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ‘सशक्त भारत’ हिंदी पत्रिका के पहले संस्करण का अनावरण किया

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आधिकारिक संचार में हिंदी के उपयोग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से रक्षा मंत्रालय (MoD) की द्वि-वार्षिक हिंदी पत्रिका ‘सशक्त भारत’ के प्रथम संस्करण का विमोचन किया। यह कार्यक्रम 27 फरवरी 2025 को नई दिल्ली स्थित साउथ ब्लॉक में आयोजित हुआ। यह पत्रिका रक्षा मंत्रालय के राजभाषा विभाग की पहल है, जिसका उद्देश्य सशस्त्र बलों के सैनिकों की देशभक्ति, शौर्य और बलिदान को उजागर करना तथा सरकारी नीतियों को हिंदी में प्रस्तुत करना है।

‘सशक्त भारत’ की महत्वपूर्ण भूमिका

हिंदी पत्रिका ‘सशक्त भारत’ का प्रकाशन सरकार की प्रशासनिक और आधिकारिक कार्यों में हिंदी को बढ़ावा देने की नीति के अनुरूप है। इस पत्रिका के माध्यम से रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को हिंदी में अपने विचार साझा करने का अवसर मिलेगा। इसके प्रमुख उद्देश्य निम्नलिखित हैं:

  • सशस्त्र बलों के शौर्य व देशभक्ति को कविता और लेखों के माध्यम से प्रदर्शित करना।
  • प्रशासनिक कार्यों में हिंदी के उपयोग को प्रोत्साहित कर इसे एकता की भाषा के रूप में स्थापित करना।
  • रक्षा मंत्रालय के सभी कर्मचारियों को, चाहे वे किसी भी पद पर हों, अपनी राय और अनुभव साझा करने हेतु एक समावेशी मंच प्रदान करना।

विमोचन कार्यक्रम में रक्षा मंत्री का संबोधन

श्री राजनाथ सिंह ने पत्रिका के विमोचन के दौरान रक्षा मंत्रालय के राजभाषा विभाग के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने हिंदी को केवल भाषा ही नहीं, बल्कि भारत की सांस्कृतिक एवं भावनात्मक एकता का प्रतीक बताया। उन्होंने सरकारी कार्यों में हिंदी के अधिकाधिक उपयोग पर बल देते हुए कहा कि भाषा राष्ट्रीय एकता और प्रशासनिक दक्षता को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

रक्षा मंत्री के संबोधन के प्रमुख बिंदु:

  • हिंदी का उपयोग बढ़ाने से प्रशासनिक कार्यों की सुगमता और संप्रेषणीयता में वृद्धि होगी।
  • यह पत्रिका रक्षा मंत्रालय में समावेशिता और भाषायी एकता को बढ़ावा देगी।
  • यह पहल रक्षा एवं प्रशासनिक संचार में हिंदी के उपयोग को प्रोत्साहित करने की सरकार की निरंतर प्रतिबद्धता को दर्शाती है।

‘सशक्त भारत’ के प्रमुख विषय और विशेषताएँ

पत्रिका के प्रथम संस्करण में रक्षा मंत्रालय के विभिन्न स्तरों के अधिकारियों द्वारा लिखित साहित्यिक और विश्लेषणात्मक लेख सम्मिलित किए गए हैं। इसमें निम्नलिखित विषय शामिल हैं:

  • कविताएँ एवं साहित्यिक रचनाएँ: भारतीय सशस्त्र बलों के शौर्य और बलिदान को समर्पित।
  • सरकारी नीतियों पर लेख: रक्षा नीतियों, कल्याणकारी योजनाओं और आधुनिकीकरण प्रयासों पर विस्तृत विश्लेषण।
  • रक्षा मंत्रालय के कर्मचारियों के विचार: राष्ट्रीय सुरक्षा, रक्षा सुधारों और रणनीतिक विषयों पर उनके विचार प्रस्तुत करने का विशेष मंच।

‘सशक्त भारत’ की डिजिटल उपलब्धता

इस पत्रिका को अधिकाधिक लोगों तक पहुँचाने के लिए इसका ई-संस्करण रक्षा मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइट (https://mod.gov.in/) पर उपलब्ध कराया जाएगा। यह पहल ‘डिजिटल इंडिया’ कार्यक्रम के अनुरूप है, जिससे सशस्त्र बलों के कर्मी एवं आम जनता हिंदी में समृद्ध सामग्री का डिजिटल रूप में लाभ उठा सकेंगे।

विमोचन कार्यक्रम में उपस्थित गणमान्य व्यक्ति

इस अवसर पर रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी और विशिष्ट अतिथि उपस्थित थे, जिनमें शामिल हैं:

  • रक्षा राज्य मंत्री श्री संजय सेठ
  • चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान
  • रक्षा सचिव श्री राजेश कुमार सिंह
  • सचिव (रक्षा उत्पादन) श्री संजीव कुमार
  • सचिव (पूर्व सैनिक कल्याण) डॉ. नितेन चंद्र
  • रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव एवं डीआरडीओ अध्यक्ष डॉ. समीर वी. कामत

इन अधिकारियों की उपस्थिति ने इस पहल के महत्व को रेखांकित किया और रक्षा मंत्रालय द्वारा भाषाई समावेशिता एवं सांस्कृतिक गौरव को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता को पुनः सशक्त किया।

श्रेणी विवरण
क्यों चर्चा में? रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 27 फरवरी 2025 को नई दिल्ली स्थित साउथ ब्लॉक में रक्षा मंत्रालय (MoD) की द्वि-वार्षिक हिंदी पत्रिका ‘सशक्त भारत’ के प्रथम संस्करण का विमोचन किया।
उद्देश्य आधिकारिक संचार में हिंदी के उपयोग को बढ़ावा देना, रक्षा मंत्रालय के कर्मचारियों की रचनात्मक अभिव्यक्ति को प्रोत्साहित करना और सशस्त्र बलों के शौर्य एवं देशभक्ति को उजागर करना।
मुख्य विशेषताएँ – पत्रिका में रक्षा मंत्रालय के कर्मियों द्वारा लिखित कविताएँ, लेख और विचार शामिल हैं।
– प्रशासनिक ढांचे में हिंदी को एकता की भाषा के रूप में प्रोत्साहित किया गया है।
– पत्रिका का ई-संस्करण रक्षा मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइट (https://mod.gov.in/) पर उपलब्ध है।
रक्षा मंत्री के विचार – हिंदी राष्ट्रीय एकता और प्रशासनिक दक्षता को मजबूत करती है।
– यह पत्रिका समावेशिता और भाषायी एकता का माध्यम बनेगी।
– सरकारी कार्यों में हिंदी के अधिक उपयोग से सुगमता और पहुंच में वृद्धि होगी।
उपस्थित गणमान्य व्यक्ति रक्षा राज्य मंत्री श्री संजय सेठ, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान, रक्षा सचिव श्री राजेश कुमार सिंह, सचिव (रक्षा उत्पादन) श्री संजीव कुमार, सचिव (पूर्व सैनिक कल्याण) डॉ. नितेन चंद्र, रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव एवं डीआरडीओ अध्यक्ष डॉ. समीर वी. कामत।
महत्व रक्षा मंत्रालय में भाषायी समावेशिता और सांस्कृतिक गौरव को सशक्त बनाना, जिससे अन्य सरकारी संस्थानों के लिए भी एक प्रेरणास्रोत स्थापित हो।

SBI Life ने दोराबाबू दपर्ती को डिप्टी सीईओ नियुक्त किया

एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस कंपनी ने दोराबाबू दपर्ती को अपना डिप्टी मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) नियुक्त किया है। यह नियुक्ति 24 फरवरी 2025 से प्रभावी होगी। नामांकन और पारिश्रमिक समिति की सिफारिश पर यह निर्णय लिया गया, जिससे कंपनी को एक अनुभवी नेतृत्वकर्ता मिलेगा। दपर्ती के पास वित्तीय क्षेत्र में 29 से अधिक वर्षों का अनुभव है और उन्होंने भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) में विभिन्न महत्वपूर्ण नेतृत्वकारी भूमिकाएँ निभाई हैं, जिनमें एसबीआई मालदीव्स के सीईओ का पद भी शामिल है।

प्रमुख बिंदु

नियुक्ति विवरण

  • नियुक्ति स्वीकृति: एसबीआई लाइफ बोर्ड द्वारा दोराबाबू दपर्ती की डिप्टी सीईओ के रूप में नियुक्ति को मंजूरी।
  • प्रभावी तिथि: 24 फरवरी 2025।
  • अनुभव: वित्तीय उद्योग में 29 वर्षों से अधिक का अनुभव।

शैक्षणिक योग्यता

  • विज्ञान में स्नातकोत्तर (M.Sc.)।
  • भारतीय बैंकिंग संस्थान के चार्टर्ड एसोसिएट (CAIIB)।

एसबीआई में करियर

  • 1995 में भारतीय स्टेट बैंक (SBI) में शामिल हुए।
  • विभिन्न प्रबंधकीय और कार्यकारी पदों पर कार्य किया।
  • एसबीआई मालदीव्स के कंट्री हेड और सीईओ (2021-2025)।
  • डिप्टी जनरल मैनेजर और हेड – ओवरसीज प्लानिंग एवं स्ट्रैटेजी, एसबीआई इंटरनेशनल बैंकिंग ग्रुप (कॉर्पोरेट सेंटर, मुंबई)।

एसबीआई लाइफ का व्यवसाय परिचय

  • व्यक्तिगत और समूह बीमा योजनाएँ प्रदान करता है।
  • पार्टिसिपेटिंग, नॉन-पार्टिसिपेटिंग, पेंशन, ग्रुप ग्रेच्युटी, एन्युटी, यूनिट लिंक्ड प्लान (ULIP), स्वास्थ्य और माइक्रोइंश्योरेंस योजनाएँ शामिल।
  • दुर्घटना और विकलांगता लाभ, लेवल टर्म और क्रिटिकल इलनेस कवरेज जैसे राइडर्स उपलब्ध।

वित्तीय प्रदर्शन (Q3 FY25)

  • शुद्ध लाभ में 71.19% की वृद्धि, ₹550.82 करोड़।
  • कुल आय में 52.21% की गिरावट, ₹18,542.16 करोड़।
सारांश/स्थिर जानकारी विवरण
क्यों चर्चा में? एसबीआई लाइफ ने डोराबाबू दपर्ति को डिप्टी सीईओ नियुक्त किया
नई नियुक्ति डोराबाबू दपर्ति, एसबीआई लाइफ के डिप्टी सीईओ
बोर्ड अनुमोदन नामांकन एवं पारिश्रमिक समिति की सिफारिश पर
अनुभव 29+ वर्षों का वित्तीय क्षेत्र में अनुभव
शिक्षा एम.एससी., सीएआईआईबी (भारतीय बैंकिंग संस्थान के चार्टर्ड एसोसिएट)
पिछली भूमिकाएँ सीईओ, एसबीआई मालदीव्स (2021-2025); डिप्टी जीएम, ओवरसीज प्लानिंग एवं स्ट्रैटेजी, एसबीआई
एसबीआई लाइफ व्यवसाय जीवन बीमा, समूह बीमा, एन्युटी, यूनिट लिंक्ड प्लान (ULIP), माइक्रोइंश्योरेंस
वित्तीय प्रदर्शन (Q3 FY25) शुद्ध लाभ 71.19% बढ़कर ₹550.82 करोड़, कुल आय 52.21% घटकर ₹18,542.16 करोड़

Oscar विजेता Gene Hackman का निधन

ऑस्कर विजेता अभिनेता जीन हैकमैन, जो अपनी बहुमुखी अभिनय शैली के लिए प्रसिद्ध थे, 95 वर्ष की आयु में अपनी पत्नी के साथ अपने घर में मृत पाए गए। हैकमैन हॉलीवुड के सबसे सम्मानित और प्रतिष्ठित अभिनेताओं में से एक थे, जिन्होंने अनिच्छुक नायकों से लेकर जटिल खलनायकों तक की भूमिकाएँ निभाईं। उनका करियर कई दशकों तक फैला, जिसमें उन्होंने द फ्रेंच कनेक्शन, अनफॉरगिवेन, सुपरमैन, बोनी एंड क्लाइड और द रॉयल टेनेनबॉम्स जैसी प्रतिष्ठित फिल्मों में काम किया। अपार सफलता के बावजूद, उन्होंने निजी जीवन को प्राथमिकता दी और हॉलीवुड की चकाचौंध से दूर रहे।

जीन हैकमैन के जीवन और करियर की मुख्य झलकियां

प्रारंभिक जीवन और पृष्ठभूमि

  • पूरा नाम: यूजीन एलन हैकमैन
  • जन्म: 30 जनवरी 1930, सैन बर्नार्डिनो, कैलिफोर्निया
  • परवरिश: डैनविल, इलिनॉय
  • पारिवारिक पृष्ठभूमि: उनके पिता एक प्रेसमैन थे, और उनके माता-पिता के संबंध तनावपूर्ण थे।
  • प्रेरणा: फिल्मों में रुचि रखते थे और एरोल फ्लिन तथा जेम्स कैग्नी को आदर्श मानते थे।

स्टारडम की ओर सफर

  • देर से सफलता: 1967 में बोनी एंड क्लाइड से प्रसिद्धि पाई।
  • पहला ऑस्कर: द फ्रेंच कनेक्शन (1971) के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार जीता।
  • दूसरा ऑस्कर: अनफॉरगिवेन (1992) में सहायक अभिनेता की भूमिका के लिए सम्मानित हुए।
  • अद्वितीय अभिनय शैली: जासूस से लेकर खलनायक तक की विविध भूमिकाएँ निभाईं।

प्रतिष्ठित फिल्मी भूमिकाएँ

  • द फ्रेंच कनेक्शन (1971) – NYPD जासूस जिमी “पोपाय” डॉयल की भूमिका निभाई।
  • अनफॉरगिवेन (1992) – भ्रष्ट शहर के शेरिफ लिटिल बिल डैगेट बने।
  • बोनी एंड क्लाइड (1967) – पहली बड़ी सफलता।
  • सुपरमैन (1978) – सुपरमैन के कट्टर दुश्मन लेक्स लूथर की भूमिका निभाई।
  • द कन्वर्सेशन (1974) – वाटरगेट-युग की थ्रिलर में निगरानी विशेषज्ञ बने।
  • हूज़ियर्स (1986) – एक कॉलेज कोच की भूमिका निभाई।
  • द रॉयल टेनेनबॉम्स (2001) – वेस एंडरसन की प्रसिद्ध फिल्म में मुख्य किरदार निभाया।

अभिनय शैली और विरासत

  • खासियत: गहन और बहुआयामी किरदारों को जीवंत करने की क्षमता।
  • शैली: यथार्थवादी अभिनय को प्राथमिकता दी, अतिनाटकीय प्रस्तुतियों से परहेज किया।
  • हॉलीवुड में स्थान: उन्हें “अभिनेताओं का अभिनेता” कहा जाता था, और स्पेंसर ट्रेसी के उत्तराधिकारी के रूप में देखा जाता था।
  • संन्यास: 2000 के दशक के मध्य में फिल्मों से संन्यास लेकर लेखन पर ध्यान केंद्रित किया।

प्रसिद्ध उद्धरण और श्रद्धांजलि

  • फ्रांसिस फोर्ड कोपोला: “एक महान अभिनेता, जिनका काम और जटिलता प्रेरणादायक थी।”
  • अभिनय पर विचार: “अभिनेता आमतौर पर संकोची होते हैं… हम खुद को व्यक्त करने के लिए इस माध्यम को चुनते हैं।”
  • अनफॉरगिवेन पर टिप्पणी: शुरुआत में इस भूमिका को ठुकरा दिया था, लेकिन क्लिंट ईस्टवुड ने उन्हें मनाया।

निजी जीवन और निधन

  • निजी जीवन: हॉलीवुड पार्टियों से दूरी बनाई और प्रचार से बचते रहे।
  • अंतिम वर्ष: फिल्म उद्योग से दूर एक शांत जीवन बिताया।
  • मृत्यु: 95 वर्ष की आयु में अपनी पत्नी के साथ अपने घर में मृत पाए गए।
सारांश/स्थिर विवरण विवरण
क्यों चर्चा में? हॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता जीन हैकमैन का 95 वर्ष की उम्र में निधन
पूरा नाम यूजीन एलन हैकमैन
करियर की शुरुआत 1960 के दशक में
प्रमुख सफलता बोनी एंड क्लाइड (1967)
प्रमुख पुरस्कार 2 अकादमी पुरस्कार (द फ्रेंच कनेक्शन, अनफॉरगिवेन)
प्रसिद्ध भूमिकाएँ द फ्रेंच कनेक्शन, सुपरमैन, अनफॉरगिवेन, द रॉयल टेनेनबॉम्स
अभिनय शैली यथार्थवादी, गहन, बहुमुखी
विरासत हॉलीवुड के सबसे सम्मानित अभिनेताओं में से एक

आधार सुशासन पोर्टल लॉन्च

भारत सरकार द्वारा डिजिटल शासन और सार्वजनिक सेवा की पहुंच को सुलभ बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) ने आधार गुड गवर्नेंस पोर्टल लॉन्च किया है। इस पहल का उद्देश्य आधार प्रमाणीकरण अनुरोधों की अनुमोदन प्रक्रिया को सरल बनाना और सार्वजनिक व निजी क्षेत्र की विभिन्न सेवाओं तक नागरिकों की पहुंच को आसान बनाना है। यह कदम सरकार की आधार को अधिक उपयोगकर्ता-मित्रतापूर्ण बनाने की दृष्टि के अनुरूप है, जिससे नागरिकों के लिए जीवन को सरल बनाने और आवश्यक सेवाओं की उपलब्धता को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।

आधार गुड गवर्नेंस पोर्टल का आधिकारिक शुभारंभ

इस पोर्टल को श्री एस. कृष्णन, सचिव, MeitY द्वारा यूआईडीएआई और एनआईसी के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में लॉन्च किया गया। इस अवसर पर उपस्थित प्रमुख गणमान्य व्यक्तियों में शामिल थे:

  • श्री भुवनेश कुमार, सीईओ, यूआईडीएआई
  • श्री इंदर पाल सिंह सेठी, महानिदेशक, एनआईसी
  • श्री मनीष भारद्वाज, उप महानिदेशक, यूआईडीएआई
  • श्री अमोद कुमार, उप महानिदेशक, यूआईडीएआई
  • MeitY, UIDAI और NIC के वरिष्ठ अधिकारी

यह ऑनलाइन पोर्टल http://swik.meity.gov.in पर उपलब्ध है और इसे आधार (लक्षित वितरण अधिनियम, 2016) के तहत आधार प्रमाणीकरण (गुड गवर्नेंस, सामाजिक कल्याण, नवाचार, ज्ञान) संशोधन नियम, 2025 की अधिसूचना के बाद लागू किया गया है। इस संशोधन का उद्देश्य पारदर्शिता, समावेशिता और निर्णय लेने की प्रक्रिया में दक्षता को बढ़ावा देना है।

डिजिटल शासन में आधार की भूमिका

पिछले एक दशक में, आधार विश्वसनीय डिजिटल आईडी के रूप में उभरा है, जिसे एक अरब से अधिक भारतीयों ने 100 अरब से अधिक बार प्रमाणीकरण के लिए उपयोग किया है। इस नए संशोधन के तहत आधार प्रमाणीकरण का विस्तार नागरिकों के लिए जीवन को आसान बनाएगा और उन्हें नई सेवाओं तक बाधारहित पहुंच प्रदान करेगा।

सार्वजनिक हित सेवाओं के लिए आधार प्रमाणीकरण

संशोधन के तहत सरकारी और निजी संस्थानों को आधार प्रमाणीकरण का उपयोग करने की अनुमति दी गई है ताकि सार्वजनिक हित की सेवाएं प्रभावी रूप से प्रदान की जा सकें। इन सेवाओं में शामिल हैं:

  • नवाचार को सक्षम बनाना
  • ज्ञान का प्रसार करना
  • जीवन को आसान बनाना
  • सेवाओं की निर्बाध पहुंच सुनिश्चित करना

यह पहल सेवा प्रदाताओं और सेवा प्राप्तकर्ताओं दोनों के लिए फायदेमंद होगी और सुरक्षित व विश्वसनीय डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देगी।

किन क्षेत्रों को मिलेगा आधार प्रमाणीकरण का लाभ?

इस संशोधन से नागरिक आधार नंबर के माध्यम से कई क्षेत्रों में सुविधाएं प्राप्त कर सकेंगे, जैसे:

  • पर्यटन और आतिथ्य – होटल में शीघ्र और सुरक्षित चेक-इन
  • स्वास्थ्य सेवा – मरीजों का आसान प्रमाणीकरण और मेडिकल रिकॉर्ड प्रबंधन
  • क्रेडिट रेटिंग ब्यूरो – वित्तीय रिकॉर्ड की सटीकता बढ़ाने में मदद
  • ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म – ग्राहक पहचान सत्यापन
  • शैक्षणिक संस्थान – छात्र नामांकन और परीक्षा पंजीकरण में सरलता
  • एग्रीगेटर सेवा प्रदाता – ग्राहकों के कुशल ऑनबोर्डिंग को सक्षम बनाना

इसके अतिरिक्त, आधार प्रमाणीकरण का उपयोग निम्नलिखित उद्देश्यों के लिए भी किया जा सकता है:

  • कर्मचारी उपस्थिति प्रबंधन
  • ग्राहकों की ई-केवाईसी और ऑनबोर्डिंग प्रक्रिया
  • सुरक्षित लेनदेन और डिजिटल अनुमोदन

आधार गुड गवर्नेंस पोर्टल की विशेषताएं

इस पोर्टल को एक व्यापक डिजिटल संसाधन के रूप में विकसित किया गया है, जिसमें आधार प्रमाणीकरण स्वीकृति प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी बनाने के लिए महत्वपूर्ण सुविधाएं शामिल हैं:
स्टेप-बाय-स्टेप प्रमाणीकरण गाइड – आधार प्रमाणीकरण के लिए आवेदन करने और सिस्टम पर ऑनबोर्डिंग की पूरी प्रक्रिया का विस्तृत एसओपी।
यूजर-फ्रेंडली इंटरफेस – संस्थान आसानी से आवेदन जमा कर सकते हैं और अनुमोदनों की वास्तविक समय में ट्रैकिंग कर सकते हैं।
सूचना भंडार (रिसोर्स रिपॉजिटरी) – इसमें महत्वपूर्ण दस्तावेज़, दिशानिर्देश और एफएक्यू शामिल हैं, जो संस्थाओं को आधार प्रमाणीकरण नियमों के अनुपालन में सहायता करेंगे।
फेस ऑथेंटिकेशन का एकीकरण – यह पोर्टल फेस ऑथेंटिकेशन को ग्राहक-समर्थित अनुप्रयोगों में एकीकृत करने का समर्थन करता है, जिससे कहीं भी, कभी भी प्रमाणीकरण संभव हो सकेगा।

जनसुझाव और नीति निर्माण प्रक्रिया

इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय ने नागरिकों को भागीदारीपूर्ण और पारदर्शी नीति निर्माण में शामिल करने के लिए सार्वजनिक परामर्श आमंत्रित किया था।

संशोधन प्रस्ताव अप्रैल-मई 2023 के दौरान मंत्रालय की वेबसाइट पर सार्वजनिक टिप्पणी के लिए उपलब्ध कराए गए थे।

यह प्रक्रिया नीति निर्माण को अधिक समावेशी और नागरिक-केंद्रित बनाती है।

यह पहल आधार को एक शक्तिशाली डिजिटल गवर्नेंस टूल के रूप में सशक्त करेगी और सार्वजनिक सेवाओं की दक्षता में सुधार लाएगी।

प्राणी मित्र और जीव दया पुरस्कार समारोह कार्यक्रम

भारतीय पशु कल्याण बोर्ड (AWBI), जो पशुपालन और डेयरी विभाग के अंतर्गत एक वैधानिक निकाय है, ने 27 फरवरी 2025 को विज्ञान भवन, नई दिल्ली में प्राणी मित्र एवं जीव दया पुरस्कार समारोह का आयोजन किया। यह कार्यक्रम उन व्यक्तियों और संगठनों को सम्मानित करने के लिए आयोजित किया गया जिन्होंने पशु कल्याण, संरक्षण और दयालु व्यवहार को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

भारतीय पशु कल्याण बोर्ड (AWBI) और इसका कार्य

AWBI की स्थापना 1960 में पशु क्रूरता निवारण अधिनियम (PCA Act, 1960) के तहत की गई थी। इसका मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि पशुओं को अनावश्यक दर्द या पीड़ा न झेलनी पड़े। इस समारोह में केंद्रीय राज्य मंत्री, वरिष्ठ सरकारी अधिकारी, विभिन्न राज्यों के प्रतिनिधि और प्रमुख पशु कल्याण कार्यकर्ता शामिल हुए।

पशु कल्याण पर महत्वपूर्ण पुस्तकों का विमोचन

इस अवसर पर पशु कल्याण कानूनों को प्रभावी ढंग से लागू करने और पशु कल्याण जागरूकता को बढ़ाने के लिए चार महत्वपूर्ण पुस्तकों का विमोचन किया गया—

  1. पशु कल्याण कानूनों पर पशु चिकित्सा अधिकारियों के लिए मार्गदर्शिका – पशु चिकित्सकों के लिए कानूनी पहलुओं और जिम्मेदारियों पर विस्तृत जानकारी।
  2. पशु कल्याण कानूनों पर कानून प्रवर्तन मार्गदर्शिका – कानून प्रवर्तन एजेंसियों के लिए पशु संरक्षण नियमों को प्रभावी ढंग से लागू करने का संदर्भ ग्रंथ।
  3. शहरी स्थानीय निकायों के लिए पशु कानून मार्गदर्शिका – नगरपालिका और स्थानीय निकायों को पशु कल्याण कानूनों के कार्यान्वयन में सहायता करने के लिए।
  4. संशोधित पशु जन्म नियंत्रण (ABC) मॉड्यूलसड़क कुत्तों की आबादी को नियंत्रित करने, रेबीज को रोकने और मानव-कुत्ता संघर्ष को कम करने के लिए व्यापक रणनीति।

प्राणी मित्र पुरस्कार 2025 – पशु कल्याण में उत्कृष्ट योगदान का सम्मान

प्राणी मित्र पुरस्कार पाँच श्रेणियों में उन व्यक्तियों और संगठनों को प्रदान किए गए, जिन्होंने पशु कल्याण के क्षेत्र में असाधारण समर्पण और योगदान दिया है।

श्रेणी पुरस्कार विजेता स्थान
एडवोकेसी (व्यक्तिगत) श्री अखिल जैन रायपुर, छत्तीसगढ़
नवोन्मेषी विचार (व्यक्तिगत) श्री रमेश भाई वेलजीभाई रुपारेलिया गोंडल, गुजरात
जीवन पर्यंत पशु सेवा (व्यक्तिगत) श्री हरनारायण सोनी ओसियां, जोधपुर, राजस्थान
पशु कल्याण संगठन (AWO) श्री श्री 1008 श्रीराम रतनदासजी वैष्णव गो सेवा समिति कराहधाम, मुरैना, मध्य प्रदेश
कॉरपोरेट/PSU/सरकारी निकाय/सहकारी संस्थाएँ राधे कृष्ण मंदिर हाथी कल्याण ट्रस्ट जामनगर, गुजरात

जीव दया पुरस्कार 2025 – पशु कल्याण में करुणा को पहचान

जीव दया पुरस्कार उन व्यक्तियों और संगठनों को दिया गया जिन्होंने पशु संरक्षण और दयालु व्यवहार को बढ़ावा देने में सराहनीय कार्य किया।

श्रेणी पुरस्कार विजेता स्थान
व्यक्तिगत सुश्री निशा सुब्रमण्यम कुंजू मुंबई, महाराष्ट्र
पशु कल्याण संगठन भगवान महावीर पशु रक्षा केंद्र कच्छ, गुजरात
विद्यालय/संस्थान/शिक्षक/बच्चे (18 वर्ष से कम आयु) मास्टर चैतन्य एम सक्सेना जयपुर, राजस्थान
विद्यालय/संस्थान/शिक्षक/बच्चे (18 वर्ष से कम आयु) मास्टर आदि शाह मुंबई, महाराष्ट्र

प्राणी मित्र एवं जीव दया पुरस्कार के बारे में

प्राणी मित्र पुरस्कार

1966 में प्रारंभ किया गया, यह पुरस्कार उन व्यक्तियों को सम्मानित करता है जिन्होंने पशु कल्याण और संरक्षण में असाधारण योगदान दिया है। वर्षों में इसका दायरा बढ़ा है, और अब इसमें संगठनों को भी शामिल किया जाता है। अब तक 54 व्यक्तियों को यह प्रतिष्ठित सम्मान मिल चुका है।

जीव दया पुरस्कार

2001 में स्थापित, यह पुरस्कार पशु प्रेमियों के योगदान को पहचानने और सराहना करने के लिए दिया जाता है। तब से अब तक 12 व्यक्तियों और संगठनों को पशु कल्याण को बढ़ावा देने के लिए सम्मानित किया गया है।

श्रेणी विवरण
क्यों चर्चा में? भारतीय पशु कल्याण बोर्ड (AWBI) ने 27 फरवरी 2025 को विज्ञान भवन, नई दिल्ली में प्राणी मित्र एवं जीव दया पुरस्कार समारोह का आयोजन किया, जिसमें पशु कल्याण में योगदान देने वाले व्यक्तियों और संगठनों को सम्मानित किया गया।
आयोजक भारतीय पशु कल्याण बोर्ड (AWBI), पशुपालन और डेयरी विभाग के तहत
मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री, वरिष्ठ सरकारी अधिकारी, विभिन्न राज्यों के प्रतिनिधि और पशु कल्याण कार्यकर्ता
AWBI की भूमिका पशुओं के प्रति क्रूरता निवारण अधिनियम (PCA), 1960 के तहत स्थापित, जिसका उद्देश्य पशु संरक्षण और कल्याण सुनिश्चित करना है।

आईएनएस गुलदार भारत का पहला जलमग्न संग्रहालय बनेगा

महाराष्ट्र में साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए, राज्य पर्यटन विभाग ने सेवामुक्त नौसैनिक युद्धपोत INS गुलदार को अधिग्रहित करने और सिंधुदुर्ग जिले के निवाती रॉक्स के पास इसे डूबोने की योजना बनाई है। यह पहल भारत की पहली कृत्रिम रीफ (Artificial Reef) बनाने के उद्देश्य से की जा रही है, जिससे स्कूबा डाइविंग पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और समुद्री जैव विविधता को संरक्षण मिलेगा। यह परियोजना अमेरिका के USS Spiegel Grove (फ्लोरिडा) और थाईलैंड के Thai Royal Navy Ships (चोनबुरी) की तर्ज पर तैयार की गई है, जहां सेवामुक्त जहाजों को कृत्रिम रीफ के रूप में पुनः उपयोग किया गया है।

मुख्य बिंदु

1. परियोजना का परिचय

  • INS गुलदार, एक 83 मीटर लंबा कुम्भीर-श्रेणी का लैंडिंग शिप, जिसे 1985 में कमीशन किया गया था और जनवरी 2024 में सेवामुक्त किया गया।
  • भारतीय नौसेना ने इसे मुफ्त में प्रदान किया, क्योंकि INS विक्रांत को डूबाने का अनुरोध लागत अधिक होने के कारण अस्वीकार कर दिया गया था
  • जहाज को पोर्ट ब्लेयर से कर्वार (Karwar) तक ले जाया जाएगा, इसके आवश्यक भागों को हटाया जाएगा और फिर इसे निवाती रॉक्स, सिंधुदुर्ग के पास डुबो दिया जाएगा

2. पर्यावरणीय और आर्थिक लाभ

  • समुद्री जैव विविधता : कृत्रिम रीफ मछलियों और अन्य समुद्री जीवों के लिए आदर्श आवास बनाएंगे, जिससे समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र बहाल होगा
  • पर्यटन राजस्व : फ्लोरिडा (USA) में कृत्रिम रीफ से ₹50 करोड़ वार्षिक राजस्व प्राप्त होता है।
  • रोजगार सृजन : स्कूबा डाइविंग प्रशिक्षकों, पर्यटन संचालकों और सेवानिवृत्त नौसेना कर्मियों के लिए नई नौकरियां उपलब्ध होंगी

3. सुरक्षा एवं पर्यावरण सुरक्षा उपाय

  • जहाज को पूरी तरह से डी-कंटैमिनेट (प्रदूषण मुक्त) किया जाएगा
  • हाइड्रोलिक और इंजन तेल, एस्बेस्टस और अन्य हानिकारक पदार्थ हटाए जाएंगे
  • सुरक्षित रूप से जलमग्न करने में लगभग तीन महीने लगेंगे

4. महाराष्ट्र के स्कूबा डाइविंग पर्यटन की योजना

  • सिंधुदुर्ग पहले से ही स्कूबा डाइविंग हब है, जिसे महाराष्ट्र पर्यटन विकास निगम (MTDC) द्वारा बढ़ावा दिया जा रहा है।
  • सरकार डाइवर्स को विशेष प्रशिक्षण देने की योजना बना रही है ताकि वे जहाज के अवशेषों की खोज कर सकें।
  • इस परियोजना के लिए ₹20 करोड़ की रिपोर्ट तैयार की गई है और पर्यावरणीय मंजूरी की प्रक्रिया चल रही है

5. कृत्रिम रीफ के वैश्विक उदाहरण

  • USS Spiegel Grove (फ्लोरिडा, USA) – एक अमेरिकी नौसेना जहाज जिसे डाइविंग साइट के रूप में डुबोया गया।
  • थाई रॉयल नेवी शिप्स (थाईलैंड) – स्कूबा डाइविंग पर्यटन बढ़ाने के लिए दो युद्धपोतों को जलमग्न किया गया।
  • ऑस्ट्रेलिया, कनाडा और यूरोप के कई देशों ने भी कृत्रिम रीफ मॉडल को अपनाया है

यह परियोजना न केवल महाराष्ट्र के साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देगी बल्कि समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र के संरक्षण और रोजगार के अवसरों को भी बढ़ाएगी

श्रेणी विवरण
क्यों चर्चा में? स्कूबा पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए INS गुलदार को सिंधुदुर्ग में डुबोया जाएगा
कमीशन वर्ष 1985
स्थान निवाती रॉक्स, सिंधुदुर्ग, महाराष्ट्र
उद्देश्य स्कूबा डाइविंग और समुद्री संरक्षण के लिए कृत्रिम रीफ बनाना
पर्यटन प्रभाव स्कूबा डाइविंग पर्यटन को बढ़ावा देगा और नए रोजगार के अवसर पैदा करेगा
पर्यावरणीय उपाय प्रदूषकों को हटाया जाएगा ताकि समुद्री जीवन सुरक्षित रहे
परियोजना लागत अनुमानित ₹20 करोड़
वैश्विक उदाहरण USS Spiegel Grove (अमेरिका), थाई नेवी शिप्स (थाईलैंड)

फ्लिपकार्ट की सुपर मनी ने भारत एक्स का अधिग्रहण किया

फ्लिपकार्ट समर्थित यूपीआई प्लेटफॉर्म super.money ने चेकआउट फाइनेंसिंग प्लेटफॉर्म BharatX का एक ऑल-कैश डील में अधिग्रहण किया है। यह अधिग्रहण भारत के बढ़ते डिजिटल क्रेडिट बाजार, विशेष रूप से चेकआउट फाइनेंसिंग में, super.money की स्थिति को मजबूत करेगा। इसके जरिए, super.money BharatX की टेक्नोलॉजी स्टैक का उपयोग करके क्रेडिट-ऑन-यूपीआई समाधानों को बेहतर बनाएगा। इस सौदे के तहत BharatX की मुख्य टीम भी super.money के साथ शामिल होगी, और छह महीने बाद उनकी भूमिका की समीक्षा की जाएगी। यह अधिग्रहण ऐसे समय में हुआ है जब चेकआउट फाइनेंसिंग सेगमेंट में प्रतिस्पर्धा कम हो गई है, जिससे नए उत्पादों के विकास के लिए उपयुक्त अवसर बन रहा है।

प्रमुख बिंदु

अधिग्रहण का विवरण

  • super.money ने BharatX का ऑल-कैश डील में अधिग्रहण किया।
  • इस अधिग्रहण का मुख्य उद्देश्य BharatX की टेक्नोलॉजी स्टैक का उपयोग कर क्रेडिट-ऑन-यूपीआई समाधानों को सशक्त बनाना है।
  • BharatX की मुख्य टीम अगले छह महीने तक super.money के साथ काम करेगी, जिसके बाद उनकी भूमिका की समीक्षा होगी।
  • सौदे की कुल राशि और BharatX का मूल्यांकन अभी तक उजागर नहीं किया गया है।

चेकआउट फाइनेंसिंग और यूपीआई पर प्रभाव

  • super.money अब चेकआउट फाइनेंसिंग सेगमेंट में प्रवेश कर रहा है और यूपीआई-आधारित क्रेडिट समाधानों को आसान बना रहा है।
  • BharatX का मुख्य फोकस BNPL (बाय नाउ, पे लेटर) और EMI समाधान रहा है, जिसे अब super.money के साथ एकीकृत किया जाएगा।
  • क्रेडिट साइकिल के सख्त नियमों और प्रतिस्पर्धा में कमी के कारण यह अधिग्रहण super.money को विस्तार करने का अवसर देगा।
  • यूपीआई को चेकआउट फाइनेंसिंग को अधिक सुविधाजनक और सुलभ बनाने का प्रमुख साधन माना जा रहा है।

फिनटेक क्षेत्र में super.money की प्रगति

  • super.money को जुलाई 2024 में लॉन्च किया गया था और यह अब भारत का छठा सबसे बड़ा यूपीआई प्लेटफॉर्म बन चुका है (NPCI डेटा के अनुसार)।
  • इसे Flipkart ने PhonePe से अलग होने के बाद डिजिटल भुगतान और वित्तीय सेवाओं पर ध्यान केंद्रित करने के लिए शुरू किया था।
  • super.money वर्तमान में superUPI, superCard, और superFD जैसे उत्पाद प्रदान करता है।
  • भविष्य में पर्सनल लोन और अनसिक्योर्ड क्रेडिट उत्पादों का विस्तार करने की योजना है।

BharatX का योगदान और भविष्य की योजनाएँ

  • BharatX हजारों भारतीय उपभोक्ताओं को बिना क्रेडिट स्कोर या डॉक्यूमेंटेशन के ऋण प्रदान कर रहा था।
  • अधिग्रहण से BharatX के समाधान अब super.money के व्यापक वितरण नेटवर्क के माध्यम से और अधिक लोगों तक पहुंचेंगे।
  • BharatX के संस्थापक मेहुल जिंदल ने कहा कि इस साझेदारी का उद्देश्य अधिक उपभोक्ताओं तक पहुंचना और उत्पाद क्षमताओं को बढ़ाना है।

भारत में वित्तीय समावेशन और बाजार की संभावनाएँ

  • RBI के 2024 फाइनेंशियल इनक्लूजन इंडेक्स के अनुसार, भारत की 70% आबादी अभी भी पारंपरिक वित्तीय सेवाओं से वंचित है।
  • केवल 27% वयस्कों को औपचारिक क्रेडिट सेवाओं की पहुंच है, जो डिजिटल क्रेडिट समाधानों के लिए एक विशाल बाजार अवसर प्रस्तुत करता है।
  • चेकआउट फाइनेंसिंग सेगमेंट तेजी से विकसित हो रहा है, और यूपीआई-आधारित समाधान क्रेडिट को अधिक सुलभ और सहज बनाने में मदद करेंगे।
श्रेणी विवरण
क्यों चर्चा में? Flipkart-समर्थित super.money ने BharatX का अधिग्रहण किया
अधिग्रहणकर्ता super.money (Flipkart समर्थित UPI प्लेटफॉर्म)
लक्ष्य कंपनी BharatX (चेकआउट फाइनेंसिंग प्लेटफॉर्म)
सौदे का प्रकार ऑल-कैश अधिग्रहण
उद्देश्य BharatX की टेक्नोलॉजी का उपयोग करके चेकआउट फाइनेंसिंग और क्रेडिट-ऑन-यूपीआई समाधानों का विस्तार
BharatX की भूमिका BNPL (बाय नाउ, पे लेटर) और EMI समाधान प्रदान करता है; टीम 6 महीने तक super.money के साथ काम करेगी
super.money की वृद्धि जुलाई 2024 में लॉन्च, अब भारत का 6वां सबसे बड़ा यूपीआई प्लेटफॉर्म (NPCI डेटा)
भविष्य की योजनाएँ पर्सनल लोन और अनसिक्योर्ड क्रेडिट सेवाओं में विस्तार
भारत में क्रेडिट की स्थिति 70% आबादी वित्तीय सेवाओं से वंचित, केवल 27% वयस्कों को औपचारिक क्रेडिट की पहुंच (RBI FI-Index 2024)
रणनीतिक समय चेकआउट फाइनेंसिंग में प्रतिस्पर्धा कम, बाजार में प्रवेश के लिए अनुकूल समय

NASA ने चांद पर पानी खोजने के लिए लॉन्च की सैटेलाइट

नासा का लूनर ट्रेलब्लेज़र (Lunar Trailblazer) एक छोटा उपग्रह है, जिसे चंद्रमा पर जल संसाधनों को मैप करने के लिए विकसित किया गया है। इसे 26 फरवरी को स्पेसएक्स फाल्कन 9 रॉकेट के जरिए प्रक्षेपित किया गया। यह मिशन चंद्रमा के ठंडे, छायादार क्षेत्रों में जल की उपस्थिति, स्वरूप और वितरण की जांच करेगा। उच्च-रिज़ॉल्यूशन जल मानचित्र प्रदान करके, यह भविष्य में मानव और रोबोटिक अन्वेषण को सहायता देगा, जिससे चंद्र संसाधनों के सतत उपयोग और अंतरिक्ष यात्रा के भविष्य को नई दिशा मिलेगी।

मुख्य बिंदु

1. मिशन के उद्देश्य

  • चंद्रमा पर जल के वितरण और स्वरूप का मानचित्रण।
  • समय और तापमान के साथ जल में होने वाले परिवर्तनों को समझना।
  • वायुरहित खगोलीय पिंडों पर जल चक्र की प्रक्रियाओं का अध्ययन।

2. उन्नत वैज्ञानिक उपकरण

लूनर ट्रेलब्लेज़र में दो प्रमुख वैज्ञानिक उपकरण लगे हैं:

  • HVM3 (हाई-रिज़ॉल्यूशन वॉलेटाइल्स एंड मिनरल्स मून मैपर)
    • जल और खनिजों के स्पेक्ट्रल संकेतों की पहचान और मानचित्रण करता है।
    • नासा के जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी (JPL) द्वारा निर्मित।
  • LTM (लूनर थर्मल मैपर)
    • चंद्रमा की ऊष्मीय विशेषताओं और खनिजों को मैप करता है।
    • यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफोर्ड द्वारा विकसित, यूके स्पेस एजेंसी द्वारा वित्त पोषित।

3. चंद्रमा तक यात्रा

  • वजन: 200 किग्रा (440 पाउंड)
  • आकार: 3.5 मीटर (11.5 फीट) चौड़ा
  • लो-एनर्जी ट्रांसफर ट्रैजेक्टरी का उपयोग करता है, जो सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा के गुरुत्वाकर्षण पर निर्भर है।
  • अनुमानित यात्रा समय: 4 से 7 महीने

4. चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव की खोज

  • स्थायी रूप से छायादार क्रेटरों में झांककर जल की संभावित बर्फ जमा का अध्ययन करेगा।
  • धुंधली परावर्तित रोशनी का उपयोग करके जमी हुई बर्फ की पहचान करेगा।
  • इन बर्फ जमाओं की पहचान भविष्य के चंद्र अन्वेषण और संसाधन उपयोग में सहायक होगी।

5. उच्च-जोखिम, कम लागत वाला मिशन

  • नासा के SIMPLEx (Small Innovative Missions for Planetary Exploration) कार्यक्रम के तहत चयनित।
  • यह कम लागत और उच्च जोखिम वाला मिशन है, जिसमें कम निगरानी आवश्यकताएं हैं।
  • उन वैज्ञानिक अध्ययनों को सक्षम बनाता है जो अन्यथा वित्तीय रूप से असंभव होते।

6. भविष्य के लाभ और उपयोग

  • अंतरिक्ष यात्रियों के लिए पानी, ऑक्सीजन और ईंधन के संभावित स्रोत की पहचान।
  • भविष्य के चंद्र आवास और रोबोटिक मिशनों के लिए महत्वपूर्ण डेटा प्रदान करेगा।
  • अंतरिक्ष में जल के व्यवहार को समझने में योगदान देगा, जिससे दीर्घकालिक अंतरिक्ष अन्वेषण को नई दिशा मिलेगी।
श्रेणी विवरण
क्यों चर्चा में है? नासा का लूनर ट्रेलब्लेज़र: चंद्रमा के जल संसाधनों का मानचित्रण
प्रक्षेपण यान स्पेसएक्स फाल्कन 9
मिशन प्रकार चंद्र जल मानचित्रण के लिए एक छोटा उपग्रह
प्रमुख उपकरण HVM3 (नासा JPL), LTM (यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफोर्ड)
कक्षा गंतव्य चंद्रमा का दक्षिणी ध्रुव
वजन 440 पाउंड (200 किग्रा)
आकार 11.5 फीट (3.5 मीटर) चौड़ा
अपेक्षित यात्रा समय 4 से 7 महीने
मुख्य उद्देश्य चंद्र जल की पहचान, मानचित्रण और विश्लेषण
मिशन श्रेणी नासा का SIMPLEx कार्यक्रम (कम लागत, उच्च जोखिम)
संभावित लाभ भविष्य के चंद्र अन्वेषण, अंतरिक्ष यात्री मिशन और वैज्ञानिक अनुसंधान को समर्थन

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