उर्दू के मशहूर कवि आनंद मोहन जुत्शी गुलज़ार देहलवी का निधन। वह सरकार द्वारा उर्दू में प्रकाशित की जाने वाली एकमात्र विज्ञान पत्रिका ‘साइंस की दुनीया’ के संपादक थे, जो वर्ष 1975 में शुरू की गई थी। साथ ही, उन्हें समूचे भारत में उर्दू स्कूलों की स्थापना का श्रेय भी दिया जाता है। इसके अलावा वह 30 के दशक में स्कूल में पढ़ने के साथ-साथ स्वतंत्रता आंदोलन से भी जुड़े थे।
अंतर्राष्ट्रीय एल्बिनिज़्म (रंगहीनता) जागरूकता दिवस: 13 जून
International Albinism Awareness Day: हर साल 13 जून को अंतर्राष्ट्रीय एल्बिनिज़्म (रंगहीनता) जागरूकता दिवस मनाया जाता है। यह दिन प्रतिवर्ष एल्बिनिज़्म के बारे में लोगों में जागरूक करने और ऐल्बिनिज़म से पीड़ित लोगों के मानवाधिकारों के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए मनाया जाता है। हर साल लोगों को शिक्षित करने और एल्बिनिज़्म के साथ जीने वाले लोगों के लिए कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं जिन्हें सभी प्रकार के मानव अधिकारों के उल्लंघन का सामना करना पड़ता हैं।
अंतर्राष्ट्रीय एल्बिनिज़्म जागरूकता दिवस 2020 का विषय: ‘Made To Shine’.
अंतर्राष्ट्रीय एल्बिनिज़्म (रंगहीनता) जागरूकता दिवस की पृष्ठभूमि:
साल 2000 के मध्य में, तंजानिया में एल्बिनिज़्म के शिकार लोगों पर किए जा रहे हिंसक हमलों और हत्याओं की खबरें सामने आई थीं। इन हमलों का कारण जादूई शक्ति को बताया से गया और कहा जाता रहा है कि एल्बिनिज़्म से पीड़ित लोगों के पास जादुई शक्तियां होती है, इसलिए उनके शरीर के अंगों की वजह से हमला किया जाता है और उन्हें खराब भी कर दिया जाता है।
जब साल 2015 में लगभग 70 लोग मारे गए और कई लोग गंभीर रूप से घायल किए गए थे, तब तंजानिया एल्बिनिज़्म सोसाइटी (टीएएस) और अन्य गैर-सरकारी संगठनों ने एल्बिनिज़्म से पीड़ित लोगों के अधिकारों की रक्षा की पैरवी की थी, जिसके बाद 4 मई, 2006 को पहली बार अल्बिनो दिवस मनाया था। इस दिन को आधिकारिक रूप से तब से बनाया जाने लगा, जब संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 18 दिसंबर, 2014 को एक प्रस्तवा अपनाया था, जो 13 जून को अंतर्राष्ट्रीय एल्बिनिज़्म जागरूकता दिवस के रूप में 2015 से घोषित करने के लिए था।
फीफा की जारी ताजा रैंकिंग में भारत 108 वें स्थान पर बरकरार
भारत ने फीफा रैंकिंग में ने अपना 108 वां स्थान बरकरार रखा है। इस सूची में बेल्जियम पहले और विश्व चैंपियन फ्रांस दूसरे स्थान पर है जबकि ब्राजील तीसरे स्थान पर है। हाल ही में कोरोनावायरस महामारी के मद्देनजर, फीफा विश्व कप और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अन्य प्रमुख खेलों के लिए क्वालीफायर टूर्नामेंट स्थगित कर दिए गए हैं।
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उपरोक्त समाचारों से आने-वाली परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य-
- फीफा का मुख्यालय: ज़्यूरिख़, स्विट्जरलैंड.
- फीफा जियाननी इन्फेंटिनो के अध्यक्ष.
हैदराबाद पुलिस ने महिलाओं के लिए की ‘STREE’ कार्यक्रम की शुरूआत
हैदराबाद सिटी पुलिस ने हैदराबाद सिटी सिक्योरिटी काउंसिल (एचसीएससी) के साथ मिलकर घरेलू हिंसा और दुर्व्यवहार की शिकार महिलाओं की सहायता करने और उन्हें सशक्त बनाने के लिए “She Triumphs through Respect, Equality, and Empowerment” (STREE) नामक कार्यक्रम शुरू किया है।
STREE कार्यक्रम के बारे में:
- यह कार्यक्रम महिलाओं के बचाव और सुरक्षा से संबंधित मुद्दों से निपटने के लिए सभी महिलाओं को एक साथ जुड़ने और पुलिस के साथ काम करने के लिए एक साझा मंच को बढ़ावा देने के लिए शुरू किया गया है.
- इस कार्यक्रम का उद्देश्य महिलाओं को उनके अधिकारों, हक, कानून और सहायता प्रणालियों के बारे में जागरूकता बढ़ाना और महिलाओं की सुरक्षा, समानता और सशक्तिकरण सुनिश्चित करने के लिए साझेदारों का एक नेटवर्क स्थापित करना है.
- स्थानीय पुलिस समाज के विभिन्न वर्गों की महिलाओं को शामिल करेगी और कार्यक्रम के अंतर्गत पुलिस स्टेशन में एक समूह का गठन करेगी.
- एक सक्रिय महिला को सबाला शक्ति के रूप में प्रत्येक समूह के स्वयंसेवक के रूप में चुना जाएगा.
- इस समूह के सदस्यों में गैर-सरकारी संगठनों (NGOs) या महिला और बाल विकास विभाग का वकील और स्थानीय स्टेशन हाउस ऑफिसर (SHO) के प्रतिनिधि शामिल हैं।
उपरोक्त समाचारों से आने-वाली परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य-
- तेलंगाना सरकार 2 जून को तेलंगाना गठन दिवस के रूप में मनाती है.
- तेलंगाना के मुख्यमंत्री: के। चंद्रशेखर राव.
- तेलंगाना के राज्यपाल: तमिलिसाई सौंदरराजन.
यूपी सरकार ने बाल मजदूरों को शिक्षित करने के लिए शुरू की “बाल श्रमिक विद्या योजना”
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में बाल श्रमिकों को शिक्षित करने के लिए “बाल श्रमिक विद्या योजना” की शुरूआत की है। यह योजना अंतर्राष्ट्रीय बाल श्रम निषेध दिवस के अवसर पर शुरू की गई है।
योजना का लाभ:
- इस योजना के तहत सरकार चयनित लड़कों एवं लड़कियों को क्रमशः 1,000 रुपये और 1,200 रुपये की मासिक वित्तीय सहायता प्रदान करेगी.
- यदि ये बच्चे कक्षा 8, 9 और 10 पास कर लेते हैं, तो उन्हें प्रत्येक कक्षा को पास करने पर 6,000 रुपये की अतिरिक्त राशि दी जाएगी.
- राज्य में 57 जिलों के कुल 2,000 बच्चे ”बाल श्रम विद्या योजना” के पहले चरण से लाभान्वित होंगे.
- इसके अलावा इन बच्चों के परिवारों को केंद्र और राज्य सरकार की सभी योजनाओं का लाभ भी मिलेगा.
उपरोक्त समाचारों से आने-वाली परीक्षाओं के लिए
महत्वपूर्ण तथ्य-
- उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री: योगी आदित्य नाथ; राज्यपाल: आनंदीबेन पटेल.
भारतीय-अमेरिकी वैज्ञानिक रतन लाल ने जीता वर्ल्ड फूड अवार्ड 2020
भारतीय-अमेरिकी मृदा वैज्ञानिक रतन लाल को इस वर्ष के लिए प्रतिष्ठित World Food Prize अर्थात विश्व खाद्य पुरस्कार दिए जाने की घोषणा की गई है। उन्हें इस पुरस्कार से प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण और जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को कम करने वाले खाद्य उत्पादन को बढ़ाने हेतु मृदा-केंद्रित दृष्टिकोण विकसित करने और इसे मुख्यधारा से जोड़ने के लिए सम्मानित किया जाएगा। उन्हें पुरस्कार राशि के रूप में 250,000 अमेरिकी डॉलर दिए जाएंगे।
लाल वर्तमान में मिट्टी विज्ञान के विशिष्ट विश्वविद्यालय के प्रोफेसर और लाल ओहियो स्टेट यूनिवर्सिटी (OSU) में कार्बन प्रबंधन और सिक्वेस्ट्रेशन सेन्टर के संस्थापक निदेशक हैं।
विश्व खाद्य पुरस्कार के बारे में:
विश्व खाद्य पुरस्कार एक अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार है जो दुनिया में भोजन की गुणवत्ता, मात्रा या उपलब्धता में सुधार करके मानव विकास को उन्नत करने वाले व्यक्तियों की उपलब्धियों को सम्मानित करने के लिए दिया जाता है।
यूक्रेनी मुक्केबाज ओलेक्सांद्र ग्वोज्डिक ने संन्यास का किया ऐलान
यूक्रेन के पूर्व वर्ल्ड लाइट हैवीवेट बॉक्सिंग चैंपियन ओलेकेंडर गॉव्ज़्डीक ने संन्यास की घोषणा की है। उनके रिटायर्मेंट की घोषणा उनके प्रबंधक एगिस क्लिमस ने की। उक्रेनियन मुक्केबाज ने दिसंबर 2018 में एडोनिस स्टीवेन्सन को हराकर WBC का खिताब जीता था, जिन्होंने पिछले पांच वर्षों से बेल्ट पर कब्ज़ा जमाया हुआ था।
ऑलेक्ज़ेंडर ग्वोज़्डिक ने साल 2012 ओलंपिक में लाइट हैवीवेट वर्ग में यूक्रेन का प्रतिनिधित्व किया और कांस्य पदक जीतकर अपने देश को गौरवान्वित किया।
बांग्लादेश ने COVID 19 के लिए ‘Shohojodha’ ऑनलाइन प्लाज्मा नेटवर्क किया शुरू
बांग्लादेश सरकार ने ‘Shohojodha’ नामक एक पहल शुरू की है, जो COVID -19 उपचार से ठीक हुए रोगियों के प्लाज्मा एक्सचेंज की सुविधा का एक ऑनलाइन नेटवर्क है।
कोरोनोवायरस से ठीक होने वाले रोगियों से प्लाज्मा के स्टोर और वितरण की सुविधा के लिए स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय (DGHS), a2i इनोवेशन लैब और ई-जनरेशन के सहयोग से बांग्लादेश सरकार के ICT डिवीजन द्वारा यह पहल शुरू की गई है। बांग्लादेश में कोरोनावायरस रोगियों के लिए प्लाज्मा थेरेपी अभी ट्रायल प्रक्रिया में है, जिसे सरकार से अंतिम मंजूरी की प्रतीक्षा है।
उपरोक्त समाचारों से आने-वाली परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य-
- बांग्लादेश की प्रधान मंत्री: शेख हसीना; राजधानी: ढाका; मुद्रा: टका.
हल्द्वानी में खोला गया उत्तराखंड का सबसे बड़ा जैव विविधता पार्क
उत्तराखंड वन विभाग ने हल्द्वानी में राज्य के सबसे बड़े जैव विविधता पार्क (biodiversity park) का शुभारंभ किया है। इस जैव विविधता पार्क को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर, वनस्पतियों, विशेष रूप से औषधीय पौधों के संरक्षण को प्रोत्साहित करने के लिए खोला गया है।
उत्तराखंड वन अनुसंधान विंग जैव विविधता पार्क 18 एकड़ में फैला हुआ है और इसमें लगभग 500 प्रजातियों के साथ 40 विषयगत खंड हैं। इस पार्क को खोलने का उद्देश्य मानव जीवन में प्रत्येक पौधे के महत्व को प्रदर्शित करना है। जैव विविधता पार्क में पौधों की प्रजातियों को आध्यात्मिक और धार्मिक, वैज्ञानिक, मानव स्वास्थ्य और सौंदर्य मूल्य वर्गों में विभाजित किया गया है।
उपरोक्त समाचारों से आने-वाली परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य-
- उत्तराखंड के मुख्यमंत्री: त्रिवेंद्र सिंह रावत; राज्यपाल: बेबी रानी मौर्य.
DST ने संयुक्त साइंस कम्युनिकेशन फोरम का किया गठन
हाल ही में विभिन्न सार्वजनिक क्षेत्र के विज्ञान संचार संस्थानों और एजेंसियों के बीच आपसी बातचीत, सहयोग और समन्वय को सुविधाजनक बनाने के लिए संयुक्त साइंस कम्युनिकेशन फोरम का गठन किया गया है। साइंस कम्युनिकेशन फोरम को विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा गठित किया गया है। इस फोरम को विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के राष्ट्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी संचार परिषद (National Council for Science & Technology Communication) का सचिवालय सहायता प्रदान करेगा।
संयुक्त साइंस कम्युनिकेशन फोरम के बारे में:
डीएसटी द्वारा गठित संयुक्त साइंस कम्युनिकेशन फोरम विभिन्न संस्थानों में फैले विज्ञान संचार प्रयासों को एकीकृत करेगा। साथ ही यह फोरम विभिन्न संस्थानों के विज्ञान संचार प्रयासों को एक साथ लायेगा और व्यापक स्तर पर एक आम नीति और सर्वोत्तम प्रथाओं को अपनाने में मदद करेगा। इस फोरम प्रतिनिधित्व कृषि, स्वास्थ्य, संस्कृति, रक्षा, अंतरिक्ष, परमाणु ऊर्जा और सूचना और प्रसारण सहित विभिन्न केंद्रीय मंत्रालयों और विभागों के वरिष्ठ अधिकारी करेंगे।
फोरम भारत में मैक्रो और माइक्रो दोनों ही स्तरों पर विज्ञान संचार कार्यक्रमों की प्रभावी योजना और इसके कार्यान्वयन के लिए रणनीतियां बनाने पर काम करेगा, जिससे विज्ञान के लिए जागरूकता बढ़ेगी और बड़े पैमाने पर लोगों में विज्ञान के प्रति रूचि पैदा होगी।












