जापान ने एक उच्च-सटीक जियोलोकेशन सिस्टम बनाने में मदद के लिए एक उपग्रह का लांच किया जो यूएस-संचालित जीपीएस का पूरक होगा. एक ‘एच-आईआईए‘ रॉकेट दक्षिणी जापान के तनेगाशिमा अंतरिक्ष केंद्र से ‘मिशिबाकी’ नंबर 2 उपग्रह ले जायेगा.
मिशिबाकी प्रणाली एशिया-ओशिनिया क्षेत्र को कवर करने में सक्षम है और यूएस-संचालित ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (जीपीएस) के साथ काम करेगा. मिशिबाकी, का जापानी में अर्थ मार्गदर्शन होता है. हलाकि जापान में व्यापक रूप से जीपीएस का इस्तेमाल किया जाता है, ऐसे में एक ऐसे देश में पूरक उपग्रह महत्वपूर्ण हैं जहां पहाड़ी इलाकों और उच्च इमारतों में जीपीएस संकेतों के साथ हस्तक्षेप हो सकता है.
एसबीआई पीओ मैन्स परीक्षा के लिए स्टेटिक तथ्य-
- जापान के प्रधान मंत्री शिंजो अबे हैं
- जापान की राजधानी टोक्यो है और इसकी मुद्रा येन है.
स्त्रोत- द इकनोमिक टाइम्स



MEITY और MEA ने DigiLocker के जरिए पेपरल...
World Soil Day 2025: जानें मृदा दिवस क्य...
अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस 2025: इतिह...

