17वां प्रवासी भारतीय दिवस अगले वर्ष जनवरी में इंदौर में आयोजित होगा। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया कि दूतावास, पासपोर्ट और वीजा संभाग के सचिव औसफ सईद तथा मध्य प्रदेश के मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस ने कार्यक्रम की मेजबानी के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी इस अवसर पर उपस्थित थे। देश के विकास में भारतवंशियों के योगदान को रेखांकित करने के लिए प्रवासी भारतीय दिवस प्रत्येक वर्ष 9 जनवरी को मनाया जाता है। इसी दिन साल 1915 में महात्मा गांधी दक्षिण अफ्रीका से स्वदेश लौटे थे।
Bank Maha Pack includes Live Batches, Test Series, Video Lectures & eBooks
साल 2015 के बाद से, इसके प्रारूप को प्रत्येक दो साल में एक बार प्रवासी भारतीय दिवस (पीबीडी) मनाने के लिए संशोधित किया गया है और प्रवासी प्रवासी विशेषज्ञों, नीति निर्माताओं और हितधारकों की भागीदारी के साथ मध्यवर्ती अवधि के दौरान विषय-आधारित प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन आयोजित करने के लिए संशोधित किया गया है। 16वां प्रवासी भारतीय दिवस 21-23 जनवरी 2019 के दौरान वाराणसी, भारत में आयोजित किया गया था। विशिष्ट अतिथि मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ थे।
क्यों मनाते हैं प्रवासी भारतीय दिवस ?
प्रवासी भारतीय दिवस मनाने का निर्णय एल एम सिंघवी की अध्यक्षता में भारत सरकार द्वारा स्थापित भारतीय डायस्पोरा पर उच्च स्तरीय समिति (एचएलसी) की सिफारिशों के अनुसार लिया गया था। भारत के तत्कालीन प्रधान मंत्री, अटल बिहारी वाजपेयी ने 8 जनवरी 2002 को नई दिल्ली में विज्ञान भवन में एक सार्वजनिक समारोह में समिति की रिपोर्ट प्राप्त की और 9 जनवरी 2002 को “प्रवासी भारतीय दिवस” (पीबीडी) की घोषणा की।