विश्व युवा कौशल दिवस (World Youth Skills Day) प्रतिवर्ष 15 जुलाई को मनाया जाता है। यह युवाओं को रोजगार, अच्छे काम और उद्यमिता के लिए कौशल से लैस करने के रणनीतिक महत्व पर केंद्रित है। यह दिन दुनिया भर के युवाओं को रोजगार, काम और उद्यमिता के लिए आवश्यक कौशल से लैस करने के लिए है। यह दिन युवाओं को रोजगार और उद्यमिता के लिए कौशल से लैस करने के महत्व को मनाने, स्वीकार करने के लिए है। इस दिवस के माध्यम से युवाओं को रोजगार और उद्यमिता के लिए कौशल से लैस करने के महत्व को मनाने, स्वीकार करने के लिए प्रेरित किया जता है।
विश्व युवा कौशल दिवस थीम
विश्व युवा कौशल दिवस को सफल बनाने हेतु संयुक्त राष्ट्र प्रत्येक वर्ष युवा कौशल दिवस के लिए एक नई थीम घोषित करता है। विश्व युवा कौशल दिवस का इस वर्ष (2023) की थीम है, ‘परिवर्तनकारी भविष्य के लिए शिक्षकों, प्रशिक्षकों और युवाओं को कुशल बनाना’ (Skilling teachers, trainers and youth for a transformative future)। यह उस अत्यंत आवश्यक भूमिका पर प्रकाश डालता है जो शिक्षक, प्रशिक्षक और अन्य शिक्षक युवाओं को श्रम बाजार में स्थानांतरित होने और समाजों में सक्रियता से शामिल होने हेतु कौशल प्रदान करने में निभाते हैं।
विश्व युवा कौशल दिवस का उद्देश्य
विश्व युवा कौशल दिवस का उद्देश्य विश्व के युवाओं को रोज़गार, काम और उद्यमिता के लिये आवश्यक कौशल प्रदान करना है। इस दिन का उद्देश्य युवाओं को अधिक से अधिक कौशल विकास के प्रति जागरूक करना है। जिससे वह बेहतर अवसरों की तलाश कर रोज़गार प्राप्त कर सकें।
विश्व युवा कौशल दिवस: महत्व
रोजगार योग्य युवाओं को सरकारों, नियोक्ताओं, श्रमिक संगठनों और प्रासंगिक हितधारकों के बीच बेहतर सहयोग के माध्यम से कौशल बढ़ाने में सहायता की जा सकती है। यह दिन इसके बारे में प्रचार-प्रसार करने के बारे में है। विश्व युवा कौशल दिवस एक अनुस्मारक है कि जब हम युवाओं में निवेश करते हैं, तो हम अपने साझा भविष्य को बेहतर बनाते हैं।
विश्व युवा कौशल दिवस का इतिहास
दुनियाभर में युवाओं के बीच बेरोजगारी की चुनौतियों को कम करने के लिए और उन्हें कौशल बनाने के प्रति जागरूकता फैलाने की मांग को देखते हुए ही विश्व युवा कौशल दिवस अस्तित्व में आया। श्रीलंका की पहल पर संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 11 नवंबर 2014 को विश्व युवा कौशल दिवस मनाने की घोषणा की। इस तरह पहली बार 15 जुलाई को विश्व युवा कौशल दिवस मनाया गया। तब से आज तक हर साल इस दिन को बहुत ही सजगता के साथ सेलिब्रेट किया जाता है।