प्रतिवर्ष 15 अक्टूबर को दुनियाभर में वर्ल्ड स्टूडेंट्स डे यानी की विश्व छात्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन को विशेष रूप से भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की जयंती के उपलक्ष्य में सेलिब्रेट किया जाता है। डॉ. कलाम का जन्म 15 अक्टूबर 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वरम में हुआ था। उन्हीं के जन्मदिवस को विश्व छात्र दिवस के रूप में सेलिब्रेट किया जाता है।
इस वर्ष की थीम
हर वर्ष इस दिन को किसी खास थीम के साथ मनाया जाता है। वर्ष 2023 के लिए वर्ल्ड स्टूडेंट्स डे की थीम “If you fail, never give up because F.A.I.L. World Students Day in 2023 will focus on the topic “FAIL: stands for First Attempt in Learning” यानी कि यदि आप असफल होते हैं, तो कभी हार न मानें क्योंकि F.A.I.L. का अर्थ है ‘सीखने का पहला प्रयास तय की गयी है।
विश्व छात्र दिवस का महत्व
विश्व छात्र दिवस मनाने का महत्व समाज को शिक्षा और छात्रों के प्रति जागरूक करना है, क्योंकि छात्र ही देश का भविष्य हैं। डॉ एपीजे अब्दुल कलाम के योगदान को श्रद्धांजलि या सम्मान देने के लिए 15 अक्टूबर को विश्व छात्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिन छात्रों को बेहतर शिक्षा की दिशा में अब्दुल कलाम के कार्यों का उदाहरण देकर उन्हें उनकी पढ़ाई के लिए प्रेरित करने के लिए एक मंच के रूप में कार्य करता है। यह दिन छात्रों को शिक्षा और उनके जीवन में इसके महत्व के बारे में अधिक जागरूक करने के लिए मनाया जाता है।
ए.पी.जे. अब्दुल कलाम: एक नजर में
भारत के पूर्व राष्ट्रपति का जन्म 15 अक्टूबर 1931 में हुआ था। उन्होंने एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और आगे चलकर भारत के सफल वैज्ञानिक बने। उन्होंने मिसाइल बनाने में अहम योगदान दिया जिसके चलते उन्हें मिसाइलमैन के नाम से भी जाना जाता है। वर्ष 1992 से 1999 तक वे प्रधानमंत्री के प्रमुख वैज्ञानिक सलाहकार के पद पर रहे। उन्होंने डीआरडीओ के सचिव के पद पर भी काम किया। वर्ष 2002 में उन्हें भारत के 11वें राष्ट्रपति के रूप में चुना गया और उनका कार्यकाल वर्ष 2007 तक रहा।
विश्व छात्र दिवस 2023: इतिहास
वर्ल्ड स्टूडेंट्स डे मनाने की शुरुआत संयुक्त राष्ट्र की ओर से पहली बार वर्ष 2010 में भारत रत्न से सम्मानित डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की 79वीं जयंती पर किया गया था। तबसे लेकर आज तक प्रतिवर्ष विश्व छात्र दिवस को 15 अक्टूबर को मनाया जाता है।