शांति और विकास के लिए विश्व विज्ञान दिवस हर साल 10 नवंबर को मनाया जाता है। लोगों को विज्ञान के क्षेत्र में और उसके विकास के बारे में जागरूक करने के साथ ही उससे जुड़ी जरूरी जानकारियां देना इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य है। जिसे हर साल एक थीम के साथ सेलिब्रेट किया जाता है।
शांति और विकास के लिए विश्व विज्ञान दिवस का उद्देश्य
शांति और विकास के लिए विश्व विज्ञान दिवस का उद्देश्य यह तय करना है कि अपने नागरिकों को विज्ञान के क्षेत्र में हो रहे विकास के बारे जानकारी देना। यह विज्ञान के बारे में हमारी समझ को और ज्यादा बढ़ाने और समाज को विकसित बनाने में वैज्ञानिकों की भूमिका पर प्रकाश डालता है।
इस दिवस का महत्व
शांतिपूर्ण और स्थायी समाज के लिए विज्ञान की भूमिका पर जन जागरूकता को मजबूत करना है। देशों के बीच साझा विज्ञान के लिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय एकजुटता को बढ़ावा देना है। समाज के लाभ के लिए विज्ञान के उपयोग के लिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धता को नवीनीकृत करना तथा विज्ञान के सामने आने वाली चुनौतियों की ओर ध्यान आकर्षित करना और वैज्ञानिक प्रयास के लिए समर्थन जुटाना है।
शांति और विकास के लिए विश्व विज्ञान दिवस का इतिहास
इस दिवस” को साल 1999 में बुडापेस्ट में संयुक्त रूप से अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान परिषद और यूनेस्को द्वारा विज्ञान पर विश्व सम्मेलन के अनुसरण में मनाया गया था। यूनेस्को द्वारा इस दिवस की स्थापना दुनिया भर में विज्ञान के लाभों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए की थी।
सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण बातें:
- यूनेस्को मुख्यालय: पेरिस, फ्रांस;
- यूनेस्को की स्थापना: 16 नवंबर 1945, लंदन, यूनाइटेड किंगडम;
- यूनेस्को प्रमुख: ऑड्रे अज़ोले; (महानिदेशक)।