Home   »   विश्व दर्शन दिवस 2023: इतिहास और...

विश्व दर्शन दिवस 2023: इतिहास और महत्व

विश्व दर्शन दिवस 2023: इतिहास और महत्व |_3.1

विश्व दर्शन दिवस (World Philosophy Day) प्रत्येक वर्ष नवंबर के तीसरे गुरुवार को मनाया जाता है। 2023 में यह दिन 16 नवंबर को मनाया जा रहा है। वर्ल्ड फिलॉसफी डे पहली बार 21 नवंबर 2002 को मनाया गया था, इसे ऐसे सभी दार्शनिकों (Philosophers) के सम्मान में मनाया जाता है, जिन्होंने सम्पूर्ण विश्व को स्वतंत्र विचारों के लिए स्थान उपलब्ध कराया।

विश्व फिलोसोफी दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य विभिन्न क्षेत्रीय संदर्भों में दर्शन (Philosophy) के महत्व को उजागर करना है। इसका लक्ष्य सामाजिक परिवर्तनों का समर्थन करने वाली समकालीन चुनौतियों पर वैश्विक बहस में क्षेत्रीय योगदान प्राप्त करना है।

 

विश्व दर्शन दिवस 2023 थीम

विश्व दर्शन दिवस 2023 का विषय “एक बहुसांस्कृतिक दुनिया में दार्शनिक प्रतिबिंब” है। यह विषय विभिन्न संस्कृतियों और दृष्टिकोणों के बीच समझ और संवाद को बढ़ावा देने में दर्शन के महत्व पर प्रकाश डालता है। विविधता और वैश्वीकरण की विशेषता वाले समाज में, दर्शन विभिन्न विश्वदृष्टिकोणों से जुड़ने, सांस्कृतिक मतभेदों की सराहना करने और सामान्य आधार खोजने के लिए एक रूपरेखा प्रदान करता है।

 

इस दिन का इतिहास

विश्व दर्शन दिवस 2002 में यूनेस्को द्वारा शुरू किया गया था। 2005 में यूनेस्को के आम सम्मेलन ने घोषणा की कि विश्व दर्शन दिवस नवंबर के हर तीसरे गुरुवार को मनाया जाएगा। इस महत्वपूर्ण दिवस की स्थापना कर यूनेस्को (संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन) द्वारा मानवीय गरिमा तथा विविधता का सम्मान करने वाले एक फिलोसॉफिकल बहस की विश्व स्तरीय संस्कृति को बढ़ावा देने का प्रयत्न किया गया है।

 

दर्शनशास्त्र क्या है?

दर्शन वास्तविकता और अस्तित्व की प्रकृति का, जो जानना संभव है, और सही और गलत व्यवहार का अध्ययन है। यह यूनानी शब्द फिलोसोफिया (phílosophía) से आया है, जिसका अर्थ ‘ज्ञान का प्रेम (the love of wisdom)’ है । यह मानव विचार के सबसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में से एक है क्योंकि यह जीवन के अर्थ को प्राप्त करने की इच्छा रखता है।

 

Find More Important Days Here

Why Bhaidooj is celebrated in India, Know the Facts_100.1

 

 

विश्व दर्शन दिवस 2023: इतिहास और महत्व |_5.1