22 नवंबर 2024 को केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और श्रम, रोजगार, युवा मामले और खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने नई दिल्ली में वर्ल्ड बैंक की रिपोर्ट ‘जॉब्स एट योर डोरस्टेप: ए जॉब्स डायग्नोस्टिक्स फॉर यंग पीपल इन सिक्स स्टेट्स’ का शुभारंभ किया। यह रिपोर्ट युवाओं में कौशल अंतर को पाटने और स्कूली पाठ्यक्रमों को उद्योग की जरूरतों के अनुरूप बनाने पर केंद्रित है।
मुख्य विशेषताएं
लॉन्च कार्यक्रम का विवरण
- तारीख: 22 नवंबर 2024
- स्थान: नई दिल्ली
- उपस्थित गणमान्य व्यक्ति:
- केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और डॉ. मनसुख मांडविया
- वर्ल्ड बैंक और मंत्रालय के अधिकारी
- स्कूलों के प्रधानाचार्य
रिपोर्ट का उद्देश्य
- कौशल अंतर का विश्लेषण: युवाओं में कौशल की कमी को समझना और स्कूली पाठ्यक्रम को उद्योग की स्थानीय जरूरतों के अनुरूप बनाना।
- फोकस क्षेत्र: छह राज्यों के जिलों में कौशल अंतराल का अध्ययन और शिक्षा में कौशल आधारित दृष्टिकोण अपनाना।
- पैन-इंडिया विस्तार: केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इस मॉडल को पूरे भारत में लागू करने का सुझाव दिया।
रिपोर्ट में शामिल राज्य
- हिमाचल प्रदेश
- केरल
- मध्य प्रदेश
- महाराष्ट्र
- ओडिशा
- राजस्थान
प्रमुख सिफारिशें और फोकस क्षेत्र
- कौशल आधारित शिक्षा: कक्षा 9 से 12 तक के पाठ्यक्रम में कौशल शिक्षा को मुख्यधारा में लाना।
- स्थानीय उद्योग की जरूरतें: स्कूली पाठ्यक्रमों को स्थानीय उद्योग की मांगों के अनुरूप डिजाइन करना।
- नीचे से ऊपर का दृष्टिकोण: जिला स्तर पर प्राथमिक और माध्यमिक अनुसंधान के माध्यम से स्थानीय आवश्यकताओं का विश्लेषण।
- राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (NEP 2020):
- स्कूली शिक्षा में कौशल विकास को प्राथमिकता देना।
- नियमित अभ्यास के माध्यम से छात्रों को दक्षता प्रदान करना।
सरकार की दृष्टि
- “जॉब्स” की व्यापक परिभाषा:
रोजगार को केवल नौकरी तक सीमित न रखकर इसे आर्थिक सशक्तिकरण और अवसरों के रूप में देखना। - युवाओं के लिए अवसर:
स्कूली शिक्षा से ही कौशल आधारित शिक्षा को प्रोत्साहित करके युवाओं को आर्थिक विकास में शामिल करना।
उम्मीदित परिणाम
- युवाओं को कौशल प्रशिक्षण देकर सशक्त बनाना।
- भारत के आर्थिक विकास में योगदान।
- स्कूल और उद्योग के बीच एक मजबूत संबंध स्थापित करना।
श्रेणी | विवरण |
---|---|
खबर में क्यों? | नई दिल्ली में वर्ल्ड बैंक की ‘जॉब्स एट योर डोरस्टेप’ रिपोर्ट लॉन्च। |
प्रमुख मंत्री | धर्मेंद्र प्रधान (शिक्षा), डॉ. मनसुख मांडविया (श्रम, रोजगार, युवा और खेल मामले)। |
मुख्य फोकस क्षेत्र | कौशल अंतर का विश्लेषण और स्कूली पाठ्यक्रम का स्थानीय उद्योग से सामंजस्य। |
शामिल राज्य | हिमाचल प्रदेश, केरल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिशा, राजस्थान। |
मुख्य सिफारिशें | कौशल आधारित शिक्षा, कक्षा 9-12 में पाठ्यक्रम का सुधार। |
सरकारी दृष्टिकोण | रोजगार को आर्थिक सशक्तिकरण और अवसरों के रूप में परिभाषित करना। |
राष्ट्रीय नीति का संबंध | राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (NEP 2020) के तहत स्किल शिक्षा को बढ़ावा देना। |