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यूपीएससी सर्वोत्तम प्रथाओं के रूप में उत्कृष्टता केंद्र स्थापित करेगा

संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने घोषणा की है कि वह एक उत्कृष्टता केंद्र (CoE) स्थापित करेगा, जो UPSC और राज्य लोक सेवा आयोगों (State PSCs) की श्रेष्ठ कार्यप्रणालियों (Best Practices) का ज्ञान भंडार बनेगा। इस पहल का उद्देश्य पारदर्शिता, दक्षता और नवाचार को मज़बूत करना है। UPSC अध्यक्ष डॉ. अजय कुमार ने यह घोषणा 27 राज्य लोक सेवा आयोगों के अध्यक्षों और सदस्यों के साथ हुई एक वर्चुअल बैठक में की।

उद्देश्य

1. श्रेष्ठ कार्यप्रणालियों का ज्ञान केंद्र

  • CoE एक केंद्रीय भंडार होगा जिसमें SOPs, नवाचारी उपाय और अनुभव शामिल होंगे।

  • UPSC, राज्य PSCs और अन्य भर्ती संस्थानों को समानता और उच्च मानक स्थापित करने में मदद मिलेगी।

2. पारदर्शिता और दक्षता को बढ़ावा

  • सफल मॉडल और सुधारों का दस्तावेजीकरण और साझा करना

  • भर्ती प्रक्रियाओं में आधुनिक तकनीक और नवाचार को बढ़ावा देना।

घोषणा की मुख्य बातें

  • यह घोषणा 27 राज्य लोक सेवा आयोगों के साथ बैठक में हुई।

  • प्रतिभा सेतु पोर्टल: UPSC का यह अभिनव प्रयास उन अभ्यर्थियों को अवसर देता है, जो इंटरव्यू तक पहुँचे पर अंतिम सूची में नहीं आए।

  • CoE एक सहयोगात्मक मंच के रूप में कार्य करेगा, UPSC और राज्य PSCs के बीच बेहतर तालमेल स्थापित करेगा।

महत्व

1. अभ्यर्थियों के लिए

  • बेहतर भर्ती नीतियाँ → निष्पक्ष और प्रभावी प्रक्रिया

  • प्रतिभा सेतु जैसे प्रयास → अंतिम सूची से बाहर हुए योग्य अभ्यर्थियों को अन्य अवसर।

2. सुशासन के लिए

  • केंद्रीय ज्ञान भंडार → सभी आयोगों में एकसमान मानक।

  • भर्ती प्रक्रिया में सहकारी संघवाद (Cooperative Federalism) को मज़बूती।

परीक्षा हेतु महत्वपूर्ण तथ्य

  • UPSC: संघ लोक सेवा आयोग

  • संवैधानिक आधार: भारतीय संविधान के अनुच्छेद 315 से 323

  • प्रकृति: संवैधानिक निकाय

  • कार्य (अनुच्छेद 320):

    • संघ सेवाओं के लिए भर्ती और नियुक्तियाँ

    • भर्ती योजनाएँ और परीक्षा प्रक्रियाएँ तैयार करना

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