केंद्रीय सामाजिक न्याय और सशक्तिकरण मंत्रालय ने ‘शिल्प समागम मेला 2024’ का उद्घाटन दिल्ली हाट, नई दिल्ली में भव्य रूप से किया। इस मेले का आयोजन मंत्रालय की प्रमुख कंपनियों द्वारा किया गया, जिनमें राष्ट्रीय अनुसूचित जाति वित्त और विकास निगम (NSFDC), राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग वित्त और विकास निगम (NBCDFC), और राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी वित्त और विकास निगम (NSKFDC) शामिल हैं।
उद्देश्य
इस मेले का उद्देश्य हाशिए पर रहे शिल्पकारों को उनके शिल्प और उत्पादों के लिए एक मंच प्रदान करना है, ताकि आर्थिक समावेशन और सांस्कृतिक संवर्धन को बढ़ावा दिया जा सके।
उद्घाटन समारोह
- केंद्रीय मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार (सामाजिक न्याय और सशक्तिकरण) ने मेले का उद्घाटन किया।
- केंद्रीय राज्य मंत्री श्री बी.एल. वर्मा, साथ ही मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने उद्घाटन समारोह में भाग लिया।
‘TULIP’ का शुभारंभ
- पूर्ण रूप: ट्रेडिशनल आर्टिजन्स’ अपलिफ्टमेंट लाइवलीहुड प्रोग्राम।
- उद्देश्य: यह कार्यक्रम अनुसूचित जातियों (SC), अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC), सफाई कर्मचारियों, और विकलांग व्यक्तियों सहित हाशिए पर रहे शिल्पकारों को समर्थन प्रदान करेगा।
- डिजिटल प्लेटफॉर्म: TULIP एक ऑनलाइन मंच प्रदान करता है, जहां शिल्पकार अपने उत्पादों को वैश्विक स्तर पर बेच सकते हैं और ई-मार्केटिंग का लाभ उठा सकते हैं।
डिजिटल पहलों का उल्लेख
- PM-SURAKSHA पोर्टल
प्रधानमंत्री मोदी द्वारा शुरू किया गया एक डिजिटल पोर्टल, जिससे लक्षित समूहों को सस्ती दरों पर ऋण योजनाओं का लाभ मिलता है। - PM-DAKSH पोर्टल
एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है जो हाशिए पर रहे समुदायों के लिए कौशल विकास प्रशिक्षण प्रदान करता है।
वित्तीय योजनाएं
- विश्वास योजना: SC, BC और सफाई कर्मचारी समुदायों को वित्तीय सहायता प्रदान करती है।
- नमस्ते योजना: सफाई कर्मचारियों को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करती है और उनके कल्याण में सहायता करती है।
- रंग पहनाई कार्यक्रम:
इस पहल का उद्देश्य शिल्पकारों द्वारा बनाए गए परिधानों को प्रदर्शित करना है, जो भारत की सांस्कृतिक धरोहर को सुदृढ़ करते हैं।- इस कार्यक्रम के तहत मंत्रालय की प्रमुख कंपनियां इन शिल्पकारों द्वारा तैयार किए गए परिधानों को अपने कर्मचारियों के लिए अपनाएंगी।
योजनाओं का प्रभाव
- ऋण सहायता: लगभग 5.6 मिलियन लाभार्थियों और उनके परिवारों को ऋण सहायता प्राप्त हुई है।
- कौशल प्रशिक्षण: मंत्रालय की पहलों के माध्यम से 614,000 से अधिक युवाओं को कौशल विकास प्रशिक्षण प्राप्त हुआ है।
- आर्थिक सशक्तिकरण: इन पहलों का उद्देश्य हाशिए पर रहे समुदायों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना और उन्हें मुख्यधारा की अर्थव्यवस्था में एकीकृत करना है।
मेला विवरण
- तिथियां: मेला 5 नवंबर से 15 नवंबर तक चलेगा।
- स्टॉल और प्रतिभागी:
- 105 स्टॉल्स में 16 राज्यों के पारंपरिक शिल्पों का प्रदर्शन किया जाएगा।
- प्रदर्शित शिल्पों में धातु शिल्प, लकड़ी के शिल्प, बांस और रतन से बने उत्पाद, मिट्टी के बर्तन, हाथ से बुने हुए उत्पाद, आभूषण, चमड़े के सामान और वस्त्र शामिल हैं।
- सांस्कृतिक कार्यक्रम:
प्रत्येक शाम रंगीन सांस्कृतिक प्रदर्शन आयोजित किए जाएंगे, जो भारत की विविध परंपराओं और कलात्मक अभिव्यक्तियों का उत्सव मनाएंगे।
Summary/Static | Details | |
चर्चा में क्यों? | केंद्रीय मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार ने ‘शिल्प समागम मेला 2024’ का शुभारंभ किया और ‘ट्यूलिप’ प्लेटफॉर्म का अनावरण किया | |
आयोजित | राष्ट्रीय अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम (NSFDC)
राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग वित्त एवं विकास निगम (NBCDFC) राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी वित्त एवं विकास निगम (NSKFDC) |
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शुरू की गई प्रमुख पहलें | ट्यूलिप (पारंपरिक कारीगरों के उत्थान आजीविका कार्यक्रम) | वैश्विक प्रदर्शन और बिक्री के लिए एक मंच प्रदान करके हाशिए पर पड़े कारीगरों (एससी, ओबीसी, सफाई कर्मचारी और विकलांग व्यक्ति) को सशक्त बनाने के लिए एक डिजिटल ई-मार्केटिंग प्लेटफॉर्म। |
रंग परिधान कार्यक्रम | कारीगरों के उत्पादों से बनी वर्दियों का प्रदर्शन; मंत्रालय के निगम इन कारीगरों द्वारा बनाई गई वर्दियों को अपनाएंगे, जो सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक हैं | |
पोर्टल्स का अनावरण | टीपीएम-सुरक्षा पोर्टल: लक्षित समूहों को सब्सिडी वाली ऋण योजनाओं तक पहुंच प्रदान करता है
पीएम-दक्ष पोर्टल: हाशिए पर पड़े समुदायों के लिए कौशल विकास प्रशिक्षण प्रदान करता है |
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अन्य पहल | विश्वास योजना : अनुसूचित जाति, पिछड़ा वर्ग और सफाई कर्मचारियों को वित्तीय सहायता प्रदान करती है
नमस्ते योजना : सफाई कर्मचारियों को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करती है |
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लाभार्थी (ऋण सहायता) | लगभग 5.6 मिलियन लोग और उनके परिवार | |
कौशल प्रशिक्षण प्राप्तकर्ता | 614,000 युवा व्यक्ति | |
व्यक्तियों को विपणन के अवसर प्रदान किये गये | 1 लाख से अधिक |