हाल ही में संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (यूएनईपी) द्वारा प्रकाशित ‘एनुअल फ्रंटियर रिपोर्ट, 2022’ के अनुसार, बांग्लादेश की राजधानी ढाका को विश्व स्तर पर सबसे अधिक ध्वनि प्रदूषित शहर के रूप में स्थान दिया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, शहर ने 2021 में सबसे उच्चतम स्तर, 119 डेसिबल (dB) का ध्वनि प्रदूषण दर्ज किया।
उत्तर प्रदेश का मुरादाबाद 114 डेसिबल ध्वनि प्रदूषण के साथ सूची में दूसरे स्थान पर रहा। पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद तीसरे स्थान पर है, जहां अधिकतम ध्वनि प्रदूषण 105 डेसिबल (dB) है।
रिपोर्ट के महत्वपूर्ण बिंदु:
रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया के सबसे शांत शहर 60 dB पर इरब्रिड, 69 dB पर ल्योन, 69 dB पर मैड्रिड, 70 dB पर स्टॉकहोम और 70 dB पर बेलग्रेड हैं।
सूची में भारत के अन्य चार सबसे अधिक प्रदूषित शहर कोलकाता (89 dB), आसनसोल (89 dB), जयपुर (84 dB), और दिल्ली (83 dB) है।
रिपोर्ट में दुनिया भर के कुल 61 शहरों को स्थान दिया गया है, जिनमें से 13 शहर दक्षिण एशिया से हैं, जबकि उनमें से 5 भारत के हैं।
डब्ल्यूएचओ के दिशानिर्देश:
डब्ल्यूएचओ के दिशानिर्देशों में कहा गया है कि 70 db से अधिक की आवृत्ति के साथ ध्वनि स्वास्थ्य के लिए हानिकारक मानी जाती है। आवासीय क्षेत्रों के लिए, 55 dB की ध्वनि सीमा मानक है, जबकि यातायात और व्यावसायिक क्षेत्रों के लिए, यह सीमा 70 dB है।
सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य:
यूएनईपी मुख्यालय: नैरोबी, केन्या.
यूएनईपी प्रमुख: इंगर एंडरसन।
यूएनईपी संस्थापक: मौरिस स्ट्रॉन्ग।