विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने स्टूडेंट्स की हर समस्या के जल्द समाधान के मकसद से सिंगल विंडो सिस्टम तैयार किया है। यह पोर्टल है, जिसे ‘ई-समाधान’ नाम दिया गया है। सभी तरह के पुराने पोर्टल और हेल्पलाइन (एंटी रैगिंग हेल्पलाइन छोड़कर) को मर्ज करके ‘ई-समाधान’ बनाया गया है।
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इस पोर्टल के जरिए स्टूडेंट्स दाखिले से लेकर स्कॉलरशिप तक, हर तरह की समस्याओं की शिकायत कर सकेंगे। यूजीसी के चेयरमैन प्रो. एम. जगदीश कुमार ने कहा कि अब अलग-अलग पोर्टल और हेल्पलाइन पर जाने की जरूरत नहीं होगी। सिर्फ इस एक पोर्टल के जरिए ही छात्र परेशानी बता सकेंगे।
इस पोर्टल पर शिकायतों की रोजाना आधार पर निगरानी होगी और हर शिकायत के समाधान के लिए समय-सीमा भी तय की गई है। दो-तीन दिन में यह पोर्टल शुरू कर दिया जाएगा। इस पोर्टल का पूरा नाम ई समाधान- ऑनलाइन ग्रीवांस रजिस्टरिंग ऐंड मॉनिटरिंग सिस्टम है। इसके जरिए सभी तरह की शिकायतों को एक ही पोर्टल के जरिए यूजीसी तक पहुंचा सकेंगे। पोर्टल में समस्या रूपी कई विकल्प होंगे। अपनी समस्या का विकल्प चुनकर छात्र अपनी बात पहुंचा सकेंगे।
यूजीसी के तीन पोर्टल
यूजीसी के अभी तीन पोर्टल हैं। ये हैं – स्टूडेंट्स ग्रीवांस पोर्टल, स्कॉलरशिप ऐंड फेलोशिप पोर्टल, पीजी पोर्टल। इसके अलावा कोविड-19 हेल्पलाइन, स्कॉलरशिप-फेलोशिप हेल्पलाइन, नैशनल स्कॉलरशिप पोर्टल हेल्पलाइन, सक्षम हेल्पलाइन और एंटी रैगिंग हेल्पलाइन हैं।
ई-समाधान: एक नजर में
ई-समाधान पर 24×7 शिकायत दर्ज हो सकेगी। टोल फ्री नंबर 1800-111-656 के जरिए भी शिकायत दर्ज करवा सकेंगे। हर शिकायत का एक नंबर अलॉट होगा। हर शिकायत का तय समय-सीमा में समाधान मिलेगा। छात्र से जुड़े मुद्दे अधिकतम 10 वर्किंग डेज में हल होंगे। टीचिंग और नॉन टीचिंग मसलों पर 15 दिन, यूनिवर्सिटी और कॉलेज से जुड़े मसलों का समाधान 20 दिनों में करना होगा। यूजीसी चेयरमैन और सचिव के स्तर पर हर हफ्ते रिपोर्ट देखी जाएगी।
सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य:
- विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की स्थापना: 1956;
- विश्वविद्यालय अनुदान आयोग मुख्यालय: नई दिल्ली;
- विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अध्यक्ष: ममीडाला जगदीश कुमार।