हवाई अड्डों पर महंगे खाद्य और पेय पदार्थों को लेकर बढ़ती चिंताओं को दूर करने के लिए भारतीय सरकार ने ‘उड़ान यात्री कैफे’ पहल शुरू की है। इस परियोजना का उद्देश्य यात्रियों को किफायती नाश्ता प्रदान करना है, जिसकी शुरुआत कोलकाता के नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पायलट प्रोजेक्ट के रूप में की गई है। इस पहल का प्रस्ताव राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा द्वारा संसद में मुद्दा उठाए जाने के बाद दिया गया, जिसमें उन्होंने हवाई यात्रियों पर वित्तीय बोझ कम करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
प्रमुख बिंदु
- शुरुआत का स्थान: कोलकाता का नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा।
- सेवाएं: सस्ती दरों पर पानी, चाय, कॉफी और स्नैक्स।
- विस्तार की योजना: यदि सफल रहा, तो इसे भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) द्वारा संचालित अन्य हवाई अड्डों तक बढ़ाया जाएगा।
राघव चड्ढा की भूमिका
- संसदीय वकालत: संसद के शीतकालीन सत्र में हवाई अड्डों पर बढ़ी हुई खाद्य कीमतों पर चिंता जताई।
- उदाहरण: पानी की बोतलें ₹100, चाय ₹200-250 में बेची जा रही हैं।
- सार्वजनिक प्रशंसा: आम नागरिकों के मुद्दे उठाने के लिए उनकी सराहना की गई।
- अन्य चिंताएं: हवाई अड्डों की भीड़भाड़ और कुप्रबंधन पर भी ध्यान आकर्षित किया, तुलना बस स्टैंड से की।
सार्वजनिक समर्थन
- इस पहल को सोशल मीडिया और भारत के नागरिकों से व्यापक समर्थन मिला।
- लद्दाख के कॉन्चोक स्तांज़िन ने इस पहल से दूरस्थ क्षेत्रों जैसे लद्दाख में राहत मिलने की बात कही।
चड्ढा द्वारा उठाए गए व्यापक मुद्दे
- महंगे हवाई किराए: आम आदमी के लिए हवाई यात्रा को महंगा बनाने की आलोचना।
- उदाहरण:
- दिल्ली-मुंबई का किराया: ₹10,000-14,500।
- मालदीव यात्रा (₹17,000) लक्षद्वीप (₹25,000) से सस्ती।
- उदाहरण:
- सुलभता के मुद्दे: सरकारी वादों और हकीकत के बीच असमानता पर सवाल उठाए।
पहल का उद्देश्य
- किफायती हवाई यात्रा: बजट-फ्रेंडली सुविधाओं के जरिए यात्रियों के खर्च को कम करना।
- सुधार अनुभव: बढ़ती विमानन लागत के बीच हवाई यात्रियों की सुविधा और सुलभता सुनिश्चित करना।
प्रमुख बिंदु | विवरण |
समाचार में क्यों? | ‘उड़ान यात्री कैफे’: हवाई अड्डों पर महंगे भोजन के समाधान के लिए पहल। |
पहल का नाम | उड़ान यात्री कैफे। |
उद्देश्य | यात्रियों पर वित्तीय बोझ कम करने के लिए किफायती खाद्य और पेय पदार्थ उपलब्ध कराना। |
पायलट प्रोजेक्ट | कोलकाता के नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर शुरुआत। |
विस्तार योजना | पायलट प्रोजेक्ट की सफलता के आधार पर AAI द्वारा संचालित अन्य हवाई अड्डों पर लागू। |
उपलब्ध सेवाएं | किफायती कीमत पर पानी, चाय, कॉफी और स्नैक्स। |
प्रस्तावक | सांसद राघव चड्ढा (AAP), संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान सुझाव। |
सार्वजनिक प्रतिक्रिया | आम नागरिकों के मुद्दों को उठाने के लिए व्यापक प्रशंसा; दूरस्थ क्षेत्रों से समर्थन। |
अतिरिक्त चिंताएं | हवाई किराए में वृद्धि और हवाई अड्डों की भीड़भाड़ की आलोचना। |
हवाई किराए में वृद्धि के उदाहरण | – दिल्ली-मुंबई: ₹10,000-14,500। |
– मालदीव (₹25,000)। | |
लक्ष्य | किफायती हवाई यात्रा सुनिश्चित करना और यात्रियों के अनुभव में सुधार। |