तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये तमिल के महाकवि सुब्रह्मण्यम भारती की प्रतिमा का अनावरण किया। महाकवि की 141वीं जयंती पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान तमिलनाडु के सीएम ने श्रद्धा सुमन अर्पित किए। तमिल समुदाय की मौजूदगी में आयोजित में हनुमान घाट स्थित महाकवि के प्रवास स्थल पर श्रद्धांजलि अर्पित करने वालों का तांता लगा रहा।
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महाकवि की नतिनी जयंती ने बताया कि सीएम स्टालिन ने पिछले साल घोषणा की थी कि जिस घर में सुब्रह्मण्यम भारती रहते थे, वहां का नवीनीकरण किया जाएगा। इसके लिए राज्य सरकार की ओर से 18 लाख रुपये की लागत से प्रवास स्थल के एक हिस्से का नवीनीकरण कराया गया था, जहां आज लाइब्रेरी स्थापित है। वहीं पर महाकवि की एक नई प्रतिमा स्थापित की गई थी, जिसका सीएम ने उनकी जयंती पर अनावरण किया।
महाकवि सुब्रह्मण्यम भारती की जयंती को महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के संकायों में भारतीय भाषा उत्सव के रूप में मनाया गया। रविवार को शिक्षा शास्त्र विभाग, राष्ट्रीय सेवा योजना एवं छात्र कल्याण संकाय, राजनीति विज्ञान विभाग, आधुनिक भारतीय भाषा विभाग एवं मदन मोहन मालवीय हिंदी पत्रकारिता संस्थान में भारतीय भाषा उत्सव पर आयोजन हुए। काशी में ही महाकवि भारती का परिचय अध्यात्म और राष्ट्रवाद से हुआ।
महाकवि सुब्रह्मण्यम भारती के बारे में:
महाकवि सुब्रह्मण्यम भारती एक तमिल लेखक, कवि, पत्रकार, भारतीय स्वतंत्रता कार्यकर्ता, समाज सुधारक और बहुभाषाविद थे। कविता में उनकी उत्कृष्टता के लिए उन्हें “भारती” शीर्षक दिया गया था। भारती ने महिलाओं की मुक्ति के लिए संघर्ष किया, बाल विवाह के खिलाफ, जाति व्यवस्था का घोर विरोध किया। सिस्टर निवेदिता ने भारती को महिलाओं के विशेषाधिकारों को पहचानने के लिए प्रेरित किया।