भारतीय संविधान के निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर की देश के बाहर सबसे ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया गया। अमेरिका के मैरीलैंड शहर में बाबा साहेब की 19 फुट ऊंची प्रतिमा को ‘स्टैच्यू ऑफ इक्वेलिटी’ का नाम दिया गया है। अनावरण समारोह में अमेरिका के विभिन्न हिस्सों से 500 से अधिक भारतीय-अमेरिकी समेत अन्य देशों के लोग शामिल हुए।
मालूम हो कि इस 19 फीट प्रतिमा को सरदार पटेल की प्रतिमा स्टैच्यू ऑफ यूनिटी बनाने वाले प्रसिद्ध कलाकार और मूर्तिकार राम सुतार ने बनाई है। स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को गुजरात में सरदार सरोवर बांध के नीचे की ओर नर्मदा में एक द्वीप पर स्थापित किया गया है। स्टैच्यू ऑफ इक्वेलिटी के अनावरण समारोह में शामिल होने आए प्रतिभागियों का भारी बारिश और बूंदाबांदी के बाद भी उत्साह कम नहीं हुआ।
सांस्कृतिक प्रस्तुतियां
प्रतिमा के अनावरण समारोह के बाद देश के अलग-अलग हिस्सों से आए भारतीय-अमेरिकियों ने वहां कई तरह की सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी दीं। वहीं, इस प्रतिमा के अनावरण के समारोह में शामिल दिलीप म्हास्के ने कहा कि स्टैच्यू ऑफ इक्वेलिटी 1.4 अरब भारतीयों और 4.5 मिलियन भारतीय अमेरिकियों का प्रतिनिधित्व करेगी।
प्रतिमा का अनावरण
मालूम हो कि स्वतंत्र भारत में प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के पहले मंत्रिमंडल में डॉ अम्बेडकर को कानून और न्याय मंत्री बनाया गया था। वहीं, उन्होंने 14 अक्टूबर, 1956 को अपने समर्थकों के साथ उन्होंने बौद्ध धर्म अपना लिया था। इसके कुछ ही महीनों बाद छह दिसंबर को उनका निधन हो गया था। उनके बौद्ध धर्म अपनाने की तारिख और मैरीलैंड में प्रतिमा का अनावरण की तारीख दोनों एक दूसरे से मेल खाती है। मैरीलैंड में 14 अक्टूबर को ही प्रतिमा का अनावरण किया गया, जिसे धम्म चक्र प्रवर्तन दिवस के रूप में मनाया जाता है।
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