भारतीय आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर को श्रीलंका में भारतीय मूल के तमिलों (IOT) के 200 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में जारी किया गया पहला डाक टिकट प्राप्त हुआ। यह डाक टिकट श्रीलंका के पूर्वी प्रांत के गवर्नर सेंथिल थोंडामन द्वारा प्रस्तुत किया गया। इस आयोजन का उद्देश्य आईओटी समुदाय को पहचानना और सम्मान देना है, जिसने दशकों से उपेक्षा का सामना किया है। थोंडामन ने आईओटी समुदाय को समर्थन देने के लिए भारत और श्रीलंका दोनों सरकारों का आभार व्यक्त किया।
IOT समुदाय की मान्यता
गवर्नर सेंथिल थोंडामन ने इस बात पर प्रकाश डाला कि यह डाक टिकट श्रीलंका में भारतीय मूल के तमिलों के लिए लंबे समय से प्रतीक्षित मान्यता का प्रतीक है।
सरकारों का आभार
थोंडामन ने आईओटी समुदाय को उनकी निरंतर सहायता के लिए भारतीय और श्रीलंकाई सरकारों को धन्यवाद दिया, और समुदाय के लिए मान्यता और प्रगति प्राप्त करने में इस समर्थन के महत्व पर जोर दिया।
आयोजन का महत्व
श्री श्री रविशंकर को डाक टिकट की प्रस्तुति श्रीलंका में भारतीय मूल के तमिलों के अधिकारों और मान्यता की वकालत करने में आध्यात्मिक नेता की भूमिका को रेखांकित करती है।