S&P ग्लोबल ने भारत के GDP विकास का अनुमान FY25 के लिए 6.8% पर बनाए रखा है, हालांकि Q2FY25 में अपेक्षाकृत कमजोर 5.4% विकास दर रही। इस पूर्वानुमान को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा अपने विकास अनुमान को 6.6% तक घटाने के बाद जारी किया गया है। क्रेडिट रेटिंग एजेंसी का कहना है कि RBI 2025 में मौद्रिक नीति में हल्की ढील देने की संभावना है, जिसमें 50 बुनियादी अंकों से रेपो दर में कमी आ सकती है। S&P का सकारात्मक दृष्टिकोण शहरी खपत, सेवा क्षेत्र के स्थिर विकास और बुनियादी ढांचे में निवेशों से प्रेरित है।
S&P का विकास अनुमान और प्रमुख कारण
- FY25 के लिए अनुमानित विकास: S&P ग्लोबल ने FY25 के लिए 6.8% विकास का अनुमान बनाए रखा है, और FY26 के लिए 6.9% का अनुमान है। यह अनुमान RBI के FY25 के 6.6% के अनुमान से 0.2% अधिक है।
- धीमी Q2 विकास: भारत की अर्थव्यवस्था जुलाई-सितंबर तिमाही में 5.4% की दर से धीमी हुई, जिसके कारण कई एजेंसियों ने अपनी वार्षिक विकास उम्मीदों को घटाया, जिसमें Goldman Sachs और UBS भी शामिल हैं। इसके बावजूद, S&P को FY25 की दूसरी छमाही में सुधार की उम्मीद है।
- मौद्रिक नीति की उम्मीदें: S&P का अनुमान है कि RBI 2025 में मुद्रास्फीति दबाव कम होने पर मौद्रिक नीति में ढील दे सकता है और रेपो दर में 50 बुनियादी अंकों की कमी आ सकती है। एजेंसी ने खुदरा मुद्रास्फीति का औसत 4.5% रहने का अनुमान जताया है, जो RBI के अनुमान से थोड़ा कम है।
चुनौतियाँ और जोखिम
- प्रमुख क्षेत्रों में कमजोरी: विनिर्माण क्षेत्र की चुनौतियाँ, महामारी के बाद सार्वजनिक क्षेत्र और घरेलू खाता स्थितियों में कमजोरियां, और कृषि क्षेत्र में धीमी वृद्धि जैसे जोखिम हैं जो भारत के विकास को प्रभावित कर सकते हैं।
- नौकरी सृजन और बुनियादी ढांचा: S&P ने रोजगार सृजन, शहरी बुनियादी ढांचे में सुधार और प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर जोर दिया है, ताकि श्रमिकों की अधिक भागीदारी सुनिश्चित हो सके और आर्थिक वृद्धि को गति मिल सके।
सरकार का रुख और कदम
- आशावादी सरकारी अनुमानों: बाहरी चिंताओं के बावजूद, भारतीय सरकार आशावादी है और FY25 में 6.5-7% विकास की उम्मीद कर रही है, साथ ही वित्तीय वर्ष की दूसरी छमाही में मजबूत सुधार की आशा व्यक्त कर रही है।
समाचार का सारांश
क्यों समाचार में है? | मुख्य बिंदु |
S&P ग्लोबल ने FY25 के लिए 6.8% वृद्धि अनुमान बनाए रखा | – S&P ग्लोबल ने FY25 के लिए भारत की GDP वृद्धि 6.8% रहने का अनुमान जताया। – Q2FY25 में GDP वृद्धि 5.4% रही, फिर भी S&P ने पूरे वर्ष के लिए विकास अनुमान बनाए रखा। |
RBI नीति दर में कटौती की उम्मीद | – S&P का अनुमान है कि RBI 2025 में 50 बुनियादी अंकों से नीति रेपो दर में कटौती कर सकता है। – खुदरा महंगाई का औसत 4.5% रहने का अनुमान, जो RBI के अनुमान से कम। |
शहरी खपत और बुनियादी ढांचे द्वारा वृद्धि | – विकास शहरी खपत, सेवा क्षेत्र के विस्तार और बुनियादी ढांचा निवेशों द्वारा प्रेरित है। |
वृद्धि के लिए चुनौतियाँ | – विनिर्माण क्षेत्र की कमजोरी, कृषि क्षेत्र की धीमी वृद्धि, और महामारी के बाद के वित्तीय संकट जैसी समस्याएँ। |
RBI का पिछला विकास अनुमान | – RBI ने FY25 के लिए भारत की GDP वृद्धि का अनुमान 6.8% से घटाकर 6.6% कर दिया है। |
Q2FY25 GDP प्रदर्शन | – जुलाई-सितंबर तिमाही में भारत की GDP 5.4% बढ़ी, जो अपेक्षित से कम थी। |
सरकार का आशावादी लक्ष्य | – सरकार FY25 के लिए 6.5-7% वृद्धि का लक्ष्य रखती है, और दूसरी छमाही में अधिक विकास की उम्मीद करती है। |
सांख्यिकी तथ्य | – S&P का FY25 के लिए 6.8% विकास अनुमान RBI के 6.6% अनुमान से 0.2% अधिक है। |
2023-24 में भारत की आर्थिक वृद्धि |
– भारत की अर्थव्यवस्था 2023-24 में 8.2% बढ़ी। |